GIS ( geographical information system) रिमोट सेंसिंग, डिजिटल तकनीक व हाईटेक विधियो से सुसज्जित एक कंप्यूटर सिस्टम है जिसका सभी प्रकार के अस्थानिक या ज्योग्राफिक डाटा को कैप्चर करने, , एकत्रण, प्रबंधन, विश्लेषण, संरक्षण , मैंनेज और प्रदर्शित करने के लिए उपयोग होता है। यह एक प्रकार का सॉफ्टवेयर है जिसकी सहायता से टारगेट एरिया की मैपिंग की जाती है।
GIS का इतिहास
- नक्शा बनाने के लिए वैज्ञानिक विधि का उपयोग करने वाले GIS शब्द का उपयोग 1854 मे जान स्नो द्वारा किया गया था।
- आधुनिक कंप्यूटरीकृत GIS प्रणाली वर्ष 1960 में शुरू हुई।
- सन 1962 में डॉ.रोजर टामलिंसन ने ऑन्टेरियो में प्रथम भूगोलीय निर्देशांक प्रणाली बनायी गई थी।इस प्रणाली को कनाडा ज्योग्राफिक इनफॉरमेशन सिस्टम कहा जाता है।
GIS के क्षेत्र इस प्रकार हैं।
1.फोटोग्रामैट्री
2.जीआईएस ऐप्लिेकशन
3.जीआईए डेवलॅपमेंट
4.जिओस्टेटिस्टीक
5.जीआईएस प्रोजेक्ट डेवलॅपमेंट
6.वेबजीआईएस
GIS कैसे काम करता है (How GIS Work)
- विजुअलाइजिंग डेटा (Visualizing Data): जिओग्राफिक डेटा जो डेटाबेस में संग्रहीत होता है, उसे GIS सॉफ्टवेयर में प्रदर्शित किया जाता है।
- संयोजन डेटा (Combining Data): इच्छा के नक्शे बनाने के लिए परतों को मिलाया जाता है।
- क्वेरी (Query): परत में मान को खोजने के लिए या जिओग्राफिक प्रश्न बनाने के लिए।
GIS का लाभ (Advantages of GIS)
- सरकारी लोगों द्वारा किया गया बेहतर निर्णय
- बेहतर व्यवस्था के कारण नागरिक जुड़ाव
- उन समुदायों की पहचान करने में मदद करना जो जोखिम में हैं।
- अपराध विज्ञान के मामलों की पहचान करने में मदद करता है।
- प्राकृतिक संसाधनों का बेहतर प्रबंधन।
- आपातकालीन स्थिति के दौरान बेहतर संचार।
- बेहतर निर्णय के कारण लागत बचत।
- समुदाय के भीतर विभिन्न प्रकार के रुझानों का पता लगाना।
- जनसांख्यिकीय परिवर्तन की योजना बनाना।
GIS का घटक (Components of GIS)
हार्डवेयर
- हार्डवेयर कंप्यूटर का फिजिकल घटक है
- हार्डवेयर के अंतर्गत हार्ड डिस्क, प्रोसेसर, मदरबोर्ड आदि हो सकते हैं।
- ये सभी हार्डवेयर कंप्यूटर के रूप में कार्य करने के लिए एक साथ काम करते हैं।
- इन हार्डवेयर पर GIS सॉफ्टवेयर चलता है।
सॉफ्टवेयर (Software)
- GIS सॉफ्टवेयर स्थानिक डेटा या जिओग्राफिक डेटा को इनपुट और स्टोर करने के लिए डिवाइस और फ़ंक्शन प्रदान करता है।
- यह जिओग्राफिक क्वेरी करने, विश्लेषण मॉडल चलाने और मैप के रूप में जिओग्राफिक डेटा प्रदर्शित करने के लिए टूल्स प्रदान करता है।
- जिओग्राफिक डेटा को स्टोर करने के लिए GIS सॉफ्टवेयर रिलेशन डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम (RDBMS) का उपयोग करता है।
लोग (People):
- लोग GIS प्रणाली के यूजर होते हैं।
- GIS सिस्टम को चलाने के लिए लोग तीनों घटकों का उपयोग करते हैं।
जीआईएस डेटा के प्रकार (Types of GIS)
रास्टर डाटा (Raster Data–
- रास्टर डाटा सेल आधारित तरीके से सुविधाओं की जानकारी संग्रहीत करता है। उपग्रह चित्र (Satellite images), फोटोग्राममिति (photogrammetry) और स्कैन किए गए नक्शे सभी रास्टर आधारित डेटा हैं।
- रास्टर मॉडल का उपयोग डेटा को स्टोर करने के लिए किया जाता है जो एरियल फोटोग्राफी (aerial photography), सैटेलाइट इमेज या एलिवेशन वैल्यू (DEM- डिजिटल एलिवेशन मॉडल) में लगातार बदलता रहता है।
वेक्टर डेटा (Vector data)
- वेक्टर डेटा तीन प्रकार के होते हैं, पॉइंट, लाइन और पॉलीगॉन।
- ये डेटा आधार डेटा को डिजिटाइज़ करके बनाया जाता है।
- ये x, y निर्देशांक में जानकारी स्टोर करते हैं।
- वैक्टर मॉडल का उपयोग डेटा को स्टोर करने के लिए किया जाता है, जिसमें असतत सीमाएं होती हैं जैसे कि देश की सीमाएं, भूमि पार्सल और सड़कें।
नोट – इंडियन इंस्टीट्यूट रिमोट सेंसिंग देहरादून।