सतत विकास शिखर सम्मेलन 2021
चर्चा में क्यों
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 फरवरी को विश्व सतत विकास शिखर सम्मेलन 2021 का उद्घाटन करेंगे ।
- विषय – “ सबके लिए सुरक्षित और संरक्षित पर्यावरण और हमारा साझा भविष्य ” है ।
- यह 20 वां संस्करण होगा ।
- यह 10-12 फरवरी से आयोजित होने वाला है।
- द एनर्जी एंड रिसोर्सेज इंस्टीटयूट ( टेरी ) द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है ।
- पर्यावरण मंत्रालय , नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय तथा पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है।
मुख्य उद्देश्य
- जलवायु परिवर्तन से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करने के लिए सरकारों , व्यापारिक नेताओं , शिक्षाविदों , जलवायु वैज्ञानिकों को एक साझा मंच पर लाना है ।
- शिखर सम्मेलन के दौरान अनुकूलन तथा लचीलापन , प्रकृति आधारित समाधान , जलवायु वित्त , चक्रीय अर्थव्यवस्था , स्वच्छ महासागर और वायु प्रदूषण , आदि सहित कई विषयों पर चर्चा की जाएगी ।
सतत विकास लक्ष्य
- ये 17 लक्ष्यों का एक संग्रह है स्थायी भविष्य प्राप्त करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं ।
- यह यूएनडीपी द्वारा 2015 में लॉन्च किया गया था और इन्हें 2030 तक हासिल किया जाना है ।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद
चर्चा में क्यों?
बाइडेन के नेतृत्व वाली अमेरिका की नई सरकार ने एक बार फिर से मानवाधिकार परिषद का सदस्य बनने की इच्छा व्यक्त की है।
तथ्य
- जून 2018 में पूर्ववर्ती ट्रम्प सरकार ने, मानवाधिकार परिषद पर इसराइल के विरुद्ध पूर्वाग्रह के साथ काम करने का आरोप लगाते हुए, अमेरिका के इससे हटने की घोषणा की थी।
- संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरस द्वारा, अमेरिकी फ़ैसले का स्वागत किया गया है।
वर्तमान दृष्टिकोण?
- बाइडेन सरकार, लोकतंत्र, मानवाधिकारों और समानता पर केन्द्रित विदेश नीति में विश्वास रखती है और इसके लिए एक बहुपक्षीय उपकरण के रूप में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद का होना अत्यधिक महत्वपूर्ण है।
- ऐसे अमेरिका जैसे देश, जो हमेशा से लोकतंत्र और व्यक्तिगत स्वतंत्रता की पैरवी करने वाला देश रहा है, उसके इस वैश्विक संगठन का भाग न होना, अपने आप में इस संगठन को कमजोर करता है।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के बारे में
- राष्ट्र प्रणाली के अंतर्गत एक अंतरसरकारी निकाय है।
- 15 मार्च 2006 को संकल्प 60/251 के माध्यम से किया गया था।
- मुख्यालय जिनेवा, स्विट्जरलैंड है।
- यूएन मानवाधिकार परिषद 47 सदस्यों से मिलकर बनी है,
भौगोलिक आधार पर सीटों का वितरण निम्नानुसार है:
- अफ्रीका महाद्वीप से : 13 सदस्य
- एशिया-प्रशांत क्षेत्र से : 13 सदस्य
- लैटिन अमेरिकी और कैरिबियन क्षेत्र से : 8 सदस्य
- पूर्वी यूरोपीय देशों से : 6 सदस्य
- पश्चिमी यूरोप और अन्य देशों से : 7 सदस्य
- सदस्यों का कार्यकाल तीन वर्षो का होता है।
होप मिशन
चर्चा में क्यों
संयुक्त अरब अमीरात का पहला मंगल मिशन । 9 फरवरी को मंगल ग्रह की कक्षा में पहुंचने की संभावना है। यह, लाल ग्रह पर मौसम के रहस्यों को जानने के लिए इस यात्रा का सबसे महत्वपूर्ण भाग है।
मिशन होप
- मिशन होप की घोषणा वर्ष 2015 में की गयी थी।
- मंगल की परिक्रमा करने वाला अंतरिक्ष यान है।
- इस मिशन का आधिकारिक नाम अमीरात मार्स मिशन है,
- ऑर्बिटर को होप (Hope) अथवा ‘अल अमाल‘ (‘Al Amal’) नाम दिया गया है।
- इस मिशन के सफल होने पर, होप ऑर्बिटर, अमेरिका, यूरोप और भारत के मंगल ग्रह का अध्ययन करने वाले छह मिशनों में सम्मिलित हो जाएगा।
उद्देश्य
- मंगल के वातावरण की निचली सतह तथा ग्रह पर जलवायु की गतिशीलता का अध्ययन।
- मंगल का पहला ग्लोबल वेदर मैप तैयार करना।
- ग्रह से हाइड्रोजन और ऑक्सीजन के पलायन में मंगल के वातावरण की भूमिका को स्पष्ट करना।
- मंगल के ऊपरी वायुमंडल में हाइड्रोजन और ऑक्सीजन की उपस्थिति तथा परिवर्तनशीलता का अध्ययन।
खाद्य पदार्थों में ट्रांस फैटी एसिड की सीमा निर्धारित
संदर्भ:
हाल ही में, भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) द्वारा खाद्य उत्पादों में औद्योगिक ट्रांस फैटी एसिड (Trans Fatty Acid– TFA) की अनुमेय मात्रा निर्धारित कर दी गयी है।इसके तहत ट्रांस फैटी एसिड की अनुमेय सीमा, वर्तमान में 5 प्रतिशत से कम करके वर्ष 2021 तक 3 प्रतिशत तथा वर्ष 2022 तक 2 प्रतिशत होगी।
‘औद्योगिक ट्रांस फैटी एसिड’ क्या हैं?
