सरस आजीविका मेला 2021
चर्चा में क्यों?
हाल ही में भारत सरकार के केंद्रीय मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने नोएडा में सरस आजीविका मेला 2021 का उद्घाटन किया है।
तथ्य
- 2021 का 26 फरवरी से 14 मार्च 2021 के बीच आयोजन।
- मेले में शामिल होने वाले सभी विक्रेताओं को बड़ी संख्या में लोगों के समक्ष अपने उत्पाद प्रदर्शित करने का अवसर मिल सके।
- 27 राज्यों से 300 से अधिक स्वयं सहायता समूह और हस्तशिल्पी भाग ले रहे हैं।
- 150 स्टॉल और 15 खानपान के स्टॉल और 60 से अधिक सांस्कृतिक कार्यक्रम।
- हस्तशिल्पियों को प्रशिक्षित किया जाएगा।
स्वयं सहायता समूह
- स्वयं सहायता समूह ,सामान्यतः ऐसे स्वैच्छिक संगठन होते हैं; जहां लगभग एकसमान सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि से आने वाले पिछड़े व गरीब लोग एक-दूसरे के सहयोग के माध्यम से अपनी साझा समस्याओं का समाधान करते हैं।
स्वयं सहायता समूह का लक्ष्य
- गरीब लोगों के बीच नेतृत्व क्षमता का विकास करना।
- स्कूली शिक्षा में योगदान करना।
- पोषण में सुधार करना।
- जन्म दर में नियंत्रण करना।
डबल्यूटीओ और ट्रिप्स
चर्चा में क्यों?
भारत ने विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) के सामने कोविड -19 वैक्सीन के मामले में बौद्धिक संपदा अधिकारों के व्यापार-संबंधित पहलू (ट्रिप्स) पर छूट देने प्रस्ताव रखा है।
तथ्य
- यूरोपीय संसद के 115 सदस्यों के एक समूह द्वारा यूरोपीय आयोग और यूरोपीय परिषद को डब्ल्यूटीओ में भारत के प्रस्ताव पर अपना विरोध छोड़ने के लिए कहा गया है।
- डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसदों का एक समूह ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन से भारत के प्रस्ताव का समर्थन करने की मांग की है।
- 90 देशों ने भारत के इस प्रस्ताव पर अपना समर्थन जाहिर किया है।
- हालांकि अमेरिका, ब्रिटेन जैसे बड़े देशों ने इस प्रस्ताव का विरोध किया है।
ट्रिप्स से छूट के लाभ
- कोविड -19 वैक्सीन की लागत में काफी कमी आएगी।
- इससे अन्य देशों के साथ वैक्सीन और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के मुक्त प्रवाह को सुनिश्चित किया जा सकेगा।
विरोध का तर्क
- ट्रिप्स से छूट दवा कंपनियों में नवाचार को हतोत्साहित करेगी।
- अनुसंधान और विकास में किए जाने वाले निवेश प्रोत्साहन कम करेगी।
- यह वर्तमान महामारी के संदर्भ में और अधिक हानिकारक हो सकताहै
विश्व व्यापार संगठन (WTO)
- विश्व व्यापार संगठन 1 जनवरी, 1995 को बहुआयामी व्यापार समझौते के उरुग्वे दौर में तात्कालिक सदस्यों की सहमति से अस्तित्व में आया।
- डब्ल्यूटीओ का मुख्यालय जेनेवा (स्विट्जरलैंड) में स्थित है।
प्रमुख कार्य
- व्यापार समझौतों को प्रशासित करना,
- व्यापार प्रतिनिधियों के लिए फोरम की स्थापना करना,
- व्यापार विवादों को सुलझाना,
- व्यापार नीतियों की निगरानी करना,
- विकासशील देशों के लिए तकनीकी सहयोग व प्रशिक्षण देना तथा अन्य अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं से सहयोग करना।
प्रशांत क्षेत्र मे त्रिपक्षीय वार्ता आयोजित की
चर्चा में क्यों
भारत , ऑस्ट्रेलिया और फ्रांस ने भारत – प्रशांत क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए त्रिपक्षीय वार्ता आयोजित की ।
तथ्य
