ग्रीनलैंड में दुर्लभ मृदा तत्त्वों की खोज
चर्चा में क्यों?
दुनिया के सबसे बड़े द्वीप ग्रीनलैंड में दुर्लभ मृदा तत्त्वों (Rare Earth Element -REE) की प्रचुरता है।
तथ्य
- दुर्लभ मृदा तत्त्व 17 दुर्लभ धातु तत्त्वों का समूह है जो पृथ्वी की ऊपरी सतह (क्रस्ट) में पाए जाते हैं।
- वर्तमान में आर्कटिक यानी उत्तरी ध्रुव के इस प्रदेश में बर्फ के नीचे तेल के विशाल भंडार भी छिपे हुए हैं। अनुमान है कि 50 अरब टन तेल वहाँ छिपा हुआ हैं।
ग्रीनलैंड के बारे में
- उत्तरी ध्रुव के बहुत पास स्थित यह द्वीप डैनमार्क का एक स्वायत्त प्रदेश हैं।
- क्षेत्रफल के मामले में ग्रीनलैंड दुनिया का 12वां सबसे बड़ा देश है।
- यहां की 88 प्रतिशत जनसंख्या इनूएट की है।
- और बाक़ी डेनिश (डेनमार्क की भाषा बोलने वाले) लोग रहते हैं।
- ग्रीनलैंड जलवायु परिवर्तन के संकट से जूझ रहा है।
- जुलाई में यहां बड़ी मात्रा में बर्फ पिघली है।
- करीब 12 बिलियन टन बर्फ समुद्र में बह गई।
- ग्रीनलैंड का 85% भाग 1.9 मील मोटी (3 किमी) बर्फ की चादर से ढका है।
- इसमें दुनिया का 10% ताजा पानी है।
गंगावरम बंदरगाह
चर्चा में क्यों?
हाल ही में अडानी पोर्ट्स ऐंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (APSEZ) ने गंगावरम पोर्ट लिमिटेड (GPL) में 31.5 फीसदी हिस्सेदारी लेने की घोषणा की है |
GPL के बारे में
- आंध्र प्रदेश के दक्षिण में स्थित कृष्णापट्टनम बंदरगाह का अधिग्रहण किया था।
- गंगावरम बंदरगाह लिमिटेड (GPL), आंध्र प्रदेश के उत्तरी भाग में विजाग पोर्ट के पास में स्थित है।
- यह आंध्र प्रदेश में 64 मिलियन टन प्रति वर्ष (mtpa) क्षमता के साथ आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा रियायत के तहत स्थापित दूसरा सबसे बड़ा गैर-प्रमुख बंदरगाह है |
- वर्तमान में GPL नौ बर्थों का परिचालन करता है और इसके पास लगभग 1,800 एकड़ की फ्री होल्ड भूमि है।
- GPL के मुख्य निर्यात कोयला, लौह अयस्क, उर्वरक, चूना पत्थर, बॉक्साइट, चीनी, एल्यूमिना और स्टील सहित सूखे और थोक वस्तुओं के विविध मिश्रण आदि है |
प्रमुख बिन्दु
- भारत में 12 प्रमुख बंदरगाह तथा 200 गैर-प्रमुख बंदरगाह हैं ।
- इन बंदरगाहो को पोर्ट ट्रस्ट अधिनियम, 1963 के तहत केंद्र सरकार द्वारा नियंत्रित किया जाता है |
- वर्ष 2017 में भारत सरकार द्वारा सागरमाला परियोजना की शुरुआत की गई थी जिसका उद्देश्य बंदरगाहों के आस-पास क्षेत्रों में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष विकास को प्रोत्साहन देना है।
- विशाखापट्टनम बंदरगाह , भारत के सबसे गहरा और चौथा सबसे बड़ा बंदरगाह है।
