ओणम
- केरल के महान शासक राजा महाबली की स्मृति के सम्मान में ओणम का त्योहार मनाया जाता है।
प्रमुख बिंदु
- भारतीय उपराष्ट्रपति ने ओणम की पूर्व संध्या पर एक संदेश के माध्यम से देशवासियों को बधाई दी।
- केरल का लोकप्रिय पर्व प्राय: सितंबर माह के प्रथम पखवारे में मनाया जाता है।
- ओणम को कृषि पर्व भी कहा जाता है इसे मलयाली हिंदुओं द्वारा मनाया जाता है।
- यह पर्व 10 से 12 दिन तक चलता है।
- ओणम पर 26 पकवानों वाले सद्या (Sadya) को केले के पत्ते पर खास तरीके से परोसा जाता है।
अफ्रीकन बाओबाब
- हाल ही में साइंटिफिक रिपोर्ट्स जनरल में प्रकाशित एक शोध में बताया गया कि अफ्रीकन बाओबाब नामक वृक्ष में 168 गुणसूत्र होते हैं जो आने वाले समय में अनुवांशिक अध्ययन, संरक्षण एवं कृषि उद्देश्यों के लिए महत्वपूर्ण जानकारी दे सकते हैं।
प्रमुख बिंदु
- वृक्ष की कोशिकाओं में व्यक्तिगत गुणसूत्रों के आनुवंशिक घटकों को देखने के लिए फ्लोरोसेंट जांच का उपयोग किया जाता है।
- पेड़ में न्यूक्लियोलस ऑर्गेनाइजर रीजन जिसमें मुख्य गुणसूत्र के सापेक्ष क्षेत्र किसी अन्य पौधों की तुलना में बड़ा दिखाई देता है।
- न्शयूक्लिओली एक महत्वपूर्ण घटक है, जो यूकैरियोट्स को प्रोकैरियोट्स से अलग करती है।
- सिल्वीकल्चरल अनुप्रयोग के लिए बाओबाब में सुधार की मांग की जा रही है।
- इसका वैज्ञानिक नाम एडानसोनिया डिजीटाटा है तथा इसे “ट्री आफ लाइफ” भी कहा जाता है।
- अफ्रीका में विशेष रुप से विपरीत पारिस्थितिकी सवाना क्षेत्र में पाया जाता है। पोषक तत्वों से युक्त फलों के साथ मनुष्यों एवं जानवरों के लिए भोजन एवं जल एवं आश्रय प्रदान करते है।
तुर्की-ग्रीस गतिरोध
संदर्भ
- हाल ही में खोजे गए गैस भंडार को लेकर ग्रीस और तुर्की के बीच बढ़ते तनाव के बीच फ्रांस ने पूर्वी भूमध्य सागर में अपनी सेना तैनात कर दी है।
गतिरोध का कारण
- यूरोपीय यूनियन, पश्चिम एशिया और उत्तरी अफ्रीका में ग्रीस सहयोगियों ने परिवहन के लिए भूमध्य सागर से यूरोप की मुख्य भूमि तक गैस पाइपलाइन बनाने की योजना में तुर्की को शामिल न किया जाना।
- साइप्रस, मिस्र, ग्रीस, इटली, जॉर्डन और फिलीपींस ने ‘इस्टमीड गैस फोरम’ का गठन किया जिसमें एक बार फिर से तुर्की को इससे बाहर रखा गया।
तुर्की की प्रतिक्रिया
- तुर्की ने EU की पाइप लाइन योजना को चुनौती देने हेतु एक ‘विशेष आर्थिक जोन’ के निर्माण हेतु लीबिया के साथ समझौता किया। यह EE2 तुर्की के दक्षिणी बिंदु से लेकर भूमध्य सागर के पार लीबिया के पश्चिमी बिंदु तक है।
आगे की राह
