23 April 2021 Current Affairs

विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक – 2021

  चर्चा में क्यों?

    हाल ही में ‘विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक-2021’ (World Press Freedom Index-2021) जारी किया गया है।

  • ‘विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक-2021’ में भारत की रैंक 180 देशों में 142 है।

    प्रमुख बिन्दु

  • गैर-लाभकारी संगठन रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स (RSF) की ओर से जारी 
  •  भारत पत्रकारिता के लिए सबसे खराब देशों में शामिल है। यहाँ प्रेस की आज़ादी पिछले कुछ समय में काफी क्षीण हुई है।
  •  नॉर्वे शीर्ष पर है।  नॉर्वे के बाद फिनलैंड और डेनमार्क का स्थान आता है।
  • ‘विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक-2021’ में एरिट्रिया सबसे निचले पायदान पर है।
  •  चीन का 177वां स्थान है। इसके अतिरिक्त नेपाल 106वें, श्रीलंका 127वें, म्यांमार 140वें, पाकिस्तान 145वें और बांग्लादेश 152वें स्थान पर हैं।

   ‘विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक’ 

  • गैर-लाभकारी संगठन रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स (RSF) द्वारा विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक को प्रतिवर्ष जारी किया जाता है।
  • वर्ष 2002 में प्रकाशित किया गया था।

       रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स

  •  विदाउट बॉर्डर्स को रिपोर्टर्स सेन्स फ्रंटियर्स (RSF) के नाम से भी जाना जाता है।
  • इसकी स्थापना 1985 में ।
  • इसका मुख्यालय पेरिस में है।
  •  यूएन, यूनेस्को और ईयू जैसे अंतर्राष्ट्रीय संगठन और मानव अधिकारों पर सलाहकार की भूमिका निभाता है।

विश्व पृथ्वी दिवस 

    चर्चा में क्यों

   अप्रैल पर्यावरण संरक्षण के लिए समर्थन प्रदर्शित करने के लिए हर साल 22 अप्रैल को विश्व पृथ्वी दिवस मनाया जाता है । 

   तथ्य

  • पृथ्वी दिवस पहली बार 1970 में मनाया गया था ।
  •  यह 1990 में एक अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम बना ।
  •  वर्ष 2021 में पृथ्वी दिवस की 51 वीं वर्षगांठ है । 
  • 2021 विश्व पृथ्वी दिवस की थीम ” हमारी पृथ्वी को पुनर्स्थापित करें ” है ।
  • इस दिवस का मुख्य उद्देश्य लोगों में पर्यावरण संरक्षण के बारे में जागरूकता फैलाना है । 
  • 2016 में पृथ्वी दिवस पर ग्रीनहाउस उत्सर्जन को कम करने के लिए 200 से अधिक देशों द्वारा पेरिस समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे । 
  • संयुक्त राष्ट्र ने 2009 में 22 अप्रैल को ‘ अंतर्राष्ट्रीय मातृ पृथ्वी दिवस ‘ घोषित किया था । 
  • इस अवसर पर , जलवायु पर नेताओं के शिखर सम्मेलन सहित सात जलवायु 
  •  संबंधित कार्यक्रम हो -एसडीजी 13 
  • जलवायु परिवर्तन और इसके प्रभावों से निपटने के लिए तत्काल कार्रवाई करें।

रूस का स्पेस स्टेशन लॉन्च करेगा 

सन्दर्भ

   रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोसमोस ने घोषणा की है कि वह 2025 में अपना स्पेस स्टेशन लॉन्च करेगा । 

     तथ्य

  • रूस ने अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन कार्यक्रम छोड़ने का फैसला किया है ।
  •  वह 1998 से इस कार्यक्रम का हिस्सा था । 
  •  रूस का अपना कक्षीय स्टेशन अंतरिक्ष अन्वेषण में एक नया अध्याय जोड़ेगा लेकिन यह अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन कार्यक्रम पर रूस और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच सहयोग को समाप्त कर देगा । 
  • हाल ही में , रूस ने यूरी गगारिन के अंतरिक्ष में जाने की 60 वीं वर्षगांठ मनाई है । अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन 
  •  यह निचली पृथ्वी की कक्षा में रहने योग्य कृत्रिम उपग्रह है । 
  • यह संयुक्त राज्य अमेरिका , रूस , जापान , कनाडा और यूरोप की एक सहयोगी परियोजना है ।
  •  यह अंतरिक्ष पर्यावरण अनुसंधान प्रयोगशाला के रूप में काम करता है ।
  •  अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन का पहला मॉड्यूल 1998 में लॉन्च किया गया था ।

  भारत – अमेरिका जलवायु और स्वच्छ ऊर्जा एजेंडा 2030

   चर्चा में क्यों

    जलवायु पर नेताओं के शिखर सम्मेलन में , भारत और अमेरिका ने ” भारत – अमेरिका जलवायु और स्वच्छ ऊर्जा एजेंडा 2030 साझेदारी ” की शुरुआत की । 

