भारत-चीन सीमा विवाद के समाधान में SCO की भूमिका
- हाल ही में दोनों देशों के मध्य ‘वास्तविक नियंत्रण रेखा’ (LAC) पर तनाव को कम करने के लिए एक ‘5 सूत्रीय योजना’ पर सहमति व्यक्त की गई।
- ध्यातव्य है कि 9-10 सितंबर 2020 को मास्को, रूस में SCO विदेश मंत्रियों की परिषद की बैठक का आयोजन किया गया था।
- इस बैठक के दौरान दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच पांच सूत्रीय योजना को लागू करने पर सहमति व्यक्त की गई थी।
तनाव कम करने में SCO की अहम भूमिका
- हाल के वर्षों में भारतीय विदेश नीति में पश्चिमी देशों (विशेषकर अमेरिका) की तरफ झुकाव अधिक देखने को मिला है अतः वर्तमान में SCO भारत के लिए अमेरिका और रूस के साथ संबंधों के संतुलन को बनाए रखने में सहायक हो सकता है।
- SCO हमेशा से ही सदस्य देशों के बीच विवादों के समाधान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है, ऐसे में भारत-चीन के मध्य मध्यस्थता कर सकता है।
- हिंद महासागर क्षेत्र में चीन के हस्तक्षेप को कम करने के लिए भारत, SCO के अन्य देशों के साथ मिलकर साझा प्रयासों को बढ़ावा दे सकता है।
मेकेदातु परियोजना
प्रसंग- कर्नाटक सरकार की प्रस्तावित पेयजल परियोजना
- 2017 में राज्य सरकार द्वारा अनुमोदित (
- तमिलनाडु सरकार द्वारा उच्चतम न्यायालय में विरोध स्वरूप याचिका दायर की गई है।
मेकेदातु जलाशय : विवाद
- कावेरी (कर्नाटक अपने हिस्से में) बांध बनाकर बंगलुरु की जलापूर्ति हेतु प्रयासरत।
- तमिलनाडु का मानना है कि इससे कावेरी का जल प्रवाह बाधित होगा जिसका दुष्प्रभाव तमिलनाडु पर पड़ेगा।
USA में पोस्टल वोटिंग
चर्चा में क्यों
- ट्रंप तथा उनके समर्थकों का मानना है कि नवंबर 2020 के अमेरिका के चुनाव में पोस्टल वोटिंग के विस्तार से अनाचार बढ़ेगा।
USA में चुनाव
- USA में सभी चुनाव (संघीय, राज्य व स्थानीय) सीधे व्यक्तिगत राज्य सरकारों द्वारा कराए जाते हैं।
- वहां पर संघीय स्तर पर चुनाव करने के लिए भारत की तरह कोई स्वतंत्र चुनाव आयोग नहीं है।
- USA में संविधान द्वारा दी गई छूट के कारण चुनाव के संदर्भ में नियम अलग-अलग है।
USA पोस्टल वोटिंग
- USA का प्रत्येक राज्य पोस्टल वोटिंग की अनुमति देता है किंतु नियम अलग-अलग है।
- कुछ राज्य अनुपस्थिति मतपत्र के माध्यम से ई-मेल द्वारा मतदान की अनुमति देते है।
भारत में पोस्टल वोटिंग
- निर्वाचन के संचालन नियम -1961 के अनुसार 2016 में संशोधन कर कुछ वर्ग को पोस्टल वोटिंग की अनुमति दी गई।
- सशस्त्र बल के कर्मचारी
- देश के बाहर कार्यरत अधिकारी
- चुनाव कार्यों में कार्यरत अधिकारी
- सेना अधिनियम -1950 के तहत आने वाले सभी बल
- भारत में चुनावों का आयोजन कराने संबंधी मामले जनप्रतिनिधित्व कानून -1951 के प्रावधानों के अंतर्गत आते हैं।
सुब्रमण्यम भरथियार
- जन्म- 1882
- सुब्रमण्यम भारती तथा महाकवि भरथियार के उपनाम से भी जाना जाता है।
- कवि, स्वतंत्रता सेनानी व महान समाज सुधारक
- राष्ट्रवाद व भारत के स्वतंत्रता पर लिखे उनके गीतों ने भारत की स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेने हेतु लोगों को प्रेरित किया।
