फास्टैग (FASTag)
चर्चा में क्यों?
हाल ही में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने फास्टैग को अनिवार्य घोषित किया है।
प्रमुख बिंदु
- 15 फरवरी/16 फरवरी 2021 की आधी रात से “शुल्क प्लाजा की फास्टैग लेन” के रूप में घोषित कर दिया जाएगा।
- जिस वाहन में वैध, कार्यात्मक फास्टैग नहीं है, उसे शुल्क प्लाज़ा में प्रवेश करने पर उस श्रेणी के लिए निर्धारित शुल्क का दोगुना शुल्क के बराबर की राशि का भुगतान करना होगा।
फास्टैग करता है?
- फास्टटैग, एक रेडियो फ्रीक्वेंसी पहचान स्टिकर (RFID) है जो वाहन की विंड स्क्रीन पर लगाया जाता है।
- जब भी कोई वाहन टोल प्लाजा से गुजरता है तो वहां लगे हुए स्कैनर वाहन के विंडस्क्रीन पर लगे हुए फास्टटैग को स्कैन कर लेते हैं और टोल शुल्क की पेमेंट डिजिटली हो जाती है।
- इस टैग की वजह से टोल बूथ पर रुकने की जरूरत नहीं होती है।
- फास्टैग की शुरुआत 2016 में हुई थी।
- चार बैंकों ने उस साल सामूहिक रूप से एक लाख टैग जारी किए थे।
लाभ
- टोल प्लाजा पर पेमेंट के लिए रुकना नहीं पड़ता है।
- टोल अपने आप कट जाएगा, जिससे समय, ईंधन आदि की बचत होती है।
- लंबे जाम से बचा जा सकता है।
- डिजिटल भुगतान को बढ़ावा मिलता है ।
- सड़कों पर चलने वाले वाहनों की सटीक संख्या का पता चल सकेगा।
भारत ऑस्ट्रेलियन चक्रीय-अर्थव्यवस्था हैकाथॉन
चर्चा में क्यों?
हाल ही में अटल इनोवेशन मिशन (AIM) और ऑस्ट्रेलिया की राष्ट्रीय विज्ञान एजेंसी “राष्ट्रमंडल वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान संगठन” (CSIRO) ने भारत-ऑस्ट्रेलिया चक्रीय-अर्थव्यवस्था (I-ACE) हैकथॉन, 2021 की शुरुआत की है।
(I-ACE) हैकथॉन के बारे में
- संयुक्त हैकाथॉन की अवधारणा 4 जून, 2020 को रखी गई।
- लक्ष्य भारत और ऑस्ट्रेलिया के प्रतिभाशाली छात्रों और अभिनव स्टार्ट-अप्स को सक्षम बनाना।
I-ACE हैकाथॉन के मुख्य विषय:
- पैकेजिंग नवाचार और पैकेजिंग कचरे को कम करना
- कचरे को कम करने लिए खाद्य आपूर्ति श्रृंखलाओं में नवाचार
- प्लास्टिक कचरे में कमी लाने के अवसर तलाशना
- धातुओं और ई-कचरे का पुनर्चक्रण
क्या है चक्रीय अर्थव्यवस्था
- चक्रीय अर्थव्यवस्था एक ऐसी अर्थव्यवस्था है जहाँ उत्पादों को इस प्रकार से डिज़ाइन किया जाता है कि उनका पुन: उपयोग और पुनर्चक्रण किया जा सके। इसके अंतर्गत लगभग सभी उत्पादों को पुन: उपयोग, पुन: उत्पादन और कच्चे माल में पुनर्नवीनीकरण या ऊर्जा के स्रोत के रूप में उपयोग किया जाता है।
राष्ट्रीय महिला दिवस
सन्दर्भ
13 फरवरी हर साल 13 फरवरी को भारत में राष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाया जाता है । सरोजिनी नायडू की जयंती को मनाने के लिए दिन मनाया जाता है ।
तथ्य
- अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस हर साल 8 मार्च को मनाया जाता है ।
- सरोजिनी नायडू
- उनका जन्म 13 फरवरी 1879 को हैदराबाद में हुआ था ।
- उन्हें ‘ नाइटिंगेल ऑफ इंडिया ‘ के रूप में जाना जाता है ।
- वह भारत की पहली महिला राज्यपाल थीं ।
- वह 1947 में संयुक्त प्रांत ( अब उत्तर प्रदेश ) की राज्यपाल बनीं ।
- वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की पहली भारतीय महिला अध्यक्ष थीं ।
- उन्होंने कांग्रेस के 1925 के कानपुर अधिवेशन की अध्यक्षता की ।
- वह महात्मा गांधी की अनुयायी थीं ।
उनके कुछ उल्लेखनीय कार्य
- द ब्रोकन विंग : सॉन्स ऑफ़ लव , डेथ एंड द स्प्रिंग
- द गिफ्ट ऑफ इंडिया
- मुहम्मद जिन्ना : एकता के एक राजदूत
- द सेप्ट्रेड फ्लूटः सांग्स ऑफ़ इंडिया
- इलाहाबाद : किताबीस्तान
- इंडियन वीवर्स
अर्जुन मार्क-1ए युद्ध टैंक
चर्चा में क्यों?
