बाल श्रम कन्वेंशन को सार्वभौमिक अनुसमर्थन
चर्चा का कारण
- हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) के बाल श्रम के कन्वेंशन नंबर 182 को किंगडम ऑफ टोगा के समर्थन के पश्चात सार्वभौमिक (समूह के सभी सदस्यों का) अनुसमर्थन प्राप्त हो गया है।
- कन्वेंशन नंबर 182 को ILO के सभी 187 सदस्यों का समर्थन प्राप्त हुआ। ILO ने परिभाषित किया है कि ऐसे कार्य जिससे बच्चों के बचपन, उनकी क्षमता, गरिमा तथा उनके शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए हानिकारक हो।
- कन्वेंशन नंबर 182 को ILO के 1999 में जिनेवा बैठक में सदस्य देशों द्वारा अपनाया गया, जिसमें बाल श्रम के सबसे वीभत्स स्वरूप दासता, वेश्यावृत्ति, तस्करी तथा सशस्त्र संघर्ष जैसे शोषण शामिल है।
- ILO के अनुसार कम विकसित देशों में चार में से एक बच्चा (उम्र 5-17 वर्ष) बाल श्रमिक है। ILO रिपोर्ट के अनुसार 2004 से 2016 के मध्य बाल श्रम के इस वीभत्स घटनाओं में 40% (लगभग) की गिरावट आई है। फिर भी इस समय लगभग 152 मिलियन बच्चे बाल श्रमिक हैं तथा इसमें से 72 मिलियन खतरनाक कार्य में लगे हुए हैं।
- कोविड-19 के दौरान नौकरियों के अवसर कम होने तथा स्कूल व सरकारी सहायता बंद होने के कारण तथा घरेलू आय कम होने से बाल श्रम का खतरा भी बढ़ा है।
- सतत विकास लक्ष्य के अनुसार 2025 तक बाल श्रम को समाप्त करना है। भारत द्वारा 2017 में कन्वेंशन 102 तथा मिनिमम एज कन्वेंशन- 1973 की भी पुष्टि की गई है।
- बच्चों को बाल श्रम तथा शोषण से बचाने के लिए पिछड़े तथा गरीब देशों/क्षेत्रों में विकास करना होगा। लोगों को गरीबी के कुचक्र से निकालकर शिक्षित भी करना होगा। भारत जैसे देशों में बचपन बचाओ आंदोलन, चाइल्डफंड तथा केयर इंडिया जैसे संगठन बच्चों को बाल श्रम से निजात दिलाने का प्रयास कर रहे हैं।
भादभूत परियोजना
- हाल ही में गुजरात सरकार ने भरूच में भादभूत परियोजना के लिए अनुबंध प्रदान किए हैं। भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण ने इस परियोजना को मंजूरी दे दी है, परंतु स्थानीय मछुआरों द्वारा इस परियोजना का विरोध किया जा रहा है।
विशेषताएं
- यह परियोजना नर्मदा नदी के पार, भादभूत गांव से 5 किलोमीटर और नदी के मुहाने से 25 किलोमीटर दूर स्थित है जहां नर्मदा नदी खंभात की खाड़ी में गिरती है।
- यह परियोजना 8000 मिलियन क्यूबिक मीटर भूमिगत जल को संग्रहित करेगा।
- यह समुद्र में दुनिया के सबसे बड़े मीठे जल के जलाशय में से एक होगा।
उद्देश्य
- लवणता अंर्तग्रहण को रोकना
- यह नदी पर 6000 मिलियन क्यूबिक मीटर मीठे पानी की एक झील का निर्माण करेगा। जिससे भरूच क्षेत्र में मीठे पानी की समस्या का समाधान होगा।
प्रभाव
- हिल्सा मछली के प्रवासन व प्रजनन चक्र में हस्तक्षेप होने की संभावना
- अलियावेट का झींगा संपन्न हिस्सा जलमग्न होने की संभावना है।
अरुणाचल प्रदेश : 6वींअनुसूची में शामिल करने की मांग
संदर्भ
- हाल ही में अरुणाचल प्रदेश में दो स्वायत्त परिषद द्वारा पूरे अरुणाचल प्रदेश को संविधान की 6वीं अनुसूची अनुच्छेद- 371 (A) के दायरे में लाने की मांग की गई है।
6 वीं अनुसूची
- संविधान की 6 वीं अनुसूची असम, मेघालय, त्रिपुरा और मिजोरम राज्य के जनजातीय क्षेत्रों के प्रशासन के लिए इन राज्यों में जनजातीय लोगों के ‘अधिकारों की रक्षा’ करने का प्रावधान करती है।
- यह विशेष प्रावधान संविधान के अनुच्छेद 244 (2) और अनुच्छेद 275 (1) के तहत प्रदान किया गया है।
- बोरदोलाई समिति (संविधान सभा द्वारा गठित) ने अपनी रिपोर्ट में आदिवासी क्षेत्रों के विकास के लिए प्रशासनिक प्रणाली की आवश्यकता को इंगित किया। साथ ही मैदानी इलाकों के लोगों के शोषण से आदिवासियों की सुरक्षा हेतु विशिष्ट सामाजिक रीति-रिवाजों के संरक्षण का आह्वान किया था।
