म्यांमार रोहिंग्या-संकट का अवलोकन
विवाद का विषय
- म्यांमार सरकार ने रोहिंग्या समुदाय को नागरिकता देने से इनकार करना तथा 2014 की जनगणना में भी इन्हें सम्मिलित नहीं किया जाना।
- म्यांमार सरकार इन्हें बांग्लादेश से आए अवैध प्रवासियों के रूप में देखती है।
वर्तमान संकट का आरंभ
- अगस्त 2017 में रोहिंग्या मुसलमानों पर म्यांमार की सेना द्वारा किए गए घातक हमले के परिणाम स्वरूप सैकड़ों हजारों लोगों को बांग्लादेश की सीमा की ओर भागना पड़ा।
अंतरराष्ट्रीय प्रक्रिया
- एमनेस्टी इंटरनेशनल का कहना है कि म्यांमार की सेना द्वारा रोहिंग्या महिलाओं और लड़कियों के साथ बलात्कार और दुर्व्यवहार किया गया।
- अगस्त 2018 में संयुक्त राष्ट्र के जांचकर्ताओं द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट में म्यांमार की सेना पर ‘नरसंहार के इरादे’ से सामूहिक हत्याएं और बलात्कार करने का आरोप लगाया गया।
- पश्चिमी अफ्रीकी राष्ट्र ‘गाम्बिया’ द्वारा दर्जनों अन्य मुस्लिम देशों की ओर से अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (ICJ) में मामला दर्ज किया गया।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC)
- हाल ही में UNHRC में सीटों के लिए हुए चुनाव में पाकिस्तान और नेपाल पुनः निर्वाचित हुए, चीन ने सबसे कम अंतर से 1 सीट जीती है तथा सऊदी अरब चुनाव में हार गया है।
NOTE- UNHRC का पुनर्गठन 2006 में इसके पूर्ववर्ती संस्था संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग (UNCHR) के प्रति विश्वसनीयता के अभाव को दूर करने में सहायता करने हेतु किया गया था।
UNHRC की संरचना
- सदस्य- 47
- प्रत्येक सदस्य 3 वर्षों के कार्यकाल के लिए निर्वाचित होता है।
- किसी देश को एक सीट पर लगातार अधिकतम ‘दो’ (2) कार्यकाल की अनुमति होती है।
- मुख्यालय- जेनेवा, स्वीटजरलैंड।
- स्थापना- 14 दिसंबर 1950
चीन द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा व संवेदनशील तकनीक सुरक्षा हेतु कानून पारित
- यह नया कानून 1 दिसंबर से लागू किया जाएगा।
- इसके तहत बीजिंग निर्यात-नियंत्रण का दुरुपयोग करते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने वाले देशों के विरुद्ध प्रत्युत्तर में समान तरीके अपनाने में सक्षम होगा।
- इसके अंतर्गत चीनी अधिकारी निर्यात नियंत्रण हेतु समय-समय पर आवधिक रूप से प्रकाशित की जाने वाली वस्तुओं की सूची को तैयार और समायोजित करेंगे।
- विदेशी व्यक्तियों और समूहों को भी निर्यात नियंत्रण नियमों के उल्लंघन करने के लिए भी उत्तरदाई ठहराया जा सकता है।
इजराइल-बहरीन शांति समझौता
- हाल ही में इजराइल व बहरीन ने औपचारिक रूप से राजनयिक संबंध स्थापित कर लिए हैं। ध्यातव्य है कि बहरीन ने सितंबर माह में इजरायल के साथ शांति समझौते पर हस्ताक्षर करने की घोषणा की थी।
प्रमुख बिंदु
