भ्रष्टाचार बोध सूचकांक – 2020
चर्चा में क्यों?
हाल ही में ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल द्वारा भ्रष्टाचार बोध सूचकांक-2020 को जारी किया गया है।
प्रमुख बिन्दु
- 180 देशों में भारत का स्थान छह पायदान फिसलकर 86वें नंबर पर आ गया है।
- इस वर्ष भारत का भ्रष्टाचार बोध सूचकांक में स्कोर 40 अंक हैं।
- न्यूजीलैंड और डेनमार्क 88 के स्कोर के साथ पहले स्थान पर रहे हैं।
- सोमालिया और दक्षिण सूडान 12 स्कोर के साथ सबसे निचले पायदान पर हैं।
- वर्ष 2019 में भारत, इस सूचकांक में 80वें स्थान पर था, जबकि वर्ष 2018 में 78वें स्थान पर था।
- इस सूचकांक में शून्य से लेकर 100 तक के पैमाने का उपयोग किया जाता है,
- शून्य स्कोर वाले देश को सबसे अधिक भ्रष्ट माना जाता है 100 स्कोर वाले को सबसे साफ माना जाता है।
ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल के बारे में
- स्वतंत्र अन्तरराष्ट्रीय गैर-सरकारी संगठन है।
- भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक वैश्विक भ्रष्टाचार रिपोर्ट और रिश्वत भुगतानकर्ता सूचकांक (Bribe Payers Index) प्रकाशित किया जाता है।
राष्ट्रपति का अभिभाषण
संदर्भ
बजट सत्र की शुरुआत में संसद के संयुक्त अधिवेशन अभिभाषण का 18 विपक्षी दलों ने बहिष्कार करने की घोषणा की है। विपक्षी दलों द्वारा यह निर्णय तीनों कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए किया गया है।
संवैधानिक प्रावधान:
अनुच्छेद 87 (1) के अनुसार– राष्ट्रपति, लोकसभा के लिए प्रत्येक साधारण निर्वाचन के पश्चात् प्रथम सत्र के आरंभ में और प्रत्येक वर्ष के प्रथम सत्र के आरंभ में एक साथ समवेत संसद के दोनों सदनों में अभिभाषण करेगा और संसद को उसके आह्वान के कारण बताएगा।
- राष्ट्रपति के भाषण में मुख्यतः आगामी वर्ष के लिए सरकार की नीतिगत प्राथमिकताओं और योजनाओं पर प्रकाश डाल जाता है।
धन्यवाद प्रस्ताव – राष्ट्रपति के अभिभाषण के पश्चात प्रत्येक सदन में सत्तापक्ष के सांसदों द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया जाता है।
- पति या राज्यपाल, विधायिका को संबोधित करने संबंधी अपने संवैधानिक कर्तव्य को निभाने से इनकार नहीं कर सकते हैं।
अन्य देशों
- संयुक्त राज्य अमेरिका में इसे ‘स्टेट ऑफ द यूनियन अड्रेस‘ के रूप में जाना जाता है।
- यूनाइटेड किंगडम में, इस प्रक्रिया को ‘रानी के भाषण’ (Queen’s Speech) के रूप में संदर्भित किया जाता है ।
कोविड-19 प्रदर्शन रैंकिंग
संदर्भ
हाल ही में, एक ऑस्ट्रेलियाई थिंक टैंक, लोवी इंस्टीट्यूट (Lowy Institute) द्वारा कोविड-19 ‘प्रदर्शन सूचकांक” (COVID-19 “performance index”) जारी किया गया है।
सूचकांक के बारे में:
- इस सूचकांक में ‘देशों के सापेक्षिक प्रदर्शन को नापने’ का प्रयास किया गया है।
- प्रमाणित मामलों तथा प्रति मिलियन आबादी पर होने वाली मौतों और परीक्षण स्तर सहित छह भिन्न संकेतकों पर आधारित है।
- कोविड-19 प्रतिक्रिया पर सार्वजनिक रूप से उपलब्ध और तुलनीय डेटा का उपयोग किया गया है।
- चीन को, सार्वजनिक रूप से उपलब्ध आंकड़ों के अभाव में सूची से बाहर रखा गया है।
विभिन्न देशों का प्रदर्शन:
- न्यूजीलैंड, वियतनाम और ताइवान को क्रमशः शीर्ष तीन स्थानों पर रखा गया है।
- भारत को 86 वां स्थान मिला है।
- श्रीलंका का प्रदर्शन दक्षिण एशिया में सबसे अच्छा रहा और इसे 10 वां स्थान प्राप्त हुआ है।
- सूचकांक में मालदीव को 25 वां, पाकिस्तान को 69 वां, नेपाल को 70 वां और बांग्लादेश को 84 वां स्थान प्राप्त हुआ है।
- ब्राजील के लिए सबसे कम अंक दिए गए हैं।
- प्रदर्शन के मामले में मेक्सिको, कोलंबिया, ईरान और संयुक्त राज्य अमेरिका को निचले पांच देशों में शामिल किया गया है।
अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (IEA)
संदर्भ
