22 February 2021 Current affairs

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद 

चर्चा में क्यों?

मानवाधिकार के क्षेत्र में शीर्ष वैश्विक संस्था मानवाधिकार परिषद के नियमित 46वें सत्र (22 फरवरी से 23 मार्च 2021 तक) का आयोजन किया जा रहा है।

  • भारतीय राजनयिक टीम ने कहा कि भारत सरकार अपने मानवाधिकारों के दायित्वों के “पूर्ण रूप से संज्ञान” में रखता है।

UNHRC) के बारे में

  • राष्ट्रराष् एक अंतरसरकारी निकाय है।

उद्देश्य – 

  • वैश्विक स्तर पर मानवाधिकारों को बढ़ावा देना।
  • यह दुनियाभर में मानव अधिकारों के प्रचार और संरक्षण को मजबूत बनाने
  •  मानवाधिकार उल्लंघन की स्थितियों को संबोधित करने और उन पर सिफ़ारिश करने के लिए जिम्मेदार है।

मुख्यालय-  जिनेवा, स्विट्जरलैंड है।

परिषद के सदस्य

  • यूएन मानवाधिकार परिषद 47 सदस्यों से मिलकर बनी है, 
  • चयन प्रत्यक्ष और गुप्त मतदान के माध्यम से किया जाता है।
  • सीटों का वितरण निम्नानुसार है:
  • अफ्रीका महाद्वीप से : 13 सदस्य
  • एशिया-प्रशांत क्षेत्र से : 13 सदस्य
  • लैटिन अमेरिकी और कैरिबियन क्षेत्र से : 8 सदस्य
  • पूर्वी यूरोपीय देशों से : 6 सदस्य
  • पश्चिमी यूरोप और अन्य देशों से : 7 सदस्य
  • सदस्यों का कार्यकाल तीन वर्षो का होता है।
  • कोई भी लगातार दो से अधिक कार्यकाल धारण नहीं कर सकता है।

सौर धब्बे (Sunspots)

   चर्चा में क्यों?

      हाल ही में वैज्ञानिक सौर धब्बों (Sunspots) व सौर चक्रों (Solar Cycles) के अध्ययन हेतु रिसर्च कर रहे हैं।

  • स्वायत्त संस्थान आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान के अनुसंधानकर्ताओं के साथ ही मैक्स प्लांक इंस्टीट्यूट फॉर सोलर सिस्टम रिसर्च, जर्मनी और साउथवेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट, अमेरिका के सहयोगियों ने एक सदी पुराने डिजिटलाज्ड फिल्म और फोटो  की मदद से सौर धब्बों (सनस्पॉट) का पता लगाकर सौर परिक्रमा का अध्ययन किया।
  • वैज्ञानिकों ने डिजिटाइज्ड पुरानी फिल्मों और फोटोग्राफ्स से हासिल डाटा के द्वारा यह अनुमान लगाया ह
  • पिछली सदी के दौरान सूर्य ने किस तरह परिक्रमा की। 
  • सूर्य के भीतरी हिस्से में उत्पन्न होने वाले चुंबकीय क्षेत्र के अध्ययन में मदद मिलेगी जो कि सौर धब्बों(सनस्पॉट) के लिए जिम्मेदार हैं।
  • सौर चक्रों और भविष्य में इनमें आने वाले बदलावों का अनुमान लगाने।

सूर्य

  • सूर्य सौरमंडल के केंद्र में स्थित है। यह बहुत बड़ा है एवं अत्यधिक गर्म गैसों से बना है। इसका खिंचाव बल इससे सौरमंडल को बाँधे रखता है।
  • सूर्य, सौरमंडल के लिए प्रकाश एवं ऊष्मा का एकमात्र स्रोत है। 
  •  सूर्य, पृथ्वी से लगभग 15 करोड़ किलोमीटर दूर है।

सौर धब्बे (Sunspots)