6 वीं अनुसूची में प्रशासन
- जनजातीय क्षेत्रों का स्वायत्त जिलों के रूप में गठन।
- स्वायत्त क्षेत्रीय परिषद तथा स्वायत्त जिला परिषदों के माध्यम से आदिवासियों को विधायी और कार्यकारी शक्तियों के प्रयोग की स्वतंत्रता।
- राष्ट्रपति और राज्यपाल की स्वीकृति/अनुमोदन के बिना संसद या राज्य विधानसभाओं के द्वारा पारित अधिनियम को लागू न किया जाना।
- राज्यपाल को स्वायत्त जिलों के निर्माण एवं पुनः व्यवस्थित करने का अधिकार।
बायोएथेनॉल सम्मिश्रण : चुनौतियां और समाधान
- सरकार ने एथेनाल सम्मिश्रण कार्यक्रम ( Ethanal Blending Programme – EBP) के तहत वर्ष 2022 तक पेट्रोल में 10% बायोएथेनॉल सम्मिश्रण का लक्ष्य रखा है जिसे वर्ष 2030 तक बढ़ाकर 20% तक करना है।
प्रमुख बिंदु
- एथेनाल सम्मिश्रण कार्यक्रम को राष्ट्रीय जैव ईंधन नीति 2018 के तहत लांच किया गया था।
- वर्तमान में पेट्रोल में बायोऐथेनाॅल का सम्मिश्रण लगभग 5% है।
एथेनाल सम्मिश्रण कार्यक्रम
- 5% एथेनॉल मिश्रण पेट्रोल की आपूर्ति के लिए पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय द्वारा एथेनाल सम्मिश्रण पेट्रोल (EBP) कार्यक्रम को जनवरी 2003 में प्रारंभ किया गया था।
- तेल विपणन (DMCs) कंपनियां सरकार द्वारा तय की गई परिश्रमिक कीमतों पर घरेलू स्रोतों से एथेनाॅल खरीद करती है।
- वर्तमान में इस कार्यक्रम को ( अंडमान निकोबार और लक्ष्यदीप को छोड़कर ) पूरे भारत में लागू कर दिया गया है।
1G और 2G जैव इंधन संयंत्र
- 1G बायो-इथेनॉल संयंत्र में चीनी के उत्पादन से उत्पन्न उप उत्पादों यथा गन्ने के रस और गुड़ का उपयोग किया जाता है।
- जबकि 2G बायो संयंत्र में अधिशेष बायोमास और कृषि अपशिष्ट का उपयोग करते हैं।
वॉटर फुटप्रिंट
- यह 1 लीटर एथेनॉल का उत्पादन करने के लिए जल की मात्रा होती है।
- इथेनाल के उत्पादन के लिए आवश्यक जल की आपूर्ति वर्षा के माध्यम से नहीं हो पाती है।
जनजातीय स्वास्थ्य एवं पोषण पोर्टल- “स्वास्थ्य”
संदर्भ
- 17 अगस्त 2020 को भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय ने कई पहलो की घोषणा की जिनमें जनजातीय स्वास्थ्य एवं पोषण पोर्टल स्वास्थ्य और स्वास्थ्य तथा पोषण पर ई-न्यूज़लेटर आलेख “राष्ट्रीय प्रवासी पोर्टल” और “राष्ट्रीय जनजातीय फेलोशिप पोर्टल” शामिल है।
महत्वपूर्ण तथ्य
- स्वास्थ्य पहल ऐसा ई-पोर्टल है जो एक ही प्लेटफार्म पर भारत की जनजातीय आबादी के स्वास्थ्य एवं पोषण संबंधित जानकारी उपलब्ध कराता है।
- ज्ञान प्रबंधन हेतु उत्कृष्टता केंद्र के रूप में “पिरामल स्वास्थ्य” जो स्वास्थ्य एवं पोषण संबंधी नीति एवं निर्णय लेने के लिए इनपुट उपलब्ध कराएगा।
NOTE – गोइंग ऑनलाइन एज लीडर्स (GOAL) कार्यक्रम
• जनजातीय कार्य मंत्रालय के तहत फेसबुक के साथ भागीदारी में चलाया जाएगा।
• GOAL कार्यक्रम के माध्यम से जनजातीय कार्य मंत्रालय का उद्देश्य देश के 5000 जनजातीय युवाओं को सलाह देना और उन्हें अपने समुदाय के लिए ग्राम स्तर के डिजिटल युवा नेता बनने में मदद करना।
आंशिक ऋण गारंटी योजना 2.0 (PCGS 2.0)
संदर्भ-17 अगस्त 2020 को भारत सरकार ने 45000 करोड रुपए की इस योजना की वैधता को 3 महीने बढ़ाकर 19 नवंबर 2020 तक कर दिया है।
महत्वपूर्ण तथ्य
उद्देश्य-छोटे ऋणदाताओं के लिए तरलता में सुधार करना और इस योजना के तहत AA/AA- इन्वेस्टमेंट सब पोर्टफोलियो को 11250 करोड़ रुपए तक बढ़ाने के लिए राज्य द्वारा संचालित बैंकों को सक्षम बनाना है।
NOTE-
