पुलिकट झील में प्रवासी पक्षियों का आगमन
- प्रवासी पक्षियों की संख्या में वृद्धि का कारण, पुलिकट झील के आसपास के क्षेत्र में स्थित जलाशयों के भंडारण स्तर में होने वाली वृद्धि है।
- इस झील के समीप नेलापट्टू पक्षी अभयारण्य स्थित है।
- इस झील में ब्लैक हेडेड आइविस , एशियन ओपनविल, ब्लैक क्राउन नाइट हैरान और लिटिल कार्गोरेंट पक्षी पाए जाते हैं।
नेलापट्टू पक्षी अभ्यारण के बारे में
- यह पुलिकट झील से लगभग 20 किलोमीटर उत्तर में स्थित और लगभग 459 हेक्टेयर में फैला हुआ है।
- यह अभयारण्य, सैकड़ों पेलिकन और अन्य पक्षियों के लिए सबसे बड़े आवासो में से एक माना जाता है।
पुलिकट झील के बारे में
- यह आंध्र प्रदेश (96%) के और तमिलनाडु की सीमा पर स्थित, चिल्का झील के बाद भारत की दूसरी सबसे बड़ी खारे पानी की झील या लैगून झील है।
- श्रीहरिकोटा का वैरियर द्वीप , पुलिकट झील को बंगाल की खाड़ी से अलग करता है।
- पुलिकट झील के दक्षिणी किनारे से अरणी नदी और उत्तर पश्चिम किनारे से कलंगी नदी प्रवाहित होती है।
- फ्लैमिंगो फेस्टिवल का आयोजन, पुलीकट और नेलापट्टू में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हर साल आयोजित किया जाता है।
भारत के मुख्य न्यायाधीश द्वारा मीडिया में सांप्रदायिक सामग्री पर चेतावनी
- सूचना प्रौद्योगिकी ( मध्यस्थ दिशा निर्देश एवं डिजिटल मीडिया आचार संहिता) नियम 2021
- देशभर में ‘ ओवर द टाॅप ( OTT) और डिजिटल पोर्टल द्वारा एक शिकायत निवारण प्रणाली गठित करना अनिवार्य किया गया है। उपयोगकर्ताओं के लिए मीडिया का दुरुपयोग किए जाने के खिलाफ अपनी शिकायत दर्ज कराने हेतु यह आवश्यक है।
- महत्वपूर्ण सोशल मीडिया कंपनियों के लिए एक मुख्य अनुपालन अधिकारी (chief complaince officer) की नियुक्ति करना अनिवार्य होगा, इसके साथ ही यह कंपनियां एक नोडल संपर्क अधिकारी भी नियुक्त करेंगे।
- शिकायत अधिकारी 24 घंटे के भीतर शिकायत दर्ज करेगा और 15 दिनों के भीतर मामले का निपटारा करेगा।
- सामग्री हटाना – 24 घंटे के भीतर आपत्तिजनक सामग्री को सोशल मीडिया से हटाना होगा।
- मासिक रिपोर्ट – हर महीने शिकायतों की संख्या और इसके निवारण की रिपोर्ट भी प्रकाशित होगी।
- समाचार प्रकाशकों के लिए विनियमन के तीन स्तर होंगे स्व विनियमन, किसी सेवानिवृत्त न्यायाधीश या प्रतिष्ठित व्यक्ति की अध्यक्षता में स्व निकाय और प्रथा संहिता एवं शिकायत समिति सहित सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा निगरानी।
- शिकायतकर्ता की अपील को 60 दिनों के भीतर निपटाना।
अगस्त माह में 45% निर्यात वृद्धि
चर्चा में क्यों
अगस्त माह में भारत का व्यापारिक निर्यात 33.14 बिलियन डालर के करीब पहुंच गया। यह पिछले वर्ष की तुलना में 45.15% अधिक है और अगस्त 2019 के पूर्व महामारी स्तर से 27.5% अधिक है।
विवरण
- निर्यात में वृद्धि के बावजूद सोने के आयात में तेज वृद्धि होने के कारण व्यापार घाटा 4 महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गया।
- इस दौरान व्यापारिक वस्तुओं के आयात में वृद्धि हुई है तथा यह प्रत्येक साल 47% की दर से बढ़ कर 47 बिलियन डालर तक हो चुका है।
- सोने के आयात में भारी वृद्धि देखी गई है वर्ष 2021 अगस्त में यह 5 महीने के उच्च स्तर 7 बिलियन डालर पर पहुंच गया है।
- वैश्विक व्यापार में सुधार हो रहा है जिससे भारतीय निर्यातकों को मदद मिल रही है, हालांकि सरकार को बढ़ती माल ढुलाई दरो ,बड़े कंटेनरों की कमी और विभिन्न निर्यात योजनाओं के तहत लाभ जारी करने पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
