11 February 2021 Current affairs

उत्तराखंड में फ्लैश फ्लड

   चर्चा में क्यों

 हाल ही में उत्तराखंड के चमोली जिले के तपोवन – रेली क्षेत्र में एक ग्लेशियर के टूटने से धौलीगंगा और अलकनंदा नदियों में बड़े पैमाने पर फ्लैश फ्लड की घटना देखी गई है ।

फ्लैश फ्लड:- 

  • यह बहुत ही उच्च स्थानों पर छोटी अवधि में होने वाली घटना है,आमतौर पर वर्षा और फ्लैश फ्लड के बीच 6 घंटे से कम का अंतर होता है।
  •  फ्लैश फ्लड खराब जल निकासी लाइनों या पानी के प्राकृतिक प्रवाह को बाधित करने वाले अतिक्रमण के कारण भयानक हो जाती है।

फ्लैश फ्लड के कारण:- 

  • यह घटना भारी बारिश की वजह से, तेज आंधी, तूफान,उष्णकटिबंधीय तूफान, बर्फ का पिघलना आदि के कारण हो सकती है। 
  • फ्लैश फ्लड की घटना बाध टूटने या मलबा प्रवाह के कारण भी हो सकती है।
  • फ्लैश फ्लड के लिए ज्वालामुखी उद्गार भी उत्तरदायी है, क्योंकि ज्वालामुखी उद्गार के कारण आसपास के क्षेत्रों में तापमान की वृद्धि के कारण आसपास स्थित ग्लेशियर पिघलने लगते हैं।

 हंटर सिंड्रोम : MPS ।।

  • MPS ।। ज्यादातर बालकों को प्रभावित करता है।
  •  इससे पीड़ित लोगों का शरीर एक प्रकार के शर्करा को अपघटित नहीं कर पाता जो हड्डियों, त्वचा, पेशी और अन्य ऊतको का  निर्माण करती है।

कारण:- 

  •  यह ITS  जीन परिवर्तन के कारण होता है।

लक्षण:- 

  •  इसकी पहचान चेहरे के विशिष्ट लक्षणों सिर के आकार का बड़ा हो जाना, यकृत और प्लीहा के आकार में वृद्धि, श्रवण में कमी आदि के आधार पर की जाती है।
The Muedder family has been dedicated to raising money for a gene therapy that could treat son Finn’s Hunter syndrome.

          शहतूत बांध            

  अवस्थित –अफगानिस्तान.           

  विशेष तथ्य-                              

 1.भारत के सहयोग से बनने वाली यह एक पेयजल परियोजना है इसकी सहायता से काबुल शहर में पेयजल की आपूर्ति की जाएगी.                                     

 2 यह परियोजना काबुल नदी की सहायक नदी मैदान  पर बनाई जा रही है गौरतलब है कि भारत द्वारा अफगानिस्तान में बनने वाली यह दूसरी परियोजना है इससे पूर्व दोनों देशों की मित्रता का प्रतीक सलमा बांध बनाया जा चुका है।

विश्व दलहन दिवस 2021 

सन्दर्भ

10 फरवरी दालों के पोषण मूल्यों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 10 फरवरी को विश्व दलहन दिवस मनाया जाता है ।

 इस वर्ष की थीम –  ” लव पल्स- स्वस्थ आहार और ग्रह के लिए ” है । 

तथ्य

  • P संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2019 में 10 फरवरी को विश्व दलहन दिवस के रूप में अपनाया था ।
  • बुर्किना फासो ने इस दिन को संयुक्त राष्ट्र महासभा में प्रस्तावित किया था । 
  • संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2016 को अंतर्राष्ट्रीय दलहन वर्ष घोषित किया था । 
  • विश्व दलहन दिवस सतत विकास लक्ष्य 2 ” भूख की समाप्ति ” का हिस्सा है । 

      दलहन 

  • यह प्रोटीन का एक समृद्ध स्रोत है और स्वस्थ आहार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है । 
  •  भारत दलहन फसलों का सबसे बड़ा उत्पादक है , इसके बाद कनाडा है । 
  •  मध्य प्रदेश भारत में दलहन का सबसे बड़ा उत्पादक है ।

2040 तक भारत की ऊर्जा मांग 

चर्चा में क्यों

भारत ऊर्जा आउटलुक 2021 के अनुसार , 2040 तक भारत की ऊर्जा मांग में वृद्धि दुनिया में सबसे बडी होगी । 

  • भारत ऊर्जा आउटलुक 2021 के अनुसार , 2019 और 2030 के बीच भारत की ऊर्जा मांग में लगभग 25 % की वृद्धि का अनुमान है और भारत की ऊर्जा खपत 2040 तक लगभग दोगुनी हो जाएगी । 
  • आईईए ने यह कहा है कि 2030 तक तेल आयात पर भारत की निर्भरता 90 % तक बढ़ने का अनुमान है ।
  •  वर्तमान में , भारत चीन के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा नेट तेल आयातक है और दुनिया का चौथा सबसे बड़ा तरलीकृत प्राकृतिक गैस आयातक है ।

 ब्लूमबर्ग इनोवेशन इंडेक्स 

चर्चा में क्यों

  • नवीनतम ब्लूमबर्ग इनोवेशन इंडेक्स में दक्षिण कोरिया को पहली रैंक मिली ।
  •  नवीनतम ब्लूमबर्ग इनोवेशन इंडेक्स में सिंगापुर और स्विट्जरलैंड को दूसरी और तीसरी रैंक मिली । 
  • सूचकांक में जर्मनी की रैंक चौथे स्थान पर रही ।
  •  ब्लूमबर्ग इनोवेशन इंडेक्स 2020 में जर्मनी को पहले स्थान पर रखा गया था ।
  •  ब्लूमबर्ग इनोवेशन इंडेक्स 2021 में शीर्ष 10 रैंक हासिल करने वाली अर्थव्यवस्थाओं में अमेरिका शामिल नहीं है । 
  • ब्लूमबर्ग इनोवेशन इंडेक्स 2021 में चीन 16 वें स्थान पर है । 
  • चीन के रैंक में एक स्थान की गिरावट आई है । 
  • ब्लूमबर्ग इनोवेशन इंडेक्स 2021 में भारत की रैंक में सुधार हुआ है । 
  • यह 2016 के बाद पहली बार शीर्ष 50 में आया है । उरुग्वे ने पहली बार ब्लूमबर्ग इनोवेशन इंडेक्स में प्रवेश किया । 
  • ब्लूमबर्ग इनोवेशन इंडेक्स सालाना जारी किया जाता है ।

 टीम रूद्रा

मुख्य मेंटर – वीरेेस वर्मा (T.O-2016 pcs ) 

अभिनव आनंद (डायट प्रवक्ता) 

डॉ० संत लाल (अस्सिटेंट प्रोफेसर-भूगोल विभाग साकेत पीजी कॉलेज अयोघ्या 

अनिल वर्मा (अस्सिटेंट प्रोफेसर) 

योगराज पटेल (VDO)- 

अभिषेक कुमार वर्मा (प्रतियोगी)

प्रशांत यादव – प्रतियोगी – 

कृष्ण कुमार (kvs -t ) 

अमर पाल वर्मा (kvs-t ,रिसर्च स्कॉलर)

 मेंस विजन – आनंद यादव (प्रतियोगी ,रिसर्च स्कॉलर)

प्रिलिम्स फैक्ट विशेष सहयोग- एम .ए भूगोल विभाग (मर्यादा पुरुषोत्तम डिग्री कॉलेज मऊ) ।

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