- आत्म निर्भर भारत अभियान के एक हिस्से के रूप में “PCGS 2.0” का शुभारंभ 20 मई 2020 को किया गया था जिसका उद्देश्य NBFCs, हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों (HFCs) माइक्रो फाइनेंस संस्थान (MFI) द्वारा जारी किए गए ‘AA’ और उससे कम रेटिंग वाले बांडों या कमर्शियल पेपरों (CP) को सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों द्वारा खरीदे जाने पर पोर्टफोलियो गारंटी प्रदान करना करना था।
NOTE
- PCGS 2.0 के तहत सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (PSBs) ने 28 निकायों द्वारा जारी किए गए “AA/AA” रेटिंग वाले बांडों/CPऔर 62 निकायों द्वारा जारी किए गए AA से कम रेटिंग वाले बांडों/CP की खरीद को मंजूरी दी है जिनका मूल्य 21262 करोड रुपए है।
- पोर्टफोलियो स्तर पर PCGS 2.0 के तहत AA/AA निवेश सब पोर्टफोलियो को PSB द्वारा खरीदे गए बांडों /CP के कुल पोर्टफोलियो के 50% (पूर्व निर्धारित 25% के बजाय ) से अधिक नहीं होना चाहिए।
डेथ वैली (Death Valley)
संदर्भ
- हाल ही में अमेरिकी मौसम सेवा ने बताया कि दक्षिणी कैलिफोर्निया रेगिस्तान में डेथ वैली के “फर्नेस क्रिक” में तापमान 54.4 डिग्री सेंटीग्रेड तक पहुंच गया।
NOTE
- विश्व मौसम संगठन के अनुसार, डेथ वैली के ग्रीनलैंड रैंच में 10 जुलाई 1913 को 56.7 डिग्री सेंटीग्रेड तापमान दर्ज किया गया था जो अभी भी पृथ्वी की सतह पर दर्ज किया गया सबसे अधिक तापमान है।
About Death Valley(शैतान का गोल्फ कोर्स)
- उत्तरी अमेरिका में उत्तरी मोजावे रेगिस्तान के पूर्वी कैलिफोर्निया में एक रेगिस्तानी घाटी है।
- यह मध्य पूर्व और सहारा रेगिस्तान की तरह पृथ्वी पर सबसे अधिक गर्म स्थानों में से एक है।
- डेथ वैली “रिफ्ट घाटी” का उदाहरण है। रिफ्ट घाटी का विकास तब होता है, जब दो भ्रंश रेखाओ के बीच का चट्टानी भाग या स्तंभ नीचे की ओर धंस जाता है।यह “होलोसीन युग” में 30 फीट गहरा जलाशय था, इसकी तली में नमक का एक बड़ा ढेर अवस्थित है।
ग्रीन कॉरिडोर
- एंबुलेंस की बाधा रहित आवाजाही के लिए पूणे एवं चेन्नई के पुलिस विभाग ने ग्रीन कॉरिडोर का निर्माण किया और हवाई अड्डों एवं अस्पतालों के बीच बिना किसी देरी के एंबुलेंस के लिए सड़कों को अवरोध रहित किया।
- यातायात प्रतिबंध के बीच पुणे के एक निजी अस्पताल में ब्रेन डेड घोषित 39 वर्षीय एक महिला का दिल एयर एंबुलेंस के जरिए चेन्नई लाया गया।
- दिल प्राप्तकर्ता पहले से ही नेशनल आर्गन एंड टिथ्यु ट्रांसप्लांट आर्गनाइजेशन (NOTTO) के साथ पंजीकृत है।
National organ and tissue transplant organisation
- भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के “स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय”के तहत स्थापित है एक राष्ट्रीय स्तर का संगठन है।
- NOTTO देश में मानव अंगों का रखरखाव, आवंटन एवं वितरण से संबंधित गतिविधियों के लिए शीर्ष निकाय के रूप में कार्य करता है।
- इसके दो विभाग हैं-
1-National Humen organ and tissue renewal and storage network
2-National biomaterial centre.
NOTE
- भारत में अंगदान को “मानव अंग एवं उत्तक प्रत्यारोपण अधिनियम 1994”द्वारा विनियमित किया जाता है।
- यह अधिनियम मृतक एवं जीवित दाताओ दोनों को अंगों को दान करने की अनुमति देता है।
- यह मस्तिष्क की मृत्यु (Brain dead) को मृत्यु के एक रूप में भी पहचानता है।
Team rudra
Abhishek Kumar Verma
Amarpal Verma
Krishna
Yograj Patel
anil Kumar Verma
Rajeev Kumar Pandey
Prashant Yadav
Dr.Sant lal
Sujata Singh
Geography team mppg college ratanpura mau
- Surjit Gupta
- Saty Prakash Gupta
- Shubham Singh
- Akhilesh Kumar
- Sujit Kumar Prajapti