CHIME टेलीस्कोप द्वार अभूतपूर्व परिणाम
चर्चा में क्यों
हाल ही में, ‘कैनेडियन हाइड्रोजन इंटेंसिटी मैपिंग एक्सपेरिमेंट’ (Canadian Hydrogen Intensity Mapping Experiment- CHIME) के सहयोग से वैज्ञानिकों ने टेलीस्कोप के पहले FRB कैटलॉग में ‘तीव्र रेडियो प्रस्फोटों’ (Fast Radio Bursts – FRBs) का सबसे बड़ा संग्रह एकत्रित किया है।
इसका महत्व:
रेडियो खगोल विज्ञान के क्षेत्र में एक ‘तीव्र रेडियो प्रस्फोटों’ (FRBs) को देख पाना एक दुर्लभ घटना माना जाता है। रेडियो खगोलविदों ने ‘तीव्र रेडियो प्रस्फोट’ को पहली बार वर्ष 2007 में देखा था, इसके बाद, CHIME प्रोजेक्ट से पहले, वैज्ञानिकों द्वारा अपने टेलीस्कोप में लगभग 140 ‘तीव्र रेडियो प्रस्फोटों’ (FRBs) को ही देखा जा सका था।
तीव्र रेडियो प्रस्फोट’ क्या होते हैं?
- एफआरबी, विद्युत चुम्बकीय स्पेक्ट्रम के रेडियो बैंड में प्रकट होने वाली प्रकाश की अजीब तरह से चमकीली दीप्ति होती है, जो केवल कुछ मिलीसेकंड के लिए प्रदीप्ति होती है, फिर बिना किसी निशान छोड़े गायब हो जाती है।
2.ये संक्षिप्त और रहस्यमयी प्रकाश-दीप्तियाँ, ब्रह्मांड के विभिन्न और दूरस्थ हिस्सों के साथ-साथ हमारी अपनी आकाशगंगा में भी देखे जाती हैं। - इनकी उत्पत्ति के बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं है और उनका प्रकटन अत्यधिक अप्रत्याशित है। CHIME प्रोजेक्ट के बारे में:
1.यह ब्रिटिश कोलंबिया, कनाडा में स्थित एक विशाल स्थैतिक रेडियो दूरबीन है।
2.पृथ्वी के परिघूर्णन के दौरान यह दूरबीन, आकाश के आधे भाग से प्रतिदिन रेडियो संकेत प्राप्त करती है।
3.इस दूरबीन का कोई भी हिस्सा चलायमान नहीं है और यह, पृथ्वी के चक्कर काटने पर, हर दिन आकाश के आधे भाग का अवलोकन करती रहती है।
4.CHIME प्रोजेक्ट में, ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्यालय, मैकगिल विश्वविद्यालय, टोरंटो विश्वविद्यालय और कनाडाई राष्ट्रीय अनुसंधान परिषद की ‘डोमिनियन रेडियो एस्ट्रोफिजिकल ऑब्जर्वेटरी’ की भागीदारी है।
भारत का इथेनॉल रोड मैप
चर्चा में क्यों
इस रोड मैप के तहत अप्रैल 2022 तक EIO ईंधन की आपूर्ति के लिए इथेनॉल मिश्रित इंधन के चरणबद्ध रोल आउट और अप्रैल 2023 से अप्रैल 2025 तक पेट्रोल (जिसे E20 भी कहा जाता है।) में 20% एथेनॉल मिश्रण का लक्ष्य निर्धारित किया है।
• वर्तमान में भारत में पेट्रोल के साथ 8.5% एथेनॉल मिश्रित किया जाता है।
उद्देश्य
ऊर्जा सुरक्षा – तेल आयात को कम करने में मदद मिलेगी। वर्ष 2020-21 में भारत की आयात लागत 555 बिलियन अमेरिकी डालर है।
• E20 कार्यक्रम देश के लिए 4 बिलियन अमेरिकी डॉलर ( 30,000 करोड़) बचा सकता है।
किसानों के प्रोत्साहन
- तेल कंपनीया एथेनाल किसानों से खरीदती है जिससे गन्ना किसानों को फायदा होता है।
- इसके अलावा सरकार की योजना पानी बचाने वाली फसलों जैसे कि मक्का आदि को इथेनाल का उत्पादन करने और गैर खाद्य फीडस्टाक से इथेनॉल के उत्पादन को प्रोत्साहित करने की है।
उत्सर्जन पर प्रभाव
• इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल से कार्बन मोनोऑक्साइड (Co) हाइड्रोकार्बन और नाइट्रोजन ऑक्साइड के उत्सर्जन में कमी आती है।
इस संबंध में शुरू की गई अन्य पहले
- E100 पायलट प्रोजेक्ट
- प्रधानमंत्री जी-वन योजना 2019
- गोबर – धन योजना
- रिपर्पज यूज्ड कुकिंग आयल ( purpose used cooking oil – RUCO)
घड़ीयालों का संरक्षण : महानदी
चर्चा में क्यों
हाल ही में ओड़ीशा ने महानदी बेसिन में घड़ीयालों के संरक्षण के लिए ₹1000 के नगद पुरस्कार की घोषणा की ।
घड़ियाल के बारे में
• सरसृपों के एक समूह जिसमें मगरमच्छ, घड़ियाल , कैमन आदि शामिल हैं। इनमें से घड़ियाल जिसे गेवियल ( Gavials) भी कहा जाता है, एक प्रकार का लंबे, पतले ,थूथनो के कारण अलग आकृति वाला एशियाई मगरमच्छ है।
भारत में मगरमच्छ की तीन प्रजातियां ।
1- घड़ियाल ( गेवियलिस गैगेटिकस)
• IUCN रेड लिस्ट
• गंभीर रूप से संकटग्रस्त।
2- मगरमच्छ ( crocodile Palustris ) – IUCN सुभेद्य
3- खारे पानी का मगरमच्छ ( crocodilus Porous) IUCN – कम चिंतनीय
• तीनों को CITES के परिशिष्ट I और वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 की अनुसूची 1 में सूचीबद्ध किया गया है।
नोट – ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया और पापुआ न्यू गिनी के खारे पानी वाले मगरमच्छ आबादी को CITES के परिशिष्ट – II में शामिल किया गया है।
महत्व
• घड़ियाल की आबादी नदी के स्वच्छ पानी का अच्छा संकेतक है।
संरक्षण
• कुकरैल घड़ियाल पुनर्वास व प्रजनन केंद्र – लखनऊ
• राष्ट्रीय चंबल अभयारण्य ( घड़ियाल इकोपार्क) – M.P.