  • सौर धब्बा, सूर्य की सतह एक बहुत ही सक्रिय स्थान है।
  • ये सूर्य पर काले धब्बे होते हैं जो सौर गतिविधि से जुड़े होते हैं।
  • ये धब्बे सूर्य के चुंबकीय क्षेत्र के दृश्यमान सतह हैं। कुछ धब्बे 50,000 किमी व्यास से भी बड़े होते हैं।

सौर चक्र (Solar Cycle)

  • सौर चक्र को सौर चुंबकीय गतिविधि चक्र(Solar Magnetic Activity Cycle) भी कहते हैं।
  • सूर्य की गतिविधि में समय-समय पर लगभग 11 वर्ष में परिवर्तन होता है,
  • सनस्पॉट सूर्य पर एक क्षेत्र है जो इसकी बाहरी सतह अर्थात फोटोस्फीयर (Photosphere) पर गहरा दिखाई देता है और आसपास के हिस्सों की तुलना में अपेक्षाकृत ठंडा है।

 दादा साहेब फाल्के पुरस्कार 2021 

सन्दर्भ

 दादा साहेब फाल्के पुरस्कार की शुरुआत 1969 में सरकार द्वारा भारतीय सिनेमा में फिल्म हस्तियों के योगदान को सम्मानित करने के लिए की गई थी ।

  •  देविका रानी इस पुरस्कार की पहली प्राप्तकर्ता थीं ।
  •  यह भारतीय सिनेमा का सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार है 
  •  धुंडीराज गोविंद फाल्के के सम्मान में दिया जाता है । 
  • यह फिल्म , टेलीविजन , संगीत और ओटीटी के लिए दिया जाता है । 
  • दादा साहेब फाल्के पुरस्कार 2021 विजेताओं की सूची : 
  • सर्वश्रेष्ठ अभिनेता ( महिला ) का पुरस्कार : दीपिका पादुकोण को छपाक में उनके प्रदर्शन के लिए 
  • सहायक भूमिका में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता : विक्रांत मैसी को छपाक के लिए 
  • सर्वश्रेष्ठ अभिनेता ( पुरुष ) का पुरस्कार : अक्षय कुमार को उनकी फिल्म लक्ष्मी के लिए । 
  • वेब सीरीज ( पुरुष ) में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता : बॉबी देओल आश्रम के लिए
  • एक वेब सीरीज ( महिला ) में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता : सुष्मिता सेन आर्य के लिए बेस्ट 
  • वेब सीरीज  स्कैम : 1992
  •  आलोचकों की पसंद सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार : कियारा आडवाणी 
  • आलोचकों का सर्वश्रेष्ठ अभिनेता ( पुरुष ) मरणोपरांत : सुशांत सिंह राजपूत 
  • सर्वश्रेष्ठ फिल्म पुरस्कार : तन्हाजी : द अनसंग वॉरियर 
  • सर्वश्रेष्ठ निर्देशक : लूडो के लिए अनुराग बसु 
  • टेलीविजन सीरीज में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री : सुरभि चांदना 
  • टेलीविजन सीरीज में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता : धीरज धूपर

अनुसूचित जाति राष्ट्रीय आयोग के अध्यक्ष

    चर्चा में क्यों

        का अध्यक्ष नियुक्त किया गया । राष्ट्रपति ने विजय सांपला को अनुसूचित जाति के लिए राष्ट्रीय आयोग का अध्यक्ष ( चेयरमैन ) नियुक्त किया है । 

  • राम शंकर कठेरिया का कार्यकाल समाप्त होने के बाद मई 2020 से यह पद खाली था । 
  • विजय सांपला इससे पहले 2014-19 तक केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री के रूप में कार्य कर चुके हैं । 
  • उन्होंने पंजाब दलित विकास परिषद , भारत गौरव और पंजाब खादी और ग्रामोद्योग बोर्ड ( 2009-12 ) के अध्यक्ष के रूप में भी काम किया । 

