Current affairs 17 July 2020

Current affairs 17 July 2020

संयुक्त अरब अमीरात का पहला मंगल मिशन ‘होप’

  • इसे 16 जुलाई को जापान के तनेगाशिमा स्पेस सेंटर से प्रक्षेपित किया जाएगा।
  • इसका उद्देश्य, मानव-जाति के लिए ‘लाल ग्रह’ के वातावरण का पहला संपूर्ण प्रतिरूप तैयार करना है।
  • इस मिशन का आधिकारिक नाम ‘अमीरात मार्स मिशन’ (EMM) है, आर्बिटर को ‘होप’ (Hope) अथवा ‘अल अमाल’  (Al Amal) नाम दिया गया है।
  • होप प्रोब की मिशन-आयु एक ‘मंगल वर्ष’ (Martian year) है, जो पृथ्वी के लगभग 2 वर्षों के बराबर है।

चिपांग में पहल (Chiang Mai initiative- CMI)

  • यह 10 सदस्यों के मध्य एक बहुपक्षीय मुद्रा स्वैप व्यवस्था है।
  • जिसमें आसियान, पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना (हांगकांग सहित), जापान और दक्षिण कोरिया भी शामिल है।
  • इसे 2010 में शुरू किया गया था, जिसका उद्देश्य ‘क्षेत्रीय अल्पकालिक तरलता’ समस्याओं का प्रबंधन करने और IMF पर निर्भरता समाप्त करना है।

मिल्क टी अलायंस (Milk Tea Alliance)

  • इस शब्द का प्रयोग थाईलैंड,हांगकांग और ताइवान के सोशल मीडिया उपयोगकर्ता ऑनलाइन लोकतांत्रिक एकजुटता का प्रदर्शन करने तथा ताइवान एवं हांगकांग देशों की संप्रभुता का समर्थन करने के लिए कर रहे हैं।
  • यह आंदोलन सोशल मीडिया पर चीनी ट्रॉल्स तथा राष्ट्रवादी टिप्पणीकारो द्वारा अपमानजनक कमेंट्स के प्रत्युत्तर में उत्पन्न हुआ।

माउंट ब्लॉक पर्वत श्रृंखला 

  • यह इटली और फ्रांस के मध्य सीमा रेखा बनाती है।
  • हाल ही में, इस पर्वत श्रेणी के एक ग्लेशियर की पिघलने से, यहां पर पिछले 54 वर्षों से दफन भारतीय समाचार पत्रों को नष्ट कर दिया गया।
  • ये समाचार पत्र 24 जनवरी 1966 को दुर्घटनाग्रस्त हुए एयर इंडिया की उड़ान 101, बोइंग 707 विमान के अवशेषों में से थे।
  • इस दुर्घटना में 177 यात्रियों की मौत हो गई थी, इसमें भारत के परमाणु कार्यक्रम के जनक होमी जहांगीर भाभा भी शामिल थे।

माता नी पछेड़ी

  • हाल ही में गुजरात की टेक्सटाइल आर्टफार्म माता नी पछेड़ी को भौगोलिक संकेतक (GI) टैग हेतु आवेदन के लिए पंजीकृत किया।
  • वर्तमान में गुजरात के एक खानाबदोश वघारी समुदाय के कुछ ही लोग इस कला को जानने वाले बचे हैं।
  • वघारी समुदाय स्वयं को मात्रृ पूजा या देवीपूजक कहता है।

न्युमोकोकल पालीसैकेराइड कांजुगेट वैक्सीन

  • ड्रग कंट्रोलर जनरल आफ इंडिया ने पुणे स्थित सिरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा निमोनिया के लिए पहली पूरी तरह स्वदेशी तरीके से विकसित की गई इस वैक्सीन को मंजूरी दी।
  • यह वैक्सीन शिशुओं में स्ट्रेप्टोकोकस निमोनिया के कारण होने वाले आक्रामक रोग (Invasive Disease) एवं निमोनिया के खिलाफ सक्रिय टीकाकरण के लिए उपयोग की जाएगी।

मेलघाट टाइगर रिजर्व

  • हाल ही में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री द्वारा केंद्र सरकार से अनुरोध किया गया कि महाराष्ट्र के अमरावती जिले में मेलघाट टाइगर रिजर्व से गुजरने वाली रेलवे लाइन के प्रस्तावित उन्नयन के लिए एक वैकल्पिक संरेखण पर विचार किया जाए।
  • भारत सरकार ने वर्ष 1973-74 में पहले चरण के अंतर्गत देश भर में कुल 9 टाइगर रिजर्व स्थापित किए गए थे मेलघाट टाइगर रिजर्व इन में से एक था।

