अरब सागर में चक्रवातों की आवृत्ति और तीव्रता
चर्चा में क्यों
पिछले दो दशकों में बंगाल की खाड़ी की अपेक्षा अरब सागर में चक्रवाती की आवृत्ति और तीव्रता में महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है।
प्रमुख बदलाव
- 2001 से 2019 तक अरब सागर में चक्रवातों की 52% वृद्धि हुई वहीं बंगाल की खाड़ी में चक्रवातों की आवृत्ति में 8% की कमी हुई है।
- पिछले दो दशकों में अरब सागर में अति भीषण चक्रवात की संख्या में 150% की वृद्धि हुई है।
इसके लिए जिम्मेदार कारक
- ग्लोबल वार्मिंग के कारण अरब सागर के सतहीय तापमान में वृद्धि।
- सतही तापमान में वृद्धि से चक्रवर्ती की बारंबारता में वृद्धि।
- अरब सागर में पवन अपरूपण भी चक्रवातों में वृद्धि करता है।
वर्तमान चिंता का विषय
- तटीय राज्यों में भारी नुकसान।
- जलीय तथा स्थलीय वनस्पतियों की भारी हानि।
- भविष्य में चक्रवातों के बढ़ने की शंका
- चुकी भारत की तटीय रेखा ज्यादा लंबी है अतः भारत चक्रवातों के प्रति ज्यादा संवेदनशील है।
राष्ट्रीय खाद्य तेल मिशन – ताड़ तेल ( NMEO-OP)
संदर्भ
हाल ही में प्रधानमंत्री द्वारा कृषि आय बढ़ाने हेतु ताड़ के तेल उत्पादन पर इस नई राष्ट्रीय पहल की घोषणा की गई है। जिसके अंतर्गत 11000 करोड रुपए से अधिक का निवेश किया जाएगा।
योजना के उद्देश्य
- खाद्य तेल में आत्मनिर्भरता प्राप्त करना।
- घरेलू कीमतों पर नियंत्रण लाना।
- वर्ष 2025 -26 तक ताड़ के तेल का घरेलू उत्पादन 3 गुना बढ़ाकर 11लाख मी०टन करना।
योजना की आवश्यकता
- वनस्पति तेल की आवश्यकता की पूर्ति हेतु।
- विदेशों से आयात कम करने हेतु।
- अर्थव्यवस्था के संवर्धन हेतु।
- उत्पादन क्षमता बढ़ाने हेतु।
ताड़ का तेल
- यह दुनिया का सर्वाधिक खपत होने वाला तेल है।
- इसका प्रयोग बड़े पैमाने पर डिटर्जेंट, सौंदर्य प्रसाधन व जैव ईंधन के रूप में किया जाता है।
- वैश्विक स्तर पर इस तेल के शीर्ष उपभोक्ता भारत, चीन व यूरोपीय संघ है।
समुद्री सहयोग बढ़ाने हेतु भारत का 5 सूत्री एजेंडा
चर्चा में क्यों
हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा समुद्री सुरक्षा में वृद्धि
पर UNSC में एक खुली बहस की अध्यक्षता की गई।
• इसके बाद UNSC ने भारत के समुद्री सुरक्षा पर अध्यक्षीय वक्तव्य को पारित किया गया।
वर्तमान समय में समुद्री सुरक्षा की चुनौतियां
- समुद्री डकैती/आतंकवाद।
- अंतर्देशीय वह अंतरराष्ट्रीय समुद्री जल विवाद।
- जलवायु परिवर्तन।
भारत का 5 सूत्री एजेंडा
- अंतरराष्ट्रीय कानूनों के अनुसरण में समुद्री विवादों का समाधान।
- समुद्री व्यापार की बाधाओं का निराकरण।
- प्राकृतिक आपदा, तथा गैर अभिकर्ता जन्य खतरों से मुकाबला।
- समुद्री संसाधनों का संरक्षण।
- उत्तरदायित्व पूर्ण समुद्री संपर्क बढ़ाना।
समुद्री सहयोग के क्षेत्र में भारत के अब तक के प्रयास
- सभी के लिए सुरक्षा एवं विकास अर्थात सागर
- 2008 में भारतीय नौसेना द्वारा हिंद महा क्षेत्र में समुद्री आतंकवाद से बचाव हेतु गस्ती जारी।
- मोबाइल शिपिंग इंफॉर्मेशन फ्यूजन सेंटर।
- डीप ओशन मिशन।
- जल संरक्षण और समुद्री सुरक्षा हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम।
भगोड़ा आर्थिक अपराधी ( FEO)
चर्चा में क्यों
मानसिक स्वास्थ्य एवं मानवाधिकारों के आधार पर ब्रिटेन के उच्च न्यायालय ने नीरव मोदी के प्रत्यर्पण के खिलाफ आदेश जारी किया।
FEO( Fugitive economic offender )
- 100 करोड़ व उससे अधिक के आर्थिक अपराध में शामिल होने के कारण जारी गिरफ्तारी वारंट से बचने के लिए भारत से बाहर भाग गया है।
- भगोड़ा आर्थिक अपराधी अधिनियम 2018 के अनुसार FEO घोषित व्यक्ति 30 दिनों के भीतर उच्च न्यायालय में चुनौती दे सकता है।
टीम रूद्रा
मुख्य मेंटर – वीरेेस वर्मा (T.O-2016 pcs )
अभिनव आनंद (डायट प्रवक्ता)
डॉ० संत लाल (अस्सिटेंट प्रोफेसर-भूगोल विभाग साकेत पीजी कॉलेज अयोघ्या
अनिल वर्मा (अस्सिटेंट प्रोफेसर)
योगराज पटेल (VDO)-
अभिषेक कुमार वर्मा ( FSO , PCS- 2019 )
प्रशांत यादव – प्रतियोगी –
कृष्ण कुमार (kvs -t )
अमर पाल वर्मा (kvs-t ,रिसर्च स्कॉलर)
मेंस विजन – आनंद यादव (प्रतियोगी ,रिसर्च स्कॉलर)
अश्वनी सिंह – प्रतियोगी
सुरजीत गुप्ता – प्रतियोगी
प्रिलिम्स फैक्ट विशेष सहयोग- एम .ए भूगोल विभाग (मर्यादा पुरुषोत्तम डिग्री कॉलेज मऊ) ।