- यूरोपीय संघ का तुर्की के साथ खुला संघर्ष बिल्कुल भी मददगार साबित नहीं होगा। हर किसी के हित में है कि तनाव को कम किया जाए और गैस संबंधी संघर्ष का एक रणनीतिक एवं पारस्परिक रूप से स्वीकार्य समाधान खोजने का प्रयास किया जाए।
शेतुरुंजी और भादर बांध ( Shetrunji And Bhadar Dam)
- 30 अगस्त 2020 को गुजरात सरकार के सिंचाई विभाग ने अत्यधिक वर्षा के कारण सौराष्ट्र क्षेत्र में स्थित शेतुरुंजी (Sheturanji) और भादर (Bhadar) बांधों में अत्यधिक मात्रा में जल का निर्वाहन किया।
प्रमुख बिंदु
- गुजरात के भावनगर के पालीताना में स्थित शेतरूंजी बांध में 308.68 मिलियन क्यूबिक मीटर (MCM) की भंडारण क्षमता है तथा यह सौराष्ट्र क्षेत्र का सबसे बड़ा जलाशय है।
- राजकोट जिले के गोंडल में स्थित भादर बांध की सकल भंडारण क्षमता 188.14 MCM है तथा यह सौराष्ट्र क्षेत्र का दूसरा सबसे बड़ा जलाशय है।
- दोनों बांध शेतुरुंजी व भादर नदियों पर स्थित है। यह नदियां विपरीत दिशाओं में बहती हैं और दोनों बांधों का अलग-अलग जल ग्रहण क्षेत्र है।
सप्लाई चैन रेजिलिएंस इनीशिएटिव (SCRI)
संदर्भ
- भारत, जापान, आस्ट्रेलिया ने चीन के आक्रामक राजनीतिक व सैन्य व्यवहार के मद्देनजर चीन पर अपनी निर्भरता कम करने के लिए त्रिपक्षीय SCRI शुरू करने के प्रस्ताव पर विचार कर रहे हैं।
NOTE- इन तीनों के बाद भविष्य में ASEAN देशों को इसमें शामिल होने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
- चीन व उत्तरी अमेरिका के बीच बढ़ते तनाव व कोविड-19 के कारण वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला प्रभावित हुई है।
Supply Chain Resilience का अर्थ
- यह एक दृष्टिकोण है जो किसी देश को संपूर्ण आपूर्ति के लिए किसी एक देश पर निर्भर होने के बजाय अलग-अलग आपूर्तिकर्ता देशों तक विस्तार करें।
- इस दृष्टिकोण को अपनाने का मुख्य कारण अप्रत्याशित घटना जैसे प्राकृतिक आपदा, मानव निर्मित (सशस्त्र संघर्ष) की स्थिति में आपूर्ति बाधा उत्पन्न ना हो जिससे आर्थिक गतिविधियों पर विपरीत प्रभाव न पड़े।
भारत के लिए इस पहल के निहितार्थ
- भारत-चीन के सीमा तनाव के बीच जापान जैसी भागीदार के माध्यम से वैकल्पिक व्यापार श्रृंखलाओं पर भारत विचार कर सकता है।
आंकड़े वित्तीय वर्ष 2019-20
- भारत द्वारा चीन को लगभग 16.6 बिलीयन डॉलर निर्यात जबकि भारत ने चीन से लगभग 65.26 बिलियन डॉलर आयात (व्यापार घाटा 53.56 बिलियन डॉलर)
- चीन, भारत के कुल आयात में 14% हिस्सेदारी है।
- ऐसे में चीन किसी कारण से भारत को आयात करना बंद कर देता है तो भारतीय अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर सकता है।