- बहरीन, इजरायल के साथ संबंध स्थापित करने वाला अरब जगत का चौथा देश बन गया। इससे पूर्व अगस्त माह में इजराइल व संयुक्त अरब अमीरात ने ऐतिहासिक ‘The Abraham Accord’ के तहत पूर्व राजनयिक संबंध स्थापित करने पर सहमति व्यक्त की थी।
- इससे पूर्व मिश्र ने सन् 1989 व जार्डन ने वर्ष 1994 में इजरायल के साथ शांतिपूर्ण संबंध स्थापित किए थे।
- इस समझौते के अनुसार बहरीन व इजरायल एक दूसरे के देश में दूतावास स्थापित करने के साथ-साथ पर्यटन, व्यापार, स्वास्थ्य व सुरक्षा समेत कई मुद्दों पर आपसी सहयोग को बढ़ावा देंगे।
- ध्यातव्य है कि वर्ष 2011 में अरब स्प्रिंग की शुरुआत के साथ सऊदी अरब ने सरकार विरोधी प्रदर्शनों को दबाने के लिए बहरीन में अपने सैनिक भेजे थे। जानकारों के अनुसार इस समझौते से बहरीन को अपनी राजशाही सत्ता बनाए रखने में काफी मदद मिलेगी।
अरब जगत व इजरायल के संबंधों का महत्व
- इजराइल के साथ संबंध स्थापित करने वाले खाड़ी देशों के लिए इजरायल इस क्षेत्र में संयुक्त राज्य अमेरिका की घटती भूमिका के विरुद्ध एक बचाव की तरह है।
- साथ ही अरब जगत के देशों के लिए इजरायल आधुनिक तकनीक के साथ आर्थिक तौर पर समृद्ध एक महत्वपूर्ण व्यापारिक भागीदार हो सकता है।
- इजराइल के लिए खाड़ी देशों के साथ संबंध स्थापित करना इस क्षेत्र में अपने अलगाव को कम करने का एक प्रयास।
भारत में लिंगानुपात में सुधार की आवश्यकता
- हाल ही में प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के पूर्व अध्यक्ष सी. रंगराजन ने युवा लोगों तक प्रजनन स्वास्थ्य शिक्षा के साथ-साथ लैंगिक समानता मानदंडों की तत्काल पहुंच की आवश्यकता पर बल दिया है।
प्रमुख बिंदु
- पिछले कुछ समय से भारत में प्रजनन क्षमता घट रही है। SRS सांख्यिकी रिपोर्ट में वर्ष 2018 में कुल प्रजनन दर (TFR) 2.2 रहने का अनुमान लगाया गया था। SRS देश का सबसे बड़ा जनसांख्यिकीय नमूना सर्वेक्षण है, यह सर्वे रजिस्ट्रार जनरल के कार्यालय द्वारा किया जाता है।
- देश में प्रजनन क्षमता में गिरावट जारी रहने की संभावना है अनुमान है कि 2.1 का प्रतिस्थापन TFR को जल्द ही प्राप्त कर लिया जाएगा।
- TFR, एक महिला के उसके जीवन में जन्म लेने वाले बच्चों की संख्या को संदर्भित करता है।
- 2.1 TFR को प्रतिस्थापन TFR कहा जाता है।
प्रतिस्थापन TFR का महत्त्व
- यदि प्रतिस्थापन दर पर TFR लंबे समय तक बनी रहती है तो प्रत्येक पीढ़ी अपने आय को अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन के बिना अपने देश की जनसंख्या को संतुलित कर देगी।
- जानकारों का कहना है कि एक बार प्रतिस्थापन दर पर TFR पहुंच जाने के बाद देश की जनसंख्या कुछ वर्षों में स्थिर हो जाएगी या कम होने लगेगी।
परिस्थितिकी गरीबी की अवधारणा गरीबी उन्मूलन के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस
चर्चा में क्यों?