कोचीन पोर्ट का वल्लारपडम टर्मिनल

  • हाल ही में केंद्रीय पोत परिवहन राज्य मंत्री ने केरल के कोचीन (कोच्चि) बंदरगाह के वल्लारपडम टर्मिनल के विकास गतिविधियों की समीक्षा  की।
  • इसकी परिकल्पना भारत के पहले ट्रांस-शिपमेंट पोर्ट के रूप में की गई है जिसे डीपी वर्ल्ड (DP World) द्वारा प्रबंधित किया जाता है।

कोचीन (कोच्चि) बंदरगाह

  • कोचीन (कोच्चि) बंदरगाह केरल के मालाबार तट पर अवस्थित है।
  • यह बंदरगाह कोच्चि झील के दो द्वीपों (वेलिंगटन द्वीप एवं वल्लारपडम) पर स्थित है।

सक्रिय दवा सामग्री (API) पर TIFAC की रिपोर्ट

चर्चा में क्यों?

  • भारत सरकार के “विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (DST)” के अंतर्गत एक स्वायत्त संगठन “प्रौद्योगिकी सूचना पूर्वानुमान और मूल्यांकन परिषद (TIFAC)” द्वारा हाल ही में “सक्रिय दवा सामग्री” ( Active Pharmaceutical Ingredients-API) : “स्थिति, मुद्दे, प्रौद्योगिकी की तत्परता और चुनौतियां” शीर्षक से एक रिपोर्ट जारी की गई।

रिपोर्ट में दी गई प्रमुख अनुशंसाएं

  • चीन के साथ बढ़ते API आयात को कम करने तथा देश को दवा उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने के लिए TIFAC ने निम्नलिखित सिफारिशें की हैं।

1- इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी विकास का मुख्य ध्यान “व्यापक पैमाने पर उत्पादन” पर केंद्रित करना चाहिए।

2- API के संश्लेषण के लिए स्पष्ट लक्ष्य के साथ केमिकल इंजीनियरिंग में “मिशन मोड परियोजना” की आवश्यकता है।

3- “मेगा ड्रग मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर्स” बनाए जाने की आवश्यकता है।

4- फ्लोरिनेशन और अनुकूल लागत हेतु प्रक्रियागत चरणों को कम करते हुए जैव प्रौद्योगिकी के लिए “प्रौद्योगिकी मंच” का विकास करना

5- प्रौद्योगिकी विकास,त्वरित प्रौद्योगिकी हस्तांतरण तथा दवा उपयोग के व्यवसायीकरण के लिए अकादमिक/शिक्षा व्यवस्था और उद्योगों के मध्य बेहतर संपर्क की आवश्यकता है।

6- भारतीय API उद्योग को अधिकतम सफल बनाने के लिए जैव उत्प्रेरकों के माध्यम से ‘चिरल बिल्डिंग ब्लॉक’ के उत्पादन पर बल देने की आवश्यकता है क्योंकि अनेक एंटीवायरल दवाओं के उत्पादन में “न्यूक्लिक एसिड बिल्डिंग ब्लाकों”की आवश्यकता होती है।

NOTE

  • ‘चिरल बिल्डिंग ब्लॉक’ (Chiral Building Blocks) दवाओं के संश्लेषण में प्रयुक्त होने वाले मूल्यवान मध्यवर्ती होते हैं।

7- कुछ क्षेत्रों जैसे रासायनिक खंडों जैसे- स्टेरायड, अमीनो एसिड, कार्बोहाइड्रेट, न्यूक्लियोसाइड्रस आदि काम करने वाली भारतीय कंपनियों को सरकारी प्रोत्साहन दिए जाने की आवश्यकता है।

API क्या होता है?

