चीन से बढ़ता आयात
संदर्भ
चीन के जनरल एडमिनिस्ट्रेशन आफ कस्टम के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार,भारत के सबसे बड़े व्यापार भागीदारी देश चीन के साथ जून और जुलाई माह के बाद भारत में चीन से आयातित वस्तुओं में वृद्धि हो रही है।
प्रमुख बिंदु
- लॉकडाउन के कारण जहां चीन से भारत का आयात अप्रैल और मई में 3.2 बिलियन अमेरिकी डालर के रिकॉर्ड स्तर तक गिर गया था वही जून और जुलाई माह में क्रमशः 4.8 बिलियन और 5.6 बिलियन अमेरिकी डालर पर वापस आ गया है।
- मुख्य रूप से चिकित्सा उपकरण, चीनी मोबाइल फोन एवं इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स के आयात में वृद्धि देखने को मिली है।
- जहां 2020 के 7 महीनों के लिए,चीन से भारत का आयात 32.2 बिलियन अमेरिकी डालर तक पहुंच गया वहीं दोनों देशों के बीच दो तरफा व्यापार 43. 37 बिलियन अमेरिकी डालर के साथ चीन के पक्ष में है।
स्थानीय उद्यमियों का समर्थन करने हेतु पहल
1- अमेजन कारीगर स्टोर – शुरुआत – 7 अगस्त 2019 को
उद्देश्य – भारतीय बुनकरों एवं कारीगरों को ग्राहकों के लिए मेड इन इंडिया उत्पादों के प्रदर्शन के लिए सक्षम करेगा तथा भारत की हस्तशिल्प विरासत को प्रमुखता देगा।
2- सहेली कार्यक्रम – नवंबर 2017 में अमेजन द्वारा भारतीय महिला उद्यमियों को सशक्त बनाने तथा देश भर में अपने उत्पादों को बेचने के उद्देश्य से शुरू किया गया
3- अमेज़न लांच पैड
महत्व
- भारत एवं चीन के मध्य महामारी और बढ़ते तनाव को ध्यान में रखते हुए, स्थानीय बाजार को बढ़ावा देना तथा अर्थव्यवस्था की आयात पर निर्भरता को कम करना।
- स्थानीय उद्यमियों को बढ़ावा देने से, उनके पेशे और अधिक लाभदायक होंगे जो उन्हें बेहतर जीवन जीने में सक्षम बनाता है।
- कम आयात और मजबूत टिकाऊ घरेलू बाजार से देश को लाभ होगा जिससे अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।
जम्मू कश्मीर में परीक्षण के आधार पर इंटरनेट बहाली
संदर्भ
- सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित समिति ने परीक्षण के आधार पर विशिष्ट सीमित क्षेत्र में उच्च गति के इंटरनेट शुरू करने की सिफारिश की।
- उल्लेखनीय है कि अनुच्छेद – 370 ( 5 अगस्त 2019) के हटाने के कारण उपद्रव की आशंका को ध्यान में रखते हुए इंटरनेट को बंद कर दिया गया था।
- 19 (1) a के अंतर्गत इंटरनेट तक पहुंच एक मौलिक अधिकार है।
इंटरनेट शटडाउन- पक्ष
- हिंसक घटनाएं होने की संभावना
- धार्मिक टकराव
इंटरनेट शटडाउन- विपक्ष
- अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का खतरा
- आर्थिक नुकसान
- ऑनलाइन शिक्षा प्रभावित
औद्योगिक उत्पादन सूचकांक में गिरावट
संदर्भ – गिरावट की दर कम होने से विनिर्माण के सामान्यीकरण के संकेत।
महत्वपूर्ण तथ्य
- NSO द्वारा मासिक आधार पर
- 2011-12 आधार वर्ष
- वित्त मंत्रालय एवं RBI व निजी फर्मों द्वारा इन आंकड़ों का उपयोग।
सौर कलंक सिद्धांत – कारण एवं प्रभाव
चर्चा में