- कण्णन पाट्टू, निलावुम वन्निमुनम कत्रुम, पंचाली शपथम, कुपिल पाटटू इनकी प्रमुख साहित्यिक कृतियां हैं।
- 1949 में इनकी साहित्यिक कृतियों का राज्य सरकार द्वारा राष्ट्रीयकरण।
- जाति व्यवस्था के विरोधी।
- उन्होंने महिलाओं को नीचा दिखाने वाले शास्त्रों की निंदा की।
मध्यस्थता द्वारा अंतर्राष्ट्रीय समाधान समझौतों पर संयुक्त राष्ट्र अभिसमय
- 12 सितंबर 2020 से यह अभिसमय प्रभावी।
- इसे सिंगापुर मध्यस्थता अभिसमय के नाम से भी जाना जाता है।
- भारत, चीन, अमेरिका सहित 53 देश इस पर हस्ताक्षर कर चुके हैं।
- विदेशी निवेशकों में वैकल्पिक विवाद समाधान (APR) पर अंतरराष्ट्रीय प्रक्रिया के पालन में भारत की प्रतिबद्धता को लेकर विश्वास पैदा होगा।
अभिसमय की विशेषता
- प्रयोज्यता- अंतर्राष्ट्रीय व्यापारिक समझौते पर लागू
- गैर प्रयोज्यता- यह घरेलू कानूनों के द्वारा प्रभावी अंतरराष्ट्रीय समाधान समझौते पर लागू नहीं होगा।
- इसी तरह यह कानून घरेलू कानूनों का स्थान नहीं ले सकता है।
इंडियन ब्रेन टेंपलेट्स एवं मस्तिष्क एटलस
- हाल ही में राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य एवं स्नायु विज्ञान संस्थान (NIMHANS) ने इंडियन ब्रेन टेंपलेट्स तथा मस्तिष्क एटलस विकसित करने हेतु भारतीय मरीजों के 500 से अधिक सेटो का अध्ययन किया है।
- मॉन्ट्रियल न्यूरोलॉजिक इंडेक्स टेंपलेट्स का उपयोग।
- काकेशियन मस्तिष्क पर आधारित।
- उल्लेखनीय है कि काकेशियन मस्तिष्क एशियाई मस्तिष्क से भिन्न होते है।
लाभ- न्यरोलॉजिकल विकारों वाले रोगियों का अधिक सटीक संदर्भ मानचित्र प्राप्त होगा।
शत्रु संपत्तिया
- हाल ही में प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद ने एक लाख करोड़ से अधिक मूल्य वाली शत्रु संपत्तियों को बेचने की सलाह दी है।
- शत्रु संपत्तिया वे होती हैं जिनके स्वामियों ने विभाजन के समय अथवा 1962, 1965, 1971 के मुद्दों के पश्चात देश छोड़कर पाकिस्तान तथा चीन की नागरिकता ले ली।
भारत द्वारा शत्रु संपत्ति के निपटारे हेतु उठाए गए कदम
- शत्रु संपत्ति अधिनियम- 1968
- सार्वजनिक (अनाधिकृत व्यवसायियों का निष्कासन) परिसर अधिनियम- 1971
- उपरोक्त दोनों अधिनियमों में शत्रु संपत्ति (संशोधन व सत्यापन) अधिनियम- 2017 के माध्यम से संशोधन किया गया है।
- उक्त संशोधन के माध्यम से शत्रु संपत्ति की परिभाषा का विस्तार किया गया है तथा सरकार के नियंत्रण शक्ति को बढ़ा दिया गया है।
- शून्यकाल भारतीय संसद द्वारा विकसित की गई नई पद्धति। इसका उल्लेख संसदीय नियम पुस्तिका में नहीं है।
Nioghal vfjer Asf jorden ग्लेशियर
- पूर्वोत्तर ग्रीनलैंड में स्थित है। यह अभी हाल ही में उत्तर पूर्व आर्कटिक में टूट गया है।
- फास्फीन गैस की उपस्थिति शुक्र ग्रह में देखी गई है। यह शुक्र पर जीवन पाए जाने का संकेत देती है।
भारतीय इस्पात उद्योग : दशा व दिशा
संदर्भ
- सरकार द्वारा संसद में दिए गए जवाब के अनुसार भारतीय इस्पात उद्योग ने अपनी क्षमता, उत्पादन, निर्यात एवं बिक्री में लगातार वृद्धि की है।
