फिट इंडिया यूथ क्लब (FIYC)
संदर्भ
- केंद्रीय युवा एवं खेल मंत्री ने 74 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर नागरिकों के बीच फिटनेस को बढ़ावा देने के लिए “फिट इंडिया यूथ क्लब” नामक देशव्यापी पहल की शुरुआत की।
NOTE
- FIYC प्रधानमंत्री द्वारा परिकल्पित “फिट इंडिया मूवमेंट” का हिस्सा है।
- FIYC पहल के तहत “नेहरू युवा केंद्र संगठन” और “राष्ट्रीय सेवा योजना” के 75 लाख स्वयंसेवक, स्काउट्स एंड गाइड्स, राष्ट्रीय कैडेट कोर और अन्य युवा संगठनों के साथ मिलकर देश के प्रत्येक जिले के प्रत्येक ब्लॉक में FIYC के रूप में पंजीकरण के लिए जाएंगे।
- यह पहल 15 अगस्त 2020 से 2 अक्टूबर 2020 तक चलेगी।
राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS)
- भारत सरकार द्वारा प्रायोजित सार्वजनिक सेवा कार्यक्रम है।
- युवा एवं खेल मंत्रालय के अंतर्गत
- शुरुआत 1969 में (गांधी के जन्म शताब्दी के अवसर पर)
- उद्देश्य- सामुदायिक सेवा के माध्यम से छात्रों के व्यक्तित्व का विकास करना।
नेहरू युवा केंद्र संगठन (NYKS)
- स्थापना 1987-88 में एक स्वायत्त संगठन के रूप में भारत सरकार के युवा एवं खेल मंत्रालय के तहत।
- यह दुनिया में एक अलग तरह का सबसे बड़ा जमीनी स्तर का युवा संगठन है।
फ्लाई ऐश (Fly Ash)
संदर्भ
- राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम (NTPC) ने फ्लाई ऐश के बढ़ते उपयोग के लिए उत्तर प्रदेश की “रिहंद परियोजना” में बुनियादी ढांचे का विकास किया।
महत्व
- इस बुनियादी ढांचे से कम लागत पर सीमेंट प्लांटों में थोक फ्लाई ऐश पहुंचाने में मदद मिलेगी।
NOTE
- 2019-20 के दौरान विभिन्न उत्पादक उद्देश्यों के लिए 44 मिलियन टन से अधिक फ्लाई ऐश का उपयोग किया गया।
- फ्लाई ऐश कई पदार्थों जैसे- कोयला आदि के जलाने से निर्मित महीन कणों से बनी होती है।
- यह महीन कण वातावरण में उत्सर्जित होने वाली गैसों के साथ ऊपर उठने की प्रवृत्ति रखते हैं।
- फ्लाई ऐश में “सिलीकान डाइऑक्साइड” और “कैलशियम ऑक्साइड” बहुत अधिक मात्रा में पाई जाती है।
रिहंद परियोजना
- रिहंद सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट, उत्तर प्रदेश में सोनभद्र जिले के रेणुकूट में अवस्थित है।
- यह पावर प्लांट NTPC का कोयला आधारित बिजली संयंत्रों में से एक है।
- रिहंद बांध (गोविंद बल्लभ पंत सागर), आयतन के आधार पर भारत का सबसे बड़ा बांध है और यह भारत की सबसे बड़ी कृत्रिम झील भी है।
- इसका जलाशय मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की सीमा पर अवस्थित है।
- यह सोन नदी की सहायक नदी “रिहंद नदी” पर बना है।
NOTE
- रिहंद बांध उत्तर प्रदेश में सोनभद्र जिले के पिपरी में स्थित एक “कंक्रीट गुरुत्वाकर्षण बांध” है।
औरोरल बीड्स (Auroral Beads)
- रात के समय आसमान में पूर्व-पश्चिम में फैला हुआ एक विशेष प्रकार का “औरोरा” (Aurora) जो चमकती हुई मोती की माला की तरह है, अंतरिक्ष में विद्युत तूफान के कारण होते हैं जिन्हें “सबस्टाॅर्म” (Substorms) कहा जाता है।
NOTE
