डॉ राधाकृष्णन
संदर्भ
- भारत के पूर्व राष्ट्रपति (1962-67) डॉ एस राधाकृष्णन के जन्मदिवस पर प्रतिवर्ष 5 सितंबर को ‘शिक्षक दिवस’ मनाया जाता है।
NOTE- जन्म- 5 सितंबर 1888, तिरुथानी (तमिलनाडु)
• वह भारत के पहले उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति थे।
उनका दर्शन एवं साहित्यिक कार्य
- दर्शन- अद्वैत वेदांत पर आधारित
- पुस्तक- द फिलॉसफी ऑफ रविंद्र नाथ टैगोर, भारतीय दर्शन (1923-27), पूर्वी धर्म और पश्चिमी विचार, द फिलॉसफी ऑफ द उपनिषद (1924), एन आइडियलिस्ट व्यू आफ लाइफ (1923), पूर्व और पश्चिम : कुछ प्रतिबिंब (1955)
- अनभिज्ञ पश्चिमी आलोचना से हिंदू धर्म का बचाव करते हुए हिंदू धर्म की पहचान को स्थापित किया।
पुरस्कार और सम्मान
- भारत रत्न (1954)
- नाइट हुड (1931)
- “ब्रिटिश रॉयल ऑर्डर ऑफ मेरिट” की मानद सदस्यता (1963)
- UNESCO के कार्यकारी बोर्ड का अध्यक्ष (1948)
- “हेल्पेज इंडिया” के संस्थापक सदस्य (भारत में सुविधा विहीन वृद्धों के लिए प्रसिद्ध NGO है)
- “कृष्णार्पण चैरिटी ट्रस्ट” का गठन
- “द स्पाल्डिंग प्रोफेसर ऑफ ईस्टर्न रिलीजन एंड एथिक्स” (OXFORD UNIVERSITY) पर नियुक्त होने वाले पहले भारतीय
- तुलनात्मक धर्म में हास्केल प्राध्यापक नियुक्त (1930, शिकागो विश्वविद्यालय)
NATO- Narth Atlantic Treaty Organisation)
चर्चा का कारण
- हाल ही में ग्रीस द्वारा, NATO की मध्यस्थता का प्रस्ताव खारिज कर दिया गया तथा ग्रीस का कहना है कि उसके देश की जलीय सीमा में तुर्की जहाजों के वापस जाने के पश्चात ही “युद्ध की तीव्रता में कमी” होती है।
विवाद का कारण
- तुर्की द्वारा पूर्वी भूमध्य सागरीय जल क्षेत्र में (साइप्रस के नजदीक) में गैस अन्वेषण के दौरान पोत की सुरक्षा के लिए नौसेना के युद्धपोतों की तैनाती
- साइप्रस, ग्रीस की भांति EU का सदस्य है
- तुर्की, साइप्रस के द्वीप को राज्य के रूप में मान्यता नहीं देता तथा साइप्रस के EEZ के 44% पर अपने अधिकार का दावा करता है।
NOTE- 1974 में साइप्रस के ग्रीस में सम्मिलित होने के समर्थकों द्वारा तख्तापलट को रोकते हुए तुर्की द्वारा आक्रमण किया गया तथा साइप्रस जातीय आधार पर विभाजित हो गया था।
NATO
- उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन एक अंतर-सरकारी सैन्य संगठन है
- स्थापना- 4 अप्रैल 1949, वाशिंगटन संधि द्वारा
- मुख्यालय- ब्रुसेल्स (बेल्जियम)
- अलाइड कमांड संचालन मुख्यालय- माॅन्स (Mons), बेल्जियम
- महत्व- NATO, सामूहिक रक्षा प्रणाली का गठन करता है, जिसके तहत इसके स्वतंत्र सदस्य देश किसी भी बाहरी आक्रमण की स्थिति में सामूहिक रक्षा प्रदान करने के लिए तैयार होते हैं
- संरचना- स्थापना 12 संस्थापक सदस्यों द्वारा, वर्तमान में 30 सदस्य हैं, “मैसेडोनिया” (27 मार्च 2020 को सम्मिलित)
- उद्देश्य- राजनीतिक-लोकतांत्रिक मूल्यों को बढ़ावा देना, सदस्य देशों की समस्याओं को हल करना, परस्पर विश्वास बनाने और संघर्ष रोकने हेतु रक्षा एवं सुरक्षा से संबंधित मुद्दों पर परामर्श और सहयोग करने में सक्षम बनाना
- सैन्य- NATO विवादों के लिए शांतिपूर्ण समाधान के लिए प्रतिबद्ध है, यदि कूटनीतिक प्रयास विफल होते हैं तो संकट-प्रबंधन कार्यवाही करने की सैन्य शक्ति है। इन कार्य वादियों को NATO की “वाशिंगटन संधि के सामूहिक रक्षा परिच्छेद (अनुच्छेद 5)” के तहत कार्यान्वित किया जाता है।
युवा बाल परिणाम सूचकांक एवं युवा बाल पर्यावरण सूचकांक
- यह दोनों सूचकांक भारत की स्टेट ऑफ द यंग चाइल्ड रिपोर्ट का हिस्सा है।
- इस रिपोर्ट को एक गैर-सरकारी संगठन मोबाइल क्रेच द्वारा तैयार किया गया है।
युवा बाल परिणाम सूचकांक के बारे में
- यह शिशु मृत्यु दर, वृद्धि-रोध या बौनापन तथा प्राथमिक विद्यालय स्तर पर कुल उपस्थिति जैसे संकेतको की मदद से मापा जाता है।
- शीर्ष पांच राज्य- केरल, गोवा, तमिलनाडु, त्रिपुरा व मिजोरम
- औसत से कम प्रदर्शन करने वाले राज्य- असम, मेघालय, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, झारखंड, उत्तर प्रदेश व बिहार
युवा बाल पर्यावरण सूचकांक
- इसका उद्देश्य बच्चों के कल्याण को प्रभावित करने वाली नीतियों और पर्यावरण का अध्ययन करना है।
