मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना
सन्दर्भ
राजस्थान विधानसभा में बजट बहस के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार 1 मई 2021 को सार्वभौमिक स्वास्थ्य योजना ( यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम ) लॉन्च करेगी ।
तथ्य
- राजस्थान में इस सार्वभौमिक स्वास्थ्य योजना का नाम मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना होगा ।
- मुख्मंत्री चिरंजीवी योजना के तहत राज्य में सभी परिवारों को 5 लाख रुपये तक की निःशुल्क स्वास्थ्य सेवायें प्रदान की जाएंगे ।
- राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम या सामाजिक – आर्थिक जाति जनगणना ( SECC ) के तहत सूचीबद्ध नहीं होने वाले परिवारों को 1 अप्रैल से योजना के तहत पंजीकृत किया जाएगा ।
- मुख्यमंत्री ने बैक – टू – वर्क योजना की भी घोषणा की , जिसके तहत उन कामकाजी महिलाओं को घर से काम करने के अवसर प्रदान करने का प्रयास किया जाएगा , जिन्होंने शादी के बाद काम छोड़ दिया था ।
- केंद्र की स्वास्थ्य बीमा योजना आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना भी प्रति परिवार 5 लाख रुपये तक की निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करती है ।
राजस्थान
- यह उत्तरी भारत का एक राज्य है जिसकी राजधानी जयपुर है ।
- यह क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का सबसे बड़ा राज्य है और जनसंख्या के लिहाज से सातवां सबसे बड़ा राज्य है ।
- यह पांच भारतीय राज्यों- पंजाब , हरियाणा , उत्तर प्रदेश , मध्य प्रदेश और गुजरात के साथ अपनी सीमा साझा करता है ।
- राजस्थान के राज्यपाल : कालराज मिश्रा
- राजस्थान में लोकसभा की 25 सीटें और राज्यसभा की 10 सीटें हैं ।
- प्रसिद्ध जैन मंदिर , दिलवाड़ा मंदिर , माउंट आबू में स्थित हैं ।
- राजस्थान का केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान एक यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है ।
- रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान , डेजर्ट राष्ट्रीय उद्यान और सरिस्का टाइगर रिजर्व भी राजस्थान में स्थित हैं ।
- राजस्थान का कालबेलिया नृत्य यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की सूची में शामिल है ।
- घूमर नृत्य राजस्थान का प्रसिद्ध लोक नृत्य है ।
- राजस्थान का मांगणियार और लंगा समुदाय अपने लोक संगीत के लिए प्रसिद्ध हैं ।
- कालीबंगन सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख स्थल है ।
वैश्विक पुनर्चक्रण दिवस 2021
चर्चा में क्यो
हमारे कीमती ग्रह के लिए रीसाइक्लिंग के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए हर साल 18 मार्च को वैश्विक पुनर्चक्रण दिवस मनाया जाता है ।
विषय – ” रीसाइक्लिंग हीरोज ”
तथ्य
- वैश्विक पुनर्चक्रण दिवस 2021 का विषय ” रीसाइक्लिंग हीरोज ” था ।
- वैश्विक पुनर्चक्रण दिवस ( ग्लोबल रिसाइक्लिंग डे ) पहली बार 2018 में मनाया गया था ।
- यह हमारे प्राथमिक संसाधनों को सुरक्षित रखने और हमारे ग्रह के भविष्य को सुरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है ।
- पृथ्वी पर , हमारे जीवन को जीने के लिए छह संसाधन महत्वपूर्ण हैं ।
- जल , वायु , तेल , प्राकृतिक गैस , कोयला और खनिज ।
- ये संसाधन तेजी से ख़त्म हो रहे हैं और इसके लिए सरल समाधान सातवें संसाधन के रूप में ” पुनर्चक्रण “ है।
पुनर्चक्रण से मदद मिलती है
- जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने में दुनिया भर में स्थानीय रोजगार को बढ़ावा देता है
- पृथ्वी के छह कीमती प्राथमिक संसाधनों का संरक्षण करने में।
चुनावी बांड की बिक्री के खिलाफ याचिका
संदर्भ:
उच्चतम न्यायालय ने एक गैर-सरकारी संगठन ‘एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स’ (ADR) द्वारा चुनावी बॉन्ड (Electoral Bond) की बिक्री पर रोक लगाने हेतु दायर की गई एक याचिका पर तत्काल सुनवाई के लिए सहमति व्यक्त की है।
याचिका में, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु जैसे महत्वपूर्ण राज्यों में विधानसभा चुनाव से पहले, 1 अप्रैल से शुरू होने वाली नए चुनावी बांड्स की बिक्री पर रोक लगाने की मांग की गई है।
संबंधित प्रकरण:
याचिकाकर्ता ने अदालत को ध्यान दिलाते हुए कहा है, कि भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) और निर्वाचन आयोग दोनों का कहना है, कि चुनावी बांडों की बिक्री, मुखौटा कॉरपोरेशन और इकाईयों के लिए गैर-कानूनी धन तथा रिश्वत से प्राप्त आय को राजनीतिक दलों के पास जमा करने का एक जरिया बन गया है।
‘इलेक्टोरल बॉन्ड’ क्या हैं?
