भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान के लिए खतरा
संदर्भ
हाल ही में कुछ पर्यावरण कर्ताओं के अनुसार ब्राह्मणी नदी बेसिन से ताजे पानी के नियोजित पर्यावरण के कारण उड़ीसा के भीतर्कणिका राष्ट्रीय उद्यान हेतु गंभीर खतरा पैदा हो गया है।
प्रमुख बिंदु
- उद्योगों को अतिरिक्त जल आवंटन से समुद्र में ताजे पानी के बहाव में कमी आने की आशंका है।
- ताजे पानी के सामान्य प्रवाह में कमी से खारे जल का अंतर ग्रहण बट जाएगा, जो स्थानीय वनस्पतियों व जीवो के साथ-साथ किसानों की आजीविका प्रभावित करेगा।
- मानव मगरमच्छ संघर्ष में वृद्धि हो सकती है।
- जल के बहाव में कमी से मैंग्रोव में कमी आएगी और मैंग्रोव के बिना गहिरमाथा समुद्र अभ्यारण रेगिस्तान में तब्दील हो जाएगा।
भीतर्कणिका राष्ट्रीय उद्यान
- इसमें भारत का दूसरा सबसे बड़ा मैंग्रोव वन है और यह रामसर स्थल है।
- यह उड़ीसा के बेहतरीन हॉटस्पॉट में से एक है तथा अपने मैंगोव, कछुआ आदि के लिए प्रसिद्ध है।
भीतर्कणिका को प्रतिबंधित 3 संरक्षित क्षेत्र द्वारा किया जाता है।
- भीतर्कणिका राष्ट्रीय उद्यान।
- भितरकनिका वन्य जीव अभ्यारण।
- गहिरमाथा समुद्री अभयारण्य।
भूमि सिंक और उत्सर्जन
- मनुष्यों द्वारा उत्सर्जित कार्बन डाइऑक्साइड का लगभग 56% महानगरों और भूमि द्वारा अवशोषित किया जाता है।
- लगभग 30% भूमि और शेष महानगरों द्वारा।
- वर्ष 1997 में क्योटो प्रोटोकोल में भूमि कार्बन सिंक क्षमता को बढ़ाने और जीवाश्म ईंधन की खपत से उत्सर्जन में कमी करने हेतु आवश्यक के खिलाफ स्थापित किया जा सकता है।
- वर्ष 2019 में जलवायु परिवर्तन पर अंतर सरकारी पैनल ( IPCC ) की एक रिपोर्ट के अनुसार 2007 से 16 के दौरान मानव जनित कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन का 13% भूमि उपयोग के लिए जिम्मेदार है।
- ऊष्मा का बढ़ता स्तर वनों में आर्द्रता की कमी को बढ़ा रहा है तथा जंगलों में भीषण आग का सामना करना पड़ रहा है।
डिमेंशिया ( मनोभ्रंश )
- यह उम्र बढ़ने के साथ-साथ सोचने की क्षमता, समझ, गणना, भाषा और निर्णय को प्रभावित करता है।
- मनोभ्रंश से होने वाली मौतें 65% महिलाएं हैं।
- पुरुषों की तुलना में महिलाओं में 60% अधिक होता है।
ब्ल्यू स्ट्रैग्लर तारे
- यह तारे असामान्य रूप से गर्म और चमकीले हैं।
- यह केवल घने तारकीय प्रणाली में पाए जाते हैं।
- मिल्की वे आकाशगंगा का सबसे बड़ा और सबसे चमकीला ग्लोबुलर ओमेगा सेटाॅरी है ।
बहलर कछुआ संरक्षण पुरस्कार
- इसे कछुआ संरक्षण के नोबेल पुरस्कार के रूप में भी जाना जाता है।
- यह पुरस्कार कछुओं के संरक्षण एवं जैविकी हेतु दिया जाने वाला एक प्रमुख वार्षिक अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार है।
- वर्तमान में तीन गंभीर रूप से लुप्तप्राय कछुआ।
- 1- नार्दन रिवर टेपारिन
- 2- रेड-क्राउन कफ टर्टल।
- 3- ब्लैक सॉफ्टशेल टर्टल।
लॉजिस्टिक समझौते और उनके लाभ
चर्चा में क्यों
हाल ही में भारत सरकार ने रूस के साथ पारस्परिक लॉजिस्टिक विनिमय समझौता (RELOS) को अंतिम रूप देने का फैसला किया।
लॉजिस्टिक समझौते क्या होते हैं?
