ट्री सिटी ऑफ द वर्ल्ड (Tree City of the World)
चर्चा में क्यों?
हाल ही में भारत के हैदराबाद शहर को वर्ष 2020 का ‘ट्री सिटी ऑफ द वर्ल्ड’ चुना गया है।
प्रमुख बिन्दु
- ‘आर्बर डे फाउंडेशन’ एवं ‘खाद्य और कृषि संगठन’ ( FAO) द्वारा भारत के हैदराबाद शहर को वर्ष 2020 का ‘ट्री सिटी ऑफ द वर्ल्ड’ घोषित किया गया है।
- ‘ट्री सिटी ऑफ द वर्ल्ड’ मान्यता पाने वाला हैदराबाद, भारत का एकमात्र शहर है।
- ‘ट्री सिटी ऑफ द वर्ल्ड’ कार्यक्रम ‘आर्बर डे फाउंडेशन’, एवं ‘खाद्य और कृषि संगठन’ द्वारा चलाया जा रहा है।
- इस कार्यक्रम के तहत विश्व के उन शहरों को चुना जाता है जो ‘अर्बन फॉरेस्ट्स/शहरी वन’और हरित पर्यावरण को बढ़ावा देते हैं।
आर्बर डे फाउंडेशन
- आर्बर डे फाउंडेशन, गैर-लाभकारी पर्यावरण संरक्षण को प्रोत्साहित और इस क्षेत्र में शिक्षा व जागरूकता फैलाने वाला संगठन है।
- इस संगठन की स्थापना 1972 में नेब्रास्का(Nebraska), संयुक्त राज्य अमेरिका में जॉन रोसेनो ने की थी।
- यह वृक्षारोपण के लिए समर्पित सबसे बड़ा गैर-लाभकारी सदस्यता संगठन है।
खाद्य और कृषि संगठन
- खाद्य और कृषि संगठन, संयुक्त राष्ट्र की एक विशेष विशेष एजेंसी है जिसका उद्देश्य सभी के लिए खाद्य सुरक्षा हासिल करना है।
- इस संगठन की स्थापना वर्ष 1945 में हुई थी एवं इसका मुख्यालय रोम, इटली में स्थित है।
ब्लैक-फूटेड फ़ैरेट
चर्चा में क्यों?
अमेरिकी वैज्ञानिकों ने लंबे समय से लुप्तप्राय ब्लैक-फुटेड फेरेट (Black-footed Ferret) का क्लोन तैयार करने में सफलता प्राप्त की है।
तथ्य
- संयुक्त राज्य में पहली बार किसी विलुप्तप्राय प्रजाति का क्लोन बनाया गया है।
- इस क्लोन का नाम ‘एलिजाबेथ एन (Elizabeth Ann)’ रखा गया है।
- पुनर्स्थापित करने का उद्देश्य आनुवंशिक विविधता और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना है।
- एलिजाबेथ एन काले पैरों वाले अंतिम जंगली फेरेट विल (Willa) की एक आनुवांशिक प्रति है, जिनकी 1980 में मृत्यु हो गई थी और उसके कोई जीवित वंशज भी नहीं हैं।
फेरेट के बारे में
- यह नेवले की ही एक प्रजाति है।
- यह मध्य उत्तरी अमेरिका मूल स्थानीय प्रजाति है।
- 1982 में “लुप्तप्राय” के रूप में सूचीबद्ध किया गया था।
- IUCN रेड लिस्ट में इस प्रजाति को “जंगल से विलुप्त” घोषित ।
क्या होती है लुप्तप्राय प्रजाति
- किसी प्रजाति को लुप्तप्राय प्रजाति की श्रेणी में सूचीबद्ध करने के आधार निम्नलिखित हैं-
