अरुणाचल प्रदेश उत्तराधिकार विधेयक मसौदा
संदर्भ
हाल ही में विशेषज्ञों द्वारा अरुणाचल प्रदेश राज्य महिला आयोग से जनता की भावनाओं और राज्य के हित को ध्यान में रखते हुए प्रस्तावित अरुणाचल प्रदेश विवाह एवं उत्तराधिकार विधेयक के कुछ प्रावधानों को हटाने के लिए कहा गया है।
विधेयक के मसौदे का संक्षिप्त विवरण
- विवाह हेतु आवश्यक शर्तें एवं विवाह का पंजीकरण।
- दांम्पत्य अधिकारों का प्रतिस्थापन, अमान्य एवं शून्यकरणीय विवाह।
- विवाह विच्छेद के आधार
- स्थायी गुजारा भत्ता और भरण पोषण
- बहु विवाह पर विधेयक की स्थिति।
विधेयक का महत्व
- विवाह को कानूनी मान्यता देना।
- विवाह का पंजीकरण करना।
- पत्नी को संपत्ति में अधिकार देना।
- विधवा को अधिकार तथा बहुविवाह को अपराध मानना।
- हालांकि इस मसौदे का विरोध भी किया जा रहा है क्योंकि इसमें यह प्रस्ताव किया गया है कि बाहर का भी व्यक्ति इस प्रदेश की ST महिला से शादी कर सकता है और वह आदिवासी भूमि पर कब्जा कर सकता है।
विभिन्न विद्रोह में हुए शहीदों को स्वतंत्रता सेनानी का दर्जा
चर्चा में क्यों
- भारतीय ऐतिहासिक अनुसंधान परिषद द्वारा शहीदों के नाम कोश: भारत का स्वतंत्रता संग्राम (1857 से 1947) के पांचवे खंड में प्रविष्टि की समीक्षा हेतु एक 3 सदस्य समिति नियुक्त की गई थी जिसके अनुसार केरल के पुन्नपरा वायलार विद्रोह,कय्यूर विद्रोह भारत के स्वतंत्रता संग्राम इतिहास में सेनानियों के रूप में शामिल रहेंगे।
पुन्नपारा वायलर विद्रोह के बारे में
- यह ब्रिटिश भारत में त्रावणकोर रियासत के प्रधानमंत्री सीपी रामास्वामी अय्यर तथा रियासत के खिलाफ श्रमिक वर्ग का विद्रोह था। जिसका उद्देश्य अन्याय पूर्ण कर से मुक्ति था। इस विद्रोह से मजदूर वर्ग सरकार के खिलाफ खड़ा हो गया। इससे लोकतंत्र की स्थापना हुई तथा राज्य की राजनीति को एक निर्णायक मोड़ दिया गया।
कय्यूर विद्रोह
- वर्ष 1940 में कम्युनिस्टों के नेतृत्व में वहां के किसान कल्लियाट के नंवियार व करक्कट एडम के नयनार नामक दो स्थानीय सामंतों एवं उपनिवेश समर्थक जमींदारों के खिलाफ खड़े हुए।
करिवेल्लूर विद्रोह
- यह 20 दिसंबर 1946 को हुआ था । यह धान की खेती की जबरदस्ती उगाही करने वाले जमींदारों के खिलाफ किसानों का विद्रोह था।
विधि विरुद्ध क्रियाकलाप (विवरण) अधिनियम (UAPA)
- 2 दशकों से अधिक समय से जम्मू कश्मीर में अलगाववादी आंदोलन का नेतृत्व करने वाले अलगाववादी समूह हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के दोनों धडों पर कड़े विधि विरुद्ध क्रियाकलाप अधिनियम के तहत प्रतिबंध लगाया जा सकता है।