- भारत के सबसे बड़ा प्राकृतिक बंदरगाह मुंबई में तथा सबसे बड़ा कृत्रिम बंदरगाह चेन्नई में स्थित है |
” विमेन विल वेब “
चर्चा में क्यों
गूगल ने ग्रामीण भारत के 1 मिलियन महिला उद्यमियों की सहायता के लिए “ विमेन विल वेब ” प्लेटफ़ॉर्म लॉन्च किया ।
- ” विमेन विल वेब ” प्लेटफ़ॉर्म ग्रामीण महिलाओं को ट्यूटोरियल और मेंटरशिप प्रोग्राम के जरिए बिजनेस शुरू करने में मदद करेगा ।
- यह अंग्रेजी और हिंदी भाषा में उपलब्ध होगा ।
- इसे ‘ गूगल इंटरनेट साथी ‘ कार्यक्रम के भाग के रूप में लॉन्च किया गया है ।
- यह देश की अर्थव्यवस्था में महिलाओं के योगदान को बढ़ाने में मदद करेगा ।
- इंटरनेट साथी कार्यक्रम गूगल द्वारा 2015 में गांवों में महिलाओं को डिजिटल साक्षरता प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए शुरू किया गया था ।
गूगल
- इसकी स्थापना 1998 में लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन ने की थी ।
- अल्फाबेट इंक गूगल की मूल कंपनी है ।
- सुंदर पिचाई गूगल के वर्तमान सीईओ हैं ।
आर्थिक स्वतंत्रता सूचकांक 2021
चर्चा में क्यों
अमेरिका के एक थिंक टैंक हेरिटेज फाउंडेशन ने आर्थिक स्वतंत्रता सूचकांक 2021 जारी किया है ।
- सिंगापुर ने लगातार दूसरे साल आर्थिक स्वतंत्रता सूचकांक में शीर्ष स्थान हासिल किया है ।
- सरकारी खर्च में सुधार के कारण इसने अपने स्कोर में सुधार किया है ।
- आर्थिक स्वतंत्रता सूचकांक 2021 में , न्यूजीलैंड 83.9 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर , ऑस्ट्रेलिया 82.4 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर , स्विट्जरलैंड 81.9 अंकों के साथ चौथे स्थान पर और आयरलैंड 81.4 अंकों के साथ पांचवें स्थान पर है ।
- पहली बार , हांगकांग को इस रैंकिंग से बाहर रखा गया है ।
- हेरिटेज फाउंडेशन के अनुसार , हांगकांग की आर्थिक नीतियां अब चीन के सीधे नियंत्रण में हैं ।
- 2021 सूचकांक में भारत को 56.5 अंकों के साथ 121 वें स्थान पर रखा गया है ।
- एशिया – प्रशांत देशों के बीच भारत 26 वें स्थान पर है । भारत ने व्यावसायिक स्वतंत्रता में अपने स्कोर में सुधार किया है ।
ऑस्ट्रेलिया
- यह एक संप्रभु देश है जिसमें ऑस्ट्रेलियाई महाद्वीप की मुख्य भूमि , तस्मानिया द्वीप और अन्य छोटे द्वीप शामिल हैं ।
- यह पूर्वी तिमोर , इंडोनेशिया , न्यूजीलैंड , पापुआ न्यू गिनी , सोलोमन द्वीप और न्यू कैलेडोनिया के द्वीपों के साथ समुद्री सीमाएं साझा करता है ।
- क्षेत्रफल की दृष्टि से यह दुनिया का छठा सबसे बड़ा देश है ।
