6 March 2021 Current affairs

जीवनयापन सुगमता सूचकांक 

  संदर्भ:

हाल ही में, आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा जीवनयापन सुगमता सूचकांक / ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स (EoLI)– 2020 की अंतिम रैंकिंग सूची जारी की गयी है।

 EoLI क्या है?

  • जीवनयापन सुगमता सूचकांक (EoLI), एक मूल्यांकन उपकरण है जो जीवन की गुणवत्ता और शहरी विकास के लिए की जा रही विभिन्न पहलों के प्रभाव का आकलन करता है।
  • यह जीवन की गुणवत्ता, शहर की आर्थिक क्षमता, स्थिरता और लचीलापन के आधार पर देश भर के प्रतिभागी शहरों की व्यापक समझ उपलब्ध कराता है।

सूचकांक में शहरों को दो श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है:

  • 10 लाख से अधिक आबादी है ।

i- बेंगलुरु सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले शहर के रूप में उभरा है।

ii- इसके बाद पुणे, अहमदाबाद, चेन्नई, सूरत, नवी मुंबई, कोयंबटूर, वडोदरा, इंदौर और ग्रेटर मुंबई का स्थान रहा।

  • 10 लाख से कम आबादी वाले शहर।

i- शिमला, ‘जीवनयापन सुगमता’ में सर्वोच्च स्थान पर रहा।

ii – इसके बाद भुवनेश्वर, सिलवासा, काकीनाडा, सलेम, वेल्लोर, गांधीनगर, गुरुग्राम, दावणगेरे, और तिरुचिरापल्ली रहे।

 अंतर्राष्ट्रीय उत्तर–दक्षिण परिवहन गलियारा (INSTC)

  संदर्भ

  हाल ही में आयोजित तीन-दिवसीय ‘मैरीटाइम इंडिया’  शिखर सम्मेलन में भारत ने  ‘अंतर्राष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारे’ के संबंध में निम्नलिखित मांगे की हैं:

  • 13-राष्ट्रों की भागीदारी वाले ‘अंतर्राष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारे’ में ‘चाबहार बंदरगाह’ को शामिल किया जाए।
  • INSTC परियोजना में अफगानिस्तान और उज्बेकिस्तान को शामिल करके इसकी सदस्यता में विस्तार किया जाए।

  आवश्यकता और महत्व:

  • अफगानिस्तान से होकर गुजरने वाले ‘एक पूर्वी गलियारे’ की स्थापना किये जाने से अंतर्राष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारा (INSTC) की क्षमता में वृद्धि होगी।

  INSTC के बारे में 

  • अंतर्राष्‍ट्रीय उत्‍तर-दक्षिण परिवहन गलियारा- INSTC, माल ढुलाई के लिए जहाज, रेल और सड़क मार्ग का 7,200 किलोमीटर लंबा बहु-विधिक (मल्टी-मोड) नेटवर्क है।
  • सम्मिलित क्षेत्र: भारत, ईरान, अफगानिस्तान, अजरबैजान, रूस, मध्य एशिया और यूरोप।
  • वर्ष 2014 में, इसके दो मार्गों का पूर्व परीक्षण किया गया था:
  • पहला, मुंबई से ‘बंदर अब्बास’ होते हुए अजरबैजान के बाकू तक।
  • दूसरा, मुंबई से ‘बंदर अब्बास’ के रास्ते अस्त्राखान, तेहरान और बन्दर-ए-अंज़ालि तक।

महत्व

  • यह मध्य एशिया और फारस की खाड़ी तक माल-परिवहन हेतु एक अंतरराष्ट्रीय परिवहन और पारगमन गलियारा बनाने के लिए, भारत, ओमान, ईरान, तुर्कमेनिस्तान, उजबेकिस्तान और कजाकिस्तान द्वारा हस्ताक्षरित एक बहुउद्देशीय परिवहन समझौते, जिसे ‘अश्गाबात समझौता’ कहा जाता है, के साथ भी तालमेल स्थापित करेगा।

 सिमिलीपाल बायोस्फीयर रिजर्व 

   चर्चा में क्यों?

     हाल ही में ओडिशा राज्य के सिमिलीपाल बायोस्फीयर रिजर्व (Similipal Biosphere Reserve)   में काफी भयंकर रूप से आग लग गई है।  

सिमिलीपाल बायोस्फीयर रिजर्व के बारे मे

  • सिमिली शब्द को ओडिशा में वृहद रूप से पाये जाने वाले एक पेड़  के नाम से लिया गया है।
  • यह एक नेशनल पार्क और टाइगर रिजर्व भी है।
  • भारत सरकार ने बायोस्फीयर रिजर्व का दर्जा 1994 में दिया था।
  • यह ओडिशा के मयूरभंज जिले में अवस्थित है।
  • वर्ष 2009 से ‘यूनेस्को वर्ल्ड नेटवर्क आफ बायोस्फीयर रिजर्व’ का हिस्सा है।
  • टाइगर और हाथी के अलावा विभिन्न प्रकार के पक्षी पाये जाते हैं।
  • यहाँ एरेंगा और मनकीरदियाह नामक दो प्रमुख जनजातियाँ पाई जाती हैं।

