फाइजर वैक्सीन
हाल ही में, अमेरिकी फार्मा कंपनी फाइजर और उसकी जर्मनी की पार्टनर कंपनी BioNTech ने दावा किया है कि उनके द्वारा संयुक्त रूप से विकसित कोरोनावायरस वैक्सीन तीसरे चरण के ट्रायल में 90 फ़ीसदी प्रभावी है।
वैक्सीन किस प्रकार विकसित की गई?
- फाइजर और BioNTech वैक्सीन में मैसेंजर RNA (mRNA) तकनीकी का उपयोग किया गया है। यह तकनीक सिंथेटिक जिन पर निर्भर करती है। इस सिंथेटिक जीन को कुछ हफ्तों में उत्पन्न और निर्मित किया जा सकता है।
- पारंपरिक टीकों के द्वारा,रोगजनको द्वारा निर्मित प्रोटीन को पहचानने और उसे नष्ट करने के लिए शरीर को प्रशिक्षित किया जाता है। इसके विपरीत,mRNA द्वारा रोगी की प्रतिरक्षा प्रणाली को खुद से वायरल प्रोटीन का उत्पादन करने के लिए भ्रमित किया जाता है। यह प्रोटीन हानि रहित होते हैं किंतु एक सशक्त प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया सक्रिय करने हेतु पर्याप्त होते हैं।
15 वा वित्त आयोग
- हाल ही में आयोग के अध्यक्ष एन के सिंह द्वारा भारत के राष्ट्रपति को आयोग की रिपोर्ट सौंप दी गई है।
- केंद्र सरकार द्वारा इस रिपोर्ट को संसद में प्रस्तुत किया जाएगा, इसके पश्चात यह रिपोर्ट सार्वजनिक रूप से उपलब्ध होगी
वित्त आयोग के बारे में
- यह एक संवैधानिक निकाय है और यह राजकोषीय संघवाद की धुरी है।
- इसका गठन संविधान के अनुच्छेद 280 के अंतर्गत किया जाता है।
- इसका प्रमुख कार्य केंद्र और राज्यों की स्थिति का मूल्यांकन करना, उनके मध्य करो के वितरण हेतु सिफारिश करना तथा राज्यों के मध्य से आगमो का आवंटन करने वाले सिद्धांतों का निर्धारण करना।
ओपेक प्लस
- कच्चे तेल का उत्पादन करने वाले देशों का एक गठबंधन है जो 2017 से तेल बाजारों में की जाने वाली आपूर्ति में सुधार कर रहा है।
- ओपेक प्लस देश- अज़रबैजान, बहरीन, ब्रूनेई, मलेशिया, कजाकिस्तान, मेक्सिको, ओमान, रूस, सूडान, दक्षिणी सूडान।
ओपेके क्या है?
- पेट्रोलियम निर्यातक देशों का संगठन है।
- स्थापना 1960 (बगदाद सम्मेलन)
- मुख्यालय – वियना (ऑस्ट्रिया)
- संस्थापक देश – ईरान, इराक, कुवैत, वेनेजुएला, सऊदी अरब।
- ओपेक स्थाई अंतर सरकारी संगठन है।
उद्देश्य
- सदस्य देशों के मध्य पेट्रोलियम नीतियों का समन्वय और एकीकरण करना तथा उपभोक्ता राष्ट्रों के लिए पेट्रोलियम की सफल, आर्थिक और नियमित आपूर्ति सुनिश्चित करने हेतु तेल बाजारों का स्थिरीकरण सुनिश्चित करना।
नोट – पर्याप्त मात्रा में तेल निर्यात करने वाला तथा संगठनों के आदर्श को साझा करने वाला कोई भी देश ओपेक का सदस्य बन सकता है।।
ओपेक देश – अल्जीरिया, अंगोला, इक्वेटोरियल गिनी, गैबन, ईरान, इराक, कुवैत, लिबिया, नाइजीरिया, रिपब्लिक आफ कांगो, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, वेनेजुएला।
पोलावरम परियोजना
- यह एक बहुत दृश्य परियोजना है इसके तहत आंध्र प्रदेश में गोदावरी नदी पर एक बांध बनाया जा रहा है।
- यह परीयोजना सिंचाई,जल विद्युत तथा पेयजल सुविधाओं के विकास हेतु बहुउद्देशीय प्रमुख टर्मिनल जलाशय परियोजना है।
- 2014 में आंध्रप्रदेश विभाजन अधिनियम के अंतर्गत राष्ट्रीय दर्जा प्रदान किया गया था तथा इसके स्वरूप में भी परिवर्तन किया गया था।
- यह परियोजना छत्तीसगढ़ तथा उड़ीसा की कुछ भागों तक विस्तृत है।
नोट- परियोजना पूर्ण होने पर गोदावरी के जल को इसकी दाईं ओर की नहर के माध्यम से कृष्णा नदी बेसिन में अंतर्वेशन स्थानांतरित किया जा सकेगा।
इंडिया मोबाइल कांग्रेस ( IMC)
- हाल ही में इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2020 के चौथे संस्करण के आयोजन की घोषणा की है।
- IMC की थीम – समावेशी नवाचार – स्मार्ट, सुरक्षित, टिकाऊ।
प्रमुख बिंदु
- डिजिटल प्रौद्योगिकी के एशिया के सबसे बड़े मंच के तौर पर IMC ने खुद को, AI , इंटरनेट आफ थिंग्स ( IOT) , डाटा एनालिटिक्स,क्लाउड एवं एज कंप्यूटिंग जैसे प्रमुख विषयों से संबंधित नवीनतम उद्योग प्रौद्योगिकी रुझानों के बारे में चर्चा विचार और प्रदर्शन करने के लिए उद्योग, सरकार,शिक्षाविद और अन्य परिस्थितिकी तंत्र के लोगों को एक साथ लाने वाले प्रमुख मंच के रूप में स्थापित किया है।
