एनजीटी ने बन्नी घास के मैदानों में चरवाहों के अधिकारों को बरकरार रखा
हाल ही में राष्ट्रीय हरित अधिकरण (National Green Tribunal- NGT) ने छह महीने के भीतर गुजरात के बन्नी घास के मैदानों (Banni Grassland) से सभी अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया है।
इस अधिकरण ने यह भी कहा कि मालधारी (Maldhari- पशुपालक) वन अधिकार अधिनियम (Forest Rights Act), 2006 की धारा 3 के प्रावधानों के अनुसार इस क्षेत्र में सामुदायिक वनों के संरक्षण का अधिकार जारी रखेंगे।
राष्ट्रीय हरित अधिकरण
- यह पर्यावरण संरक्षण और वनों तथा अन्य प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण से संबंधित मामलों के प्रभावी एवं शीघ्र निपटान के लिये राष्ट्रीय हरित अधिकरण अधिनियम (National Green Tribunal Act), 2010 के अंतर्गत स्थापित एक विशेष निकाय है।
- एनजीटी के लिये यह अनिवार्य है कि उसके पास आने वाले पर्यावरण संबंधी मुद्दों का निपटारा 6 महीनों के भीतर हो जाए।
- इसका मुख्यालय दिल्ली में है, जबकि अन्य चार क्षेत्रीय कार्यालय भोपाल, पुणे, कोलकाता एवं चेन्नई में स्थित हैं।
- एक वैधानिक निकाय होने के कारण एनजीटी के पास अपीलीय क्षेत्राधिकार है और जिसके तहत वह सुनवाई कर सकता है।
बन्नी घास के मैदान के विषय में:
अवस्थिति
- यह मैदान गुजरात में कच्छ के रण के पास स्थित एशिया का सबसे बड़ा घास का मैदान है।
- यह 2,618 किलोमीटर में फैला हुआ है, जिसके अंतर्गत गुजरात का लगभग 45% चरागाह क्षेत्र आता है।
- पारिस्थितिकी तंत्र और वनस्पति:
- बन्नी में दो पारिस्थितिकी तंत्र (आर्द्रभूमि और घास के मैदान) एक साथ पाए जाते हैं।
- बन्नी में वनस्पति कम सघन रूप में मिलती है और यह वर्षा पर अत्यधिक निर्भर होती है।
- बन्नी घास के मैदान परंपरागत रूप से चक्रीय चराई (Rotational Grazing) की एक प्रणाली के बाद प्रबंधित किये गए थे।
- बन्नी में कम उगने वाले पौधों (फोर्ब्स और ग्रामीनोइड्स) का प्रभुत्व है, जिनमें से कई हेलो फाइल (नमक सहिष्णु) हैं, साथ ही यहाँ पेड़ों और झाड़ियों का आवरण भी है।
- यह क्षेत्र वनस्पतियों और जीवों से समृद्ध है, जिसमें पौधों की 192 प्रजातियाँ, पक्षियों की 262 प्रजातियाँ और स्तनधारियों, सरीसृप तथा उभयचरों की कई प्रजातियाँ रहती हैं।
आरक्षित वन:
- न्यायालय ने वर्ष 1955 में अधिसूचित किया कि घास का मैदान एक आरक्षित वन होगा (भारतीय वन अधिनियम, 1927 के अनुसार वर्गीकृत सबसे प्रतिबंधित वन)।
- राष्ट्रीय हरित अधिकरण ने वर्ष 2019 में ने बन्नी घास के मैदान की सीमाओं का सीमांकन करने और गैर-वन गतिविधियों को प्रतिबंधित करने का आदेश दिया।
- इस घास के मैदान को भारतीय वन्यजीव संस्थान (Wildlife Institute of India- WII) ने भारत में चीता (Cheetah) के अंतिम शेष आवासों में से एक और इन प्रजातियों के लिये संभावित पुनरुत्पादन स्थल के रूप में पहचाना है।
मालधारी के विषय में:
- मालधारी बन्नी में रहने वाला एक आदिवासी चरवाहा समुदाय है।
- मूल रूप से इस खानाबदोश जनजाति को जूनागढ़ (मुख्य रूप से गिर वन) में बसने के बाद से मालधारी के रूप में जाना जाने लगा।
- मालधारी का शाब्दिक अर्थ पशु भंडार (माल) का रखवाला (धारी) होता है।
- इनके पालतू पशुओं में भेड़, बकरी, गाय, भैंस और ऊंट शामिल हैं।