  क्या होते है बायोस्फीयर रिज़र्व

  • बायोस्फीयर अथवा जैवमंडल रिज़र्व (Biosphere Reserves) में वन्यजीवों एवं प्राकृतिक संसाधनों की सुरक्षा, रखरखाव, प्रबंधन या पुनर्स्थापन इन-सीटू संरक्षण (In-situ Conservation) विधि के तहत किया जाता है।
  • इन्हें तीन भागों में विभाजित किया जाता है- कोर क्षेत्र (Core Zone), बफर क्षेत्र (Buffer Zone) और संक्रमण क्षेत्र।
  • कोर क्षेत्र (Core Zone), काफी संवेदनशील होता है,यहाँ मानवीय गतिविधियों की अनुमति नहीं है।
  • बफर क्षेत्र (Buffer Zone), कोर क्षेत्र और संक्रमण क्षेत्र के बीच में स्थित होता है। यहाँ वैज्ञानिक अनुसंधान की अनुमति दी जाती है।
  • संक्रमण क्षेत्र (Transition Zone), बायोस्फीयर रिजर्व का सबसे बाहरी हिस्सा है।
  • 1986 में स्थापित ‘नीलगिरि बायोस्फीयर रिज़र्व’ भारत का पहला बायोस्फीयर रिज़र्व था ।

हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट का 10 वां संस्करण 

सन्दर्भ

   हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट का 10 वां संस्करण जारी किया गया है और सूची के अनुसार , चीन में अधिकतम अरबपति हैं । 

  • हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट 2021 के अनुसार , अमेरिका और भारत अरबपतियों की संख्या में चीन के बाद आते हैं ।
  •  2 मार्च को हुरुन रिपोर्ट द्वारा सूची जारी की गई है । 
  • सूची के अनुसार , एलोन मस्क पहली बार दुनिया के सबसे अमीर आदमी बन गए हैं । 
  • उन्हें दिसंबर 2020 हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट में दूसरे स्थान पर रखा गया था । 
  • सूची 2021 में अमेजन के जेफ बेजोस को दूसरे स्थान पर रखा गया है । 
  • बर्नार्ड अर्नाल्ट को तीसरे स्थान पर रखा गया है ।
  •  बर्नार्ड अरनॉल्ट एलवीएमएच मोएट हेनेसी – लुई वुइटन एसई के मुख्य कार्यकारी हैं ।
  •  यह दुनिया की सबसे बड़ी लक्जरी – सामान की कंपनी है । 
  • सूची 2021 के अनुसार , वॉलमार्ट की एलिस वाल्टन दुनिया की सबसे अमीर महिला हैं । 
  • सूची 2021 में सबसे युवा भारतीय ‘ इंस्टाकार्ट के अपूर्व मेहता और ‘ ज़ेरोधा ‘ के निखिल कामथ हैं ।

          ” अंतरिक्ष तूफान ” 

   सन्दर्भ

    वैज्ञानिकों ने पहली बार उत्तरी ध्रुव पर ऊपरी वायुमंडल में एक ” अंतरिक्ष तूफान ” की खोज की है । 

    तथ्य

  • यह उपग्रह डेटा के पूर्वव्यापी विश्लेषण के दौरान चीनी वैज्ञानिकों द्वारा देखा गया ।
  • अंतरिक्ष तूफान 20 अगस्त 2014 के उपग्रह डेटा में देखा गया और अवलोकन का विवरण फरवरी 2021 में ‘ प्रकृति संचार ‘ में प्रकाशित किया गया था ।
  •  चीन , यूके , यूएस और नॉर्वे के वैज्ञानिकों के एक समूह ने अंतरिक्ष तूफान की एक छवि विकसित की है । 
  • वैज्ञानिकों के अनुसार , ” अंतरिक्ष तूफान ” में कई कई स्पाइरल भुजाओं वाले प्लाज्मा शामिल हैं । 
  • यह एंटीक्लॉकवाइज़ दिशा में में घूम रहा था । 
  • अंतरिक्ष तूफान का अध्ययन अंतरिक्ष में महत्वपूर्ण मौसम की घटना को समझने में वैज्ञानिकों की मदद करेगा । 

   अंतरिक्ष तूफानः 

  • यह पृथ्वी के तूफान से अलग है ।
  •  यह आयनमंडल में इलेक्ट्रॉनों की बारिश करता है ।
  •  अंतरिक्ष तूफान प्लाज्मा से बने होते हैं , जिनमें बेहद गर्म आयनित गैसें होती हैं जो बेहद तेज़ गति से घूमती हैं ।

सॉलिड फ्यूल डक्टेड रैमजेट 

चर्चा में क्यों?

