आर्मीनिया- अज़रबैजान विवाद
विवाद – नागोर्नो – करबख क्षेत्र को लेकर है।
- विवाद की शुरुआत 1918 में तब हुई जब दोनों देश रूसी साम्राज्य से अलग हुए थे।
- 1920 के दशक के प्रारंभ में दक्षिण काकेशस में सोवियत शासन लागू किया गया और तत्कालीन सोवियत सरकार ने तकरीबन 95% आर्मेनियाई आबादी वाले नागोर्नो करबाख क्षेत्र को अजरबैजान के भीतर एक स्वायन्त क्षेत्र बना दिया। फिर भी संघर्ष जारी रहा।
- सोवियत संघ के पतन के शुरुआत के साथ 1988 में अजरबैजान की सीमाओं के भीतर होने के बावजूद नागार्नो कराबाख की विधायिका ने आर्मेनिया में शामिल होने का प्रस्ताव पारित किया और सोवियत संघ के विघटन के पश्चात जनमत संग्रह के द्वारा खुद को स्वतंत्र घोषित कर दिया।
- 2016 में हिंसक संघर्ष तीव्र हुआ। इस संघर्ष को फोर डे वार ( Four Day War ) के रूप में भी जाना जाता है।
- इस संघर्ष में तुर्की और रूस जैसे क्षेत्रीय शक्तियों को न चाहते हुए शामिल होना पड़ेगा ( यदि युद्ध की स्थिति बनी तो ) ।
- अगर युद्ध हुआ तो इस क्षेत्र में तेल और गैस का निर्यात भी बाधित होगा क्योंकि अज़रबैजान यूरोप और मध्य एशिया के लिए एक महत्वपूर्ण तेल और गैस निर्यातक है।
डेटा सोनिफिकेंशन
- Nasa कि एक सोनिफिकेशन परियोजना है जो खगोलीय छवियों से प्राप्त डाटा को ऑडियो में परिवर्तित करता है।
- यह डाटा विजुअल लाइजेशन का श्रवण संस्करण है।
- हाल में नासा की चंद्र परियोजना में इसका प्रयोग किया जाता है।
तीन कृषि विधेयक एवं संबंधित विवाद
आवश्यक वस्तु (संशोधन) अध्यादेश 2020 –
- अनाज, दाल, तिलहन, खाद्य तेल, प्याज और आलू आवश्यक वस्तुओं की सूची के दायरे से बाहर।
- कोई स्टॉक लिमिट नहीं और ना ही निर्यात पर प्रतिबंध
- आपात स्थितियों में इन कृषि खाद्य पदार्थों का हो सकेगा विनियमन
कृषि उपज वाणिज्य एवं व्यापार (संवर्धन एवं सुविधा) विधेयक 2020 –
- किसी भी प्राइवेट कंपनी को किसानों की उपज सीधे खरीदने की छूट
मूल्य आश्वासन पर किसान (बंदोबस्ती व सुरक्षा) समझौता और कृषि सेवा विधेयक 2020 –
- कांट्रैक्ट फार्मिंग का प्रावधान बुवाई के समय कंपनियों द्वारा उपज मूल्य का निर्धारण जिससे ज्यादा उपज की स्थिति में उपज के मूल्य में गिरावट नही।
किसानों की चिंताएं –
- प्राइवेट कंपनियों द्वारा MPS से कम मुल्य उनके उपज खरीदे जाने की शंका।
- APMc (कृषि मंडी) को खत्म करने की शंका।
- प्राइवेट कंपनियों द्वारा ज्यादा उपज स्टार्ट करने की चिंता जिससे वे आगे मनमानी कर सकतें हैं।
किसानों की मांग व निवारण
- कांट्रैक्ट फार्मिंग में MSP का प्रावधान जोड़ा जाए
- पुनः स्टॉक लिमिट ताकि ओवर स्टॉकिंग के द्वारा कंपनी / बड़े किसान केवल फायदा ना उठाएं।
- APMc Reform की जरूरत – केवल 6% किसान ही MSP के दामों पर अपनी फसल बेच पाते है।
- APMc ( कृषि मंडियों ) बड़े स्तर पर विकेंद्रीकरण की जरूरत देशभर में केवल 7000 कृषि मंडियां।
- 85% किसान के पास 2 हेक्टेयर से कम भूमि हो तो न वह फसल स्टार्ट कर सकता है और न ही ट्रांसपोर्ट ( खर्चा बढ़ जाएगा)
जलवायु परिवर्तन और वनाग्नि के मध्य संबंध
- जनवरी 2020 से प्रकाशित वैज्ञानिक लेखों की एक अद्यतन समीक्षा के अनुसार, मानव प्रेरित जलवायु परिवर्तन वनाग्नि को बढ़ावा देने वाली परिस्थितियों में वृद्धि करता है।
- यह अद्यतन समीक्षा वर्ष 2019-20 में पश्चिमी अमेरिका और दक्षिणी-पूर्वी आस्ट्रेलिया में वनाग्नि की घटनाओं पर केंद्रित है।