जोखिम
• नदी प्रदूषण में वृद्धि, बांध निर्माण, बड़े पैमाने पर मछली पकड़ना और बाढ़।
• अवैध खनन व शिकार।
महानदी नदी
• उड़ीसा राज्य की सबसे बड़ी प्रायद्वीपीय भारत की तीसरी सबसे बड़ी नदी है, जिसका बेसिन उत्तर में मध्य भारत की पहाड़ियों, दक्षिण और पूर्व में पूर्वी घाट तथा पश्चिमी मैकाले पर्वत माला से घिरा।
उद्गम
• अमरकंटक के दक्षिण में छत्तीसगढ़ के बस्तर की पहाड़ियों में सिहावा के पास से निकलती हैं।
महानदी विवाद
• केंद्र सरकार ने वर्ष 2018 में महा नदी जल विवाद न्यायाधिकरण का गठन किया।
महानदी पर प्रमुख परियोजनाएं / बांध
• हीराकुंड बांध – भारत का सबसे लंबा।
• रविशंकर सागर, दुधवा जलाशय, सुंदर जलाशय, हसदेव बांगो और तांडूर अन्य प्रमुख परियोजनाएं हैं।
उच्च शिक्षा पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण रिपोर्ट – AISHE – 2019 -20
चर्चा में क्यों
हाल ही में केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने AISHE – 2019 -20 जारी करने की घोषणा की।
निष्कर्ष
- वर्ष 2015-16 से 2019-20 में छात्र नामांकन में 11.4% की वृद्धि हुई।
- भारत में सबसे अधिक नामांकन – उत्तर प्रदेश, तमिल नाडु, महाराष्ट्र।
- शंकल नामांकन अनुपात – (G.E.R) – में जीरो दशमलव 8% की मामूली वृद्धि।
- महिला नामांकन में 18% की वृद्धि।
लैंगिक समानता सूचकांक ( gender parity index – G.P.I.)
- वर्ष 2018-19 में 1.0 के मुकाबले वर्ष 2019- 20 मई 1.01 रहा जो उच्च शिक्षा में महिलाओं पहुंच में संकेत प्रदर्शित करता है।
उच्च शिक्षा में छात्र शिक्षक
- पुरुष शिक्षक – 57.5%
- महिला शिक्षक – 42.5%
- 2019-20 में छात्र शिक्षक अनुपात 26 है।
हाल की पहले
- राष्ट्रीय शिक्षा नीति – 2020
- अकादमी और अनुसंधान सहयोग संवर्धन योजना ।
- राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान।
- प्रधानमंत्री अनुसंधान अध्येयता योजना
टीम रूद्रा
मुख्य मेंटर – वीरेेस वर्मा (T.O-2016 pcs )
अभिनव आनंद (डायट प्रवक्ता)
डॉ० संत लाल (अस्सिटेंट प्रोफेसर-भूगोल विभाग साकेत पीजी कॉलेज अयोघ्या
अनिल वर्मा (अस्सिटेंट प्रोफेसर)
योगराज पटेल (VDO)-
अभिषेक कुमार वर्मा ( FSO , PCS- 2019 )
प्रशांत यादव – प्रतियोगी –
कृष्ण कुमार (kvs -t )
अमर पाल वर्मा (kvs-t ,रिसर्च स्कॉलर)
मेंस विजन – आनंद यादव (प्रतियोगी ,रिसर्च स्कॉलर)
अश्वनी सिंह – प्रतियोगी
प्रिलिम्स फैक्ट विशेष सहयोग- एम .ए भूगोल विभाग (मर्यादा पुरुषोत्तम डिग्री कॉलेज मऊ) ।