केसर (Saffron)
- केसर का कटोरा जो अभी कश्मीर तक ही सीमित था। अब उसका जल्द ही भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र तक विस्तार हो सकता है।
- केसर के बीजों से निकले पौधे कश्मीर से सिक्किम ले जाए गए हैं उन्हें वहां रोपा गया है। यह पौधे सिक्किम के “यांगयांग” में फल – फूल रहे हैं।
- पंपोर (कश्मीर) और यांगयांग (सिक्किम) की जलवायु और भौगोलिक परिस्थितियों की समानता के कारण यह संभव हो पाया है।
- पूर्वोत्तर क्षेत्र में केसर उगाने की व्यवहारयता का पता लगाने के लिए नॉर्थ ईस्ट स्टेट हर टेक्नोलॉजी एप्लीकेशन और रिच ( NECTAR) द्वारा पायलट परियोजना शुरू की गई है।
मिंक्स (Minks)
- मिंक ( Mink) मस्टेलिडे ( Mustelidae) परिवार के धुंधले रंग के मांसाहारी स्तनधारी होते हैं। इस परिवार में नेवला, ऊदबिलाव और गंधबिलाओ भी शामिल किए जाते हैं।
- मुख्यतः चीन, डेनमार्क, नीदरलैंड और पोलैंड में सालाना 50 मिलियन से अधिक मिक्स के फर (Fur) के लिए प्रजनित करके पाला जाता है।
- मिंक के तेल का उपयोग कुछ चिकित्सा उत्पादों तथा फर का उपयोग मेकअप के ब्रश बनाने में प्रयोग किया जाता है।
- यूरोपीय मिंक को IUCN द्वारा गंभीर रूप से लुप्त प्राय के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।
जनप्रतिनिधियों के विरुद्ध मामले की सुनवाई हेतु विशेष न्यायालय
चर्चा में क्यों – पूर्व सांसदों एवं विधायकों के विरुद्ध विभिन्न आपराधिक मामलों की तेजी से सुनवाई करने हेतु मद्रास उच्च न्यायालय की एक समिति द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट पर उच्चतम न्यायालय ने विशेष न्यायालय की स्थापना का पहल किया गया।
प्रमुख बिंदु
- 2017 में सुप्रीम कोर्ट द्वारा विशेष न्यायालय की स्थापना का निर्णय लिया गया था जिसके बाद 11 राज्यों में 12 विशेष न्यायालय की स्थापना की गई।
- वर्तमान रिपोर्ट के अनुसार देश में 4442 नेताओं के विरुद्ध आपराधिक मामले लंबित हैं। जिनमें 2556 मामले संसद सदस्य व विधानसभा सदस्यों के विरुद्ध है।
- उच्चतम न्यायालय की पीठ ने स्पष्ट किया कि कोविड-19 को मामलों की सुनवाई रोकने के एक कारण के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए क्योंकि सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से होना चाहिए।
- इस पहल से राजनीतिक भ्रष्टाचार रोका जा सकता है।निर्वाचन आयोग ने अपराधिक मामलों में दोषी ठहराए गए राजनेताओं पर आजीवन प्रतिबंध लगाने का आग्रह किया है।
गूगल के विरुद्ध अविश्वास की जांच
चर्चा का कारण
- भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) ने गूगल के विरुद्ध भारत में अपने मोबाइल भुगतान ऐप ‘गूगल पे’ को गलत तरीके से बढ़ावा देने के लिए जांच का आदेश दिया गया है।
- ज्ञातव्य हो कि प्रतिस्पर्धा अधिनियम 2002 की धारा 4 किसी भी कंपनी द्वारा बाजार में अपनी मजबूत स्थिति का दुरुपयोग करने से संबंधित है, जिसके उल्लंघन का आरोप गूगल पर लगा है।
कारण
- भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग द्वारा ऐसी स्थितियों की जांच की जाएगी जिसमें पहला है एंड्रॉयड स्मार्टफोन में ‘गूगल पे’ का पहले से इंस्टॉल होना और दूसरा एप डेवलपर्स द्वारा भुगतान के लिए प्रयोग किए जाने वाले गूगल प्ले स्टोर का इन-एप बिलिंग फीचर।
- पेटीएम समेत कई अन्य स्टार्टअप्स एक साथ मिलकर गूगल का विरोध कर रहे हैं क्योंकि गूगल की नीति के मुताबिक “गूगल प्ले स्टोर” पर ‘इन-एप पर्चेज’ फीचर के माध्यम से अपना डिजिटल कंटेंट बेचेंगे उन्हें अनिवार्य रूप से गूगल प्ले का बिलिंग सिस्टम प्रयोग करना होगा, साथ ही उन्हें 30% शुल्क भी देना होगा।
- अत्यधिक शुल्क प्रदान करने से गूगल के प्रतिस्पर्धाओं की लागत स्वयं बढ़ जाती है।
करतारपुर साहिब गुरुद्वारे का प्रबंधन
चर्चा में क्यों?