- स्कॉट जॉन मॉरिसन ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री हैं । मुद्रा : ऑस्ट्रेलियाई डॉलर
अभ्यास ‘ दस्तलिक ‘ ( डस्टलिक )
चर्चा में क्यो
भारत – उज्बेकिस्तान संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘ दस्तलिक -2 ‘ उत्तराखंड के चौबटिया में शुरू हुआ ।
तथ्य
- यह ‘ दस्तलिक ‘ अभ्यास का दूसरा संस्करण है ।
- ‘दस्तलिक ‘ अभ्यास का पहला संस्करण नवंबर 2019 में ताशकंद में आयोजित किया गया था ।
- ‘ दस्तलिक -2 ‘ पर्वतीय ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में आतंकवाद
- रोधी अभियान चलाने पर केंद्रित होगा ।
- दोनों देशों के लगभग 45 सैन्यकर्मी ‘ दस्तलिक -2 ‘ में भाग लेंगे ।
- भारतीय सेना का प्रतिनिधित्व 13 कुमाऊं द्वारा किया जाएगा जिसे रेजांग ला बटालियन के रूप में जाना जाता है ।
- इसे 9 मार्च से 21 मार्च के बीच आयोजित किया जाना है ।
- जनवरी 2021 में , भारत और फ्रांस की वायु सेनाओं ने राजस्थान के जोधपुर वायु सेना स्टेशन पर एक संयुक्त अभ्यास ‘ डेजर्ट नाइट -21 ‘ आयोजित किया ।
- हाल ही में , भारतीय वायु सेना ने संयुक्त अरब अमीरात में अल – धफरा एयरबेस में ‘ एक्सरसाइज डेजर्ट फ्लैग -06 ‘ में भाग लिया है ।
असम के ‘ सत्तरा ‘ ( वैष्णव मठ )
संदर्भ
- राजनेताओं का , विशेष रूप से चुनावों के दौरान , विभिन्न ‘ सत्तरा ‘ / सत्रा / थान / वैष्णव मठ ( Sattras ) में आशीर्वाद लेने या शंकरदेव के सद्गुणों की स्तुति करने के लिए जाना एक आम बात है ।
‘ सत्तरा ‘ क्या हैं ?
1. सत्तरा / सत्रा , 16 वीं शताब्दी के नव – वैष्णव सुधारवादी आंदोलन के भाग के रूप में निर्मित वैष्णव मठ रूपी संस्थान हैं ।
नव – वैष्णव सुधारवादी आंदोलन , वैष्णव संत – सुधारक श्रीमंत शंकरदेव ( 1449-1596 ) द्वारा शुरू किया गया था ।
2. इन सत्तरों / थानों को 16 वीं शताब्दी के दौरान पूरे असम में धार्मिक , सामाजिक और सांस्कृतिक सुधार केंद्रों के रूप में स्थापित किया गया था ।
3. सत्तरों में संगीत ( बोरगीत ) , नृत्य ( सत्रिया ) और रंगमंच ( भौना ) के माध्यम से शंकरदेव की अनूठी ‘ कला के माध्यम से पूजा ‘ पद्धति प्रचार किया जाता है ।
4. प्रत्येक सत्तरा में , केंद्रक के रूप में एक नामघर ( उपासना कक्ष ) होता है , और इसका प्रमुख एक प्रभावशाली व्यक्ति होता है , जिसे ‘ सत्तराधिकार ‘ कहा जाता है । सत्तरा में , साधुओं को ‘ भक्त ‘ कहा जाता है , और इन्हें छोटी उम्र में ही दाखिल किया जाता है । ये साधू , शामिल होने वाले सत्तारों की परंपरा के अनुसार ब्रह्मचारी अथवा गैर- ब्रह्मचारी हो सकते हैं ।
‘ शंकरदेव का दर्शन ‘ क्या है ?
