ई-वीजा
चर्चा में क्यों
हाल ही में भारत सरकार द्वारा अफगान नागरिकों को जारी किए गए सभी बीजा अमान्य या रद्द करने का फैसला लिया गया है। इसके बाद अफगान नागरिकों को भारत में प्रवेश हेतु केवल ऑनलाइन माध्यम से ही वीजा के लिए आवेदन करना होगा।
ई-बीजा क्या है?
- वर्ष 2014 में, सरकार द्वारा शुरू की गई एक नई पद्धति है जिसे 2017-18 में निलंबित किया गया।
- इस प्रणाली की बुनियाद वर्ष 2010 में जापान, सिंगापुर, फिनलैंड, लक्जमबर्ग और न्यूजीलैंड के लिए शुरू की गई।
- टूरिस्ट वीजा ऑन अराइवल योजना में देखी जा सकती है।
- विदेशी नागरिकों हेतु भेजा जारी करने हेतु गृह मंत्रालय एक प्रमुख एजेंसी है।
पात्रता
ई-बीजा पांच श्रेणियों में दिया जाता है – पर्यटन, व्यवसाय, सम्मेलन, चिकित्सा व चिकित्सा परिचर्चा
अपवाद
- यह सुविधा पाकिस्तान के नागरिकों के लिए उपलब्ध नहीं है वह पाक नागरिकों को भारत आने के लिए इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग से नियमित वीजा के लिए आवेदन करना होगा।
हवाना सिंड्रोम : एक रहस्यमयी बीमारी
चर्चा का कारण
नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज ( NAS) की एक रिपोर्ट में इस बीमारी का संभावित कारण निर्देशित माइक्रोवेव विकिरण बताया।
अन्य घटनाएं
• लगभग 4 वर्ष पूर्व हवाना सिंड्रोम नामक एक रहस्यमई न्यूरोलॉजिकल बीमारी से क्युबा, चीन तथा अन्य देशों में तैनात अमेरिकी राजनयिक और खुफिया अधिकारी ग्रसित हो गए थे।
हवाना सिंड्रोम क्या है?
- वर्ष 2016 में, हवाना में अमेरिकी राजनयिक व अन्य कर्मचारी, अपने होटल अथवा घरों में अजीबो गरीब दुनिया सुनाई देने और शरीर में अजीब सनसनी होने के बाद बीमार हो गए।
- इसके अलावा मतली आने, गंभीर सिर दर्द, थकान ,चक्कर, नींद की समस्या और श्रवण हास आदि लक्षण भी मिले। तब से इसे हवाना सिंड्रोम कहा जाता है।
हवाना सिंड्रोम के कारण
- समिति द्वारा जांच किए गए मामलों के अनुसार निर्देशित स्पंदित रेडियो आवृत्ति ऊर्जा ( directed pulsed radiofrequency) हवाना सिंड्रोम का सर्वाधिक संभावित कारण पाया गया।
सुजलाम अभियान
- आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत 25 अगस्त से 100 दिवसीय इस कार्यक्रम को जल शक्ति मंत्रालय द्वारा प्रारंभ किया गया।
- इसके अंतर्गत 10 लाख सोकपित को निर्माण के द्वारा अपशिष्ट जल प्रबंधन को बढ़ावा दिया गया है।
- इस अभियान के अंतर्गत आयोजित की जाने वाली प्रमुख गतिविधियां
- वर्तमान स्थिति का विश्लेषण करने हेतु सामुदायिक परामर्श, खुली बैठक और ग्राम सभा की बैठक का आयोजन।
- आवश्यक संख्या में सोख गढ्ढों ( 500 kg) गांव को ODF+ तथा ODF++ का दर्जा सुनिश्चित करना।
ODF+ तथा ODF++
- इसकी शुरुआत अगस्त 2018 में की गई थी।
ODF+
- यदि किसी दिन किसी भी व्यक्ति को खुले में शौच या पेशाब करते हुए नहीं पाया जाता है। तो यह माना जाएगा की सभी सामुदायिक तथा सार्वजनिक शौचालय क्रियात्मक अवस्था में सुव्यवस्थित है।
ODF++