हाल ही में, भारत ने अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (International Energy Agency- IEA) के साथ साझेदारी के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
- इस समझौते के तहत सदस्य देशों के बीच आपसी विश्वास, मजबूत सहयोग और वैश्विक ऊर्जा सुरक्षा, स्थिरता और टिकाऊपन को बढ़ावा मिलेगा।
‘अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी’ के बारे में:
- एक अंतर-सरकारी स्वायत्त संगठन है।
- स्थापना आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (OECD) फ्रेमवर्क के अनुसार वर्ष 1974 में की गई थी।
- इसके कार्यों का फोकस मुख्यतः चार मुख्य क्षेत्रों पर होता है: ऊर्जा सुरक्षा, आर्थिक विकास, पर्यावरण जागरूकता और वैश्विक सहभागिता।
- इसका मुख्यालय (सचिवालय) पेरिस, फ्रांस में है।
सदस्यता हेतु पात्रता:
- वर्तमान में ‘अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी’ में 30 सदस्य देश तथा में आठ सहयोगी देश शामिल हैं।
- सदस्यता होने के लिए आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (OECD) का सदस्य होना अनिवार्य है। हालांकि OECD के सभी सदस्य आईईए के सदस्य नहीं हैं।
- समन्वित आपातकालीन प्रतिक्रिया उपाय (CERM) लागू करने के लिए क़ानून और संस्था होनी चाहिए।
- राष्ट्रीय तेल खपत को 10% तक कम करने के लिए एक ‘मांग नियंत्रण कार्यक्रम’ लागू होना चाहिए।
स्टार्स परियोजना
चर्चा में क्यों?
राज्यों में शिक्षण, सीखने और परिणामों को बेहतर बनाने की शिक्षा मंत्रालय की स्टार्स परियोजना के क्रियान्वयन को वित्तीय मदद प्रदान करने के लिए आर्थिक मामलों के विभाग (डीईए) और विश्व बैंक के बीच समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
तथ्य
- STARS – (Strengthening Teaching-Learning and Results for States)
- कुल लागत 5718 करोड़ रुपए है।
- पांच वर्ष की अवधि में विश्व बैंक इसमें 50 करोड़ डॉलर (करीब 3700 करोड़ रुपए) की वित्तीय सहायता देगा।
- स्टार्स परियोजना शिक्षा मंत्रालय के स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग के अन्तर्गत नई केन्द्रीय सहायता प्राप्त योजना के रूप में क्रियान्वित की जाएगी।
स्टार्स परियोजना के बारे में
- 14 अक्टूबर 2020 को स्टार्स परियोजना के प्रस्ताव का अनुमोदन किया था।
- इस परियोजना में छह राज्य हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, केरल और ओडिशा शामिल हैं।
उद्देश्य
- चिन्हांकित राज्यों को शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के कदमों के लिए सहायता दी जाएगी।
- इससे राज्य स्तर पर संवितरण से संबद्ध संकेतकों (डीएलआई) के माध्यम से प्रमुख सुधार सुनिश्चित किए जाएंगा।
- परियोजना में वांछित परिणामों को हासिल करने के लिए राज्यों को प्रोत्साहन अनुदान देकर प्रेरित किया जाएगा।
- स्टार्स परियोजना राष्ट्रीय शिक्षा नीति की विभिन्न अनुशंसाओं को लागू करने में सहायक
भारत का पहला फायर पार्क
चर्चा में क्यों?
हाल ही में ओडिशा के मुख्यमंत्री ने राज्य में अपनी तरह के पहले ‘फायर पार्क’ का उद्घाटन किया, जिसका उद्देश्य आम लोगों के बीच अग्नि सुरक्षा से संबंधित उपायों पर जागरूकता पैदा करना है।
तथ्य
- प्रत्येक शनिवार को दोपहर 3.30 से शाम 5.30 बजे तक आम जनता के लिये खुला रहेगा।
- विद्यालय और विश्विद्यालय के छात्रों के बीच बुनियादी अग्नि सुरक्षा उपायों के बारे में जागरूकता पैदा करने में सहायक होगा।
- इस ‘फायर पार्क’ में प्राथमिक चिकित्सा, अग्निशमन उपकरणों के उपयोग संबंधी प्रदर्शन, बचाव और आपदा प्रबंधन पर डेमो और अग्नि सुरक्षा से संबंधित फिल्मों की स्क्रीनिंग आदि गतिविधियाँ की जाएंगीं।
Team rudra
Abhishek Kumar Verma
Amarpal Verma
Krishna
Yograj Patel
anil Kumar Verma
Rajeev Kumar Pandey
Prashant Yadav
Dr.Sant lal
Sujata Singh
Anand Yadav
Geography team mppg college ratanpura mau
Surjit Gupta
Saty Prakash Gupta
Sujit kumar prajapati
Shubham Singh
Akhilesh Kumar