केरल में मानसून की शुरुआत में देरी
★ भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, केरल में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगमन में देरी होगी तथा अब यह 3 जून को पहुंचेगा।
★ हालांकि, एक निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी ‘स्काईमेट’ का कहना है, कि केरल में मानसून पहुँच चुका है। क्योंकि, इसके लिए आईएमडी द्वारा परिभाषित तीन मानदंडों में दो मानक पूरे हो चुके है।
आईएमडी द्वारा निर्धारित मानदंड हैं:
★ वर्षा करने वाली पछुआ पवनों की न्यूनतम गहराई और गति पर होना चाहिए।
★ केरल और तटीय कर्नाटक में कार्यरत 14 स्टेशनों में से कम से कम 60% स्टेशनों पर, 10 मई के पश्चात् लगातार दो दिनों तक 5 मिमी या उससे अधिक वर्षा दर्ज की गई हो।
★ ‘आउटगोइंग लॉन्गवेव रेडिएशन’ (OLR) नामक एक पैरामीटर पर, बादलों को एक निश्चित डिग्री, अर्थात 200 W/वर्ग मीटर से कम पर दर्शाया गया हो।
●वर्तमान में, भारत मौसम विज्ञान विभाग के अपने डेटा के अनुसार, ‘आउटगोइंग लॉन्गवेव रेडिएशन’ (OLR) के अलावा, अन्य मानदंडों को पूरे हो चुके हैं।
दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत को प्रभावित करने वाले कारक:-
★मई के अंतिम दिनों में अथवा जून के शुरुआती दौर में बंगाल की खाड़ी में निम्न दाब क्षेत्र अथवा डिप्रेशन (Depression) की स्थिति होती है।
★ इसी दौरान अरब सागर में भी लगभग इसी प्रकार की स्थितियां होती हैं, जिनके परिणामस्वरूप तटीय स्थलीय भागों में मानसून पहुँच जाता है।
★ मानसून की शुरुआत के लिए, केरल और लक्षद्वीप के नजदीक दक्षिणपूर्व अरब सागर में उत्पन्न होने वाले ‘चक्रवातीय भंवर’ (Cyclonic Vortex) भी एक महत्वपूर्ण कारक होते हैं। इन ‘चक्रवातीय भंवरों’ के पश्चिमी तट की ओर खिसकने की वजह से मानसून-प्रवाह तेजी से आगे बढ़ता है।
★ स्थल और समुद्र के मध्य तापमान भिन्नता होने के कारण पश्चिमी तट के निकट एक वायुमंडलीय ‘गर्त’ (Trough) का निर्माण होता है, और इसकी वजह से मानसून की हल्की शुरुआत और धीमी वृद्धि हो सकती है।
★ अंत में, भूमध्य रेखा के पार से आने वाली हवाओं, जिसमे दक्षिणी गोलार्ध को पार करती हुई उत्तरी गोलार्ध तक पहुँचने वाली व्यापारिक पवने शामिल होती है, के द्वारा भारतीय मुख्य भूमि की ओर एक जोरदार मानसून आ सकता है।
भारत में मानसून- प्रमुख तथ्य:
★ आम तौर पर, दुनिया भर में, उष्णकटिबंधीय क्षेत्र में लगभग 20 डिग्री उत्तर और 20 डिग्री दक्षिण के मध्य मानसून परिघटना देखी जाती है।
★ भारत के कुल 4 मौसमी विभाजनों में से, दो विभाजनों अर्थात् दक्षिण-पश्चिम मानसून काल तथा मानसून निवर्तन काल, पर मानसून का प्रभाव रहता है।
गुटनिरपेक्ष आंदोलन : स्वास्थ्य मंत्रियों की बैठक
• वैक्सीन मंत्री पहल – कोविड-19 महामारी के दौरान भारत में 59 NAM देशों सहित 123 भागीदार देशों को दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित की।
सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज के प्रयास
