वित्तीय क्षेत्र और जलवायु परिवर्तन
चर्चा में क्यों
हाल ही में R.B.I नेटवर्क फॉर ग्रिनिंग द फाइनेंशियल सिस्टम में शामिल हुआ है।
प्रमुख बिंदु
- जलवायु परिवर्तन से वित्तीय स्थिरता की जोखिम।
- भौतिक जोखिम – मौसम का चरम और धीमा होना।
- ट्रांजिशन जोखिम – नीतियों/संख्याओं में निम्न कार्बन उत्सर्जन के कारण परिवर्तन।
- हाल में प्रकाशित वैश्विक जोखिम रिपोर्ट- 2021 में जलवायु कार्यवाही की विफलता तथा संक्रामक रोगों की सबसे गंभीर दीर्घकालिक जोखिम के रूप में पहचाना गया है।
N.G.F.S.
यह केंद्रीय बैंक और पर्यवेक्षक प्राधिकारियों का एक वैश्विक समूह है जो अधिक शतक वित्तीय व्यवस्था का समर्थन करता है।
उद्देश्य – - वित्तीय प्रणाली में जलवायु परिवर्तन के परिणामों का विश्लेषण करना।
- दिसंबर 2017 में आयोजित ‘one planet summit’ के दौरान बनाया गया।
छोटी बचत योजनाएं
- हाल ही में केंद्र ने सभी छोटी बचत योजनाओं पर दरो को कम करने का अपना आदेश वापस ले लिया है।
- यह योजनाएं व्यक्तियों को एक विशेष अवधि के दौरान अपने वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करती है।
- यह भारत में घरेलू बचत के प्रमुख स्रोत हैं।
- इसमें 12 योजनाएं शामिल हैं।
- ऐसी सभी योजनाओं के संग्रह को राष्ट्रीय लघु बचत कोष में जमा किया जाता है।
डाक जमा – बचत खाता, आवर्ती जमा, मासिक आय योजना इत्यादि।
बचत प्रमाण पत्र – राष्ट्रीय लघु बचत प्रमाण पत्र और किसान विकास पत्र।
सामाजिक सुरक्षा योजना – सुकन्या समृद्धि योजना, सर्वजनिक भविष्य निधि और वरिष्ठ नागरिक बचत योजना।
• इन योजनाओं के लिए दरों की घोषणा प्रत्येक तिमाही की जाती है।
राष्ट्रीय लघु बचत कोष
- स्थापना – 1999
- इसे वित्त मंत्रालय राष्ट्रीय लघु बचत को नियम- 2021 के अंतर्गत प्रशासित करता है।
- राष्ट्रीय लघु बचत को सार्वजनिक खाते के रूप में संचालित होता है, इसलिए इसका लेनदेन सीधे केंद्र के वित्तीय घाटे को प्रभावित नहीं करता है।
5 जी तकनीक और स्पेक्ट्रम ट्रॉयल
चर्चा में क्यों
दूरसंचार विभाग ने दूरसंचार सेवा प्रदाताओं ( टीएसपी ) को 5 जी तकनीक के उपयोग और एप्लीकेशन के लिए परीक्षण करने की अनुमति दे दी ।
तथ्य
- दूरसंचार कंपनियां ग्रामीण और अर्ध – शहरी क्षेत्रों के लिए परीक्षण करेगी ।
- टीएसपी को 5 जी तकनीक के अलावा 5 जीआई तकनीक के उपयोग का परीक्षण करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा ।
उद्देश्य
- भारतीय संदर्भ में 5 जी स्पेक्ट्रम प्रसार विशेषताओं का परीक्षण करना है ।
- मॉडल ट्यूनिंग और चुने हुए उपकरण और उनके वेंडर का मूल्यांकन , स्वदेशी तकनीक का परीक्षण और 5 जी फोन और उपकरणों का परीक्षण भी किया जाएगा ।
- ™ परीक्षण गैर – वाणिज्यिक आधार पर आयोजित किया जाएगा और डेटा भारत में संग्रहीत किया जाएगा ।
- 5 जी तकनीक उच्च डाउनलोडिंग दर और तीन गुना अधिक स्पेक्ट्रम दक्षता प्रदान करेगी ।
- 5 जीआई तकनीक का विकास आईआईटी मद्रास वायरलेस टेक्नोलॉजी के उत्कृष्ट केंद्र ( सीईडब्ल्यूआईटी ) और आईआईटी हैदराबाद द्वारा किया गया है ।
- इसे पहले ही अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ ( आईटीयू ) द्वारा अनुमोदित किया जा चुका है ।
भारत में अग्निशमन सुरक्षा का अभाव
- अग्निशमन सेवा राज्य सूची का विषय है तथा संविधान की 12वीं अनुसूची में नगर पालिका के कार्यों की सूची में शामिल किया गया है।
- भारत के अधिकांश अग्निशामक विभागों मेंकर्मियों की उचित संगठनात्मक संरचना, प्रशिक्षण और कैरियर में पदोन्नति का अभाव पाया जाता है।
- उचित और पर्याप्त धन का अभाव, अपर्याप्त आधुनिक उपकरण और ढांचागत सुविधाओं का अभाव जिनमें फायर स्टेशन, कर्मियों के लिए अग्नि प्रतिरोधक कपड़े और कर्मियों के आवास आदि शामिल हैं।
- ज्यादातर आग लगने का विश्लेषण नहीं किया जाता।
विश्व हाथ स्वच्छता दिवस
चर्चा में क्यों
विश्व हाथ स्वच्छता दिवस हर साल 5 मई को मनाया जाता है ।
मुख्य उद्देश्य
- स्वास्थ्य देखभाल में वैश्विक संवर्धन , दृश्यता और हाथ की स्वच्छता की स्थिरता को बनाए रखना है ।
- ” अचीविंग हैंड हाइजीन एट द पोइयंट ऑफ़ केयर्स ” विश्व हाथ स्वच्छता दिवस 2021 का विषय है ।
- इस दिन का नारा है , ” सेकेंड्स जीवन को बचाते हैं – अपने हाथों को साफ करें ! “
- कीटाणुओं के प्रसार को रोकने के लिए हाथ की सफाई सबसे अच्छा तरीका है ।
- डब्ल्यूएचओ ने 2009 में क्लीन योर हैंड्स ग्लोबल अभियान शुरू किया था ।
- इसने विश्व हाथ स्वच्छता दिवस की शुरुआत की थी ।
टीम रूद्रा
मुख्य मेंटर – वीरेेस वर्मा (T.O-2016 pcs )
अभिनव आनंद (डायट प्रवक्ता)
डॉ० संत लाल (अस्सिटेंट प्रोफेसर-भूगोल विभाग साकेत पीजी कॉलेज अयोघ्या
अनिल वर्मा (अस्सिटेंट प्रोफेसर)
योगराज पटेल (VDO)-
अभिषेक कुमार वर्मा ( FSO , PCS- 2019 )
प्रशांत यादव – प्रतियोगी –
कृष्ण कुमार (kvs -t )
अमर पाल वर्मा (kvs-t ,रिसर्च स्कॉलर)
मेंस विजन – आनंद यादव (प्रतियोगी ,रिसर्च स्कॉलर)
अश्वनी सिंह – प्रतियोगी
प्रिलिम्स फैक्ट विशेष सहयोग- एम .ए भूगोल विभाग (मर्यादा पुरुषोत्तम डिग्री कॉलेज मऊ) ।