- भारत ने गुरुद्वारा दरबार साहिब, करतारपुर (GADSK) का प्रबंधन एक गैर-सिख समुदाय के ट्रस्ट को स्थानांतरित करने के पाकिस्तान के निर्णय की निंदा करते हुए कहा है कि यह निर्णय पूर्णत: सिख समुदाय की धार्मिक भावनाओं के विरुद्ध है।
- पाक सरकार द्वारा जारी आधिकारिक आदेशानुसार, ‘हिजरती ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड’ के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत गुरुद्वारा साहिब के प्रबंधन एवं रखरखाव के लिए ‘प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट’ (PMU) नाम से एक स्व-वित्त पोषित निकाय का गठन किया गया है।
चिंताएं
- सिख तीर्थ स्थलों से जुड़ी मर्यादा अथवा आचार संहिता के विरुद्ध।
- यह निर्णय एक धर्म विशेष के लोगों की धार्मिक स्वतंत्रता के विरुद्ध।
- गठित नई प्रबंधन इकाई में सिख समुदाय का प्रतिनिधित्व नहीं है।
गुरुद्वारा दरबार साहिब, करतारपुर (GADSK)
- यह रावी नदी के तट पर पाकिस्तान के नरोवाल जिले में स्थित भारत-पाक सीमा से लगभग 3-4 किलोमीटर दूर है।
- निर्माण, सिख धर्म के प्रवर्तक गुरु नानक देव जी की मृत्यु से 18 वर्ष बिताए जाने की याद में करवाया गया था।
SC/ST (अत्याचार निवारण) अधिनियम संबंधी दिशा निर्देश
संदर्भ- सर्वोच्च न्यायालय ने अपने हालिया निर्णय में कहा है कि SC/ST अधिनियम के तहत केवल इस तथ्य के आधार पर की पीड़ित SC/ST का सदस्य है कोई अपराध तब तक स्थापित नहीं होता, जब तक कि यह सिद्ध ना हो जाए कि पीड़ित को केवल इसलिए अपमानित किया गया, क्योंकि वह किसी जाति विशेष से संबंधित है।
न्यायालय का निर्णय
- सर्वोच्च न्यायालय की खंडपीठ ने कहा कि SC/ST अधिनियम के तहत तब तक किसी व्यक्ति के अपमान को अपराध नहीं माना जाएगा, जब तक यह सिद्ध ना हो जाए कि पीड़ित व्यक्ति को SC/ST से संबंधित होने के कारण अपमानित किया गया।
- न्यायालय ने उल्लेख किया कि धारा 3 (1) (r) के अनुसार किसी भी कृत्य को अपराध घोषित करने हेतु आवश्यक है कि “ऐसा कृत्य SC/ST के किसी सदस्य को अपमानित करने के इरादे से ‘सार्वजनिक रूप से दृश्य’ किसी भी स्थान पर जानबूझकर किया गया हो”।
- यहां सार्वजनिक रूप से दृश्य स्थान को परिभाषित करते हुए कहा था कि यदि किसी अपराध को घर की इमारत से बाहर किया गया हो और उस क्षेत्र को घर की सीमा के बाहर से देखा जा सकता हो तो इस स्थिति में लाॅन को सार्वजनिक रूप से दृश्य स्थान माना जाएगा।
Team rudra
Abhishek Kumar Verma
Amarpal Verma
Krishna
Yograj Patel
anil Kumar Verma
Rajeev Kumar Pandey
Prashant Yadav
Dr.Sant lal
Sujata Singh
Anand Yadav
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Surjit Gupta
Saty Prakash Gupta
Shubham Singh
Akhilesh Kumar
Sujit Kumar Prajapti