हाल ही में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने ओडिशा के निकट एकीकृत परीक्षण रेंज चाँदीपुर से सॉलिड फ्यूल डक्टेड रैमजेट (एसएफडीआर) प्रौद्योगिकी पर आधारित फ्लाइट टेस्ट को सफलता पूर्वक सम्पन्न किया।

प्रमुख बिंदु

  • बूस्टर मोटर तथा नोजल रहित मोटर प्रणालियों पर आधारित इस परीक्षण में यथोचित सफलता प्राप्त हुई।
  • प्रयोग के दौरान, ठोस ईंधन आधारित डक्टेड रैमजेट प्रोद्योगिकी सहित अनेक नई प्रौद्योगिकियों का परीक्षण सम्पन्न हुआ।
  • तैनात एलेक्ट्रोऑप्टिकल रडार और टेलीमेट्री उपकरणों द्वारा कैप्चर किए गए आंकड़ों का प्रयोग करके की गयी थी।

    बारे में

  • यह डीआरडीओ द्वारा विकसित एक मिसाइल प्रोपल्शन तकनीक है। इसे प्रायः रैमजेट (Ramjet) नाम से संबोधित किया जाता है।
  • यह नोजल रहित मोटर तथा बूस्टर मोटर प्रणाली पर आधारित एक प्रक्षेपण रॉकेट है।
  • इसमें ठोस ईधन का इस्तेमाल होता है।
  • इसमें अधिक ईंधन की आवश्यकता नहीं होती है, जिससे मिसाइल का वजन काफी कम हो जाता है।
  • वातावरण से हवा को अपने स्पीड बढ़ाने हेतु प्रयोग करने के कारण विज्ञान की भाषा में इसे एयरब्रीदिंग इंजन कहा जाता है।

     उपयोग एवं लाभ

  • सॉलिड फ्यूल डक्टेड रैमजेट (एसएफडीआर) तकनीक के सफल परीक्षण से भारत को वैश्विक स्तर पर तकनीकी लाभ प्राप्त हुआ है।
  • इस तकनीक के इस्तेमाल से भारत लंबी दूरी की हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें विकसित कर पाने में सक्षम होगा।

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फ़ूड वेस्ट इंडेक्स रिपोर्ट 2021 

चर्चा में क्यों?

    हाल ही में फ़ूड वेस्ट इंडेक्स रिपोर्ट 2021 (Food Waste Index Report 2021) को जारी किया गया है।

   तथ्य

  • फ़ूड वेस्ट इंडेक्स रिपोर्ट 2021 के निष्कर्षों से यह तथ्य सामने आया है। कि घरों, रेस्तरां और दुकानों में बड़ी मात्रा में खाद्य पदार्थ को बर्बाद किया जाता है जिसकी समग्र खाद्य पदार्थों में हिस्सेदारी लगभग 17 प्रतिशत है।

   फ़ूड वेस्ट इंडेक्स रिपोर्ट के बारे में

  • संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) और WRAP द्वारा फ़ूड वेस्ट इंडेक्स रिपोर्ट 2021 निर्मित किया गया है।
  • फूड वेस्ट इंडेक्स रिपोर्ट को प्रकाशित करने का लक्ष्य एसडीजी के 12.3 के लक्ष्य का समर्थन करना है। 

   महत्वपूर्ण तथ्य

  • पूरे विश्व में प्रति वर्ष 17 फीसद खाद्य उत्पादन (लगभग 930 मिलियन टन) बर्बाद हो जाता है।
  • दुनिया में एक तिहाई भोजन कभी खाया ही नहीं जाता है।
  • 2019 में बेचे गए 930 मिलियन टन से अधिक खाद्य पदार्थों को कूड़ेदान में डंप कर दिया गया।
  • आपूर्ति श्रृंखला के दौरान घरों में 11% भोजन की बर्बादी हुई तो वहीं खाद्य सेवाओं और खुदरा दुकानों में क्रमशः बर्बादी का यह स्तर 5% और 2% रहा।

बर्बादी के मायने

  • पूरे विश्व में व्यापक मात्रा में बर्बाद किए जा रहे भोजन का पर्यावरण, सामाजिक और आर्थिक रूप से नकारात्मक असर पड़ता है।

 टीम रूद्रा

मुख्य मेंटर – वीरेेस वर्मा (T.O-2016 pcs ) 

अभिनव आनंद (डायट प्रवक्ता) 

डॉ० संत लाल (अस्सिटेंट प्रोफेसर-भूगोल विभाग साकेत पीजी कॉलेज अयोघ्या 

अनिल वर्मा (अस्सिटेंट प्रोफेसर) 

योगराज पटेल (VDO)- 

अभिषेक कुमार वर्मा (प्रतियोगी)

प्रशांत यादव – प्रतियोगी – 

कृष्ण कुमार (kvs -t ) 

अमर पाल वर्मा (kvs-t ,रिसर्च स्कॉलर)

 मेंस विजन – आनंद यादव (प्रतियोगी ,रिसर्च स्कॉलर)

प्रिलिम्स फैक्ट विशेष सहयोग- एम .ए भूगोल विभाग (मर्यादा पुरुषोत्तम डिग्री कॉलेज मऊ) ।

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