- इसमें गरीबी उन्मूलन, प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा का स्तर, सुरक्षित जल, लैंगिक क्षमता आदि बालकल्याण को प्रभावित करने वाले पांच नीति-प्रवर्तकों का उपयोग किया जाता है। शीर्ष पांच राज्य- केरल, गोवा, सिक्किम, पंजाब व हिमाचल प्रदेश।
- युवा बाल परिणाम सूचकांक में औसत से कम प्रदर्शन करने वाले 8 राज्य इस सूचकांक में भी निम्न स्थान पर हैं।
Primary sector lending (PSL) संबंधी दिशा-निर्देश में संशोधन
- छोटे व सीमांत किसानों तथा कमजोर वर्गों के लिए निर्धारित लक्ष्यों का चरणबद्ध तरीके बढाने के निर्देश
- बुनियादी ढांचा एवं नवीकरणीय ऊर्जा के लिए ऋण की सीमा को बढ़ाकर दोगुना कर दिया गया।
- प्राइमरी सेक्टर लेंडिंग से संबंधित क्षेत्रों में Startups के लिए 50 करोड़ तक का ऋण
- Farmer producers company (FPC) तथा farmer prouducer Organisation(FPO) के लिए ऋण की सीमा दो करोड़ तक कर दी गई।
PSL में शामिल क्षेत्र 8 हैं
- कृषि
- सुक्ष्म व लघु मध्यम उद्योग
- निर्माण
- शिक्षा
- आवास
- सामाजिक संरचना
- नवीकरणीय ऊर्जा
- अन्य।
मानो मामी जन जाति एवं ब्लड गोल्ड
- अमेजन के वनों में वेनेजुएला एवं ब्राजील की सीमा पर रहने वाली दुनिया की सबसे बड़ी एकाकी जनजाति
- जनजाति के क्षेत्र से अवैध रूप से उत्खनित आने वाले सोने पर भारत सरकार ने रोक लगा दी है।
- चूंकि ये जनजाति अवैध उत्खनन को रोकने के लिए हमला करते हैं। यही कारण है कि अवैध रूप से उत्खनित कार्य सोने को ब्लड गोल्ड कहा जा रहा है।
रेलवे अधिनियम, 1989 की धारा 144 (2)
- इस अधिनियम के अनुसार, यदि कोई व्यक्ति किसी भी रेलगाड़ी अथवा रेलवे स्टेशन पर भीख मांगता है तो उसे 1 वर्ष का कारावास या ₹2000 तक का जुर्माना या दोनों हो सकता है।
- हाल ही में,रेल मंत्रालय ने रेलगाड़ियों या रेलवे परिसर में भीख मांगने को गैर अपराध घोषित करने का प्रस्ताव दिया।
न्यायिक निर्हता या सुनवाई से
हाल ही में पंजाब व हरियाणा उच्च न्यायालय के एक न्यायाधीश ने वर्ष 1991 में एक व्यक्ति के लापता होने और उसकी हत्या के मामले में पंजाब के पूर्व पुलिस महानिदेशक सुगेध सिंह सैनी की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई से इनकार कर दिया है।
सुनवाई से इनकार क्या है?
किसी पीठासीन न्यायिक या प्रशासनिक अधिकारी द्वारा हितों के टकराव के कारण किसी न्यायिक प्रशासनिक कार्यवाही में भागीदारी से इनकार करने को न्यायिक निर्रहता अथवा सुनवाई से इनकार करना या रिक्यूजल कहा जाता है।
सामान्य आधार
1- तर्कशील निष्पक्ष पर्यवेक्षक को लगता है कि न्यायाधीश किसी के प्रति पक्षपाती हो सकता है।
2- मामले से संबंधित तथ्यों व व्यक्तिगत संपर्क
3- न्यायधीश की पृष्ठभूमि व अनुभव।
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ( IAEA)
हाल ही में ईरान द्वारा वर्ष 2000 के दशक की शुरुआत में संभावित अघोषित परमाणु गतिविधियों से संबंधित 2 साइटों में से एक साइट के निरीक्षण के लिए अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के निरीक्षकों को अनुमति दी गई है। विवाद का विषय
1- ईरान ने 2015 में जॉइंट कंप्रिहेंसिव प्लान आफ एक्शन (JCPOA) के तहत अमेरिका , जर्मनी, रूस, फ्रांस, ब्रिटेन व चीन के साथ परमाणु समझौते पर हस्ताक्षर किया था।
2- इस समझौते के तहत ईरान को सीमित परमाणु भंडार की अनुमति दी गई थी लेकिन ईरान निर्धारित सीमा का उल्लंघन कर समृद्ध यूरेनियम भंडार में वृद्धि की थी।
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी
1- वर्ष 1957 में वैश्विक शांति के लिए परमाणु संगठन के रूप में IAEA की स्थापना की गई।
2- इसका मुख्यालय वियना (ऑस्ट्रिया) में है।
3- इसका उद्देश्य विश्व में परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग को सुनिश्चित करना तथा इसका सैन्य उपयोग ना हो इसे भी सुनिश्चित करती है।
Team rudra
Abhishek Kumar Verma
Amarpal Verma
Krishna
Yograj Patel
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Rajeev Kumar Pandey
Prashant Yadav
Dr.Sant lal
Sujata Singh
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Geography team mppg college ratanpura mau
- Surjit Gupta
- Saty Prakash Gupta
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