- 1967 में पारित, विधि विरुद्ध क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम का उद्देश्य भारत में गैर कानूनी प्रतिनिधि समूहों का प्रभावी रोकथाम करना है। यह अधिनियम केंद्र सरकार को पूर्ण शक्ति प्रदान करता है जिसके द्वारा केंद्र सरकार किसी गतिविधि को गैर कानूनी घोषित कर सकता है।
- यह भारतीय एवं विदेशी दोनों नागरिकों पर आरोपित किया जा सकता है।
- यह अधिनियम राष्ट्रीय जांच एजेंसी के महानिदेशक को एजेंसी द्वारा मामले की जांच के दौरान आतंकवाद से होने वाली आय से निर्मित संपत्ति पाए जाने पर उसे जप्त करने की शक्ति प्रदान करता है।
- अधिनियम में किसी व्यक्ति को आतंकवादी के रूप में अभिहित करने का प्रावधान शामिल है।
स्मॉग टावर
- दिल्ली में चीन की तर्ज पर स्मॉग टावर लगाए जा रहे हैं। चीन द्वारा अपनी राजधानी बीजिंग और अन्य शहरों में इसका उपयोग किया जा रहा है।
- स्मॉग टावर बड़े पैमाने पर वायु शोधक/एयर प्यूरीफायर के रूप में कार्य करने हेतु डिजाइन की गई संरचनाएं हैं।
प्रदूषण नियंत्रण हेतु किए जाने वाले उपाय
- पंजाब और हरियाणा में किसानों को कृषि अपशिष्टों जलाने के उपाय पर यांत्रिक विकल्पों का उपयोग करने के लिए तैयार किया गया है।
- दिल्ली में थर्मल पावर स्टेशनों को बंद किया गया है।
- उद्योगों के लिए पाइप द्वारा प्राकृतिक गैस के उपयोग को अनिवार्य किया गया है।
पंजशीर घाटी
- यह घाटी उत्तर मध्य अफगानिस्तान में हिंदू कुश पर्वत श्रृंखला के निकट अवस्थित एक घाटी है।
- पंजशीर नदी यहीं से प्रवाहित होती है।
- इस घाटी में ताजिक समुदाय का निवास होता है।
- यह घाटी पन्ना रत्न के लिए प्रसिद्ध है।
- पंजशीर का शाब्दिक अर्थ है पांच शेर
जिम कार्बेट
- उत्तराखंड नैनीताल में।
- रामगंगा नदी पर स्थित।
- 1973 में प्रोजेक्ट टाइगर के अंतर्गत आने वाला पहला क्षेत्र।
चकमा और हाजोंग
- यह मूल रूप से पूर्वी पाकिस्तान में चटगांव पहाड़ी के निवासी हैं।
- चकमा बौद्ध धर्म को मानते हैं।
- हाजोंग हिंदू हैं।
- केंद्र सरकार ने इनमें से अधिकांश प्रवासियों को नॉर्थ ईस्ट फ्ररंटियर एजेंसी जो अब अरुणाचल प्रदेश में है, बसा दिया था।
टीम रूद्रा
मुख्य मेंटर – वीरेेस वर्मा (T.O-2016 pcs )
अभिनव आनंद (डायट प्रवक्ता)
डॉ० संत लाल (अस्सिटेंट प्रोफेसर-भूगोल विभाग साकेत पीजी कॉलेज अयोघ्या
अनिल वर्मा (अस्सिटेंट प्रोफेसर)
योगराज पटेल (VDO)-
अभिषेक कुमार वर्मा ( FSO , PCS- 2019 )
प्रशांत यादव – प्रतियोगी –
कृष्ण कुमार (kvs -t )
अमर पाल वर्मा (kvs-t ,रिसर्च स्कॉलर)
मेंस विजन – आनंद यादव (प्रतियोगी ,रिसर्च स्कॉलर)
अश्वनी सिंह – प्रतियोगी
सुरजीत गुप्ता – प्रतियोगी
प्रिलिम्स फैक्ट विशेष सहयोग- एम .ए भूगोल विभाग (मर्यादा पुरुषोत्तम डिग्री कॉलेज मऊ) ।