NASA की सोलर डायनामिक्स ऑब्जर्वेटरी (SDO) के अनुसार सौर कलंक चक्र का 25वां चक्र वर्तमान में चल रहा है जिसे सौर कलंक समूह -AR – 2770 नाम दिया गया है।
सौर कलंक
- फोटो स्फीयर में स्थित ऐसे क्षेत्र जहां का तापमान कम व चुंबकीय क्षेत्र अधिक होता है।
- तापमान बढ़ने पर चुंबकीय क्षेत्र घटता है।
- सौर कलंक चक्र की अवधि सामान्यतः 11 वर्ष की होती है। वर्तमान सौर चक्र की शुरुआत 2008 में हुई जो कि वर्तमान में सौर हतस ( solar minimum) के दौर में है।
- Solar minimum की स्थिति में सोलर फ्लेयर की संख्या में कमी।
सौर कलंक से जुड़ी अन्य घटनाएं
- कोरोनल मास इंजेक्शन का संबंध कोरोना से चुंबकीय क्षेत्र व प्लाज्मा का विस्फोट है।
- माउंडर मिनिमम – solar minimum की दीर्घकालीन शीतकाल की स्थिति को माउंडल मिनिमम कहते है।
- माउंडर मिनिमम की स्थिति में वायुमंडल का शीतलन हो जाता है।
भारत-नेपाल वार्ता
- भारत और नेपाल के राजदूत काठमांडू में जल्द ही मुलाकात कर सकते हैं, जिसका उद्देश्य भारतीय वित्त पोषण से संचालित परियोजनाओं की समीक्षा करना है। यह बैठक भारत नेपाल ओवर साइट मैकेनिज्म (NOM) के तहत होगी, जिसकी स्थापना वर्ष 2016 में चालू द्विपक्षीय आर्थिक परियोजनाओं की समीक्षा के लिए की गई थी।
- भारत द्वारा नेपाल में संचालित परियोजनाओं के लिए 800 करोड रुपए का आवंटन किया है। साथ ही भूकंप के पश्चात पुनर्निर्माण कार्य, रेलवे लाइन, एक पॉलिटेक्निक कॉलेज, पुलिस प्रशिक्षण अकादमी, एक तेल पाइपलाइन, पशुपतिनाथ मंदिर में स्वच्छता सुविधा निर्माण केंद्र व सीमा चेकपोस्ट निर्माण कार्य चल रहा है।
- भारत-नेपाल संबंध इस समय सबसे खराब दौर से गुजर रहा है ऐसे समय यह बैठक काफी महत्वपूर्ण है।
- भारत-नेपाल संबंध मे तनाव की शुरुआत जम्मू कश्मीर राज्य में 370 समापन के दौरान भारत सरकार द्वारा नया नक्शा जारी किया गया था तथा उस नक्शे पर नेपाल ने आपत्ति जताई थी। इससे पूर्व ही चीन के BRI प्रोजेक्ट पर नेपाल हस्ताक्षर किया था। इसे नेपाल का चीन की तरफ झुकाव के रूप में देखा गया था।
- हाल ही में भारत द्वारा कैलाश-मानसरोवर यात्रा के लिए लिपुलेख को जोड़ने वाले एक सड़क का उद्घाटन किया। इसपर नेपाल ने कड़ी आपत्ति जताते हुए उस मार्ग को नेपाल का हिस्सा बताते हुए खुद का एक मैप जारी किया जिसमें लिंपियाधुरी, कालापानी व लिपुलेख को नेपाल का हिस्सा दिखाया गया है।
पैतृक संपत्ति में हिंदू महिलाओं के अधिकार के संबंध में सुप्रीम कोर्ट का निर्णय
- हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक निर्णय में कहा है कि महिलाओं को पैतृक संपत्ति में जन्मजात अधिकार है भले ही उसका पिता जीवित ना हो। यह आदेश माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा 2005 में ‘हिंदू उत्तराधिकार अधिनियम 1956’ की धारा 6 में संशोधन कर बेटियों को पैतृक संपत्ति में समान अधिकार दिया था।
- हिंदू उत्तराधिकार अधिनियम 1956 में पैतृक संपत्ति पर उत्तराधिकार के संबंध में सिर्फ पुरुषों को मान्यता दी गई थी।
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं लॉकडाउन
