सार्वजनिक सर्वेक्षण रिपोर्ट जारी की -2030
सन्दर्भ
31 मार्च को , यूनेस्को ने अपनी ” 2030 में दुनिया : पब्लिक सर्वे रिपोर्ट ” जारी की है ।
तथ्य
- रिपोर्ट 2020 में दुनिया भर में 15,000 से अधिक लोगों की प्रतिक्रियाओं पर आधारित है ।
- रिपोर्ट के अनुसार , जलवायु परिवर्तन और जैव विविधता का नुकसान अब तक की सबसे चुनिंदा चुनौतियां थीं । 67 % उत्तरदाताओं ने उन्हें चुना ।
- अन्य चयनित चुनौतियां हिंसा और संघर्ष ( 44 % ) , भेदभाव और असमानता ( 43 % ) , और भोजन , पानी और आवास ( 42 % ) की कमी हैं ।
- रिपोर्ट बताती है कि शिक्षा हर एक चुनौती का समाधान है ।
- 2030 में विश्व सर्वेक्षण मई से सितंबर 2020 तक आयोजित किया गया था ।
यूनेस्को :
- संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक , वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन पेरिस , फ्रांस में स्थित संयुक्त राष्ट्र की एक विशेष एजेंसी है ।
- इसकी स्थापना 16 नवंबर 1945 को हुई थी ।
अभ्यास ‘शांतीर ओग्रोशेना-2021’
भारतीय सेना बांग्लादेश में बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास ‘शांतीर ओग्रोशेना-2021’में भाग लेगी।
- बांग्लादेश के राष्ट्रपिता बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान के जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में और मुक्ति के 50 वर्षों की स्मृति में ।
- नौ दिवसीय अभ्यास 4 अप्रैल को शुरू हुआं है।
मुख्य बिंदू
- डोगरा रेजिमेंट के 30 कर्मियों वाली भारतीय सेना की टुकड़ी भूटान, श्रीलंकाई और बांग्लादेश सेनाओं की टुकड़ियों के साथ अभ्यास में भाग लेगी।
- थीम है – ‘Robust Peace Keeping Operations’
- अमेरिका, ब्रिटेन, तुर्की, सऊदी अरब, कुवैत और सिंगापुर के सैन्य पर्यवेक्षक भी इस अभ्यास के दौरान उपस्थित रहेंगे।
अन्य मुद्दों
- पीएम मोदी ने पीएम हसीना को 109 एंबुलेंस भेंट की, साथ ही उन्हें 1.2 मिलियन वैक्सीन खुराक के उपहार के रूप में दी।
- रोहिंग्या का मुद्दा:राखीन से विस्थापित लोगों की सुरक्षित और स्थायी सुविधा पर भी चर्चा की गयी।
- तीस्ता नदी: तीस्ता और फेनी नदी के जल बंटवारे के लिए मसौदे को जल्द अंतिम रूप देने के लिए अनुरोध किया गया।
- BBIN प्रोजेक्ट:भारत के माध्यम से नेपाल और भूटान को बांग्लादेश निर्यात की सुविधा।
अंबोली जैव विविधता विरासत स्थल
चर्चा में क्यों
- हाल ही में महाराष्ट्र सरकार ने सिंधुदुर्ग के अंबोली में एक मंदिर को जैव विविधता अधिनियम, 2002 के तहत जैव विविधता विरासत स्थल के रूप में घोषित करते हुए एक अधिसूचना जारी की है।
- मंदिर के तालाब में ‘शिस्टुरा हिरण्यकेशी’ मछली की प्रजाति को पाया है
महत्वपूर्ण बिन्दु
- यह मछली मीठे पानी में पायी जाने वाली प्रजाति है।
- इसके विलुप्त होने का खतरा है।
- महाराष्ट्र में अंबोली नामक स्थान देवी पार्वती के मंदिर तथा हिरण्यकेशी नदी के उद्गम स्थल के रूप में जाना जाता है।
- अन्य मंदिर के तालाब में ‘शिस्टुरा हिरण्यकेशी’ प्रजाति पहले भी पाई गई है।
जैव विविधता विरासत स्थल:
- भारत में जैव विविधता महत्व के अधिसूचित क्षेत्र हैं।
- इन क्षेत्रों को अद्वितीय और संवेदनशील पारिस्थितिक तंत्र माना जाता है।
- ये स्थलीय, तटीय और अंतर्देशीय जल या समुद्री पारिस्थितिक तंत्र हो सकते हैं।
- जिसका मुख्यालय चेन्नई में है।
- पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के अंतर्गत कार्य करता है।
पीएम कुसुम