- भारतीय दवा निर्माता कई दवाओं के निर्माण के लिए API के आयात हेतु चीन पर अधिक निर्भरता।
- इलेक्ट्रॉनिक आयात में चीन का 45% हिस्सा है।
- भारत को आर्थिक व्यवस्था (भविष्य में) प्रभावित न हो इसलिए यह पहल महत्वपूर्ण है।
ऑस्ट्रेलिया की भूमिका
- चीन, ऑस्ट्रेलिया का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है।
- हाल ही में व्यापारिक संबंध तनाव में है जैसे चीन द्वारा ऑस्ट्रेलियाई मांस कंपनियों पर आयात पर प्रतिबंध, ऑस्ट्रेलियाई जौ पर आयात शुल्क।
- नस्लवाद (ऑस्ट्रेलिया में कोविड-19 के कारण) के कारण ऑस्ट्रेलिया अपनी निर्भरता घटाने के लिए इस पहल के माध्यम से आपूर्ति श्रृंखला में लचीलापन ला सकता है।
जापान का प्रस्ताव
- मौजूदा आपूर्ति श्रृंखला नेटवर्क को विकसित करने पर ध्यान।
NOTE- जापान द्वारा प्रस्तावित SCRI का प्राथमिक उद्देश्य हिंद प्रशांत क्षेत्र को “आर्थिक महाशक्ति” के रूप में बदलने के लिए अधिक से अधिक FDI आकर्षित करना तथा भागीदार देशों के बीच परस्पर पूरक संबंध स्थापित करना।
कवकाज/काकेशस- 2020 सैन्य अभ्यास
संदर्भ
- कोविड-19 महामारी के कारण भारत ने रूस में होने वाले “बहुराष्ट्रीय त्रिकोणीय सर्विस अभ्यास” कवकाज- 2020 से अपनी भागीदारी को वापस ले लिया है।
कवकाज- 2020 अभ्यास
- एक रणनीतिक कमांड पोस्ट अभ्यास है जिसे Caucasus- 2020 भी कहा जाता है।
- त्रिकोणीय सेवा अभ्यास रूसी सेना द्वारा प्रति 4 वर्ष में किया जाने वाला अभ्यास है।
- वर्ष 2020 का अभ्यास दक्षिणी रूस के अस्त्राखान प्रांत मे
- इस अभ्यास में SCO के सदस्य देश और अन्य मध्य एशियाई देश भाग लेंगे।
भारत के अभ्यास से अलग होने के अन्य संभावित कारण
- कवकाज- 2020 में चीन, तुर्की, पाकिस्तान की भागीदारी
- चीन के साथ LAC पर गतिरोध
- कश्मीर मामले पर भारत व तुर्की के बीच टकराव
- जॉर्जिया के विघटनकारी क्षेत्र अबकाजिया (Abkhazia) दक्षिण ओसेशिया की भागीदारी क्योंकि इन क्षेत्रों को केवल रूस और कुछ अन्य देश ने मान्यता प्रदान की है। भारत इन क्षेत्रों को मान्यता नहीं देता।
भारत-रूस सैन्य कूटनीति पर प्रभाव
- भारत हमेशा से रूस के साथ अपने संबंधों को चीन-रूस संबंधों से स्वतंत्र रूप से देखता है। रूस भी ऐसी नीति अपनाता है।
- भारत-चीन गतिरोध के दौरान रूस ने भारत को हथियारों की आपूर्ति की प्रतिबद्धता को बनाए रखा
- भारत-रूस सैन्य कूटनीति की शुरुआत 2003 में द्विपक्षीय नौसेना अभ्यास इंद्र से मानी जाती है।
- भारत-रूस ने अभ्यास TSENTR- 2019 में भी भाग लिया (अभ्यास TSENTR 2019 रुसी सशस्त्र बलों के वार्षिक प्रशिक्षण चक्र का हिस्सा है)
दिव्यांगजन और न्याय प्रणाली तक आसान पहुंच
चर्चा में क्यों?