चर्चा का कारण
- प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना पॉलिसी ब्रिफ (8) पीएमजेएवाई अंडर लॉकडाउन : एविडेंस ऑन यूटिलाइजेशन ट्रेंड के अनुसार, देशभर में लॉकडाउन के कारण प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का लाभ उठाने वाले मरीजों की देखभाल पर नकारात्मक प्रभाव देखने को मिला है।
प्रमुख बिंदु
- यह विश्लेषण प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना ट्रांजैक्शन मैनेजमेंट सिस्टम से लिए गए आंकड़ों पर आधारित है।
- इस प्रक्रिया में नियोजित सर्जरी में 90% की कमी जबकि हेमोडायलिसिस में केवल 20% कमी देखी गई है।
- लॉकडाउन के 10 सप्ताह के दौरान औसत साप्ताहिक दावा परिणाम लाकडाउन से पहले 18 सप्ताह के साप्ताहिक औसत से 51% कम रहा है।
- योजना के लाभार्थियों की संख्या में असम में सबसे अधिक कमी (75%) देखी गई।
- बच्चों के जन्म तथा ऑंन्कोलॉजी के लिए अस्पतालों में भर्ती होने वालों की संख्या में महत्वपूर्ण कमी देखी गई है।
आपूर्ति पक्ष
- अस्पतालों को कोविड-19 महामारी के लिए पहले से ही तैयार किया गया है जिसके चलते Non कोविड-19 मामलों के लिए अस्पतालों में कम चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध रही।
- निजी अस्पतालों द्वारा इस भय से कि स्वास्थ्य कर्मियों के बीच संक्रमण न फैल जाए जिसके कारण सेवाओं को कम किया गया।
मांग पक्ष
- किसी अस्पताल से संक्रमण के डर से PMJAY लाभार्थियों को देरी या उपचार में देरी हो सकती है।
- आर्थिक संकट देखभाल की मांग से संबंधित वित्तीय विचारों को प्रभावित कर सकता है।
विद्यार्थी उद्यमिता कार्यक्रम 2.0 (SEP 2.0)
- हाल ही में “अटल नवाचार मिशन (AIM)” तथा “नीति आयोग”द्वारा डेल टेक्नोलॉजी के साथ भागीदारी में अटल टिंकरिंग लैब (ATL) के युवा अन्वेषकों के लिए SEP 2.0 का आरंभ किया गया है।
महत्व
- SEP 2.0 से विद्यार्थी अन्वेषको को डेल के कर्मचारियों के साथ मिलकर काम करने का मौका मिलेगा।
- विद्यार्थी अन्वेषकों को संरक्षण प्रोटोटाइपिंग और परीक्षण सहयोग, अंतिम उपभोक्ता फीडबैक, विचारों प्रक्रिया और उत्पादों का संरक्षण हासिल करने बौद्धिक संपदा पंजीकरण, विनिर्माण सहयोग तथा उत्पाद को बाजार में लांच करने में सहयोग हासिल होगा।
SEP 2.0 के बारे में
- शुरुआत जनवरी 2019
- एक देशव्यापी-ATL मैराथन के शीर्ष छह दलों को नवीन प्रोटोटाइप्स को पूरी तरह कार्यशील उत्पादों में परिवर्तित करने का मौका मिला जो अब बाजार में उपलब्ध हैं।
- विद्यार्थियों ने सामुदायिक चुनौतियों की पहचान की और नवाचार व समाधान तैयार किए गए हैं।
स्पेस एक्स का SN5 स्टारफिश प्रोटोटाइप (SpaceX’s SN5 starship prototypes)
- यह स्पेसएक्स के बिना चालक दल वाले “मार्स शिप” का एक प्रोटोटाइप है।
- या एक stainless-steel परीक्षण है।
- यह स्टारशिप अंतरिक्ष यान का एक हिस्सा है।
NOTE
- हाल ही में इस प्रोटोटाइप द्वारा अपनी पहली परीक्षण उड़ान पुरी की। 60 सेकंड तक 500 फीट से अधिक ऊंचाई तक सफलतापूर्वक उड़ान भरी।
स्टारशिप क्या है?
