देशभक्ति बजट पेश
सन्दर्भ
दिल्ली सरकार ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए 69,000 करोड़ रुपये का बजट पेश किया है । स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देने के लिए ” देशभक्ति ” के विषय पर बजट रखा गया है ।
तथ्य
- उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने लगातार सातवीं बार बजट पेश किया है ।
- दिल्ली सरकार ने 12 मार्च से भारत की आजादी के 75 साल मनाने की घोषणा की है ।
- बजट का विवरण : वित्त वर्ष 2021-22 के बजट में , शिक्षा क्षेत्र के लिए 16,377 करोड़ रुपये और स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए 9,934 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया ।
- निशुल्क कोविड वैक्सीन योजना के लिए 50 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं ।
- दिल्ली सरकार ने अपने अस्पताल में मुफ्त कोविड -19 वैक्सीन प्रदान करने की भी घोषणा की ।
- दिल्ली सरकार ने 2047 तक दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय को सिंगापुर के बराबर करने का लक्ष्य रखा है ।
- दिल्ली सरकार ने विभिन्न स्थानों पर ” महिला मोहल्ला क्लीनिक ” खोलने की भी घोषणा की है ।
- दिल्ली में 100 से अधिक विशिष्ट स्कूल ऑफ एक्सीलेंस और एक वर्चुअल मॉडल स्कूल स्थापित किया जाएगा ।
- बजट में दिल्ली में एक सैनिक स्कूल स्थापित करने का भी प्रस्ताव है ।
- वित्त वर्ष 2021-22 के बजट ने दिल्ली जल बोर्ड को 3,274 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं ।
सिंथेटिक एपर्चर रडार विकसित
सन्दर्भ
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने नासा के साथ मिलकर उच्च गुणवत्ता वाली तस्वीरें लेने के लिए एक सिंथेटिक एपर्चर रडार विकसित किया है ।
तथ्य
- इसे पृथ्वी अवलोकन उपग्रह मिशन ‘ निसार ‘ के लिए विकसित किया गया है ।
- नासा – इसरो सिंथेटिक एपर्चर रडार ( निसार ) भारत और अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसियों का एक संयुक्त पृथ्वी अवलोकन उपग्रह मिशन है ।
- यह पहला उपग्रह है जो पृथ्वी अवलोकन के लिए दोहरी आवृत्ति एल और एस – बैंड एसएआर का उपयोग कर रहा है ।
- सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से इसरो के भू – तुल्यकाली उपग्रह प्रक्षेपण वाहन ( जी.एस.एल.वी. ) द्वारा 2022 में ‘ निसार ‘ को लॉन्च किया जाएगा ।
- नासा मिशन के लिए एल – बैंड सिंथेटिक एपर्चर रडार प्रदान कर रहा है जबकि इसरो एस – बैंड रडार प्रदान कर रहा है ।
- तीन साल के मिशन में , निसार हर 12 दिनों में पृथ्वी की सतह और बर्फ से ढकी सतहों का निरीक्षण करेगा ।
- औसतन , यह हर छह दिन में पृथ्वी के नमूने लेगा ।
नासा
- यह अमेरिकी संघीय सरकार की एक स्वतंत्र एजेंसी है ।
- यह अमेरिका के अंतरिक्ष कार्यक्रम के नियमन के लिए जिम्मेदार है ।
- मुख्यालय : वाशिंगटन डी.सी
इशरो
- यह भारत सरकार की अंतरिक्ष एजेंसी है
- जिसकी स्थापना विक्रम साराभाई ने 1969 में की थी ।
- मुख्यालय : बेंगलुरु वर्तमान निदेशक : के सिवान
मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा
सन्दर्भ
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है । उन्होंने राज्यपाल बेबी रानी मौर्य को अपना इस्तीफा सौंप दिया है ।
तथ्य
- उन्हें 2017 में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त किया गया था ।
- वह 18 मार्च को अपने चार साल पूरे करने वाले थे ।
- नारायण दत्त तिवारी उत्तराखंड के एकमात्र मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा किया है ।
- श्री तीरथ सिंह रावत को राज्य का नया मुख्यमंत्री घोषित किया गया है ।
- मुख्यमंत्री
- मुख्यमंत्री किसी राज्य की सरकार का निर्वाचित प्रमुख होता है ।
- अनुच्छेद 164 में कहा गया है कि मुख्यमंत्री को राज्यपाल द्वारा नियुक्त किया जाएगा और अन्य मंत्रियों को मुख्यमंत्री की सलाह पर नियुक्त किया जाएगा ।
- वह राज्यपाल को अन्य मंत्रियों की नियुक्ति के बारे में सलाह देता है और उनके लिए विभाग तय करता है ।
- किसी राज्य का मुख्यमंत्री राज्यपाल को अपना इस्तीफा दे सकता है।
यूनेस्को द्वारा ‘ विश्व धरोहर स्थलों की घोषणा
संदर्भ
संस्कृति मंत्रालय द्वारा सूचित किया गया है कि ‘ धोलावीरा : एक हड़प्पाकालीन नगर ‘ को वर्ष 2019-2020 में ‘ विश्व धरोहर स्थल ‘ में शामिल किए जाने हेतु नामांकन के लिए प्रस्तावित किया गया है ।
प्रमुख बिन्दु
- ‘ शांतिनिकेतन , भारत ‘ तथा ‘ होयसल के मंदिर समूहों ‘ को वर्ष 2021-22 में ‘ विश्व धरोहर स्थल ‘ में शामिल करने हेतु नामांकन दस्तावेज यूनेस्को के लिए भेजे गए हैं ।
- वर्तमान में , भारत में 38 विश्व विरासत संपत्तियां हैं ।
- इसके अलावा , भारत में 42 स्थलों को ‘ संभावित सूची ‘ में सूचीबद्ध किया गया हैं जोकि ‘ विश्व विरासत स्थल ‘ में शामिल होने के लिए एक पूर्व शर्त होती है ।
विश्व विरासत स्थल ‘ क्या है ?