- हाल ही में संयुक्त राष्ट्र ने दिव्यांग व्यक्तियों के लिए सामाजिक न्याय तक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए अपनी तरह के पहले दिशा निर्देश जारी किए हैं जिससे ऐसे व्यक्तियों के लिए न्याय प्रणाली का उपयोग करना काफी आसान हो जाएगा।
संयुक्त राष्ट्र की परिभाषा में दिव्यांग व्यक्ति
- दिव्यांगता को ऐसे व्यक्तियों के रूप में परिभाषित किया गया है जिनके पास दीर्घकालिक, शारीरिक,मानसिक, बौद्धिक या संवेदी दोष है जो कि अन्य व्यक्तियों के साथ समान आधार पर समाज में उनकी पूर्ण और प्रभावी भागीदारी में बाधा डालते हैं।
दिव्यांग व्यक्ति-संबंधित समस्याएं
- उचित देखभाल, सहायता और उपकरणों तक पहुंच का अभाव
- भारत की शिक्षा प्रणाली में समावेशन का अभाव
- दिव्यांगों हेतु विशिष्ट विद्यालयों, प्रशिक्षित शिक्षकों, और विशिष्ट शैक्षिक सामग्री का अभाव
- उच्च शिक्षण संस्थानों में दिव्यांग आरक्षण का सही से लागू न होना
- रोजगार दर में कमी
- अधिकांश इमारतें, परिवहन सेवाओं का दिव्यांग व्यक्ति के उपयोग हेतु प्रतिकूल होना।
- परिवार और समाज का नकारात्मक व्यवहार
- रोजमर्रा के जीवन में भेदभाव का सामना करना पड़ता है।
दिव्यांग व्यक्तियों से संबंधी कानून
दिव्यांग जन अधिकार अधिनियम 2016
- इस अधिनियम ने वर्ष 1995 के दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम का स्थान लिया।
प्रावधान
- इसमें दिव्यांगता के मौजूदा प्रकारों को 7 से बढ़ाकर 21 कर दिया गया है । इसमें केंद्र सरकार को वृद्धि का अधिकार है।
- 6 से 18 वर्ष तक के बच्चों के लिए निशुल्क शिक्षा की व्यवस्था।
- दिव्यांग व्यक्तियों को वित्तीय सहायता हेतु एक अलग राष्ट्रीय तथा राजकोष के गठन का प्रावधान।
पोषण माह
- वर्ष 2018 के बाद से पोषण अभियान के तहत प्रत्येक वर्ष सितंबर माह को पोषण माह के रूप में मनाया जाता है।
- इसमें महीने भर की गतिविधियों को शामिल किया गया है जिसमें प्रसव पूर्व देखभाल, इष्टतम स्तनपान, एनीमिया विकास की निगरानी, लड़कियों की शिक्षा, आहार, विवाह की सही उम्र, स्वच्छता और साफ-सफाई तथा स्वस्थ भोजन आदि शामिल है।
- ये गतिविधियां सामाजिक और व्यवहार परिवर्तन संसार(SBCC) पर ध्यान केंद्रित करती हैं तथा जन आंदोलन दिशा-निर्देशों पर आधारित होती हैं।
पोषण अभियान
- इसे प्रधानमंत्री द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर 8 मार्च 2018 को राजस्थान के झुंझनू से लांच किया गया था ।
- इसका क्रियान्वयन महिला और बाल विकास मंत्रालय द्वारा किया जा रहा है।
लक्ष्य
वर्ष 2022 तक स्टंटिग कम वजन और जन्म के वक्त शिशु में कम वजन प्रत्येक में प्रतिवर्ष 2% की तथा युवा बच्चों किशोरों और महिलाओं में एनीमिया प्रत्येक में प्रतिवर्ष 3% तक कमी लाना है।
ब्लैक लाइफ मैटर
- BIPOC ( “black, indigenous, and people of colour”, ) शब्द ब्लैक लाइब्स मैटर आंदोलन के दौरान इंटरनेट पर लोकप्रिय हो गया।
प्रमुख बिंदु
- यह उस अदृश्य भेदभाव के खिलाफ है जो विभिन्न क्षेत्रों में मौजूद है।
- BIPOC आंदोलन त्वचा रंग और नस्लीय विविधता को स्वीकार करने का आग्रह करता है।
- इसे नीग्रो अफ्रीकी – अमेरिकी और अल्पसंख्यक जैसे अपमानजनक और आक्रामक राष्ट्रों के उन्मुलीकरण के विकल्प के रूप में देखा जाता है।
Team rudra
Abhishek Kumar Verma
Amarpal Verma
Krishna
Yograj Patel
anil Kumar Verma
Rajeev Kumar Pandey
Prashant Yadav
Dr.Sant lal
Sujata Singh
Anand Yadav
Geography team mppg college ratanpura mau
- Surjit Gupta
- Saty Prakash Gupta
- Shubham Singh
- Akhilesh Kumar
- Sujit Kumar Prajapti