- स्पेस एक्स द्वारा डिजाइन, स्टरशिप एक अंतरिक्षयान तथा “सुपर-हैवी बूस्टर राकेट” है। जिसे पृथ्वी की कक्षाओं, चंद्रमा और मंगल ग्रह पर चालक दलो और आवश्यक वस्तुओं को पहुंचाने के लिए “पुनः प्रायोज्य परिवहन प्रणाली” के रूप में विकसित किया जा रहा है।
- इसको विश्व की सबसे शक्तिशाली प्रक्षेपण वाहन माना जा रहा है (100 मीट्रिक टन से अधिक भार ले जाने में सक्षम)
- अंतरग्रहीय अभियानों के लिए डिजाइन किया गया है।
स्टारशिप की क्षमता
- मंगल ग्रह के वायुमंडल में 7.5km/sec की गति से प्रवेश करने में सक्षम
- उपग्रह को फाल्कन प्रक्षेपण वाहन की तुलना में काफी कम लागत तथा अधिक दूरी तक प्रक्षेपित कर सकता है।
स्ट्रिआनास्सा लेराई (Strianassa Lerayi)
संदर्भ
- झींगा की एक नई प्रजाति है, जिसे प्रशांत महासागर में पनामा के “कोइबा नेशनल पार्क” में स्मिथसोनियन ट्रॉपिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट (STRI) के समुद्री जीव विज्ञानियों द्वारा खोजा गया।
- यह “लाओमेडीडाए” (Laomediidae) परिवार से संबंधित है।
NOTE
- कोइबा नेशनल पार्क में झींगा की अन्य प्रजातियां
1- “यूनिस्कोनिया कोइबेंसिस” (Unesconia Coebensis) जिसका जीनस यूनिस्कोनिया, UNESCO से लिया गया है।
2- पचेलफेअस पाच्याकैंथस (Pachelpheus Paclyacanthus)
3- ट्राईकैंथोनस ब्लैंका (Triacanthoneus Blanca)
कोइबा नेशनल पार्क
- 2005 में विश्व विरासत स्थल घोषित
- चिरिकुई की खाड़ी में अवस्थित पनामा के प्रशांत महासागरीय तट से दूर एक समुद्री रिजर्व है।
- यह 38 द्वीपों का एक समूह है जो मध्य अमेरिका का सबसे बड़ा द्वीप है।
- पनामा ने 1992 में कोइबा नेशनल पार्क बनाया था जिसमें 1042 वर्ग मील में वन, मैंग्रोव, प्रवाल भित्तिया शामिल है।
सेरेस (Ceres)
संदर्भ
- हाल ही में वैज्ञानिको ने कहा है कि सेरेस जो मंगल एवं बृहस्पति ग्रह के बीच छुद्र ग्रह की बेल्ट में सबसे बड़ा पिंड है, एक “महासागरीय दुनिया” है जिसमें इसकी सतह के नीचे नमकीन पानी का एक बड़ा भंडार है।
Important facts
- सेरेस एक बौना ग्रह है।
- यह नई जानकारी NASA के डॉन अंतरिक्षयान द्वारा प्राप्त आंकड़ों से प्रदान की गई है।
- डॉन अंतरिक्षयान ने 2018 में सेरेस की सतह का अध्ययन किया था।
- सेरेस का व्यास लगभग 590 मील (950 किलोमीटर) है।
Team rudra
Abhishek Kumar Verma
Amarpal Verma
Krishna
Yograj Patel
anil Kumar Verma
Rajeev Kumar Pandey
Prashant Yadav
Dr.Sant lal
Sujata Singh
Geography team mppg college ratanpura mau
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- Saty Prakash Gupta
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