- विश्व धरोहर स्थल ‘ ‘ विश्व विरासत स्थल ‘ ( World Heritage site ) , को अंतर्राष्ट्रीय महत्व के तथा विशेष सुरक्षा की आवश्यकता वाले प्राकृतिक अथवा मानव निर्मित क्षेत्रों या संरचनाओं के रूप में वर्गीकृत किया जाता है ।
- . इन स्थलों को ‘ संयुक्त राष्ट्र ‘ ( UN ) तथा संयुक्त राष्ट्र शैक्षणिक वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन ( UNESCO ) द्वारा आधिकारिक तौर पर मान्यता प्राप्त होती है ।
- यूनेस्को , विश्व धरोहर के रूप में वर्गीकृत स्थलों को मानवता के लिए महत्वपूर्ण मानता हैं , क्योंकि इन स्थलों का सांस्कृतिक और भौतिक महत्व होता है ।
प्रमुख तथ्य
- विश्व धरोहर स्थलों की सूची , यूनेस्को की ‘ विश्व विरासत समिति ‘ द्वारा प्रशासित ‘ अंतर्राष्ट्रीय विश्व धरोहर कार्यक्रम ‘ द्वारा तैयार की जाती है ।
- इस समिति में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा निर्वाचित यूनेस्को के 21 सदस्य देश होते है ।
- प्रत्येक विश्व धरोहर स्थल , जहाँ वह अवस्थित होता है।
- उस देश के वैधानिक क्षेत्र का भाग रहता है तथा यूनेस्को द्वारा इसके संरक्षण को अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के हित में माना जाता है ।
- किसी स्थल को पहले से ही भौगोलिक एवं ऐतिहासिक रूप से विशिष्ट , सांस्कृतिक या भौतिक महत्व वाले स्थल के रूप में अद्वितीय , विशिष्ट स्थल चिह्न अथवा प्रतीक के रूप में वर्गीकृत होना चाहिए ।
सीआईएसएफ स्थापना दिवस
सन्दर्भ
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ( सीआईएसएफ ) स्थापना दिवस प्रत्येक वर्ष 10 मार्च को होता है और इस वर्ष यह 52 वाँ सीआईएसएफ स्थापना दिवस है ।
तथ्य
- 10 मार्च 2019 को , सीआईएसएफ का 50 वां स्थापना दिवस गाजियाबाद में मनाया गया और पीएम मोदी समारोह में शामिल हुए थे ।
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ( सीआईएसएफ )
- यह भारत में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में से एक है ।
- इसकी स्थापना 10 मार्च 1969 को संसद के एक अधिनियम के तहत की गई थी ।
- यह गृह मंत्रालय के अधीन काम करता है ।
- वर्तमान में , यह भारत में 300 औद्योगिक इकाइयों , सरकारी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं और प्रतिष्ठानों को सुरक्षा प्रदान करता है ।
- इसके वर्तमान महानिदेशक सुबोध कुमार जायसवाल हैं ।
- इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है ।
- इसका आदर्श – वाक्य ‘ संरक्षण एवं सुरक्षा ‘ है ।
टीम रूद्रा
मुख्य मेंटर – वीरेेस वर्मा (T.O-2016 pcs )
अभिनव आनंद (डायट प्रवक्ता)
डॉ० संत लाल (अस्सिटेंट प्रोफेसर-भूगोल विभाग साकेत पीजी कॉलेज अयोघ्या
अनिल वर्मा (अस्सिटेंट प्रोफेसर)
योगराज पटेल (VDO)-
अभिषेक कुमार वर्मा (प्रतियोगी)
प्रशांत यादव – प्रतियोगी –
कृष्ण कुमार (kvs -t )
अमर पाल वर्मा (kvs-t ,रिसर्च स्कॉलर)
मेंस विजन – आनंद यादव (प्रतियोगी ,रिसर्च स्कॉलर)
प्रिलिम्स फैक्ट विशेष सहयोग- एम .ए भूगोल विभाग (मर्यादा पुरुषोत्तम डिग्री कॉलेज मऊ) ।