- 17 अक्टूबर,2020 को गरीबी उन्मूलन के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस की 27 वीं वर्षगांठ मनाई गई।
- इसकी शुरुआत संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव के माध्यम से 1992 में की गई थी।
- 2020 में थीम – सभी के लिए सामाजिक और पर्यावरणीय न्याय प्राप्ति का एक साथ मिलकर कार्य करना।
पारिस्थितिकी या गरीबी
- पारिस्थितिकी अवनयन के कारण लोगों का स्तर भी प्रभावित होता है इस प्रकार परिस्थितिकी अवनयन जनित आय गरीबी को परिस्थितिकी या गरीबी कहते हैं।
गरीबी की वर्तमान स्थिति
- विगत 25 वर्षों में विश्व में पहली बार कोविड-19 महामारी के कारण गरीबी में वृद्धि दर्ज की गई है।
- गरीबी में होने वाली वृद्धि ने देशों को वर्तमान आय आधारित गरीबी मापन की पद्धति के स्थान पर अन्य प्रणाली को अपनाने पर विचार करने को मंजूर किया है।
- महामारी के कारण दुनिया में 115 मिलियन से अधिक लोग गरीबी की श्रेणी में शामिल हो गए तथा इनका प्रसार सार्वभौमिक है।
आगे की राह
- हमें गरीबी के पारिस्थितिकी आयाम पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है।
- प्रकृति पर निर्भर लोगों के लिए प्राकृतिक संसाधनों तक पहुंच और अधिकारिता उपायों को गरीबी उन्मूलन रणनीतियों के केंद्र में रखना चाहिए।
पर्ल रिवर एश्चुरी डॉल्फिन
चर्चा में क्यों?
हाल ही में आई एक रिपोर्ट के अनुसार पर्ल रिवर एश्चुरी में चाइनीज पिक डॉल्फिन की संख्या में वृद्धि देखी गई है।
पर्ल रिवर एश्चुरी
इसके आसपास का इलाका जहां पर रिवर दक्षिणी चीन सागर में मिलती है, पृथ्वी पर दुनिया के सबसे घने शहरी क्षेत्र, गहन औद्योगिक क्षेत्र और सबसे व्यस्त शिपिंग में से एक है।
इंडो पैसिफिक हम्पबैक डाल्फिन
- वैज्ञानिक नाम – सौसा बिनेसिस
- यह मध्य चीन के दक्षिण पश्चिम से पूरे दक्षिण पूर्वी एशिया तक और मध्य चीन के पश्चिम से बंगाल की खाड़ी तक के आसपास के ज्वारनदमुख में उच्चतम घनत्व में पाई जाती है।
खतरा
- कृषि औद्योगिक एवं शहरी प्रदूषण से।
- अत्याधिक मत्स्यन
- हवाई अड्डों के विस्तार से
- तेज गति के जलीय परिवहन से
प्रभाव
- निवास स्थान को नुकसान
- अवरोध एवं पोत हमलों से डॉल्फिन की मृत्यु
- डॉल्फिन के स्वास्थ्य पर रासायनिक एवं ध्वनि प्रदूषण का नकारात्मक प्रभाव।
नोट – IUCN की रेट लिस्ट में इंडो पैसिफिक हम्पबैक डॉल्फिन को संवेदनशील श्रेणी में सूचीबद्ध किया गया है।
हैदराबाद में बाढ़ के कारण
- हैदराबाद का पश्चिमी किनारा गोदावरी नदी के बेसिन में स्थित है।
- पूर्व में कृष्णा नदी का बेसिन।
- दक्कन क्षेत्र में अवस्थिती।
- हाल ही में Skymet द्वारा हैदराबाद की पिछले रविवार 72.5m.m बारिश दर्ज करने के पश्चात देश में सर्वाधिक वर्षा वाले स्थान के रूप में घोषित किया गया।
- IMD आंकड़ों के अनुसार शहर में 18 दिनों में 365m.m बारिश हुई जो कि सामान्य की तुलना में 4 गुना अधिक है।
इस विपत्ति का कारण
- बंगाल की खाड़ी में निर्मित तूफान
बाढ़ को नियंत्रित करने हेतु अतीत में किए गए प्रयास
- 2 जलाशयों उस्मान सागर और हिमायत सागर का निर्माण
- जल निकास की आधुनिक प्रणाली
आगे की राह
- G.I.S तकनीकी का बेहतर प्रयोग
- I.M.D में नई तकनीकीयों का समावेशन
- लोगो को जागरूक करने के लिए विभिन्न प्रयास