- ‘ट्रांस फैटी एसिड’, एक औद्योगिक प्रक्रिया द्वारा निर्मित किए जाते हैं।
- तरल वनस्पतीय तेलों को ठोस करने हेतु इनमें हाइड्रोजन को मिश्रित किया जाता है।इससे खाद्य पदार्थ अधिक समय तक खराब नहीं होते है,
- सस्ते होने के कारण इनका उपयोग मिलावटी पदार्थों (adulterant) के रूप में भी किया जाता है।
- ये पके हुए, तले हुए और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों के साथ-साथ मिलावटी घी में भी उपस्थित होते हैं, और ये कमरे के तापमान पर ठोस हो जाते हैं।
- ट्रांस फैट, वसा का सबसे हानिकारक रूप होते हैं, इनके कारण धमनियों का अवरुद्ध होना, उच्च रक्तचाप, दिल के दौरे और अन्य हृदय रोगों की समस्याएं उत्पन्न होती है।
ग्रामीण ब्रॉडबैंड परियोजना – भारतनेट
चर्चा में क्यों?
हाल ही में शशि थरूर की अध्यक्षता वाली सूचना एवं प्रौद्योगिकी पर संसद की स्थायी समिति ने ग्रामीण ब्रॉडबैंड परियोजना ‘भारतनेट’ के शीघ्र क्रियान्वयन में विलम्ब होने से निराशा व्यक्त की है।
तथ्य
- समिति ने आशंका व्यक्त की ढाई लाख गांवों में 2021 तक तीव्र ब्रॉडबैंड सुविधा पहुंच के लक्ष्य को पूरा नहीं किया जा सकेगा।
- दूरसंचार विभाग कैबिनेट नोट तैयार करना है। लेकिन दूरसंचार विभाग द्वारा विलंब किया जा रहा है।
भारतनेट परियोजना
- भारतनेट परियोजना नेशनल ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क का नया ब्रांड नाम है।
- भारतनेट को देश के 2.5 लाख ग्राम पंचायत को ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी देने के लिए अक्टूबर 2011 में लॉन्च किया गया था।
- साल 2015 में इसका नाम बदलकर भारतनेट रखा गया था।
- इसका उद्देश्य देश के 2.5 लाख ग्राम पंचायतों को इंटरनेट की 100 एमबीपीएस कनेक्टिविटी स्पीड से जोड़ना है।
- भारतनेट विश्व का सबसे बड़ा ग्रामीण ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी कार्यक्रम है।
- लगभग 20,100 करोड़ की फंडिंग की जानी है।
ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट
चर्चा में क्यों
नंदा देवी ग्लेशियर के फटने से उत्तराखंड के चमोली जिले के तपोवन क्षेत्र में रैनी गाँव में ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट के पास धौलीगंगा नदी में बाढ़ आ गई । जोशीमठ के पास 13.2 मेगावाट की ऋषिगंगा जल विद्युत परियोजना बह गई ।
- भारी बाढ़ ने धौलीगंगा नदी पर 520 मेगावाट की एनटीपीसी की तपोवन – विष्णुगढ़ जल विद्युत परियोजना को आंशिक रूप से नष्ट कर दिया ।
- राज्य आपदा मोचन बल , राष्ट्रीय आपदा मोचन बल , भारत तिब्बत सीमा पुलिस और रक्षा कर्मियों की टीमें प्रभावित क्षेत्रों में बचाव अभियान चला रही हैं ।
- धौलीगंगा और अलकनंदा नदियाँ विष्णुप्रयाग में मिलती हैं ।
- जोशीमठ अलकनंदा नदी के किनारे एक शहर है ।
- कंचनजंगा ( 8598 मीटर ) और नंगा परबत ( 8126 मीटर ) के बाद नंदा देवी ( 7817 मीटर ) भारत में हिमालय की तीसरी सबसे ऊंची चोटी है ।
डॉ ज़ाकिर हुसैन
चर्चा में क्यों
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने पूर्व राष्ट्रपति ज़ाकिर हुसैन को उनकी जयंती के अवसर पर श्रद्धांजलि दी ।
तथ्य
- उनका जन्म 8 फरवरी 1897 को हुआ था ।
- वह भारत के तीसरे राष्ट्रपति थे ।
- उन्होंने 13 मई 1967 से 3 मई 1969 तक राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया ।
- वह जामिया मिल्लिया इस्लामिया के सह संस्थापक थे ।
- वह भारत के पहले मुस्लिम राष्ट्रपति और वे भारत के पहले राष्ट्रपति थे जिनकी मौत ऑफिस में हुई । उन्हें 1963 में भारत रत्न मिला था ।
- टीम रूद्रा – मुख्य मेंटर – वीरेेस वर्मा (T.O-2016 pcs )
- अभिनव आनंद (डायट प्रवक्ता)
- डॉ० संत लाल (अस्सिटेंट प्रोफेसर-भूगोल विभाग साकेत पीजी कॉलेज अयोघ्या
- अनिल वर्मा (अस्सिटेंट प्रोफेसर)
- योगराज पटेल (VDO)-
- अभिषेक कुमार वर्मा (प्रतियोगी)
- प्रशांत यादव – प्रतियोगी –
- कृष्ण कुमार (kvs -t )
- अमर पाल वर्मा (kvs-t ,रिसर्च स्कॉलर)
- मेंस विजन – आनंद यादव (प्रतियोगी ,रिसर्च स्कॉलर)
- प्रिलिम्स फैक्ट विशेष सहयोग- एम .ए भूगोल विभाग (मर्यादा पुरुषोत्तम डिग्री कॉलेज मऊ) ।