वन अधिकार अधिनियम, 2006:
- इस अधिनियम के प्रावधानों के तहत वनवासियों को तब तक विस्थापित नहीं किया जा सकता जब तक कि उनके दूसरे स्थान पर बसाने की प्रक्रिया संबंधित अधिकार को सुनिश्चित नहीं किया जाता।
- इसके अलावा अधिनियम में प्रजातियों के संरक्षण के लिये ‘महत्त्वपूर्ण वन्यजीव आवास’ (Critical Wildlife Habitat) स्थापित करने हेतु एक विशेष प्रावधान है।
- यह वन में रहने वाली अनुसूचित जनजातियों (Forest Dwelling Scheduled Tribe- FDST) और अन्य पारंपरिक वनवासियों (Other Traditional Forest Dweller- OTFD) की आजीविका तथा खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए वनों के प्रबंधकीय शासन को मज़बूत करता है।
FDI अंतर्वाह में बढ़ोतरी
- वित्तीय वर्ष 2020-21 में भारतीय प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) में 10 प्रतिशत (82 बिलियन डॉलर तक) की वृद्धि देखी गई है। FDI इक्विटी निवेश 19 प्रतिशत बढ़कर 60 बिलियन डॉलर पर पहुँच गया है।
- वर्ष 2019-20 में भारत को FDI के माध्यम से 74.39 बिलियन डॉलर प्राप्त हुए थे, जिसमें लगभग 50 बिलियन डॉलर इक्विटी निवेश के रूप में आए थे।
- सिंगापुर सभी निवेशों के लगभग एक-तिहाई के साथ शीर्ष निवेशक के रूप में उभरा, जिसके बाद 23 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ अमेरिका और 9 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ मॉरीशस का स्थान है।
- शीर्ष 10 FDI-मूल देशों में सबसे तीव्र वृद्धि सऊदी अरब से दर्ज की गई थी।विदेशी निवेश वर्ष 2019-20 के 90 मिलियन डॉलर से बढ़कर वर्ष 2020-21 में 2.8 बिलियन डॉलर हो गया।
FDI इक्विटी:- - वर्ष 2019-20 की तुलना में वर्ष 2020-21 के दौरान अमेरिका से FDI-इक्विटी प्रवाह दोगुने से भी अधिक हो गया, जबकि ब्रिटेन से निवेश में 44 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
शीर्ष FDI गंतव्य: - वर्ष 2020-21 में गुजरात शीर्ष FDI गंतव्य था, जिसके बाद 27 प्रतिशत इक्विटी प्रवाह के साथ महाराष्ट्र दूसरे स्थान पर रहा।
- 13 प्रतिशत इक्विटी प्रवाह हिस्सेदारी के साथ कर्नाटक तीसरे स्थान पर रहा।
शीर्ष सेक्टर: - वर्ष 2020-21 के दौरान कुल 44 प्रतिशत FDI इक्विटी प्रवाह के साथ कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर क्षेत्र शीर्ष सेक्टर के रूप में उभरा है।
सीबीआई का निदेशक
चर्चा में क्यों
सुबोध कुमार जायसवाल को केंद्रीय जांच ब्यूरो का निदेशक नियुक्त किया गया है ।
तथ्य
- वर्तमान में , वह केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के महानिदेशक हैं ।
- उन्होंने 2018 से 2019 तक महाराष्ट्र पुलिस के प्रमुख के रूप में भी कार्य किया ।
- उन्हें दो साल की अवधि के लिए नियुक्त किया गया है ।
- उनका नाम कैबिनेट की नियुक्ति समिति द्वारा शॉर्टलिस्ट किया गया था ।
केंद्रीय जांच ब्यूरो ( सीबीआई )
- यह भारत में एक जांच एजेंसी है ।
- यह कार्मिक , लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय के अधिकार क्षेत्र में काम करता है ।
- यह संथानम समिति की सिफारिश पर स्थापित किया गया था ।
- यह दिल्ली विशेष पुलिस स्थापना अधिनियम , 1946 से अपनी शक्तियाँ प्राप्त करता है । सीबीआई का नेतृत्व एक निदेशक करता है ।