    तथ्य

  • भारत और अमेरिका दोनों ने जलवायु परिवर्तन और स्वच्छ ऊर्जा के लिए महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किए हैं । 
  •  यह साझेदारी भारत और अमेरिका को उनके महत्वाकांक्षी जलवायु और स्वच्छ ऊर्जा लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करेगी । 
  • यह जलवायु और स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच सहयोग को भी मजबूत करेगा । 
  • साझेदारी से वित्त जुटाने , नवीन स्वच्छ प्रौद्योगिकियों का विकास , परिवहन और बिजली क्षेत्रों का कार्बन उत्सर्जन कम करने आदि में मदद मिलेगी । 
  • सामरिक स्वच्छ ऊर्जा साझेदारी और जलवायु कार्य एवं वित्त संग्रहण संवाद इस साझेदारी के दो महत्वपूर्ण स्तंभ होंगे । 
  • भारत ने 2030 तक सकल घरेलू उत्पाद की उत्सर्जन तीव्रता को 33 से 35 % तक कम करने का लक्ष्य रखा है । 
  • भारत ने पहले ही 21 % हासिल कर लिया है और शेष अगले 10 वर्षों में हासिल कर लिया जाएगा ।

ओला की योजना 

चर्चा में क्यों

 ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर के लिए एक राष्ट्रव्यापी चार्ज नेटवर्क बनाने की योजना बना रहा है । यह दुनिया का सबसे बड़ा स्कूटर चार्जिंग नेटवर्क होगा

तथ्य

  •  ओला पांच साल में 400 से अधिक भारतीय शहरों में उच्च गति चार्जिंग पॉइंट स्थापित करेगा । 
  • पहले वर्ष में , ओला भारत के 100 शहरों में 5,000 चार्जिंग पॉइंट स्थापित करेगी ।
  •  ओला हाइपरचार्जर केवल 18 मिनट में ओला स्कूटर को 50 प्रतिशत तक चार्ज कर सकती है । 
  • इसे शहर के हर कोने में स्थापित किया जाएगा । 
  • ओला अपने पहले इलेक्ट्रिक स्कूटर लॉन्च करने की योजना बना रही है । 
  • इसने तमिलनाडु में दुनिया की सबसे बड़ी स्कूटर फैक्ट्री स्थापित करने की भी घोषणा की है ।

    ओला हाइपरचार्ज नेटवर्क 

  • ओला अन्य भागीदारों के साथ मिलकर यह नेटवर्क बना रही है । 
  • इस नेटवर्क का होम चार्जर घर पर चार्जिंग की सुविधा प्रदान करेगा । 
  • यह ओला स्कूटर ग्राहकों को एक सहज चार्ज सुविधा प्रदान करेगा ।

वैश्विक ऊर्जा संक्रमण सूचकांक 2021 

सन्दर्भ

भारत को ऊर्जा संक्रमण सूचकांक में 115 देशों में 87 वें स्थान पर रखा गया है । वैश्विक ऊर्जा संक्रमण सूचकांक 2020 में भारत 74 वें स्थान पर था । 

तथ्य

  • वैश्विक ऊर्जा संक्रमण सूचकांक देशों को उनकी ऊर्जा प्रणालियों के प्रदर्शन के आधार पर रैंकिंग देता है । 
  • स्वीडन वैश्विक ऊर्जा संक्रमण सूचकांक 2021 में शीर्ष स्थान पर है , इसके बाद नॉर्वे और डेनमार्क हैं । 
  • दुनिया की दस सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में , केवल यूनाइटेड किंगडम और फ्रांस ही शीर्ष 10 में हैं । 
  • इस वर्ष के सूचकांक के अनुसार , वैश्विक औसत ईटीआई स्कोर पिछले 10 वर्षों में से 8 में बढ़े हैं और 115 देशों में से 92 ने पिछले 10 वर्षों में अपने स्कोर में सुधार किया है ।
  •  चीन ( 68 ) और भारत ( 87 ) ने पिछले एक दशक में अपने स्कोर में काफी सुधार किया है ।
  •  वैश्विक ऊर्जा संक्रमण सूचकांक विश्व आर्थिक मंच द्वारा जारी किया जाता है । 

 टीम रूद्रा

मुख्य मेंटर – वीरेेस वर्मा (T.O-2016 pcs ) 

अभिनव आनंद (डायट प्रवक्ता) 

डॉ० संत लाल (अस्सिटेंट प्रोफेसर-भूगोल विभाग साकेत पीजी कॉलेज अयोघ्या 

अनिल वर्मा (अस्सिटेंट प्रोफेसर) 

योगराज पटेल (VDO)- 

अभिषेक कुमार वर्मा ( FSO , PCS- 2019 )

प्रशांत यादव – प्रतियोगी – 

कृष्ण कुमार (kvs -t ) 

अमर पाल वर्मा (kvs-t ,रिसर्च स्कॉलर)

 मेंस विजन – आनंद यादव (प्रतियोगी ,रिसर्च स्कॉलर)

अश्वनी सिंह – प्रतियोगी

प्रिलिम्स फैक्ट विशेष सहयोग- एम .ए भूगोल विभाग (मर्यादा पुरुषोत्तम डिग्री कॉलेज मऊ) ।

Leave a Reply