- राजनीतिक दलों को चंदा देने के लिए एक वित्तीय साधन है।
- इन बांड्स के लिए, 1,000 रुपए, 10,000 रुपए, 1 लाख रुपए, 10 लाख रुपए और 1 करोड़ रुपए के गुणकों में जारी किया जाता है। कोई अधिकतम सीमा निर्धारित नहीं की गयी है।
- यह बांड जारी होने की तारीख से पंद्रह दिनों की अवधि के लिए वैध होते हैं।
- ये बॉन्ड किसी पंजीकृत राजनीतिक दल के निर्दिष्ट खाते में प्रतिदेय होते हैं।
- ये बांड, केंद्र सरकार द्वारा निर्दिष्ट जनवरी, अप्रैल, जुलाई और अक्टूबर महीनों में प्रत्येक दस दिनों की अवधि में किसी भी व्यक्ति द्वारा खरीदे जा सकते है,
- कोई व्यक्ति, अकेले या अन्य व्यक्तियों के साथ संयुक्त रूप से इन बांड्स को खरीद सकता है।
- बांड्स पर दान देने वाले के नाम का उल्लेख नहीं होता है।
अनंगपाल द्वितीय : तोमर राजवंश
सन्दर्भ
हाल ही में एक सेमिनार के दौरान तोमर वंश के राजा अनंगपाल द्वितीय की विरासत पर प्रकाश डाला गया।
अनंगपाल द्वितीय के विषय में:
- अनंगपाल द्वितीय तोमर राजवंश से संबंधित थे। इन्हें अनंगपाल तोमर के रूप में में भी जाना जाता है।
- उन्होंने ढिल्लिका पुरी की स्थापना की थी जिसे आगे चलकर दिल्ली के रूप में जाना गया।
- कुतुब मीनार के निकट स्थित मस्जिद कुव्वतुल इस्लाम के लौह स्तंभ पर दिल्ली के प्रारंभिक इतिहास के बारे में साक्ष्य अंकित हैं।
- विभिन्न शिलालेखों और सिक्कों से यह पता चलता है कि अनंगपाल तोमर 8वीं से 12वीं शताब्दी के बीच वर्तमान दिल्ली और हरियाणा के शासक थे।
- उन्होंने शहर का निर्माण खंडहरों से किया तथा उनकी निगरानी में ही अनंग ताल बावली और लाल कोट का निर्माण किया गया।
- अनंगपाल द्वितीय के बाद उनका पोता पृथ्वीराज चौहान शासक बना।
- 1192 में तराइन (वर्तमान हरियाणा) के द्वितीय युद्ध में पृथ्वीराज चौहान की पराजय के बाद गोरी की सेना द्वारा दिल्ली सल्तनत की स्थापना की गई।
तोमर राजवंश के विषय में:
- तोमर वंश उत्तरी भारत के प्रारंभिक मध्य युग के लघु शासक वंशों में से एक है। चारण परंपरा के अनुसार, यह वंश 36 राजपूत वर्गों में से एक था।
- इस वंश का उल्लेख अनंगपाल (जिसने 11वीं शताब्दी में दिल्ली की स्थापना की) के शासन और 1164 में चौहान (चाहमान) साम्राज्य में दिल्ली के विलय तक की अवधि के बीच मिलता है।
इच्छामृत्यु को वैध करने के लिए स्पेन ने कानून पारित किया
सन्दर्भ
स्पेन की संसद ने 18 मार्च, 2021 को इच्छामृत्यु को वैध बनाने वाले कानून पारित किया। इस प्रकार, स्पेन उन कुछ राष्ट्रों में से एक बन गया है, जो गंभीर रूप से बीमार मरीजों को अपना जीवन समाप्त करने की अनुमति देते हैं।
मुख्य बिंदु
- समाजवादी प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज़ की सरकार के लिए प्राथमिकता ।
- सबसे विशिष्ट मामला रेमन सेम्पेड्रो (Ramon Sampedro) का था, जिनकी स्थिति “द सी इनसाइड” (The Sea Inside) नामक ऑस्कर विजेता फिल्म में दर्शाई गयी थी।
- इस कानून को पक्ष में 202 मत और विरोध में 141 मतों के साथ पारित किया गया।
कानून के बारे में
- स्पेनिश कानून निष्क्रिय इच्छामृत्यु की अनुमति देगा जिसमें चिकित्सा कर्मचारी जानबूझकर दुख को दूर करने के लिए जीवन समाप्त कर देंगे।
- यह कार्य चिकित्सा उपचार को रोककर किया जाएगा।
- इस कानून ने सहायता प्राप्त आत्महत्या (assisted suicide) की भी अनुमति दी है।
- अनुरोध को 15 दिनों के अंतराल के साथ दो बार लिखित रूप में प्रस्तुत करना होगा।
- अनुरोध को दूसरे डॉक्टर और मूल्यांकन निकाय द्वारा अनुमोदित किया जाना चाहिए।
टीम रूद्रा
मुख्य मेंटर – वीरेेस वर्मा (T.O-2016 pcs )
अभिनव आनंद (डायट प्रवक्ता)
डॉ० संत लाल (अस्सिटेंट प्रोफेसर-भूगोल विभाग साकेत पीजी कॉलेज अयोघ्या
अनिल वर्मा (अस्सिटेंट प्रोफेसर)
योगराज पटेल (VDO)-
अभिषेक कुमार वर्मा (प्रतियोगी)
प्रशांत यादव – प्रतियोगी –
कृष्ण कुमार (kvs -t )
अमर पाल वर्मा (kvs-t ,रिसर्च स्कॉलर)
मेंस विजन – आनंद यादव (प्रतियोगी ,रिसर्च स्कॉलर)
प्रिलिम्स फैक्ट विशेष सहयोग- एम .ए भूगोल विभाग (मर्यादा पुरुषोत्तम डिग्री कॉलेज मऊ) ।