- लुप्तप्राय प्रजाति की श्रेणी में आने वाली प्रजाति में विलुप्त होने का बहुत अधिक जोखिम होता है।
- पिछले 10 वर्षों या तीन पीढ़ियों के दौरान प्रजाति की जनसंख्या में 70% की गिरावट हुई हो।
- प्रजाति की वर्तमान जनसंख्या आकार 250 से कम रह गया हो।
भारत में बढ़ता चिकित्सा पर्यटन
सन्दर्भ
हाल ही में पर्यटन मंत्रालय के आकड़ो के अनुसार पिछले एक दशक में औसतन 861 चिकित्सीय पर्यटक भारत आये हैं।
तथ्य
- 2009 से 2019 के मध्य भारत में 3458737 पर्यटक आये हैं जो औसतन 861 पर्यटक प्रतिव्यक्ति हैं।
- भारत वैश्विक स्तर पर एक चिकित्सीय हब के रूप में विकसित हुआ है।
मुख्य निष्कर्ष
- 2009 से 2013 तक लगातार चिकित्स्कीय पर्यटकों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है।
- 2013 की अपेक्षा 2014 में चिकित्सीय पर्यटकों की संख्या कम थी।
- 2014 में जहाँ 139447 चिकित्सीय पर्यटक भारत आये वहीँ अब उत्तरोत्तर इस संख्या में बढ़ोत्तरी होकर 2019 तक लगभग 7 लाख पहुंच चुकी है।
- एशियाई देशो में चिकित्सीय पर्यटन में भारत शीर्ष स्थान पर है तथा भारत को चीन ,जापान ,सिंगापूर ,थाईलैंड जैसे देशो से चुनौती मिल रही है।
- भारत आने वाले विदेशी पर्यटकों में एशियाई देश , अफ्रीकी देश ,लैटिन अमेरिकी देश मुख्य हैं।
- ईराक , मालदीव , अफगानिस्तान , ओमान,यमन ,सूडान , नेपाल ऐसे देश हैं जहाँ से चिकित्सीय पर्यटक भारत आते है।
पर्यटन बढ़ने के कारण
- कम लागत पर बेहतर स्वास्थ्य सुविधा।
- भाषा का गतिरोध नहीं।
- प्रभावी लागत।
- मेडिकल टूर पैकेज।
लाभ
- चिकत्सीय पर्यटन में बढ़ोत्तरी भारत की सॉफ्ट पावर डिप्लोमेसी को बढ़ती है।
- विश्व के अन्य देशो के नागरिको के मध्य पीपल टू पीपल कॉन्टैक्ट को बढ़ाता है।
भारत-मॉरीशस व्यापक आर्थिक सहयोग साझेदारी समझौता (CECPA)
चर्चा में क्यों?
भारत और मॉरीशस ने एक व्यापक आर्थिक सहयोग साझेदारी समझौते (CECPA) पर हस्ताक्षर किया गया इसके साथ ही भारत ने भारतीय रक्षा उपकरणों की खरीद को आसान बनाने के लिए मॉरीशस को 100 मिलियन अमरीकी डालर की क्रेडिट लाइन का विस्तार किया है।
(CECPA) के बारे में
- यह समझौता किसी अफ्रीकी देश के साथ भारत का पहला ऐसा समझौता है।
- “मॉरीशस की सुरक्षा भारत की सुरक्षा है; मॉरीशस की समृद्धि में भारत की समृद्धि है” वाली यह पहल भारत की “सागर नीति (SAGAR policy)” को रेखांकित करती है।
सागर नीति?