- हाल ही में प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा उत्थान महा अभियान योजना के अंतर्गत पहला कृषि आधारित सौर ऊर्जा संयंत्र जयपुर (राजस्थान) जिले की कोटपूतली तहसील के अंतर्गत स्थापित किया गया है।
- इस योजना को नवीन और नवीकरण ऊर्जा मंत्रालय द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में ऑफ ग्रिड सोलर पंप की स्थापना और ग्रिड से जुड़े हुए क्षेत्रों में ग्रेड पर निर्भरता कम करने के लिए शुरू किया गया था।
- बजट 2020-21 के अंतर्गत सरकार योजना का विस्तार करते हुए किसानों को एकल और पंप स्थापित करने हेतु सहायता प्रदान करेगी। इसके अलावा अन्य 15 लाख किसानों को उनके ग्रेड से जुड़े पंप के सौरीकरण में मदद करेगी।
इस योजना के घटक
- भूमि पर स्थापित 10000 मेगा वाट के विकेंद्रीकृत ग्रिडों को नवीकरण ऊर्जा संयंत्रों से जोड़ना।
- 20 लाख और सौर ऊर्जा चालित कृषि पंपों की स्थापना।
- ग्रिड से जुड़े 15 लाख सौर ऊर्जा चालित कृषि पंपों का सौरीकरण ।
लाभ
(1) डिस्कॉम की सहायता- यह अक्षय ऊर्जा खरीद दायित्व के लक्ष्य को पूरा लक्ष्य को पूरा को पूरा करने में मदद करेगी।
(2) राज्यों की सहायता- सौर ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा परिणाम स्वरूप विद्युत क्षति या ट्रांसमिशन हानि को कम किया जा सकेगा।
(3) किसानों की सहायता
(4) पर्यावरणीय सहायता
चुनौतियां
(1) छोटे एवं सीमांत किसानों की अनदेखी
(2) संसाधन एवं उपकरणों की उपलब्धता
(3) भू जल स्तर स्तर में गिरावट
कोविड के कारण मातृ मृत्यु दर मृत्यु दर में वृद्धि: लैंसेट रिपोर्ट
- रिपोर्ट के अनुसार कोविड-19 महामारी से मातृ मृत्यु दर और गर्भपात के मामले में वृद्धि हुई है।
वैश्विक परिदृश्य
- गर्भपात के मामले में 28% की वृद्धि।
- मातृ अवसाद में वृद्धि।
- गर्भावस्था पर कोविड-19 का सर्वाधिक प्रभाव गरीब देशों पर।
- यूके में महामारी की प्रथम लहर में गर्भवती महिलाओं की मौतों में से 88% मौतें अल्पसंख्यक जातीय समूहो से।
भारतीय परिदृश्य
- संस्थागत प्रसव में गिरावट।
- जन्म पूर्व सेवाओं में गिरावट।
- 4 या उससे अधिक प्रसव पूर्व जांच प्राप्त करने वाली गर्भवती महिलाओं में 27% की गिरावट।
तेल आयात अनुबंध
- हाल ही में भारत सरकार ने तेल उत्पादन में कटौती को लेकर सऊदी अरब के साथ तनाव के मद्देनजर अपनी रिफाइनरी (आईओसी बीपीसीएल और एचपीसीएल) को ‘मध्य पूर्व क्षेत्र’ के बाहर से तेल की आपूर्ति की संभावनाओ पर विचार करने को कहा है
सऊदी अरब के साथ तनाव
- वर्ष 2021 की शुरुआत में जब तेल कीमतें बढ़ने लगी थी तो भारत चाहता था कि सऊदी अरब तेल का उत्पादन बढ़ाए लेकिन उसने भारत की बातों को नजरअंदाज कर दिया।
- इसके चलते भारत सरकार ने तेल के आयात पर अपनी निर्भरता का विकेंद्रीकरण करने पर विचार किया।
भारत का तेल आयात
- भारत विश्व में तेल का तीसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है।
- भारत अपनी कुल जरूरतों का 80% आयात करता है।
- भारत अपने कुल तेल आयात का 60% मध्य पूर्व के देशों से खरीदता है है।
वाणिज्य वस्तु व्यापार घाटा
- सरकार द्वारा जारी आकड़ों से पता चला है कि मार्च 2021 में व्यापार घाटा बढ़कर $ 14.11 billion हो गया है।
- जबकि मार्च 2020 के दौरान यह $ 9.98 billion था।
- वाणिज्य वस्तु निर्यात मार्च 2020 के $ 21.49 बिलियन डॉलर की तुलना में मार्च 2021 में 58.23% की वृद्धि के साथ 34 बिलियन डॉलर हो गया है।