- औरोरल बीड्स वैज्ञानिकों को अंतरिक्ष में औरोरा एवं उनके शक्तिशाली चालकों के विज्ञान को बेहतर ढंग से समझने में मदद कर रहा है।
Important facts
- नए कंप्यूटर मॉडल जो NASA के “थेमिस मिशन” (THEMIS : Time History Of Events and Maeroscale Interactions During Substorms) के अवलोकनो से संयुक्त है, से पता चला कि औरोरल बीड्स “प्लाज्मा” (पदार्थ की चौथी अवस्था) में गड़बड़ी के कारण होते हैं जो पृथ्वी के आसपास गैसीय एवं अत्यधिक प्रवाहकीय आवेशित कणों से निर्मित होते हैं।
औरोरा
- यह तब बनता है जब सूर्य से आवेशित कण पृथ्वी के चुंबकीय वातावरण (Magneto sphere) में फंस जाते हैं और पृथ्वी की ऊपरी वायुमंडल में चिमनी या रोशनदान की तरह हो जाते हैं, वहां इन कणों में आपस में टकराव के कारण हाइड्रोजन, ऑक्सीजन और नाइट्रोजन के परमाणु अणु चमकते हुए दिखाई देते हैं।
थेमिस मिशन
- NASA द्वारा 2007 में शुरू किया गया था।
उद्देश्य
- NASA के 5 उपग्रहों (THEMIS ‘A’ से THEMIS ‘E’ तक) के माध्यम से पृथ्वी के मैग्नेटोस्फीयर से उत्सर्जित ऊर्जा का अध्ययन करना था, जिसे सबस्टार्म के रूप में जाना जाता है, यह चुंबकीय घटना पृथ्वी के ध्रुवों के निकट औरोरा से संबंधित है।
ब्लैक ड्वार्फ सुपरनोवा (BDS)
संदर्भ
- हाल ही में भौतिकवि्दो ने पता लगाया है कि ब्रह्मांड में होने वाले अंतिम विस्फोट BDS होंगे।
Important facts
- यह इस विचार पर आधारित है कि ब्रह्मांड में अंततः ऊर्जा क्षेत्र से बाहर निकल जाएगा जिसे “हिट डेथ” (Heat death) के रूप में जाना जाता है।
- जब सितारों के सृजन हेतु आवश्यक गैस की आपूर्ति बंद हो जाएगी तब नए तारे का सृजन नहीं होगा। यह घटना “बिग फ्रिज” (Big Freeze) कहलाती है।
- यदि किसी तारे का द्रव्यमान सूर्य के द्रव्यमान से कम या बराबर (चंद्रशेखर सीमा) होता है तो वह लाल दानव से सफेद बौना और अंततः काला बौना में परिवर्तित हो जाता है।
स्वतंत्रता दिवस पर नवीन डिजिटल घोषणाएं
संदर्भ
- 74 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री द्वारा ‘डिजिटल इंडिया’ पहल से जुड़ी तीन बड़ी परियोजनाओं, राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन, साइबर सुरक्षा नीति- 2020 और 1000 दिनों में सभी 6 लाख ग्रामों को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ने की घोषणा की थी।
राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन
पृष्ठभूमि
- भारत में डिजिटल स्वास्थ्य अवसंरचना का प्रारंभ वर्ष 2017 की राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति के तहत ‘राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य प्राधिकरण’ की स्थापना के प्रस्ताव से माना जाता है।
- UIDAI के पूर्व अध्यक्ष सत्यनारायण की अध्यक्षता में गठित समिति ने राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन का ब्लू प्रिंट तैयार किया था।
- नवीन राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य
मिशन
- पूर्ण डिजिटल स्वास्थ्य पारिस्थितिकी तंत्र।
- चार प्रमुख डिजिटल पहलो हेल्थ आईडी, व्यक्तिगत स्वास्थ्य रिकॉर्ड, डिजि डॉक्टर और स्वास्थ्य सुविधा रजिस्ट्री को लांच किया गया।