1. शंकरदेव ने , ‘ एका – शरणा – नाम – धरमा ‘ नामक भक्ति के एक रूप का प्रचार किया तथा समानता और भाईचारे के आधार पर , जातिगत मतभेदों , रूढ़िवादी ब्राह्मणवादी रिवाजों और बलि प्रथाओं से मुक्त समाज को प्रोत्साहित किया ।
2. उनका शिक्षाएं , मूर्ति पूजा के स्थान पर प्रार्थना और जाप ( नाम ) पर केंद्रित थी । उनका धर्म , देव ( भगवान ) , नाम ( प्रार्थना ) , भक्त ( श्रद्धालु ) और गुरु ( शिक्षक ) , चार घटकों पर आधारित था ।
ब्रह्मपुत्र नदी के अनुप्रवाह
चर्चा में क्यों
चीन की नई पंचवर्षीय योजना ( 2021-2025 ) में , ‘ यारलुंग जंगबो ‘ ( Yarlung Zangbo ) नदी के निचले अनुप्रवाह क्षेत्र पर पहला बांध बनाने का प्रस्ताव किया गया है ।
- ब्रह्मपुत्र को भारत में प्रवेश करने से पूर्व तिब्बत में ‘ यारलुंग जंगबो ‘ के नाम से जाना जाता है ।
- पंचवर्षीय योजना की अन्य प्रमुख परियोजनाओं में , तटवर्ती परमाणु ऊर्जा संयंत्रों तथा विद्युत् पारेषण प्रणालियों का निर्माण शामिल किया गया है ।
भारत की चिंताएं
- चीन के साथ भारत का कोई द्विपक्षीय या बहुपक्षीय समझौता नहीं हैं ।
- चीन का मानना है कि ब्रह्मपुत्र पर बांध बनाने से उसका अरुणाचल प्रदेश पर दावा मजबूत होगा।
- भारत का मानना है कि तिब्बती पठार में चीन की परियोजनाएँ भारत में नदी के प्रवाह को कम करने की धमकी है।
- नदी में प्रवाह बहुत अधिक होने पर हाइड्रोलॉजिकल डेटा साझा करने से मना करने पर संकटमय हो जाता है।
- चीन, यारलंग जोंगबो (ब्रह्मपुत्र का तिब्बती नाम) की धारा, उत्तर की ओर मोड़ने पर भी विचार कर रहा है।
ब्रह्मपुत्र का भारत के लिए महत्व
- ब्रह्मपुत्र नदी, तिब्बत, भारत और बांग्लादेश से होकर 3,000 किमी की दूरी तक प्रवाहित होती है।
- भारत के लिए काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि ब्रह्मपुत्र नदी बेसिन, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, सिक्किम, नागालैंड और पश्चिम बंगाल के लिए एक महत्वपूर्ण जल स्रोत है।
- ब्रह्मपुत्र घाटी कई देशी स्थानीय समुदायों के जीवन-निर्वाह में सहायक है।
श्रीमद्भगवद्गीता मानस के ग्यारह खण्डों का विमोचन
चर्चा में क्यों
पीएम नरेंद्र मोदी 9 मार्च 2021 को श्रीमद्भगवद्गीता के श्लोकों पर 21 विद्वानों की व्याख्याओं के साथ पांडुलिपि के 11 खण्डों का विमोचन करेंगे ।
तथ्य
- पांडुलिपि धर्मार्थ ट्रस्ट द्वारा प्रकाशित की गई है ।
- इसे असाधारण विविधता और भारतीय सुलेख की सूक्ष्मता के साथ तैयार किया गया है ।
- पहली बार , श्रीमद्भगवद्गीता की व्यापक और तुलनात्मक समझ के लिए कई भारतीय विद्वानों द्वारा टिप्पणियों को एक साथ लाया जा रहा है ।
- श्रीमद्भगवद्गीताः यह हिंदुओं की एक पवित्र पांडुलिपि है ।
- यह महाभारत ग्रंथ का हिस्सा है ।
- यह कुरुक्षेत्र के युद्ध के दौरान योद्धा – राजकुमार अर्जुन और भगवान कृष्ण के बीच एक संवाद है ।
- इसमें 18 अध्याय और 700 श्लोक हैं ।
टीम रूद्रा
मुख्य मेंटर – वीरेेस वर्मा (T.O-2016 pcs )
अभिनव आनंद (डायट प्रवक्ता)
डॉ० संत लाल (अस्सिटेंट प्रोफेसर-भूगोल विभाग साकेत पीजी कॉलेज अयोघ्या
अनिल वर्मा (अस्सिटेंट प्रोफेसर)
योगराज पटेल (VDO)-
अभिषेक कुमार वर्मा (प्रतियोगी)
प्रशांत यादव – प्रतियोगी –
कृष्ण कुमार (kvs -t )
अमर पाल वर्मा (kvs-t ,रिसर्च स्कॉलर)
मेंस विजन – आनंद यादव (प्रतियोगी ,रिसर्च स्कॉलर)
प्रिलिम्स फैक्ट विशेष सहयोग- एम .ए भूगोल विभाग (मर्यादा पुरुषोत्तम डिग्री कॉलेज मऊ) ।