श्रीलंका में आर्थिक आपातकाल
चर्चा में क्यों
हाल ही में श्रीलंका की अधिकारिक मुद्रा की कीमत में भारी गिरावट और खाद्य कीमतों में तीव्र वृद्धि के कारण उत्पन्न मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए राष्ट्रपति द्वारा आर्थिक आपातकाल की घोषणा की गई है।
कारण
- श्रीलंकाई रुपए की कीमत में अचानक 20% की गिरावट।
- महामारी के कारण आवश्यक वस्तुओं की कीमत में वृद्धि।
- व्यापारियों द्वारा की गई जमाखोरी।
- पर्यटन उद्योग का पूरी तरह ठप होना।
- अर्थव्यवस्था में पिछले साल का रिकॉर्ड 3.6% की गिरावट।
मुद्रास्फीति में हालिया वृद्धि के कुछ कारण
- पेट्रोल व डीजल की कीमतों में वृद्धि
- श्रम बाजार में अस्थिरता
- लॉकडाउन के कारण आवश्यक वस्तुओं की मांग में वृद्धि।
- आम लोगों में जमाखोरी की आदत का बढ़ना।
- वैश्विक कीमतों में वृद्धि
- घरेलू बाजार में उत्पादों की कमी
आगे की राह
- जमाखोरी पर नियंत्रण
- कीमतों में नियंत्रण हेतु मूल्य निर्धारण तंत्र निगरानी।
- आवश्यक वस्तुओं को सरकारी स्टॉक के माध्यम से बिक्री।
- पेट्रोलियम को जीएसटी के दायरे में लाना।
- वैक्सीन कवरेज को ठीक किया जाए, जिससे आने वाले समय में न्यूनतम व्यवधान सुनिश्चित किया जा सके।
डंपिंग बंद नहीं होने तक असम की आर्द्र भूमियों पर संकट जारी
- दीपोर बिल की वर्तमान दुर्दशा – कचरा डंप करने सड़कों और रेलवे का निर्माण, गोदामों का निर्माण, पर्यटन गतिविधियां जैसी मानवीय गतिविधियों के कारण हुई है।
- रेल हादसे में कई हाथियों की मौत हो चुकी है, कूड़ा फेंकने के कारण पानी दूषित हो चुका है।
- दीपोर बील ‘रामसर स्थल’ है
लद्दाख का राजकीय पशु और पक्षी
- लद्दाख का राजकीय पशु और पक्षी क्रमशः हिम तेंदुआ और काली गर्दन वाले सारस हैं। काली गर्दन वाले सारस आयुष की रेट लिस्ट में और सुरक्षित लद्दाख के चांगथांग क्षेत्र में पाए जाते हैं।
नौसेना विमानन के लिए उच्च सम्मान
- राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद द्वारा गोवा में INS हंस पर आयोजित एक रस्मी परेड में नौसेना विमानन को राष्ट्रपति का ध्वज प्रदान किया जाएगा।
- राष्ट्रपति ध्वज सैन्य इकाई को प्रदान किए जाने वाला सर्वोच्च सम्मान होता है।
इरावदी डॉल्फिन
चर्चा में क्यों
हाल ही में, चिल्का झील उड़ीसा में इरावदी डॉल्फिन मृत पाई गई है। यह पिछले 8 महीने में, चिल्का झील में डॉल्फिन की 8वीं मौत है।
इरावदी डॉल्फिन के बारे में
- यह IUCN की रेड सूची में लुप्तप्राय या संकटग्रस्त है।
- यह भारतीय वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 की अनुसूची 1 में शामिल है।
- इरावदी डॉल्फिन, दक्षिण और दक्षिण पूर्व एशिया के तटीय क्षेत्रों तथा तीन नदियों इरावदी (म्यांमार) , महाकम नदी ( इंडोनेशिया) और मेकांग नदी (चीन) में पाई जाती है।
चिल्का झील के बारे में
- यह भारत में खारे पानी की सबसे बड़ी झील है।
- एशिया की सबसे बड़ी तथा विश्व की दूसरी सबसे बड़ी लैगून झील है।
- इसे वर्ष 1981 में, आर्द्रभूमि क्षेत्र के रूप में नामित किया गया था।
टीम रूद्रा
मुख्य मेंटर – वीरेेस वर्मा (T.O-2016 pcs )
डॉ० संत लाल (अस्सिटेंट प्रोफेसर-भूगोल विभाग साकेत पीजी कॉलेज अयोघ्या
अनिल वर्मा (अस्सिटेंट प्रोफेसर)
योगराज पटेल (VDO)-
अभिषेक कुमार वर्मा ( FSO , PCS- 2019 )
प्रशांत यादव – प्रतियोगी –
कृष्ण कुमार (kvs -t )
अमर पाल वर्मा (kvs-t ,रिसर्च स्कॉलर)
मेंस विजन – आनंद यादव (प्रतियोगी ,रिसर्च स्कॉलर)
अश्वनी सिंह – प्रतियोगी
सुरजीत गुप्ता – प्रतियोगी
प्रिलिम्स फैक्ट विशेष सहयोग- एम .ए भूगोल विभाग (मर्यादा पुरुषोत्तम डिग्री कॉलेज मऊ) ।