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के मुख्य युद्धक टैंक ‘अर्जुन मार्क-1ए’(एमके-1ए) को राष्ट्र को समर्पित किया है।
तथ्य
- चेन्नई में सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे को सौंपा है।
- स्वदेशी रूप से डिजाइन व निर्मित किए गए अर्जुन मुख्य बैटल टैंक (एमके-1ए) में स्वदेशी गोलाबारूद का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
अर्जुन मार्क-1ए के बारे में
- अर्जुन मार्क-1ए, का विकास रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के लड़ाकू वाहन अनुसंधान और विकास प्रतिष्ठान (सीवीआरडीई) द्वारा किया गया है।
- इसे आर्मर्ड फाइटिंग व्हीकल क्षमता में देश की आत्मनिर्भरता के लिए विकसित किया गया है।
- अर्जुन मार्क-1ए इसका अद्यतन वर्जन है एवं पहले के वर्जन से ज्यादा अपग्रेड और ज्यादा विध्वंसक है।
मणिपुर उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश
चर्चा में क्यों
राष्ट्रपति ने न्यायमूर्ति पी . वेंकट संजय कुमार को मणिपुर उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया है ।
तथ्य
- 1988 में आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय में एक वकील के रूप में अपना अभ्यास शुरू किया था ।
- 2008 में आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था ।
- उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश :
नियुक्ति
- राष्ट्रपति भारत के मुख्य न्यायाधीश और राज्य के राज्यपाल से परामर्श के बाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति करता है ।
कार्यकाल
- उच्च न्यायालय का एक मुख्य न्यायाधीश तब तक पद धारण करता है जब तक वह 62 वर्ष की आयु पूरी नहीं कर लेता ।
योग्यता
- उसे भारत का नागरिक होना चाहिए ।
- वह दस साल के लिए किसी भी राज्य के अधीनस्थ न्यायालय में एक न्यायाधीश होना चाहिए या दस साल के लिए उच्च न्यायालय का एक वकील रहा हो ।
शपथ
- राज्य के राज्यपाल या केंद्र शासित प्रदेशों में उपराज्यपाल या राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त व्यक्ति द्वारा शपथ दिलाई जाती है ।
टीम रूद्रा
मुख्य मेंटर – वीरेेस वर्मा (T.O-2016 pcs )
अभिनव आनंद (डायट प्रवक्ता)
डॉ० संत लाल (अस्सिटेंट प्रोफेसर-भूगोल विभाग साकेत पीजी कॉलेज अयोघ्या
अनिल वर्मा (अस्सिटेंट प्रोफेसर)
योगराज पटेल (VDO)-
अभिषेक कुमार वर्मा (प्रतियोगी)
प्रशांत यादव – प्रतियोगी –
कृष्ण कुमार (kvs -t )
अमर पाल वर्मा (kvs-t ,रिसर्च स्कॉलर)
मेंस विजन – आनंद यादव (प्रतियोगी ,रिसर्च स्कॉलर)
प्रिलिम्स फैक्ट विशेष सहयोग- एम .ए भूगोल विभाग (मर्यादा पुरुषोत्तम डिग्री कॉलेज मऊ) ।