- ODF+शर्तों के अतिरिक्त एक अन्य शर्त के रूप में मल कीचड़/ सेप्टेज और नालियों का सुरक्षित रूप से प्रबंधन।
जांच एजेंसियों में जल शक्ति की कमी
सुप्रीम कोर्ट द्वारा वर्तमान और पूर्व सभी सांसदों और विधायकों के खिलाफ वर्षों से लंबित सैकड़ों अपराधिक मामलों के बारे में एक याचिका पर सुनवाई की जा रही है।
अक्सर होने वाली देरी के लिए कारण एवं चुनौतियां
- उच्च न्यायालय द्वारा हस्तक्षेप और मुकदमे की सुनवाई पर लगाई गई रोक।
- प्रवर्तन निदेशालय द्वारा अन्वेषित किए जाने वाले मामलों में अवरोध उत्पन्न करना।
- सांसदों/विधायकों के मामले की जांच हेतु कम विशेष अदालतें।
- विलंबित जांच।
सुझाव
- निचली अदालतों में लंबित मामलों को 6 महीने में निपटने का आदेश।
- प्रत्येक ट्रायल कोर्ट के समक्ष मामलों की संख्या को तर्कसंगत किया जाए।
- राजनीतिक दल दागी लोगों को टिकट ना दें।
- भारत के चुनाव आयोग के लिए राजनीतिक दलों के वित्तीय खातों की लेखा परीक्षा की शक्ति प्रदान की जाए।
चीनी का न्यूनतम विक्रय मूल्य
चर्चा में क्यों
हाल ही में केंद्र सरकार ने 2021-22 के लिए एक गन्ने का उचित और लाभकारी मूल्य में वृद्धि करते हुए ₹290 प्रति क्विंटल निर्धारित किया।
इस निर्णय का महत्व
- इस निर्णय से 5 करोड़ गन्ना किसानों और उनके आश्रितों के साथ-साथ चीनी मिलो और संबंधित उद्योगों में कार्यरत 500000 श्रमिकों को लाभ होगा।
चीनी मूल्य निर्धारण
- चीनी के न्यूनतम मूल्य का निर्धारण करने के उचित और लाभकारी मूल्य ( F.R.P.)तथा सर्वाधिक कार्य कुशल मिलोगी न्यूनतम परिवर्तन लागत को ध्यान में रखकर किया जाता है।
उचित और लाभकारी मूल्य ( F.R.P.) – बुआ न्यूनतम कीमत होती हैं जिस चीनी मिलों द्वारा किसानों से गन्ना खरीदा जाता है।
पृष्ठभूमि –
संघीय/केंद्र सरकार द्वारा F.R.P. की घोषणा की जाती है। इसका निर्धारण कृषि लागत एवं मूल्य आयोग अनुशंसाओं के आधार पर प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति द्वारा किया जाता है।
क्वाड राष्ट्रों का मालाबार युद्धाभ्यास
- क्वाड राष्ट्रों ( भारत, यूएसए, जापान, ऑस्ट्रेलिया) तीनों नौसेनाएं मालाबार युद्धाभ्यास के 25 संस्करण में भाग ले रही हैं।
- यह युद्धाभ्यास प्रशांत महासागर में स्थित गुआम के तट पर 26 अगस्त से प्रारंभ होगा।
मालाबार युद्धाभ्यास का अवलोकन
- इसका प्रारंभ 1992 में भारत और अमेरिका के द्वारा की गई तथा 2015 में इसमें जापान भी शामिल हो गया।
क्वाड समूह ( QUAD Group)
- भारत, अमेरिका, जापान तथा आस्ट्रेलिया का एक चतुस्पक्षी संगठन
- क्वाड का प्रस्ताव 2007 में जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने रखा था।
इस संगठन का महत्व
- समान विचारधारा वाले तथा पारस्परिक हितों के लिए सूचना साझा करने वाले देश।
- खुले और मुफ्त इंडो पेसिफिक दृष्टिकोण को साझा करते हैं।
- व्यापार और वार्ता का एक साझा मंच।
भारत के नए ड्रोन नियम
- हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा ड्रोन नियमावली 2021 को अधिसूचित किया गया है।
नियम में परिवर्तन