  •  WHO के अनुसार, किसी रोग के उपचार,रोकथाम अथवा अन्य औषधीय गतिविधि के लिए आवश्यक दवा के निर्माण में प्रयोग होने वाले पदार्थ या पदार्थों के संयोजन को API कहा जाता है।

TIFAC- Technology Information forcasting and Assessment Council 

  • वर्ष 1985 में “प्रौद्योगिकी नीति कार्यान्वयन समिति” (TPIC) की सिफारिशों के आधार पर 1986 में कैबिनेट द्वारा TIFAC के गठन को मंजूरी दी गई।
  • “विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (DST)” के तहत एक स्वायत्त निकाय के रूप में Feb 1988 में TIFAC का गठन किया गया।
  • गठन पंजीकृत सोसाइटी के रूप में किया गया है।
  • यह अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी का आकलन करने और महत्वपूर्ण सामाजिक-आर्थिक क्षेत्रों में भारत में भविष्य के तकनीकी विकास की दिशा निर्धारित करने में कार्य करता है।

आजाद पट्टन जल विद्युत परियोजना

चर्चा में क्यों?

  • हाल ही में पाकिस्तान एवं चीन के मध्य पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में 700 MW के इस प्रोजेक्ट के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं।

Important facts

  • “झेलम नदी” पर स्थित यह परियोजना 2.4 अरब डालर का एक हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट है।
  • इस परियोजना का निर्माण “चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC)” जो कि चीन की “Belt and Road Initiative (BRI)” का हिस्सा है, के अंतर्गत किया जाना है।
  • CPEC के तहत POK मे निर्मित दूसरी परियोजना है।
  • पहली परियोजना- कोहाला परियोजना (1100mw) (झेलम नदी पर)

NOTE

  • आजाद पट्टन हाइडल प्रोजेक्ट EPC (Engineer, Procurement and contract) समझौते के अनुसार यह परियोजना एक-रन-ऑफ- द रिवर परियोजना है।
  • “रन-ऑफ -द- रिवर” जल विद्युत परियोजनाओं से तात्पर्य है कि जिसमें घाटी के प्रवाहित जल को बाधित करते हुए जल विद्युत का उत्पादन किया जाता है।
  • “रन-आफ-द-रिवर परियोजना में नदी के मार्ग में बड़े बांध बनाए बिना ही प्रवाहित जल का उपयोग किया जाता है

EPC Construction

  • यह Contracting Agreement का रूप है इंजीनियरिंग और ठेकेदार परियोजना के डिजाइन को पूरा करते हैं तथा परियोजना के लिए आवश्यक सभी उपकरण वह सामग्री की खरीद करते हैं।

हांगकांग के विशेष दर्जे की समाप्ति

चर्चा में क्यों?

  • चीन व अमेरिका के बीच बढ़ते तनाव के कारण अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हांगकांग के विशेष दर्जे को समाप्त कर दिया है।

Important facts

  • अमेरिकी राष्ट्रपति ने हांगकांग स्वायत्तता अधिनियम पर भी हस्ताक्षर किए हैं, जिसके तहत उन चीनी अधिकारियों और हांगकांग पुलिस अधिकारियों को भी प्रतिबंधित किया जाएगा, जो हांग कांग की स्वायत्तता को नष्ट करने और मानवाधिकारों के उल्लंघन में शामिल है।
  • इसके अलावा बैंकों पर भी प्रतिबंध लगाए जाएंगे जो प्रतिबंधित लोगों के साथ आर्थिक लेन-देन में शामिल है।

हांगकांग के विशेषाधिकार

  • वर्ष 1842 में चीन राजवंश के प्रथम अफीम युद्ध में पराजित होने के बाद चीन ने ब्रिटिश साम्राज्य को हांगकांग द्वीप सौंप दिया था, उसके बाद हांगकांग का (एक अलग भ-ूभाग) अस्तित्व सामने आया।
  • एक शताब्दी तक ब्रिटेन का उपनिवेश रहने के बाद 1997 में यह क्षेत्र चीन को वापस सौंप दिया गया इसके साथ यह “एक देश दो व्यवस्था”(one nation two system) की अवधारणा भी सामने आई।
  • अमेरिका ने इसे अमेरिका-हांगकांग नीति अधिनियम 1992 के तहत मान्यता दी।

इस कदम के निहितार्थ

  • विशेषज्ञों के अनुसार अमेरिका के इस कदम से हांगकांग को अधिक नुकसान झेलना पड़ेगा । चीन के हित काफी सूक्ष्म स्तर पर प्रभावित होंगे।
  • हांगकांग के विशेष दर्जे को रद्द करने के निर्णय से गैर-चीनी कंपनियां हांगकांग में अपने कार्य को संचालित करने पर विचार करने के लिए बाध्य होंगी।

