13 January 2021 Current affairs

13 January 2021 Current affairs

अमेरिका में राष्ट्रपति पर महाभियोग की प्रक्रिया

  • अभी हाल ही में संसद पर हुए हमले को लेकर निवर्तमान राष्ट्रपति ट्रंप पर विद्रोह के लिए उकसाने शीर्षक नाम से हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव ने महाभियोग प्रस्ताव लाने का निर्णय लिया है।
  • उल्लेखनीय है कि अमेरिका में महाभियोग प्रक्रिया के द्वारा राष्ट्रपति को हटाने का प्रावधान किया गया है।

महाभियोग के आधार-

  • देशद्रोह, रिश्वतखोरी, गंभीर अपराध, दुराचार
  • उच्च स्तरीय लोक प्राधिकारी द्वारा सत्ता का दुरुपयोग उपरोक्त आधारों का मुख्य निचोड़ है।
  • हालांकि ऐसी हां ऐतिहासिक रूप से न्यायिक प्रक्रिया में बाधा पहुंचाने की कोशिश, सत्ताका दुरुपयोग, भ्रष्टाचार मुख्य मुद्दे रहे हैं।

महाभियोग के संदर्भ में सदनों की स्थिति-

  • House of representative अर्थात निचले सदन को महाभियोग की पूर्ण शक्ति प्राप्त है जबकि सीनेट अर्थात उच्च सदन को सुनवाई की पूर्ण शक्ति प्राप्त है।
  • महाभियोग की सुनवाई के दौरान सीनेट की अध्यक्षता अमेरिका के फेडरल न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश द्वारा की जाती है।

बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान

  चर्चा में क्यों

       मध्य प्रदेश ने बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान में हॉट एयर बैलून सफारी शुरू करने का निर्णय किया है। देश की पहली हॉट एयर बैलून सफारी है।

 बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान

  • बांधवगढ़ को वर्ष 1968 में इसे राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था 
  • लगभग 448 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में विस्तृत है।
  • भारत में सर्वाधिक बाघों की संख्या इसी राष्ट्रीय उद्यान में पायी जाती है। गौरतलब है।
  •  वर्ष 2019 की बाघ जनगणना के अनुसार, मध्य प्रदेश में 526 बाघ (सबसे अधिक) दर्ज किये गए थे।
  • 1993 में ‘प्रोजेक्‍ट टाइगर नेटवर्क’ के अंतर्गत लाया गया था।

   प्रोजेक्‍ट टाइगर

  • बाघों के संरक्षण के लिए वर्ष 1973 में केंद्र सरकार ने प्रोजेक्ट टाइगर की शुरुआत की थी।
  • अब तक 50 टाइगर रिजर्व बनाए जा चुके हैं।

  हॉट एयर बैलून के बारे में

  • हॉट एयर बैलून गर्म हवा की मदद से उडने वाला एक गुब्बारा होता है। 
  • कपड़े या ऐसे पदार्थ से बना एक गैस बैग होता है जिसका निचला हिस्सा खुला होता है।
  • इसके निचले हिस्से में ही एक गैंडोला (टोकरी) लगी होती है जिसमें यात्री बैठ सकते है।

वास्तविक नियंत्रण रेखा से चीन द्वारा सेना वापसी

– हाल ही में चीन नेपूर्वी लद्दाख में विवादित सीमा पर भीतरी क्षेत्रों से लगभग 10000 सैनिकों को हटा लिया है जबकि अगली पंक्ति के सैनिकों की स्थिति यथावत बनी हुई है।

    इस स्थान पर विवाद का कारण

– वास्तविक नियंत्रण रेखा सामान्यतया रेखा पैगोंगत्सो की चौड़ाई को छोड़कर अस्थल से होकर गुजरती है तथा वर्ष 1962 से भारतीय और चीनी सैनिकों को विभाजित करती है। पैंगोगत्सो क्षेत्र में यह रेखा पानी से होकर गुजरती है।पैंगोंग त्सो क्षेत्रों में 45 किलोमीटर दूरी तक भारत का नियंत्रण है तथा झील के शेष भाग को चीन के द्वारा नियंत्रित किया जाता है।

पैंगोंग त्सो झील का फिंगर्स में विभाजन

इस क्षेत्र में कुल 8 विवाद फिंगर्स हैं।

  • भारत का दावा है कि LAC फिंगर आठ से होकर गुजरती है, और यहीं पर चीन की अंतिम सेना चौकी है।
  • भारत इस क्षेत्र में फिंगर  तक इस क्षेत्र की संरचना के कारण गस्त करता है लेकिन भारतीय सेना का नियंत्रण फिंगर 4 तक ही है।

   पैंगोंग त्सो क्षेत्र में चीनी अतिक्रमण का कारण

  • पैंगोंग त्सो झील रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण चुशूल घाटी के नजदीक है। वर्ष 1962 के युद्ध के दौरान चीन ने चुशूल घाटी अपना मुख्य आक्रमण शुरू किया था।
  • चुशूल घाटी तक का रास्ता पैगोगत्सो झील से होकर जाता है यह एक मुख्य मार्ग है जिसका चीन भारत अधिकृत क्षेत्र पर कब्जे के लिए उपयोग कर सकता है।
  • चीनी अभी नहीं चाहता है कि भारत के पास कहीं भी अपने बुनियादी ढांचे को बढ़ावा दें। चीन को डर है कि इससे अक्साई चीन लहासा -काशगर राजमार्ग पर उसके अधिकार के लिए संकट हो सकता है।