- इसकी सह – अध्यक्षता विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला , फ्रांस के यूरोप और विदेश मामलों के महासचिव फ्रैंकोइ दिलाने और ऑस्ट्रेलिया के विदेश मामले और व्यापार सचिव फ्रांसिस एडम्सन ने की ।
- इसका उद्देश्य तीनों देशों के बीच मजबूत द्विपक्षीय संबंध बनाना है ।
- तीनों पक्षों ने वार्षिक आधार पर इस वार्ता को आयोजित करने पर सहमति व्यक्त की ।
- तीनों पक्षों ने भारत – प्रशांत क्षेत्र में कोविड -19 महामारी के कारण उभरने वाली आर्थिक और भूस्थैतिक चुनौतियों पर चर्चा की ।
- उन्होंने क्षेत्रीय और वैश्विक बहुपक्षीय संस्थानों की प्राथमिकताओं , चुनौतियों और रुझानों पर भी चर्चा की ।
- उन्होंने भारत – प्रशांत क्षेत्र में मानवीय सहायता और आपदा राहत ( एचएडीआर ) संचालन , तेल रिसाव प्रबंधन और छोटे द्वीप देशों के आपदा से लड़ने की क्षमता जैसे विभिन्न मुद्दों पर भी चर्चा की ।
- तीनों पक्षों के बीच पहला विदेश सचिव – स्तरीय त्रिपक्षीय वार्ता 2020 के सितंबर में आयोजित किया गया था ।
फ्रांस
- फ्रांस एक पश्चिमी यूरोपीय देश है जिसकी राजधानी पेरिस है ।
- फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन हैं ।
- प्रधानमंत्री जीन कैस्टेक्स हैं ।
- फ्रांस की मुद्रा यूरो है ।
- यह यूएनएससी के पांच स्थायी सदस्यों में से एक है ।
ऑस्ट्रेलिया
- ओशिनिया में ऑस्ट्रेलिया सबसे बड़ा देश है ।
- इसकी राजधानी कैनबरा है ।
- ऑस्ट्रेलिया के प्रधान मंत्री स्कॉट मॉरिसन हैं ।
- इसकी मुद्रा ऑस्ट्रेलियाई डॉलर है ।
- ऑस्ट्रेलिया चतुर्भुज वार्ता या QUAD के सदस्यों में से एक है ।
प्राचीन बौद्ध मठ की खोज
चर्चा में क्यों
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ( एएसआई ) ने झारखंड के हजारीबाग जिले में एक बौद्ध मठ की खोज की है ।
तथ्य
- लगभग 900 साल पुराना मठ झारखंड के एक गाँव में एक टीले के नीचे दबे हुआ था ।
- दो महीने पहले , एक प्राचीन बौद्ध मठ को एक समान टीले के नीचे खोजा गया था , जो मौजूदा स्थल से 100 मीटर दूर है ।
- खुदाई से प्राप्त कलाकृतियाँ : वरद मुद्रा में देवी तारा की चार पाषाण प्रतिमाएँ और बुद्ध की भूमिस्पर्श मुद्रा में छः प्रतिमाएँ मिली हैं ।
- एक मूर्ति जो शैव देवी माहेश्वरी की प्रतीत होती है
- कुंडलित मुकुट और चक्र के साथ प्राप्त हुई ।
- तारा प्रतिमा पर नागरी लिपि ( देवनागरी का पूर्व संस्करण ) में कुछ लिखा मिला ।
- देवी तारा की प्रतिमा इंगित करती है कि यह स्थल वज्रयान बौद्ध धर्म का एक महत्वपूर्ण केंद्र था ।
- वरद मुद्रा- वरदानों का वितरण दिखाते हुए हाथ का इशारा ।
- भूमिस्पर्श मुद्रा- दाहिने हाथ की पांच उँगलियों का इशारा पृथ्वी की ओर जो बुद्ध के ज्ञान का प्रतीक है । –
- वज्रयान बौद्ध धर्म का संप्रदाय है जो भारत में छठी से ग्यारहवीं शताब्दी में फला – फूला ।
- इसे तांत्रिक बौद्ध धर्म के नाम से भी जाना जाता है ।
गुरु रविदास जयंती
- संत गुरु रविदास की 644 वीं जयंती 27 फरवरी को मनाई जा रही है ।
- वह जाति व्यवस्था के खिलाफ अपने प्रयास के लिए प्रसिद्ध हैं ।
- एक प्रसिद्ध सूफी संत , गुरु रविदास को रैदास , रोहिदास और रूहीदास के रूप में भी जाना जाता है ।
गुरु रविदासः
- उनका जन्म 1450 में वाराणसी में हुआ था ।
- सिख धर्म के पवित्र ग्रंथ गुरु ग्रंथ साहिब में उनकी 40 भक्ति कविताओं को शामिल किया गया था ।
- वह एक महान संत और मध्यकालीन भारत के एक समाज सुधारक थे ।
- वह कबीरदास और मीराबाई के समकालीन थे ।
- उन्होंने 14 वीं शताब्दी में रविदासिया धर्म की स्थापना की थी ।