- इन्हे तीन सदस्यीय समिति द्वारा नियुक्त किया जाता है जिसमें प्रधान मंत्री अध्यक्ष , लोकसभा में विपक्ष के नेता और भारत के मुख्य न्यायाधीश शामिल होते हैं ।
मोनाको ग्रांड प्रिक्स
- मैक्स व पेन ने अपने करियर में पहली बार मोनाको ग्रांड प्रिक्स जीता है ।
- यह उनकी इस सीजन की दूसरी जीत है ।
- उन्होंने दिन की शुरुआत लुईस हैमिल्टन से 14 अंक पीछे से की । लुईस हैमिल्टन ने 7 वें स्थान के साथ रेस समाप्त की ।
- फेरारी के कार्लोस सैंज दूसरे स्थान पर रहे ।
मोनाको ग्रांड प्रिक्स
- यह फॉर्मूला वन मोटर रेसिंग इवेंट है ।
- यह 1929 से प्रतिवर्ष आयोजित किया जा रहा है ।
- यह दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित ऑटोमोबाइल रेसों में से एक है ।
कृषि-सहयोग पर भारत-इजराइल समझौता
• हाल ही में भारत और इजराइल ने 3 वर्षीय कृषि सहयोग समझौता किया।
प्रमुख बिंदु-
3 वर्षीय कार्य योजना समझौता
• भारत-इजराइल कृषि परियोजना उत्कृष्टता केंद्र
• भारत-इजराइल उत्कृष्टता गांव (IIVOE)
भारत-इजराइल कृषि परियोजना-
• प्रारंभ- 2008
• 50 मिलियन का कृषि कोष
• मार्च 2014 तक भारत में 10 उत्कृष्टता केंद्र चालू थे।
IIVOE- इसके अंतर्गत 8 राज्यों में 75 गांवों में 13 उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना।
लाभ–
• किसान आय वृद्धि
• आजीविका सुरक्षा
• आधुनिक कृषि
• आधुनिक कृषि अवसंरचना
• क्षमता निर्माण
• बाजार से जुड़ाव
भारत-इजराइल द्विपक्षीय संबंध
ऐतिहासिक संबंध-
• 1962 में भारत-चीन युद्ध के दौरान रक्षा सहयोग
• 1965 में भारत को M-58.160 mm. मोर्टार गोला बारूद आपूर्ति
• 1998 में पोखरण परीक्षण में निंदा नहीं की।
व्यापार-2018-19
• 5.65 बिलियन अमेरिकी डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार।
• द्विपक्षीय व्यापार में 40% हीरे का व्यापार।
• भारत एशिया में इजरायल का तीसरा सबसे बड़ा व्यापार भागीदार।
रक्षा सहयोग–
• कातकन- AWACS प्रणाली
• हेरान
• हारोय ड्रोन
• बराक एंटी मिसाइल
• पाइथन डर्बी
• कोविड-19- इजरायल द्वारा ‘ऑपरेशन ब्रीदिंग स्पेस’ चलाया गया, भारत के लिए।
वाहन निर्माण में ‘अर्धचालक चिप’ की कमी
- कोविड-19 महामारी और दुनिया भर में उसके बाद लॉकडाउन ने जापान, दक्षिण कोरिया, चीन और अमेरिका सहित अन्य देशों में महत्वपूर्ण चिप बनाने वाली सुविधाओं को बंद कर दिया है।
- चिप की कमी का रिकॉर्ड टाइम में मापा जाता है जोकि चिपके ऑर्डर करने और डिलीवर होने के बीच का अंतर है।
- IC चीफ मेला के ट्रांजिस्टर की संख्या हर 2 वर्ष दोगुनी हो गई है। विशेष रूप से पिछले एक दशक में चिप की खपत में वृद्धि कर निर्माण सामग्री में इलेक्ट्रॉनिक घटकों के बढ़ते योगदान के कारण भी है।
टीम रूद्रा
मुख्य मेंटर – वीरेेस वर्मा (T.O-2016 pcs )
अभिनव आनंद (डायट प्रवक्ता)
डॉ० संत लाल (अस्सिटेंट प्रोफेसर-भूगोल विभाग साकेत पीजी कॉलेज अयोघ्या
अनिल वर्मा (अस्सिटेंट प्रोफेसर)
योगराज पटेल (VDO)-
अभिषेक कुमार वर्मा ( FSO , PCS- 2019 )
प्रशांत यादव – प्रतियोगी –
कृष्ण कुमार (kvs -t )
अमर पाल वर्मा (kvs-t ,रिसर्च स्कॉलर)
मेंस विजन – आनंद यादव (प्रतियोगी ,रिसर्च स्कॉलर)
अश्वनी सिंह – प्रतियोगी
प्रिलिम्स फैक्ट विशेष सहयोग- एम .ए भूगोल विभाग (मर्यादा पुरुषोत्तम डिग्री कॉलेज मऊ) ।