प्रमुख बिंदु
- समीक्षा लेखकों के अनुसार, जलवायु परिवर्तन संपूर्ण विश्व में वनाग्नि के मौसम की आवृत्ति और गंभीरता में वृद्धि करता है। वनाग्नि की आवृत्ति एवं तीव्रता में वृद्धि की व्याख्या केवल खराब भूमि प्रबंधन से नहीं की जा सकती है क्योंकि जलवायु परिवर्तन के कारण शुष्क मौसम में वृद्धि से वनाग्नि के जोखिम में भी वृद्धि होती है।
- अमेरिकी राष्ट्रपति ने कैलिफोर्निया में वनाग्नि की घटनाओं के पीछे खराब वन प्रबंधन को दोषी ठहराया।
वनाग्नि के मौसम को प्रभावित करने वाले कारक
- वर्ष 2013 में प्रकाशित IPCC की पांचवी आकलन रिपोर्ट में वनाग्नि की घटनाओं को प्रभावित करने वाले कुछ कारकों की पहचान की गई है।
- इन कारकों में औसत तापमान मे वैश्विक वृद्धि, हीट वेव्स की तीव्रता एवं आवृत्ति में वृद्धि और प्रदेशिक रूप से सूखे की आवृत्ति, अवधि और तीव्रता में वृद्धि आदि सम्मिलित है।
वनाग्नि के प्रकार
1- सतह वनाग्नि- इसमें भूमि पर अवशिष्ट पदार्थों जैसे- सूखी पत्तियों, टहनियों और सुखी घास के सहारे वन की सतह पर फैलती है।
2- शीर्ष वनाग्नि- इसमें वृक्षों और झाड़ियों के शीर्ष भाग जल जाते हैं। किसी शंकुधारी वन में शीर्ष वनाग्नि खतरनाक सिद्ध हो सकती है।
भारतीय पर्यटन उद्योग : चुनौती और संभावनाएं
- 27 सितंबर 2020 को विश्व पर्यटन दिवस की 40 वीं वर्षगांठ मनाई गई है।
- इस दिवस की शुरुआत 1980 में संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन (UNWTO) द्वारा की गई थी।
- 27 सितंबर 2020 को केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ‘साथी’ (SAATHI) नाम से एक एप्लीकेशन भी लांच किया।
साथी एप्लीकेशन- यह भारतीय गुणवत्ता परिषद के साथ पर्यटन मंत्रालय की एक पहल है जो कि आतिथ्य उद्योग को सुरक्षित रूप से संचालित करने के लिए और होटलों की सुरक्षा के बारे में कर्मचारियों और मेहमानों के बीच विश्वास पैदा करने में आतिथ्य उद्योग की सहायता करने हेतु शुरू की गई है।
भारत और पर्यटन उद्योग
- यह उद्योग भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है।
- भारत में पर्यटन उद्योग 42 मिलियन से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान करता है, जो कि भारत में कुल रोजगार अवसरों का लगभग 8.1% है।
- वर्ष 2019 में पर्यटन ने भारत की GDP में 9.3% का योगदान दिया था जो कि कुल निवेश का 5.9% हिस्सा था।
- भारत में कुल 38 यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है, जो कि भारत को पर्यटन की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण बनाते हैं।
भारतीय पर्यटन उद्योग से संबंधित समस्याएं
- जटिल वीजा प्रक्रिया
- अवसंरचना और कनेक्टिविटी का मुद्दा
- प्रचार और जागरूकता की कमी
- आवश्यक कौशल की कमी
- पर्यटक सुरक्षा
- कोरोनावायरस महामारी के कारण पर्यटन पर प्रभाव आदि।
SAARC and CICA
- हाल ही में सार्क के विदेश मंत्रियों की बैठक और सीका पर एक आभासी/वर्चुअल सम्मेलन हुआ।
प्रमुख बिंदु
- भारत-पाकिस्तान गतिरोध
- आतंकवाद पर पाकिस्तान का दोयम रवैया
- आर्टिकल 370 पर पाकिस्तान का विपरीत रूख
- पाकिस्तान द्वारा भारतीय क्षेत्र को अपने मानचित्र में दर्शाना, तत्पश्चात भारतीय सुरक्षा सलाहकार द्वारा C.S.O. की बैठक त्यागना।
- सार्क के विदेश मंत्रियों की बैठक में भाषण बहिष्कार