- डिजिटल स्काई प्लेटफार्म को बिजनेस फ्रेंडली सिंगल विंडो ऑनलाइन सिस्टम के रूप में विकसित किया जाएगा।
- हरित क्षेत्रों में 400 फीट तक और हवाई अड्डे की परिधि से 2 से 12 किलोमीटर के मध्य के क्षेत्र में 200 फीट तक ऊंची उड़ान के लिए अनुमति की आवश्यकता नहीं है।
- भारत में पंजीकृत विदेशी स्वामित्व वाली कंपनी पर ड्रोन उड़ाने पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा।
- पंजीकरण या लाइसेंस लेने से पहले सिक्योरिटी क्लीयरेंस की आवश्यकता नहीं होगी।
- कार्गो डिलीवरी के लिए ड्रोन कारिडोर विकसित किए जाएंगे।
- व्यापार अनुकूल नियम बनाने के लिए लोन संवर्धन परिषद की स्थापना की जाएगी।
महत्त्व
- ये भारत को ड्रोन हब बनाने हेतु नवाचार, इंजीनियरिंग में भारत की शक्ति का लाभ उठाने में सहायक साबित होगा।
ग्रेटर माले कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट ( GMCP)
- ग्रेटर माले कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट के बेहतर कार्यान्वयन हेतु भारत सरकार द्वारा मालदीव के लिए 100 मिलियन डॉलर अनुदान और 400 मिलियन डॉलर लाइन आफ क्रेडिट ( LOC) की वित्तीय पैकेज सहायता की घोषणा की गई है।
- यह प्रोजेक्ट मालदीव के तीन द्वीपों ( विलिंगिली,गुलहिफाहु और थिलाफुशी ) जोड़ेगा और परिवहन आसान बनाएगा।
लाइट डिटेक्शन और रेंजिग सर्वे ( LiDAR ) तकनीक
- LiDAR एक लाइट डिटेक्शन तकनीकी है। जिससे पृथ्वी की सतह पर स्थित किसी वस्तु पर लेजर प्रकाश डाला जाता है तथा परावर्तित प्रकाश के LiDAR सरोज पर लौटने के समय की गणना के आधार पर किया जाता है।
- इसका उपयोग दुर्गम पहाड़ी इलाकों में सड़क निर्माण के सर्वेक्षण में किया जाता है।
- यह तकनीकी लेजर परिशुद्धता केसा इमारतों प्राकृतिक संरचना और विशेषताओं का ऊपर से सटीक मानचित्रण करता है।
अराणमूला नौका दौड़
- केरल में ओणम पर्व के दौरान आयोजित।
- पंपा नदी के तट पर स्थित, भगवान कृष्ण और अर्जुन को समर्पित एक हिंदू मंदिर।
- अराणमूला के निकट आयोजित होता है।
- इसके तहत गूगल आठ भारतीय भाषाओं में लोकप्रिय कॉमिक बुक बाथरूम के माध्यम से इंटरनेट सुरक्षा सबक प्रदान करने के लिए भारतीय कॉमिक बुक प्रकाशक “अमर चित्र कथा” के साथ साझेदारी कर रहा है।
टोकनाइजेशन
- टोकनाइजेशन का तात्पर्य कार्ड के सिल्वी किरण को यूनिकोड वाले टोकन में परिवर्तन करना है।
- टोकनकृत कार्ड लेनदेन के लिए सुरक्षित माना जाता है।
टीम रूद्रा
मुख्य मेंटर – वीरेेस वर्मा (T.O-2016 pcs )
अभिनव आनंद (डायट प्रवक्ता)
डॉ० संत लाल (अस्सिटेंट प्रोफेसर-भूगोल विभाग साकेत पीजी कॉलेज अयोघ्या
अनिल वर्मा (अस्सिटेंट प्रोफेसर)
योगराज पटेल (VDO)-
अभिषेक कुमार वर्मा ( FSO , PCS- 2019 )
प्रशांत यादव – प्रतियोगी –
कृष्ण कुमार (kvs -t )
अमर पाल वर्मा (kvs-t ,रिसर्च स्कॉलर)
मेंस विजन – आनंद यादव (प्रतियोगी ,रिसर्च स्कॉलर)
अश्वनी सिंह – प्रतियोगी
सुरजीत गुप्ता – प्रतियोगी
प्रिलिम्स फैक्ट विशेष सहयोग- एम .ए भूगोल विभाग (मर्यादा पुरुषोत्तम डिग्री कॉलेज मऊ) ।