   पैंगोंगत्सो के बारे में-

  • लद्दाखी भाषा में पैन गोश्त का अर्थ है समय पता और तिब्बती भाषा में त्सो का अर्थ झील होता है।
  • इसका निर्माण टेथीस भूसन्नति से हुआ है
  • यह एक खारे पानी की झील है।
  • इस के दक्षिणी तट पर भी स्पंगुर झील की ओर ढलान युक्त ऊंचे विखंडित पर्वत हैं।

पशु क्रूरता अधिनियम 1960

  • पिछले सप्ताह अदालत ने केंद्र सरकार से पशु क्रूरता अधिनियम निवारण कानून के तहत किसी अभियुक्त के अपराधी साबित होने से पहले ही उसके पशुओं के  अधिहरण से संबंधित नियमों में संशोधन करने के लिए कहा था।
  • केंद्र सरकार ने जब्त करने और अधिहरण करने में अंतर स्पष्ट करते हुए कहा है कि जब्ती अस्थाई प्रकृति होती है। जिसमें परिसंपत्ति पर कब्जा मात्र किया जाता है, जबकि अधिहरण परिसंपत्ति पर पक्षकारों के अधिकार संबंधी अंतिम निर्णय के बाद ही अधिहरण प्रक्रिया की जाती है।

  पशु क्रूरता निवारण ( केस विषयक पशु देखरेख एवं भरण पोषण) नियम 2017:-

  • इन नियमों को पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 के तहत निर्मित किया गया था।
  • 2017 के नियमों के अनुसार मजिस्ट्रेट को पशु क्रूरता निवारण अधिनियम के तहत मुकदमे में अभियुक्त व्यक्ति के मवेशियों को जब्त करने का अधिकार प्राप्त है।
  • जब्त किए गए जानवरों को फिर चिकित्सालयों गौशालाओं आदि में भेजा जा सकता है
  • इसके बाद से संबंधित अधिकारी इन जानवरों को पालने के लिए किसी अन्य व्यक्ति को दे सकते हैं

  व्यापारियों की चिंताएं :-

  • इनके पशुओं को जबरन गौशाला में भेज दिया जाता है।
  • दुस्साहसी व्यक्तियों द्वारा पशुओं की चोरी हुआ जान माल का खतरा।

    पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960:-

  • पशुओं को अनावश्यक यंत्रणा व पीड़ा दिए जाने को रोकना और ऐसा करने वालों को दंडित करना। 
  • अधिनियम धारा 4 के तहत वर्ष 1962 में भारतीय पशु कल्याण बोर्ड (एडब्ल्यूबीआई) की स्थापना की गई थी।

गगनयान हेतु दो पायलट सर्जनों का रूस में प्रशिक्षण

  • फ्लाइट सर्जन,भारतीय वायु सेना के डॉक्टर हैं और उन्हें एयरोस्पेस मेडिसिन में विशेषता हासिल है।
  • फ्लाइट सर्जन उड़ान के दौरान और इसके बाद में अंतरिक्ष यात्रियों की सेहत के लिए जिम्मेदार होते हैं।
  • इसरो का लक्ष्य है कि वर्ष 2020 में अपने पहले मानव युक्त अंतरिक्ष यान, गगनयान को लांच करना है।

विधि विरुद्ध क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम

  • हाल ही में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता वहीद पारा पर UAPA के तहत मामला दर्ज किया गया है।
  • 1967 में पारित UAPA का उद्देश्य भारत में गैर कानूनी गतिविधि समूहों की प्रभावी रोकथाम करना है।
  •  यह अधिनियम केंद्र सरकार को पूर्ण शक्ति प्रदान करता है।
  • इसके अंतर्गत अधिनियम दंड के रूप में मृत्युदंड तथा आजीवन कारावास का प्रावधान किया गया है।
  •  UAPA के तहत भारत और विदेशी दोनों नागरिकों को आरोपित किया जा सकता है।

जकोऊ घाटी

  • . यह घाटी मणिपुर और नागालैंड की सीमा पर स्थित है। हाल ही में लगी भीषण आग के कारण यहां के पर्यावरण को काफी नुकसान पहुंचा है।
  • . एशियाई राजमार्ग NH-1 और एनएच-2 इसी घाटी से होकर गुजरते हैं।
  • . यहां जुकोऊ लिली फूलों के लिए प्रसिद्ध है। यह विशिष्ट फूल केवल इसी घाटी में पाए जाते हैं।

आपातकालीन प्रतिरक्षण हेतु मानक संचालन प्रक्रिया जारी

  पृष्ठभूमि-kovishild और kovaksin के के प्रयोग के दौरान उत्पन्न आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने के संदर्भ में-

  • मानक संचालन प्रक्रिया में जरूरत पड़ने पर टीका लगाने वालो की जांच का प्रावधान
  • पुलिस अधिकारी टीकाकरण के पश्चात प्रतिकूल घटनाओं के पीड़ितों और गवाहों के लिए उचित सहायता सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे।
  • कानूनों का प्रभावी रूप में परिवर्तन करना।
  • सुरक्षित टिको का प्रणाली को सुनिश्चित कर टिके की गुणवत्ता को मेंटेन करना।
  • नमूने और दस्तावेजों की सील बंद  प्रयोगशाला में भेजे जाने के दौरान छेड़छाड़ से सुरक्षा सुनिश्चित करना

    Team rudra

   Abhishek Kumar Verma

           Amarpal Verma

           Krishna

           Yograj Patel 

            anil Kumar Verma

           Rajeev Kumar Pandey

            Prashant Yadav

            Dr.Sant lal 

           Sujata Singh

           Anand Yadav

  Geography team mppg college  ratanpura mau

      Surjit Gupta

Saty Prakash Gupta 

Shubham Singh 

Akhilesh Kumar

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