कोविड-19 संकट के दौर में महामारी से निपटने के लिए साझा सहयोग का निर्णय जिसके लिए निम्न पहल
- कोविड-19 सूचना विनिमय मंच (COINEX)
- सार्क फूड बैंक तंत्र
- कोविड-19 आपातकालीन कोष
सार्क (SAARC)- (South Asian association for regional cooperation)
- स्थापना वर्ष-8 दिसंबर 1985 (ढाका)
- इसकी स्थापना के समय कुल 7 सदस्य थे- भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, भूटान, मालदीव और श्रीलंका
- वर्ष 2007 में अफगानिस्तान सार्क में शामिल हुआ।
- वैश्विक आबादी का 21% सार्क देशों में निवास करते हैं।
CICA (सीका)- (conference on interaction and confidence building measures in Asia)
- सीका एशिया में शांति, सुरक्षा एवं स्थायित्व को बढ़ावा देने में एक बहु राष्ट्रीय मंच।
- इसके स्थापना का विचार कजाकिस्तान के पहले राष्ट्रपति द्वारा संयुक्त राष्ट्र महासभा के 74 वे सत्र (5 oct 1952) में दिया गया।
- पहली मंत्री स्तरीय बैठक 1999 में
- इसमें एशिया के 27 देश सदस्य हैं।
- वर्ष 2018-2020 के लिए तजाकिस्तान इसका अध्यक्ष है।
भगत सिंह
- जन्म- 28 सितंबर 1960 पंजाब के लायलपुर जिले में जो वर्तमान में पाकिस्तान का हिस्सा है।
- 12 वर्ष की अवस्था में जलियांवाला बाग (स्थल) का दौरा किया।
- मार्च 1926 में “नौजवान भारत सभा” की स्थापना
- भगत सिंह “हिंदुस्तान रिपब्लिक एसोसिएशन” के सदस्य थे।
- 23 मार्च 1931 को इन्हें फांसी दे दी गई।
- इन्होंने इंकलाब जिंदाबाद का नारा भी दिया।
विश्व – पर्यटन दिवस
- यह प्रति वर्ष 27 सितंबर को मनाया जाता है।
- इसकी शुरुआत वर्ष 1980 में संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन द्वारा (UNWTO) हुई।
- इस वर्ष की थीम – “पर्यटन व ग्रामीण विकास” है।
साथी (SAATHI) एप्लीकेशन
- यह पर्यटन मंत्रालय की पहल है।
- इसका उद्देश्य आतिथ्य उद्योग को सुरक्षित रूप से संचालित करने हेतु और होटल/यूनिट की सुरक्षा के बारे में कर्मचारियों व मेहमानों के बीच विश्वास पैदा करने में सहायता करना है।
शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार
- यह पुरस्कार CSIR के संस्थापक निदेशक दिवंगत (सर) शांति स्वरूप भटनागर के नाम पर रखा गया है। यह प्रतिवर्ष विज्ञान व प्रौद्योगिकी में उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया जाता है। इस वर्ष के लिए डॉक्टर अभिजीत मुखर्जी को SSB पुरस्कार के लिए चुना गया है।
हेयांग-2C ( Haiyoung – HY2C)
- यह हाल ही में चीन द्वारा प्रक्षेपित किया गया एक नया महासागर निगरानी उपग्रह है।
- यह चीन का तीसरा महासागरीय गति की पर्यावरण उपग्रह है।
भारत में स्वास्थ्य सर्वेक्षण
- यह सर्वे हाल ही में सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय द्वारा जारी की गई है।
प्रमुख निष्कर्ष
- पारसी समुदाय बीमारियों के प्रति अत्यधिक संवेदनशील है।
- सर्वेक्षण में बीमारी को किसी व्यक्ति की शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य में से किसी भी विचलन के रूप में परिभाषित किया गया है।
Team rudra
Abhishek Kumar Verma
Amarpal Verma
Krishna
Yograj Patel
anil Kumar Verma
Rajeev Kumar Pandey
Prashant Yadav
Dr.Sant lal
Sujata Singh
Anand Yadav
Geography team mppg college ratanpura mau
- Surjit Gupta
- Saty Prakash Gupta
- Shubham Singh
- Akhilesh Kumar
- Sujit Kumar Prajapti