• आयुष्मान भारत का लक्ष्य 500 मिलियन से अधिक वंचित लोगों को मुफ्त स्वास्थ्य आश्वासन प्रदान करना है, ताकि यह दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना बन जाए।
• ग्राम आधारित सुक्ष्म में योजनाओं पर अधिक जोर देने के साथ पूर्ण टीकाकरण कवरेज तीव्र गति से बढ़ रहा है। ताकि यह दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना बन जाए।
• ग्राम आधारित सूची योजनाओं पर अधिक जोर देने के साथ पूर्ण टीकाकरण कवरेज तीव्र गति से बढ़ रहा है। जिसका उद्देश्य 1 वर्ष में कवरेज को 90% तक बढ़ाना है।
• गुटनिरपेक्ष आंदोलन – यह शीत युद्ध (1945 -1991) के दौरान राज्यों का एक संगठन के रूप में गठित किया गया था, जो खुद को सोवियत संघ समाजवाद, U.S.A. (पूंजीवाद) संरेखित नहीं करना चाहता था, लेकिन स्वतंत्र या तटस्थ रहने की मांग करता था।
G.S.T परिषद की 43वीं बैठक
वित्त वर्ष 2021 -22 में G.S.T परिषद की पहली बैठक है।
प्रमुख बिंदु
• कोविड से संबंधित उपकरणों में छूट 31 अगस्त 2020 तक बढ़ा दिया।
• राहत सामग्री के आयात पर छूट, यदि वे राज्य को दान दी जा रही है।
• ब्लैक फंगस की दवा – एम्फोटेरेसिन- बी को भी छुट।
• कोविड-19 राहत उपायों के मद्देनजर प्रदान की जाने वाली छूट के लिए (मंत्रियों के समूह) समिति का गठन।
G.S.T एमनेस्टी योजना
• विलंब शुल्क को कम करने की सिफारिश की गई है।
• छोटे कर दाताओं को राहत।
• बिलंम्ब शुल्क को कम कर दिया गया।
• वर्ष 2022 से आगे के मुआवजे के लिए G.S.T के विशेष सत्र का आयोजन।
• वैक्सीन निर्माताओं को अग्रिम भुगतान।
कोविड-19 भावित बच्चों को सहायता और सशक्तिकरण हेतु पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन
• बच्चे के नाम पर फिक्स्ड डिपॉजिट 18 वर्ष की आयु पूरी करने वाले प्रत्येक बच्चे के लिए 10 लाख रुपए का एक कोष गठित किया जाएगा।
• स्कूली शिक्षा – 10 वर्ष से कम आयु के बच्चे के लिए नजदीकी केंद्रीय विद्यालय या निजी स्कूल में डे स्कॉलर के रूप में प्रवेश दिलाया जाएगा।
• स्कूली शिक्षा – 11 से 18 वर्ष की आयु के लिए केंद्रीय सरकार के किसी भी आवासीय विद्यालय जैसे कि सैनिक स्कूल, नवोदय विद्यालय आदि प्रवेश दिलाया जाएगा।
• उच्च शिक्षा के लिए सहायता – मौजूदा शिक्षा ऋण के मानदंडों के अनुसार भारत में व्यवसायिक पाठ्यक्रमों। उच्च शिक्षा और ऋण दिलाने में बच्चे की सहायता की जाएगी।
• स्वास्थ्य बीमा – ऐसे सभी बच्चों को आयुष्मान भारत योजना के तहत लाभार्थी के रूप में नामांकित किया जाएगा, जिसमें ₹500000 का स्वास्थ्य बीमा कवर होगा।
टीम रूद्रा
मुख्य मेंटर – वीरेेस वर्मा (T.O-2016 pcs )
अभिनव आनंद (डायट प्रवक्ता)
डॉ० संत लाल (अस्सिटेंट प्रोफेसर-भूगोल विभाग साकेत पीजी कॉलेज अयोघ्या
अनिल वर्मा (अस्सिटेंट प्रोफेसर)
योगराज पटेल (VDO)-
अभिषेक कुमार वर्मा ( FSO , PCS- 2019 )
प्रशांत यादव – प्रतियोगी –
कृष्ण कुमार (kvs -t )
अमर पाल वर्मा (kvs-t ,रिसर्च स्कॉलर)
मेंस विजन – आनंद यादव (प्रतियोगी ,रिसर्च स्कॉलर)
अश्वनी सिंह – प्रतियोगी
प्रिलिम्स फैक्ट विशेष सहयोग- एम .ए भूगोल विभाग (मर्यादा पुरुषोत्तम डिग्री कॉलेज मऊ) ।