द लैसेंट : जनसंख्या वृद्धि संबंधी रिपोर्ट

  • प्रतिष्ठित ‘द लैसेंट ‘ मैगजीन/पत्रिका द्वारा 2017 से 2100 तक जनसंख्या संबंधित आंकड़े व विश्लेषण हाल में ही प्रस्तुत किया गया है।
  • रिपोर्ट के अनुसार 2048 में भारत की जनसंख्या 1.6 बिलियन होगी तथा इसके पश्चात क्रमशः कम होने लगेगी तथा 2100  में 1.09 बिलियन अनुमानित है तथा 2100 में भारत विश्व की सर्वाधिक आबादी वाला देश हुआ।
  • रिपोर्ट के अनुसार भारत में कार्यशील जनसंख्या (20-64 वर्ष) 2017 ( 762 मिलियन) के मुकाबले कम होकर 2100 में 578 मिलियन ही रह जाएगी।
  • 2100 में भारत में विश्व की सर्वाधिक कामकाजी जनसंख्या (578 मिलियन) रहेगी तथा इस दौरान चीन में (2100 में) कामकाजी जनसंख्या 357 बिलियन ही रहेगी।
  • रिपोर्ट के अनुसार 2019 में भारत में प्रजनन दर 2.1 से कम होकर 2100 में 1.29 हो जाएगी। 2040 तक भारत में प्रजनन दर गिरावट के साथ स्थिर होने का अनुमान है।
  • रिपोर्ट के अनुसार 2064 में विश्व की कुल जनसंख्या 9.7 बिलियन होने का अनुमान है तथा 2100  तक 195 में से 183 देशों में प्रजनन दर 2.1 के नीचे रहने का अनुमान है 2100 में औसत वैश्विक प्रजनन दर 1.66 होने का अनुमान है जबकि 2017 में वैश्विक प्रजनन दर 2.37 थी।
  • रिपोर्ट के अनुसार 65 वर्ष से अधिक आयु की जनसंख्या 2000 की तुलना में 1.7 और अब बढ़कर 2.37 बिलियन हो जाएगी।
  • रिपोर्ट के अनुसार 2100 तक भारत व चीन की कार्यशील जनसंख्या में अप्रत्याशित कमी के साथ ही आर्थिक विकास भी बाधित होगा तथा वैश्विक शक्ति संतुलन में भी बदलाव देखा जाएगा।
  • इस दौरान जनसंख्या वृद्धि का प्रमुख कारण स्वास्थ्य सुविधा मे वृद्धि, कम उम्र में विवाह ,निम्न साक्षरता तथा गरीबी है।
  • रिपोर्ट में समय के साथ जनसंख्या वृद्धि को एक वक्र के माध्यम से दर्शाया गया है।
  • जनसंख्या संक्रमण सिद्धांत ( नोटेस्टीन एवं थाम्पसन ) के अनुसार जनसंख्या के चार चरण हैं।
  • पहले चरण में जन्म दर मृत्यु दर दोनों के उच्च रहने से जनसंख्या स्थिर रहती हैं,दूसरे चरण में स्वास्थ्य सुविधाओं में वृद्धि से मृत्यु दर में तो कमी आती है किंतु जन्मदर बढ़ता है तो जनसंख्या विस्फोट की स्थिति बनती है, तो वहीं तीसरे चरण में जनसंख्या में घटती दर से वृद्धि होता है ( भारत) तथा चौथे चरण में जन्म दर और मृत्यु दर दोनों में अत्यंत कमी होने से जनसंख्या स्थिर हो जाती है।
  • प्रसिद्ध ब्रिटिश अर्थशास्त्री माल्थस ने बताया कि ( लेख प्रिंसिपल ऑफ पापुलेशन) जनसंख्या में गुणोत्तर वृद्धि 1,2,4,8,16,32) तथा जीविकोपार्जन सुविधाओं में समांतर क्रम में वृद्धि होती ( 1,2,3,4,5,) है। तथा नियंत्रण के अभाव में 25 वर्षों में जनसंख्या दोगुनी तथा 100 वर्षों में जनसंख्या व जीविकोपार्जन सुविधा में 256: 9 का अंतर हो जाता है।
  • जनसंख्या वृद्धि से पर्यावरणीय ( जरूरतों को दूर करने हेतु संसाधनों का अत्यधिक दोहन) आर्थिक, पोषणीय तथा सामाजिक ह्रास की समस्या बढ़ती जाती है।
  • उपरोक्त समस्याओं के समाधान के लिए शिक्षा का प्रसार, महिला स्वास्थ्य व शिक्षा में सुधार, लैंगिक समानता, महिलाओं की आर्थिक भागीदारी तथा निर्णय अवसरों में वृद्धि,संपोषणीय विकास तथा पोषण युक्त खदान की सुलभता को सुनिश्चित किया जाए।
  • राष्ट्रीय जनसंख्या नीति 2000 में जनसंख्या स्थिरता का लक्ष्य 2045 को निर्धारित किया गया है तथा इसके लिए 16 उपायो की चर्चा की गई।
  • जिनमें छोटे परिवारों को प्रोत्साहन व पुरस्कार, बाल विवाह विरोधी कानून, महिला साक्षरता, स्वास्थ्य व पोषण, प्रसव पूर्व गर्भ जांच कानून, आदि प्रमुख है।
  • रिपोर्ट के अनुसार महिलाओं के शैक्षिक,स्वास्थ्य तथा पोषण स्तर में वृद्धि से जनसंख्या वृद्धि के स्तर को नियंत्रित किया जा सकता है तथा जनसंख्या वृद्धि से होने वाले दुष्परिणामों से भी बचा जा सकता है।