- नवीन NDHM रणनीति दस्तावेज में डॉक्टरों, अस्पतालों, फार्मेसिओ और बीमा कंपनियों द्वारा डिजिटल रजिस्ट्री का निर्माण करने, डिजिटल व्यक्तिगत स्वास्थ्य रिकार्ड रखने, डिजिटल नैदानिक निर्णय प्राणालियों की रूपरेखा तैयार की गई है।
- राष्ट्रीय स्वास्थ्य आईडी प्रणाली की भी चर्चा।
साइबर सुरक्षा नीति- 2020
- वर्तमान साइबर सुरक्षा नीति- 2013 के स्थान पर नवीन साइबर सुरक्षा नीति- 2020 लागू की जाएगी।
- नवीन साइबर नीति, संसदीय संयुक्त समिति के तहत विचाराधीन ‘डेटा संरक्षण कानून’ के प्रावधानों को प्रभावित कर सकती है।
आवश्यकता
- नवीन चुनौतियां- डाटा गोपनीयता, कानूनी प्रवर्तन, विदेश में संग्रहित डाटा की पहुंच तक अभाव, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का दुरुपयोग, साइबर अपराध, साइबर आतंकवाद।
डेटा सुरक्षा
- राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था और सुरक्षा पर साइबर खतरों का बढ़ना, संवेदनशील व्यक्तिगत और व्यावसायिक डाटा पर साइबर घुसपैठ और हमलों के दायरे और प्रकार में वृद्धि होना महत्वपूर्ण सूचना और संरचना की सुरक्षा।
तीव्र तकनीकी विकास
- क्लाउड कंप्यूटिंग, कृत्रिम बुद्धिमता,इंटरनेट आफ थिंग्स, 5G प्रौद्योगिकी।
- साइबर युद्ध।
ब्रिक्स एण्टी-ड्रग वर्किंग ग्रुप की बैठक
- रूस की अध्यक्षता में चौथी बैठक का आयोजन । मादक पदार्थों की तस्करी के लिए डार्कनेट एवं आधुनिक तकनीकों के दुरुपयोग पर चर्चा
- वास्तविक समय पर जानकारी साझा करने की आवश्यकता पर चर्चा
- समुद्री मार्गों के माध्यम से होने वाले तस्करी की बैठक में चर्चा का अहम मुद्दा
- UNODC के रिपोर्ट के मुताबिक भारत अवैध दवाओं के व्यापार का एक प्रमुख केंद्र है यहां ट्रामाडोल और मेथाफेटामाइन जैसे आधुनिक पदार्थों से लेकर भांग जैसे पुराने मादक पदार्थ आदि सब कुछ पाया जाता है।
- भारत उ०प० एशिया (गोल्डन क्रेशेन्ट) तथा दक्षिणी पूर्वी एशिया (गोल्डन ट्राएंगल) जैसे प्रमुख अफीम उत्पादक देशों के मध्य अवस्थित हैं।
- तस्करी के लिए सामान्य सर्च इंजनों के बजाय टाॅर(Tor) जैसे विशिष्ट सर्च इंजनों का उपयोग विशिष्ट समूहों द्वारा किया जाता है । इंटरनेट के ऐसे भाग को डार्क नेट या डार्कवेव कहते हैं । इसे आमतौर पर इस्तेमाल किए जाने सर्च इंजनों द्वारा एक्सस नहीं किया जा सकता है।
भारत का राष्ट्रीय ध्वज
- हाल ही में भारत द्वारा वर्ष 2020 में अपना 74वां स्वतंत्रता दिवस मनाया गया ।
प्रमुख बिंदु
- भारतीय राष्ट्र तिरंगे को डिजाइन का श्रेय पिंगली वेंकैया को दिया जाता है।
- वर्ष 1906 भारत का पहला राष्ट्रीय ध्वज संभवतः 7 अगस्त 1906 को कोलकाता में पारसी बागान स्क्वायर (ग्रीन पार्क) में फहराया गया था
- इस ध्वज में लाल, पीले एवं हरे रंग की तीन पट्टीया थी जिसके मध्य में वंदे मातरम लिखा हुआ था। लाल रंग की पट्टी में सूर्य और अर्द्ध चंद्र का प्रतीक था और हरे रंग की पट्टी में 8 खुले कमल थे।
- वर्ष 1907 में मैडम भीकाजी कामा और निर्वासित क्रांतिकारियों के समूह द्वारा जर्मनी में भारतीय ध्वज फहराया गया जो विदेशी भूमि पर फहराया जाने वाला पहला भारतीय ध्वज था।
