ताइवान द्वारा भारत की मदद
चर्चा में क्यों
हाल ही में ताइवान द्वारा भारत को कोविड-19 महामारी का मुकाबला करने हेतु ऑक्सीजन कंसंट्रेटर (Oxygen Concentrators) और सिलेंडर (Cylinders) के रूप में सहायता उपलब्ध कराई गई है।
तथ्य
- यह सहायता भारत और ताइवान के मध्य बढ़ते संबंधों को दर्शाती है, विशेष रूप से ऐसे समय में जब वास्तविक नियंत्रण रेखा (Line of Actual Control- LAC) पर चीन के साथ गतिरोध की स्थिति बनी हुई है और इस क्षेत्र में चीन द्वारा आक्रामक कार्रवाईयों को अंजाम दिया जा रहा है, जिसमें चीन द्वारा ताइवान के हवाई क्षेत्र का बार-बार उल्लंघन करना भी शामिल है।
- हालांँकि, भारत ने अभी तक चीन से किसी भी प्रकार की सहायता के प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया है तथा वाणिज्यिक आधार पर ही चीन से प्राप्त होने वाले चिकित्सा आपूर्ति स्रोतों को प्राथमिकता दी है।
- तकरीबन 23 मिलियन लोगों की आबादी वाला रिपब्लिक ऑफ चाइना यानी ताइवान चीन के दक्षिणी तट के पास स्थित द्वीप है, जिसे वर्ष 1949 के बाद से पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना से स्वतंत्र, एक लोकतांत्रिक सरकार द्वारा शासित किया जा रहा है।
- इसके पश्चिम में चीन (पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना), उत्तर-पूर्व में जापान और दक्षिण में फिलीपींस स्थित है।
- ताइवान सबसे अधिक आबादी वाला ऐसा राष्ट्र है, जो संयुक्त राष्ट्र (United Nations-UN) का सदस्य नहीं है और साथ ही यह संयुक्त राष्ट्र के बाहर सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था भी है।
- ताइवान एशिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।
- यह चिप निर्माण में एक वैश्विक प्रतिनिधि और आईटी हार्डवेयर आदि का दूसरा सबसे बड़ा निर्माता है।
चीन और ताइवान के बीच संबंध
- People’s Republic of China- PRC) ताइवान को अपने एक प्रांत के रूप में देखता है, जबकि ताइवान में अपनी खुद की लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकार है और वहाँ के लोगों ताइवान को मेनलैंड चाइना की राजनीतिक प्रणाली और विचारधारा से अलग मानते हैं।
- चीन और ताइवान के मध्य संबंध काफी नाज़ुक हैं, जिसमें पिछले सात वर्षों के दौरान सुधार हुआ है, लेकिन समय-समय पर इनके संबंधों में उतार-चढ़ाव देखा जाता है ।
- One China Policy) का आशय चीन की उस कूटनीतिक से है, जिसमें केवल एक चीनी सरकार को मान्यता दी जाती है।
- एक नीति के तौर पर इसका अर्थ है कि ‘पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना’ (चीनी जन-गणराज्य (PRC) जो कि चीन का मुख्य भू-भाग है) से कूटनीतिक संबंधों के इच्छुक देशों को ‘रिपब्लिक ऑफ चाइना’ (चीनी गणराज्य या ROC यानी ताइवान) से संबंध तोड़ने होंगे।
भारत-ताइवान संबंध:कूटनीतिक संबंध:
- भारत और ताइवान के बीच औपचारिक राजनयिक संबंध नहीं हैं, लेकिन वर्ष 1995 में दोनों देशों ने एक-दूसरे की राजधानियों में प्रतिनिधि कार्यालय स्थापित किये थे। भारत द्वारा ‘एक चीन नीति’ का समर्थन किया जाता है।
आर्थिक संबंध:
- वर्ष 2000 में भारत और ताइवान के बीच कुल 1 बिलियन डॉलर का व्यापार हुआ था, वहीं वर्ष 2019 में यह बढ़कर 7.5 बिलियन डॉलर पर पहुँच गया है।
- वर्ष 2018 में भारत और ताइवान ने द्विपक्षीय निवेश समझौते पर हस्ताक्षर किये।
स्थलानुरेख
- यह किसी भू दृश्य में अंतर्निहित भूगर्भिक संरचना जैसे- भ्रंश के प्रभाव से निर्मित एक रेखीय आकृति होती है।