    अनुसूचित जाति के लिए राष्ट्रीय आयोग 

  • यह एक संवैधानिक निकाय है जो अनुसूचित जाति और एंग्लो भारतीय समुदायों के शोषण के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करता है । 
  • अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लिए पहला आयोग अगस्त 1978 में बनाया गया था ।
  •  89 वें संवैधानिक संशोधन अधिनियम , 2003 के तहत अनुसूचित जाति के लिए राष्ट्रीय आयोग और अनुसूचित जनजाति के लिए राष्ट्रीय आयोग ने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लिए राष्ट्रीय आयोग की जगह ले ली । 
  • इसका गठन 19 फरवरी 2004 को किया गया था । 
  • सूरज भान 2004 में स्थापित पहले अनुसूचित जाति के लिए राष्ट्रीय आयोग के अध्यक्ष थे ।
  • भारतीय संविधान का अनुच्छेद 338 अनुसूचित जाति के लिए राष्ट्रीय आयोग से संबंधित है ।
  • भारत के राष्ट्रपति एनसीएससी के अध्यक्ष और अन्य सदस्यों की नियुक्ति करते हैं । 
  • छठी अनुसूचित जाति के लिए राष्ट्रीय आयोग का गठन 2021 में विजय सांपला को अध्यक्ष और श्री अरुण हलदर को उपाध्यक्ष के रूप में नियुक्त करके किया गया है ।

पुडुचेरी में राष्ट्रपति शासन 

    सन्दर्भ

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पुडुचेरी में राष्ट्रपति शासन प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है । पुडुचेरी में किसी भी पार्टी ने सरकार बनाने का दावा नहीं किया है , इसीलिए केंद्रीय मंत्रिमंडल ने राष्ट्रपति शासन लगाने की मंजूरी दी है । 

  •  हाल ही में वी नारायणसामी ने विधानसभा में बहुमत खोने के बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है । 
  • राष्ट्रपति की सहमति के बाद विधान सभा भंग हो जाएगी । 

राष्ट्रपति शासन : 

  • भारत के संविधान का अनुच्छेद 356 भारत के राष्ट्रपति को केंद्रीय मंत्रिपरिषद की सलाह पर किसी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश राष्ट्रपति शासन को लगाने की शक्ति देता है । 
  • राष्ट्रपति शासन को दो महीने के भीतर संसद के सदनों द्वारा अनुमोदित किया जाना चाहिए । 

शर्तों

  • यदि राष्ट्रपति इस बात से संतुष्ट हैं कि राज्य सरकार संविधान के प्रावधानों के अनुसार नहीं चल सकती है ।
  • यदि राज्य में कोई पार्टी सरकार बनाने की दवा नहीं करती है।
  • यदि कोई राज्य केंद्र द्वारा दिए गए निर्देश का पालन करने में विफल रहता है।

 टीम रूद्रा

मुख्य मेंटर – वीरेेस वर्मा (T.O-2016 pcs ) 

अभिनव आनंद (डायट प्रवक्ता) 

डॉ० संत लाल (अस्सिटेंट प्रोफेसर-भूगोल विभाग साकेत पीजी कॉलेज अयोघ्या 

अनिल वर्मा (अस्सिटेंट प्रोफेसर) 

योगराज पटेल (VDO)- 

अभिषेक कुमार वर्मा (प्रतियोगी)

प्रशांत यादव – प्रतियोगी – 

कृष्ण कुमार (kvs -t ) 

अमर पाल वर्मा (kvs-t ,रिसर्च स्कॉलर)

 मेंस विजन – आनंद यादव (प्रतियोगी ,रिसर्च स्कॉलर)

प्रिलिम्स फैक्ट विशेष सहयोग- एम .ए भूगोल विभाग (मर्यादा पुरुषोत्तम डिग्री कॉलेज मऊ) ।

Leave a Reply