- 142 मीट्रिक टन प्रतिवर्ष उत्पादन
- विश्व के कुल उत्पादन में भारत की 6.1% है।
- भारत कच्चे इस्पात का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक (विश्व के संदर्भ में)
- तीसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता।
चुनौतियां
- वित्त
- लॉजिस्टिक्स
- उत्पादन क्षमता का अल्प होना
- पर्यावरण संबंधी चिंताएं
- राष्ट्रीय इस्पात नीति 2017 के द्वारा भारत के इस्पात उद्योग को प्रोत्साहित करने हेतु आवश्यक कदम उठाने की बात की गई है।
अगस्त माह के लिए थोक मूल्य एवं उपभोक्ता मूल्य सूचकांक
- अभी हाल ही में राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) ने उपभोक्ता मूल्य सूचकांक तथा उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक (CFPI) जारी किया है। साथ में उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग के आर्थिक सलाहकार कार्यालय द्वारा थोक मूल्य सूचकांक (WPI) जारी किया गया।
थोक मूल्य सूचकांक के घटक
- प्राथमिक वस्तुएं- 22.6% भारांक- 117 वस्तुएं
- ईंधन और बिजली- 13.15%- 16 वस्तुएं
- विनिर्मित उत्पाद- 64.23%- 564 वस्तुएं
- थोक मूल्य सूचकांक का आधार वर्ष 2011-12 है। यह मासिक स्तर पर जारी होता है।
- WPI खाद्य सूचकांक का भारांक 24.38% है। इस सूचकांक में प्राथमिक वस्तु समूह तथा विनिर्मित उत्पाद की समूह की वस्तुएं शामिल है।
- WPI में सेवाओं को शामिल नहीं किया जाता है।
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक
- आधार वर्ष- 2012
- 2011-12 में सरकार द्वारा नवीन उपभोक्ता मूल्य सूचकांकों की घोषणा की गई।
- CPI- ग्रामीण
- CPI- शहरी
- CPI- संयुक्त
- पूर्व में 4 उपभोक्ता मूल्य सूचकांकों को जारी किया जाता था।
- CPI- औद्योगिक मजदूर- आधार वर्ष- 2001
- CPI- कृषि मजदूर- आधार वर्ष- 1986-87
- CPI- ग्रामीण मजदूर- आधार वर्ष- 1986-87
- शहरी गैर मैनुअल कर्मचारी- आधार वर्ष- 1984-85
- CPI-IW, CPI-RL, CPI-AL का प्रकाशन आज भी श्रम ब्यूरो द्वारा जारी किया जाता है। जबकि UNME का प्रकाशन (CSO) बंद कर दिया गया है।
- यह सूचकांक भी मासिक स्तर पर जारी होता है।
उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक (CFIP)
- NSO द्वारा मासिक आधार पर।
- आधार वर्ष- 2012
- तीन श्रेणियों में
- CFPI-R
- CFPI-U
- CPPI- combined
CFPI में शामिल विभिन्न घटकों के भारांक
1- Creals and product- 31.16%
2- pulse and product- 6.20%
3- oil and fats- 9.13%
4- egg fish and meat- 6.77%
5- milk and product- 18%
6- condiment and spices- 4%
7- vegetable- 12.74%
8- fruits- 4.43%
9- suger etc- 4.64%
Team rudra
Abhishek Kumar Verma
Amarpal Verma
Krishna
Yograj Patel
anil Kumar Verma
Rajeev Kumar Pandey
Prashant Yadav
Dr.Sant lal
Sujata Singh
Anand Yadav
Geography team mppg college ratanpura mau
- Surjit Gupta
- Saty Prakash Gupta
- Shubham Singh
- Akhilesh Kumar
- Sujit Kumar Prajapti