- हाल ही में उत्तरी बंगाल के शोणितपुर क्षेत्र में लगातार भूकंप आने का एक कारण एक अज्ञात स्थलानुरेख है।
- असम में लगातार भूकंप आने के कारण-
- अथेर श्वेत भ्रंश
- कोयिली भ्रंश
- पूर्वोत्तर क्षेत्र की भूकंपीय जोन- v में रखा गया है- जोकि अति संवेदनशील है।
- प्लेट N-E दिशा में हिमालय क्षेत्र में यूरेशियन प्लेट की ओर गतिशील है। इसी कारण भारत में भूकंपीय घटनाएं होती हैं।
राज्य विधानसभा में महिलाओं एवं युवाओं की भागीदारी
चर्चा में क्यों
पश्चिम बंगाल, केरल, तमिलनाडु विधानसभा में महिलाओं एवं युवाओं की कम संख्या प्रदर्शित हो रही है।
महिला विधायिकों की कम संख्या के कारण-
• निरक्षरता
• कार्य एवं परिवार
• राजनीतिक नेटवर्क का अभाव- राजनीतिक निर्णय में खुलेपन तथा स्पष्टता का अभाव।
• संसाधनों की कमी- राजनीतिक पार्टियों के आंतरिक ढांचा में महिलाओं की कमी।
• वित्तीय सहायता का अभाव
• अनुकूल परिवेश का अभाव
• युवा विधायकों की कम संख्या के कारण-
गलत धारणा- युवाओं को प्रमुखता न देना उसकी जगह पर पूर्व के नेता को बेहतर मानना।
• दिग्गज पूर्व नेताओं पर विश्वास
• बल की राजनीति।
• भाई भतीजावाद
• अच्छे लोगों द्वारा राजनीति से परहेज
• सफलता की संभावना कम क्योंकि जनता के बीच कम लोकप्रिय होते हैं।
लघु एवं मध्यम व्यवसायिक को महामारी से बचाने के लिए आरबीआई द्वारा उपायों की घोषणा
- आरबीआई द्वारा लघु वित्त बैंकों के लिए रेपो पर 20 हजार करोड़ के विशेष दीर्घावधि रेपो परिचालन करने का निर्णय लिया। लघु वित्त बैंक ( SFBs) इस राशि से प्रति उधार करता को 20 लाख तक का नया ऋण देने में सक्षम होगी।
- लघु वित्त बैंक के लिए व्यक्तिगत उधार कर्ताओं को आगे उधार देने के लिए लघु वित्त संस्थानों को नए ऋण देने की अनुमति दी है।
- राज्य सरकारों को अपने नकदी प्रवाह और बाजार उधार के संदर्भ में अपनी वित्तीय स्थिति को बेहतर ढंग से प्रबंधित करने के लिए ओवरड्राफ्ट सुविधाओं के लाभ के संबंध में कुछ छूट दी जा रही है। तदनुसार एक तिमाही में OD की अधिकतम दिनों की संख्या 36-50 दिन और OD की लागत दिनों की संख्या 14 से बढ़ाकर 21 दिन की जा रही है।
वैज्ञानिकों द्वारा सूत्र मॉडल पर प्रश्न चिन्ह
• ससेप्टबल ,अनडिटेक्टिड, टेस्टेड'(पॉजिटिव) एंड टिमूव्ड अप्रोच ( SUTRA) मॉडल पहली बार तब लोगों के ध्यान में आया जब एक विशेषज्ञ कही थी कि भारत (कोविडमहामारी की चरम सीमा ) से गुजर चुका है।
• कोविड प्रक्षेप वक्र का पूर्वानुमान लगाने के लिए सूत्र मॉडल तीन मुख्य मापदंडों का उपयोग करते हैं।
1- बीटा ( Beta) – इसे संपर्क दर भी कहा जाता है। यह किसी संक्रमित व्यक्ति द्वारा अन्य लोगों के संक्रमित होने के बारे में बताता है।
2- पहुॅच ( Reach) – हमारी के प्रति आबादी के जोखिम के स्तर को मापता है।
3- एप्सिलौन (Epsilon) – पता लगाए गए और गैर पता लगाए गए मामलों का अनुपात होता है।
UNHCR
टीम रूद्रा – मुख्य मेंटर – वीरेेस वर्मा (T.O-2016 pcs )
अभिनव आनंद (डायट प्रवक्ता)
डॉ० संत लाल (अस्सिटेंट प्रोफेसर-भूगोल विभाग साकेत पीजी कॉलेज अयोघ्या
अनिल वर्मा (अस्सिटेंट प्रोफेसर)
योगराज पटेल (VDO)-
अभिषेक कुमार वर्मा ( FSO , PCS- 2019 )
प्रशांत यादव – प्रतियोगी –
कृष्ण कुमार (kvs -t )
अमर पाल वर्मा (kvs-t ,रिसर्च स्कॉलर)
मेंस विजन – आनंद यादव (प्रतियोगी ,रिसर्च स्कॉलर)
अश्वनी सिंह – प्रतियोगी
प्रिलिम्स फैक्ट विशेष सहयोग- एम .ए भूगोल विभाग (मर्यादा पुरुषोत्तम डिग्री कॉलेज मऊ) ।