  भारत ऊर्जा मॉडल फोरम

चर्चा में क्यों

  • हाल ही में “सतत विकास स्तंभ” संबंधी संयुक्त कार्य समूह की बैठक हुई जिसमें भारत ऊर्जा मॉडल फोरम का शुभारंभ किया गया 

   सत्य तथ्य

  • सतत विकास आधार स्तंभ भारत व अमेरिका के मध्य रणनीतिक ऊर्जा भागीदारी का एक महत्वपूर्ण आधार है।
  • सतत विकास आधारस्तंभ की मुख्यता तीन गतिविधियां हैं – डाटा प्रबंधन, ऊर्जा मॉडलिंग प्रबंधन , उन्नत कार्बन उत्सर्जन प्रौद्योगिकी का स्थानांतरण आदि ।

     फोरम का मुख्य उद्देश्य

  • पर्यावरण व ऊर्जा संबंधित मुद्दों पर विमर्श हेतु एक विस्तृत प्लेटफार्म उपलब्ध कराना ।
  • ज्ञान, प्रौद्योगिकी, डाटा का आदान प्रदान करना।

   ऊर्जा मॉडलिंग क्या है

  • यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें ऊर्जा प्रणालियों के कंप्यूटर मॉडल तैयार किए जाते हैं। इन कंप्यूटरों की सहायता से ही परियोजनागत तकनीकी व आर्थिक पहलुओं का विश्लेषण किया जाता है।

गैर – व्यक्तिगत डेटा ( non-personal data)

  • इंफोसिस के सह संस्थापक क्रिस गोपालकृष्णन की अध्यक्षता में गठित समिति ने यह सुझाव दिया है कि देश की विभिन्न घरेलू कंपनियों एवं संस्थाओं को भारत में उत्पन्न होने वाले गैर- व्यक्तिगत डेटा के दोहन की अनुमति दी जानी चाहिए।
  • इस 9 सदस्य समिति का मुख्य उद्देश्य भारत में उत्पन्न होने वाले डेटा के संग्रहण से संबंधित नियम कानूनों का खाका (blueprint) तैयार करना है।

  क्या है गैर – व्यक्तिगत डेटा?

                    बुनियादी रूप में यह किसी भी प्रकार के डेटा का वह समूह होता है जिसमें व्यक्तिगत पहचान हेतु कोई जानकारी शामिल नहीं होती है और इस डेेाट को देखकर किसी भी व्यक्ति विशेष की पहचान करना संभव नहीं होता है।

  उदाहरण – खाद्य वितरण सेवा प्रदान करने वाली कंपनी द्वारा मुख्यतः व्यक्ति का नाम, आयु, लिंग और अन्य संपर्क संबंधी जानकारी मांगी जाती है।

    अब यदि इस डेटा समूह से नाम व संपर्क संबंधी सूचना हटा दी जाए तो यह गैर व्यक्तिगत डेटा बन जाएगा।

   इसे तीन श्रेणियों में विभाजित किया गया है।

 1- सर्वजनिक गैर व्यक्तिगत डेटा ( public non-personal data)