- समुद्री कूटनीति को प्राथमिकता देते हुए भारत सरकार के द्वारा 2015 में सागर (Security And Growth for All in the Region- SAGAR) नीति की शुरुआत की गई थी।
मॉरीशस के बारे में
- मॉरीशस हिन्द महासागर में स्थित अफ्रीकी महाद्वीप का एक द्वीपीय देश है और अफ्रीकन यूनियन का सदस्य भी है।
- यहाँ की आबादी लगभग 12.8 लाख है जिसमें से लगभग 48% लोग हिन्दू धर्म के अनुयायी हैं।
- मॉरीशस की राजधानी पोर्ट लुईस है और यहाँ की मुद्रा मॉरीशस रुपया है।
विश्व चिंतन दिवस
( Thinking day )
चर्चा में क्यों
प्रतिवर्ष 22 फरवरी को मनाया जाने वाला एक विशेष दिन है और विश्व चिंतन दिवस 2021 के लिए थीम ” शांति स्थापना ” है ।
तथ्य
- वर्ल्ड एसोसिएशन ऑफ गर्ल गाइड्स एंड गर्ल स्काउट्स के अनुसार , विश्व चिंतन दिवस अंतरराष्ट्रीय दोस्ती का दिन है।
- 150 देशों में गर्ल गाइड और गर्ल स्काउट्स के लिए धन जुटाने का अवसर है ।
- गर्ल गाइड्स और गर्ल स्काउट्स के साथ – साथ स्काउट और गाइड संगठन इसे पूरे विश्व में मानते हैं ।
- 22 फरवरी को इसीलिए चुना गया क्योंकि यह नीचे उल्लेखित दो प्रसिद्ध हस्तियों का जन्मदिन है ।
- रॉबर्ट बैडेन पॉवेल ( आर बी पॉवेल ) : वह बॉय स्काउट आंदोलन के संस्थापक हैं । वह पहले चीफ स्काउट थे ।
- ओलावे बेडेन पॉवेल : वह आर बी पॉवेल की पत्नी और ब्रिटेन की पहली मुख्य मार्गदर्शक ( चीफ गाइड ) थीं ।
- विश्व चिंतन दिवस 1926 से मनाया जाता है ।
- इसे पहले थिंकिंग डे के नाम से जाना जाता था ।
- वर्ल्ड एसोसिएशन ऑफ गर्ल गाइड्स एंड गर्ल स्काउट्स हर साल विश्व चिंतन दिवस के लिए थीम का चयन करती है ।
- इसकी स्थापना 1928 में हुई थी । इसका मुख्यालय लंदन में है ।
यूपी में जेवर हवाई अड्डे
चर्चा में क्यों
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की है कि राज्य सरकार जेवर हवाई अड्डे को एशिया के सबसे बड़े हवाई अड्डे के रूप में विकसित करने की योजना बना रही है ।
तथ्य
- राज्य सरकार ने बजट 2021-22 में इस हवाई अड्डे के लिए 2,000 करोड़ रु का आवंटन किया है ।
- जेवर हवाई अड्डे के रनवे की संख्या दो से बढ़ाकर छह कर दी गई है ।
- यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ( वाईईआईडीए ) को राज्य सरकार की ओर से जेवर हवाई अड्डे के लिए कार्यान्वयन एजेंसी के रूप में नियुक्त किया गया है ।
- नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड ( एनआईएएल ) , एक विशेष एजेंसी जो सरकार द्वारा बनायीं गयी है , परियोजना का प्रबंधन और संचालन कर रही है ।
2021 खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स
चर्चा में क्यो
केंद्रीय खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने घोषणा की है कि कर्नाटक द्वितीय खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स की मेजबानी करेगा ।
- भारतीय विश्वविद्यालयों के संघ के साथ साझेदारी में बेंगलुरु 2021 खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स की मेजबानी करेगा ।
- जैन विश्वविद्यालय बेंगलुरु अधिकतम खेल आयोजनों की मेजबानी करेगा ।
- यूनिवर्सिटी गेम्स के दूसरे संस्करण में योगासन और मल्लखंभ को जोड़ा गया है ।
- किरन रिजिजू ने भारतीय खेल प्राधिकरण , बेंगलुरु परिसर में चार नई खेल सुविधाओं का उद्घाटन किया ।
टीम रूद्रा
– मुख्य मेंटर – वीरेेस वर्मा (T.O-2016 pcs )
अभिनव आनंद (डायट प्रवक्ता)
डॉ० संत लाल (अस्सिटेंट प्रोफेसर-भूगोल विभाग साकेत पीजी कॉलेज अयोघ्या
अनिल वर्मा (अस्सिटेंट प्रोफेसर)
योगराज पटेल (VDO)-
अभिषेक कुमार वर्मा (प्रतियोगी)
प्रशांत यादव – प्रतियोगी –
कृष्ण कुमार (kvs -t )
अमर पाल वर्मा (kvs-t ,रिसर्च स्कॉलर)
मेंस विजन – आनंद यादव (प्रतियोगी ,रिसर्च स्कॉलर)
प्रिलिम्स फैक्ट विशेष सहयोग- एम .ए भूगोल विभाग (मर्यादा पुरुषोत्तम डिग्री कॉलेज मऊ) ।