- वाणिज्य वस्तु आयात मार्च 2020 के $ 31.47 बिलियन की तुलना में मार्च 2021 में $ 48.12 बिलियन डॉलर (52.89% वृद्धि) हो गया है।
- इस प्रकार भारत को मार्च 2021, जिसको $ 14.12 बिलियन का व्यापार घाटा हुआ है।
आपातकालीन क्रेडिट लाइन गारंटी योजना अवधि में वृद्धि
हाल ही में सरकार द्वारा 3 लाख करोड़ रुपए की आपातकालीन क्रेडिट लाइन गारंटी योजना (Emergency Credit Line Guarantee Scheme- ECLGS) की अवधि को 30 जून, 2021 तक बढ़ा दिया गया है तथा इसके दायरे को आतिथ्य, यात्रा और पर्यटन जैसे क्षेत्रों तक विस्तारित किया गया है।
ECLGS को वर्ष 2020 में कोविड-19 संकट के समय आत्मनिर्भर पैकेज ( Atmanirbhar package) के तहत जारी किया गया था।
इसका उद्देश्य राष्ट्रव्यापी तालाबंदी के कारण अपनी परिचालन देनदारियों को पूरा करने हेतु संघर्ष कर रहे छोटे व्यवसायों को सहायता/समर्थन प्रदान करना थाl
प्रमुख बिंदु:
ECLGS 1.0:
29 फरवरी, 2020 तक व्यावसायिक उद्देश्यों हेतु MSMEs, व्यावसायिक उद्यमों, MUDRA उधारकर्त्ताओं और व्यक्तिगत ऋणों पर उनके क्रेडिट की 20% सीमा तक पूर्णत: गारंटी और संपार्श्विक मुक्त अतिरिक्त क्रेडिट प्रदान करना।
25 करोड़ रुपए तक के बकाया और 100 करोड़ रुपए तक के टर्नओवर वाली MSMEs इसके लिये पात्र हैं।
हालांँकि नवंबर 2020 में ECLGS 2.0 में संशोधन के बाद टर्नओवर कैप को हटा दिया गया था
ECLGS 2.0
यह संशोधित संस्करण कामथ समिति (Kamath Committee) द्वारा चिह्नित 26 तनावग्रस्त क्षेत्रों के साथ-साथ स्वास्थ्य क्षेत्र पर भी ध्यान केंद्रित करता है, मुख्यतः जिनका बकाया 29 फरवरी, 2020 तक 50 करोड़ रुपए से अधिक और 500 करोड़ रुपए तक है।
SMAs अथवा ‘स्पेशल मेंशन अकाउंट’ का आशय ऐसे तनावग्रस्त खातों से है, जिनमें ऋण लेने वाला व्यक्ति ऋण चुकाने में सक्षम नहीं होता है।
जबकि SMA-0 ऐसे खाते हैं जिनमें आंशिक रूप से या 1-30 दिनों तक पूर्ण अतिदेय की स्थिति होती है। SMA-1 और SMA-2 खातों में क्रमशः 31-60 दिनों और 61-90 दिनों हेतु भुगतान अतिदेय होता है।
संशोधित योजना में पुनर्भुगतान की अवधि को पांँच वर्ष कर दिया गया है, जबकि ECLGS 1.0 में यह अवधि 4 वर्ष थी।
ECLGS 3.0:
ECLGS 3.0 में 29 फरवरी, 2020 तक सभी ऋण देने वाली संस्थाओं के कुल बकाया ऋण के 40 प्रतिशत तक का विस्तार शामिल है।
ECLGS 3.0 के तहत दिये जाने वाले ऋणों की अवधि 6 वर्ष होगी, जिसमें 2 वर्ष की छूट अवधि भी शामिल होगी।
यह आतिथ्य, यात्रा और पर्यटन, अवकाश तथा खेल क्षेत्रों के व्यावसायिक उद्यमों को कवर करता है। लेकिन;
यह सुविधा केवल उन उद्यमों हेतु है, जिनका कुल ऋण 29 फरवरी, 2020 तक 500 करोड़ रुपए से अधिक नहीं हो और विलंबित ऋण, यदि कोई हो तो इसकी मियाद 29 फरवरी, 2020 को 60 दिन या इससे कम हो।
नेशनल क्रेडिट गारंटी ट्रस्टी कंपनी (National Credit Guarantee Trustee Company- NCGTC) द्वारा ECLGS योजना के तहत गारंटी प्रदान की जाती है।
टीम रूद्रा
मुख्य मेंटर – वीरेेस वर्मा (T.O-2016 pcs )
अभिनव आनंद (डायट प्रवक्ता)
डॉ० संत लाल (अस्सिटेंट प्रोफेसर-भूगोल विभाग साकेत पीजी कॉलेज अयोघ्या
अनिल वर्मा (अस्सिटेंट प्रोफेसर)
योगराज पटेल (VDO)-
अभिषेक कुमार वर्मा ( FSO , PCS- 2019 )
प्रशांत यादव – प्रतियोगी –
कृष्ण कुमार (kvs -t )
अमर पाल वर्मा (kvs-t ,रिसर्च स्कॉलर)
मेंस विजन – आनंद यादव (प्रतियोगी ,रिसर्च स्कॉलर)
अश्वनी सिंह – प्रतियोगी
प्रिलिम्स फैक्ट विशेष सहयोग- एम .ए भूगोल विभाग (मर्यादा पुरुषोत्तम डिग्री कॉलेज मऊ) ।