 जैसे कि जनगणना, नगर निगम द्वारा कर रसीद के माध्यम से एकत्र डाटा, वित्त पोषित कार्यों हेतु एकत्र डेटा।

 2- सामुदायिक गैर व्यक्तिगत डेटा ( community  non -personal data )

     जैसे – एक ही भौगोलिक स्थिति साझा करने वाले लोगों का डाटा, टेलीकॉम, बिजली वितरण कंपनियों द्वारा एकत्र डेटा।

 3- निजी गैर व्यक्तिगत डेटा ( private non – personal data)

     एक व्यक्ति विशिष्ट के माध्यम से उत्पन्न होता है।

   महत्त्व

  • यह जानकारी दस्तावेज, चित्र, ऑडियो क्लिप, सॉफ्टवेयर की प्रोग्रामिंग आदि हेतु उपयोगी हो सकती है।
  • सरकार की नीति निर्माण हेतु।

एनाबिन डेटाबेस ( Anabin database)

  • हाल ही में जर्मनी ने भारत के सभी राष्ट्रीय डिजाइन संस्थानों (National institute of design) को एनाबिन डेटाबेस में शामिल कर लिया है,जिसका तात्पर्य यह है कि इन संस्थानों में पढ़ने वाले छात्रों को जर्मनी में वर्क परमिट के लिए आवेदन में आसानी होगी।
  • भारत में कुल 5 ( अहमदाबाद, आंध्र प्रदेश, हरियाणा, असम, मध्य प्रदेश) राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान है।

अफगानिस्तान- पाकिस्तान पारगमन व्यापार समझौता ( APTTA)

  • हाल ही में पाकिस्तान ने APTTA के तहत वाघा सीमा से होते हुए भारत में अफगान निर्यात को पुनः प्रारंभ करने की घोषणा की।
  • यह व्यापार समझौता अफगानिस्तान-पाकिस्तान के मध्य 2010 में हुआ था।

         रायलसीमा लिफ्ट सिंचाई परियोजना ( RLIP)

  • हाल ही में NGT ने RLIP के संबंध में जारी स्थगन आदेश हटा दिया है।
  • RLIP का लक्ष्य आंध्र प्रदेश के रायलसीमा क्षेत्र के 4 जिलों में 19 लाख एकड़ भूमि के लिए जल की उपलब्धता सुनिश्चित करना है।
  • इस सिंचाई परियोजना को श्रीशैलम जल परियोजना से जल की आपूर्ति की जाएगी।

         मानव वृद्धि हार्मोन ( HGH)

  • प्रदीप सिंह ( राष्ट्रमंडल में रजत पदक विजेता) को हाल ही में अस्थाई रूप से निलंबित किया गया क्योंकि उनके रक्त में hGH की मात्रा के लिए परीक्षण सकारात्मक पाया गया।
  • hGH का निर्माण शरीर में होता है और पिट्यूटरी ग्रंथि द्वारा स्रावित होता है।
  • hGH अस्थि अंग और उपास्थि के विकास में सहायता करता है तथा क्षतिग्रस्त मांसपेशियों की मरम्मत करता है।

एशियाई विकास बैंक    (A.D.B.)

 चर्चा में क्यों 

        एशियाई विकास बैंक ( ADB) द्वारा भारत के निर्वाचन आयुक्त अशोक लवासा को निजी क्षेत्र के परिचालन तथा सार्वजनिक निजी भागीदारी के लिए उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है।

  ADB के बारे में 

  • स्थापना – 1966 में
  • मुख्यालय – मनीला ( फिलीपींस)
  • प्रकृति – क्षेत्रीय विकास बैंक है।

   भूमिका तथा कार्य

  •   समावेशी आर्थिक विकास, सस्टेनेबल डेवलपमेंट, गरीबी को कम करने पर समर्पित संस्था।
  • घोषित लक्ष्यों को ऋण, अनुदान व सूचना की साझेदारी के माध्यम से संपन्न करती है।

                      Team rudra

    Abhishek Kumar Verma

    Amarpal Verma

    Krishna

    Yograj Patel 

    anil Kumar Verma

    Vivek Pandey

    Prashant Yadav

    Dr.Sant lal 

    Sujata Singh

Geography team mppg college  ratanpura mau

  • Surjit Gupta
  • Saty Prakash Gupta 
  • Shubham Singh 
  • Akhilesh Kumar
  • Sujit Kumar Prajapti

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