- कांग्रेस समिति की कराची बैठक 1931 में भारत के राष्ट्रीय ध्वज को अपनाया गया। ध्वज के लाल रंग को केसरी रंग में बदल दिया गया।
संवैधानिक एवं कानूनी पक्ष
- संविधान सभा द्वारा 22 जुलाई 1947 को राष्ट्रीय ध्वज के प्रस्ताव को अपनाया गया।
- राष्ट्रीय ध्वज पर गठित तदर्थ समिति के अध्यक्ष डॉ राजेंद्र प्रसाद थे।
- संविधान के अनुच्छेद 51A(a) के अनुसार, भारत के संविधान का पालन करें उसके आदर्शों और संस्थानों राष्ट्रीय ध्वज और राष्ट्रगान का सम्मान करें।
- एक व्यक्ति जो राष्ट्रीय गौरव एवं अपमान निवारण अधिनियम,1971 के तहत दोषी पाया जाता है तो उसे 6 वर्ष तक के लिए संसद एवं विधान मंडल के चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य घोषित किया जा सकता है। इसमें शामिल है-
I – राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करना।
II – भारतीय संविधान का अपमान करना।
III – राष्ट्रगान गाने से रोकना।
विवाह की न्यूनतम आयु इतिहास एवं वर्तमान
- 2 जून 2020 को केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने जया जेटली की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया है।
- यह समिति शिशु मृत्यु दर (IMR), मातृत्व मृत्यु दर ( MMR) , कुल प्रजनन दर (TFR) , जन्म के समय लिंगानुपात ( SBR) , और बाल लिंगानुपात (CSR) जैसे प्रमुख मापदंडों की जांच करेगी और महिलाओं के लिए विवाह की वर्तमान आयु 18 वर्ष को 21 वर्ष तक बढ़ाने के विकल्प पर भी विचार करेगी।
ऐतिहासिक और कानूनी दृष्टिकोण
- वर्ष 1860 में अधिनियमित हुई भारतीय दंड संहिता (IPC) ,में 10 वर्ष से कम उम्र की लड़की के साथ किसी भी प्रकार के शारीरिक संबंध को अपराध की श्रेणी में शामिल कर दिया गया।
- वर्ष 1927 में ब्रिटिश सरकार द्वारा 12 वर्ष से कम उम्र की लड़कियों के साथ विवाह अमान्य घोषित कर दिया गया।
- बाल विवाह निरोधक अधिनियम,1929 के माध्यम से महिलाओं और पुरुषों की न्यूनतम आयु क्रमशः 14 और 18 निर्धारित की गई, वर्ष 1949 में संशोधन कर महिलाओं के विवाह की आयु बढ़ाकर 15 वर्ष कर दी गई।
- वर्ष 1978 में इस कानून में एक बार फिर संशोधन किया गया और महिलाओं तथा पुरुषों के लिए न्यूनतम आयु को क्रमशः 18 वर्ष और 21 वर्ष कर दिया गया।
- विशेष विवाह अधिनियम, 1954 और बाल विवाह निषेध अधिनियम 2006 भी महिलाओं और पुरुषों के लिए विवाह की न्यूनतम आयु क्रमश: 18 और 21 वर्ष निर्धारित करते हैं।
भारत में बाल विवाह
- यूनिसेफ (UNICEF) के अनुमान के अनुसार,विश्व भर में लगभग 650 मिलियन लड़कियों का विवाह 18 वर्ष से कम उम्र में कर दिया गया था।
- भारत में प्रत्येक वर्ष 1.5 मिलियन लड़कियों का बाल विवाह कर दिया जाता है, जो विश्व भर में सर्वाधिक बाल विवाह (1 वर्ष में) का आंकड़ा है।
Team rudra
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Amarpal Verma
Krishna
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anil Kumar Verma
Rajeev Kumar Pandey
Prashant Yadav
Dr.Sant lal
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- Surjit Gupta
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