- लॉजिस्टिक समझौते संबंधित देशों के मध्य, ईंधन के आदान प्रदान हेतु सैन्य सुविधाओं का उपयोग करने के लिए परस्पर समझौतों पर आधारित प्रशासनिक व्यवस्थाएं होती हैं।
- भारत द्वारा वर्ष 2016 में अमेरिका के साथ लॉजिस्टिक एक्सचेंज मेमोरेंडम ऑफ एग्रीमेंट ( LEMOA) के साथ शुरुआत करते हुए सभी को क्वाड देशों के साथ कई लॉजिस्टिक समझौते पर हस्ताक्षर किए जा चुके हैं।
लॉजिस्टिक समझौतों का लाभ
- सर्वाधिक लाभ नौसेना को।
- समुद्री परिचालन को बढ़ावा।
- LEMOA भारत और यूएसए के बीच तीन बुनियादी समझौतों में से एक है।
- LEMOA के तहत दोनों देशों को ईंधन भरने और आवश्यक सामग्री की पुनः पूर्ति के उद्देश्य से दोनों देशों को निर्दिष्ट सैन्य सुविधाओं का उपयोग करने की अनुमति दी गई है।
अरुणाचल प्रदेश से पलायन रोकने हेतु विधायको का फोरम
- तिब्बत चीन की सीमा से लगे निर्वाचन क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करने वाले अरुणाचल प्रदेश के विधायकों द्वारा ग्रामीणों के पलायन को रोकने और स्थानीय आवश्यकताओं के अनुरूप सीमा क्षेत्र विकास कार्यक्रम को संशोधित करने हेतु एक फोरम का गठन किया गया है।
- आजीविका के लिए पलायन करने से वर्तमान में कई गांव वीरान हो गए हैं।
- सातवीं पंचवर्षीय योजनाएं ( 1985 – 90) के दौरान BADP को शुरू की गई। इसके अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, स्कूलों, पेयजल, जल निकासी, सामुदायिक केंद्रों आदि का निर्माण किया जाता है।
- BADP का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय सीमा के समीप स्थित दूरस्थ और दुर्गम क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए विकासात्मक जरूरतों और सुख सुविधाओं को उपलब्ध कराना है।
- BADP के तहत राज्यों को केंद्र सहायता के रूप में 100% गैर व्ययगत विशेष धनराशि प्रदान की जाती है।
निपाह वायरस
- यह एक जूनोटिक वायरस है ( यह जानवरों से इंसानों में फैलता है)
- पहली बार यह वायरस वर्ष 1998 और 1999 में मलेशिया और सिंगापुर में फैला था।
- सबसे पहले यह रोग घरेलू सुअरों में दिखाई दिया था और इसके बाद कुत्तों, बिल्लियां, घोड़ों जैसे अन्य जानवरों में भी पाया गया।
- फ्रूट बेटस् जिसे फल चमगादड़ या फ्लाइंग फॉक्स भी कहा जाता है को निपाह का प्राकृतिक स्रोत माना जाता है।
- लक्षण – व्यक्ति में तीव्र मस्तिष्क शोथ / एन्सेफेलाइटिस और श्वसन संबंधी बीमारियों के लक्षण दिखाई देते हैं।
चीन ताइवान संबंध
- चीन अपनी वन चाइना नीति के जरिए ताइवान पर अपना दावा करता है, सन 1949 में चीन में दो दशक तक चले गृह युद्ध के अंत में जब पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के संस्थापक माओत्से तुंग ने पूरे चीन पर अपना अधिकार जाता है लिया तो विरोधी राष्ट्रवादी पार्टी के नेता और समर्थक ताइवान द्बिप पर भाग गए।
- ताइवान के नागरिकों द्वारा, चीन की मुख्य भूमि के साथ राजनीतिक एकीकरण करने संबंधी बीजिंग की मांग को जोरदार तरीके से खारिज कर दिया गया।
- चीन द्वारा काफी लंबे समय से ताइवान को संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों में भाग लेने से अवरुद्ध किया है।
टीम रूद्रा
मुख्य मेंटर – वीरेेस वर्मा (T.O-2016 pcs )
डॉ० संत लाल (अस्सिटेंट प्रोफेसर-भूगोल विभाग साकेत पीजी कॉलेज अयोघ्या
अनिल वर्मा (अस्सिटेंट प्रोफेसर)
योगराज पटेल (VDO)-
अभिषेक कुमार वर्मा ( FSO , PCS- 2019 )
प्रशांत यादव – प्रतियोगी –
कृष्ण कुमार (kvs -t )
अमर पाल वर्मा (kvs-t ,रिसर्च स्कॉलर)
मेंस विजन – आनंद यादव (प्रतियोगी ,रिसर्च स्कॉलर)
अश्वनी सिंह – प्रतियोगी
सुरजीत गुप्ता – प्रतियोगी
प्रिलिम्स फैक्ट विशेष सहयोग- एम .ए भूगोल विभाग (मर्यादा पुरुषोत्तम डिग्री कॉलेज मऊ) ।