- भू-जल पुनर्भरण या जल संरक्षण
- बेहतर नगरी नियोजन
- जल निकास की समुचित व्यवस्था
बाढ़ संकट दूर करने के लिए “राज्य जल ग्रीड”
- महाराष्ट्र में बाढ़ संकट से निपटने के लिए ‘state water grid’ का सुझाव
- इसका उद्देश्य बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की नदियों का पानी सूखाग्रस्त क्षेत्रों की तरफ मोड़ना।
राज्य जल ग्रीड के लाभ
- सूखा प्रभावित क्षेत्रों की जल उपलब्धता
- बाढ़ की प्रभाविता को कम करना
- सिंचाई की बेहतर व्यवस्था को बढ़ाना
- कृषि उत्पादन में बढ़ोतरी और किसानों की आत्महत्या में कमी
- ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती
- नीली क्रांति में भी बढ़ावा
इजरायल और बहरीन के मध्य औपचारिक राजनयिक संबंधों का आरंभ
- इजराइल और बहरीन ने अमेरिका की मध्यस्थता में एक समझौते पर हस्ताक्षर करके अधिकारिक रूप से राजनयिक संबंध स्थापित किए है।
- मिस्र के साथ 1970 में शांति समझौते और जॉर्डन के साथ 1994 में समझौते के बाद संयुक्त अरब अमीरात और बहरीन के साथ औपचारिक संबंध बनाने वाले तीसरे और चौथे अरब राज्य बन गए हैं।
भारतीय प्राणी विज्ञान सर्वेक्षण द्वारा स्किन्स आफ इंडिया का प्रकाशन
- हाल ही में भारतीय प्राणी विज्ञान सर्वेक्षण द्वारा स्किंक प्रजातियों के वितरण पर स्किन्स आफ इंडिया का प्रकाशन किया गया है।
प्रमुख निष्कर्ष
- भारत स्किंक (Skink S) की 62 प्रजातियां पाई जाती हैं और जिनमें से लगभग 57% (33 प्रजातियां) स्थानिक है।
- ये प्रजातियां आम तौर पर देश के सभी प्रकार के आवासों में पाई जाती हैं।
- विश्व भर में स्किंकस की 1602 प्रजातियां हैं जिनमें से 4% से भी कम भारत में पाई जाती हैं।
स्किंक क्या है?
- स्किंक लंबे आकार की अपेक्षाकृत छोटे या बिना पैरों वाली सरीसृप प्रजाति होती है। इसमें स्पष्ट गर्दन का अभाव होता है तथा इसकी त्वचा शल्कीय व चिकनी होती है।
साधना दर्रा
- पहले नाश्ताचुन दर्रा कहा जाता था, जम्मू और कश्मीर में स्थित।
- यह दर्रा कुपवाड़ा जिले की करनाह तहसील को शेष भारतीय प्रशासित घाटी से जोड़ता है।
स्लीनेक्स – 20
- यह भारतीय नौसेना और श्रीलंका नौसेना के बीच वार्षिक द्विपक्षीय समुद्री अभ्यास श्रृंखला हैं।
- स्लीनेक्स 20 का आठवां संस्करण 19-21 October 2020 तक प्रिकोंमाली श्रीलंका के तट पर आयोजित किया जाएगा।
- पहला स्लीनेक्स का आयोजन वर्ष 2005 में किया गया था।
स्केल इंडिया एप
- हाल ही में अपने सभी सेवाओं में गुणवत्ता को एकत्रित करने के लिए एकल मंच प्रदान करने के प्रयास में चमड़ा क्षेत्र कौशल परिषद द्वारा चमड़ा कर्मचारियों के लिए कौशल प्रमाणन आकलन इंडिया android.app के शुभारंभ की घोषणा की गई है।
- चमड़ा क्षेत्र कौशल परिषद ( leather sector skill Council – LSSC ) की स्थापना 2012 में राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (NSDC) द्वारा अनुमोदन प्राप्त करने के बाद ही की गई थी।
Team rudra
Abhishek Kumar Verma
Amarpal Verma
Krishna
Yograj Patel
anil Kumar Verma
Rajeev Kumar Pandey
Prashant Yadav
Dr.Sant lal
Sujata Singh
Anand Yadav
Geography team mppg college ratanpura mau
Surjit Gupta
Saty Prakash Gupta
Shubham Singh
Akhilesh Kumar
Sujit Kumar Prajapti