चीन का शेनझाउ-12 मानवयुक्त मिशन
हाल ही में एक चीनी अंतरिक्षयान “शेनझाउ-12”, जिसमें तीन-व्यक्ति चालक दल के रूप में हैं, को चीन के नए अंतरिक्ष स्टेशन मॉड्यूल तियानहे -1 के साथ जोड़ा गया है।
यह तियानझोउ-2 कार्गो अंतरिक्षयान के प्रक्षेपण का उत्तरवर्ती मिशन है, जिसने अंतरिक्ष स्टेशन में महत्त्वपूर्ण वस्तुओं की आपूर्ति की थी।
प्रमुख बिंदु:
- शेनझाउ-12 यान गोबी रेगिस्तान में जिउक्वान लॉन्च सेंटर से टेकऑफ़ के लगभग छह घंटे बाद तियान्हे अंतरिक्ष स्टेशन मॉड्यूल से जुड़ा।
- थ्री-मैन क्रू तीन महीने तियानहे मॉड्यूल पर बिताएगा, जो पृथ्वी से लगभग 340 किमी से 380 किमी. ऊपर परिक्रमा कर रहा है।
- पूर्व सोवियत संघ और संयुक्त राज्य अमेरिका के बाद चीन तीसरा देश है जिसने अपने दम पर एक मानव मिशन को अंजाम दिया।
- यह इस वर्ष के लिये योजनाबद्ध दो मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशनों में से पहला है, जो वर्ष 2022 में चीनी अंतरिक्ष स्टेशन को पूरा करने के उद्देश्य से लॉन्च की गई सूची का हिस्सा है।
- इस वर्ष के लिये कम-से-कम पाँच और मिशनों की योजना बनाई गई है, जिसमें शेनझाउ-13 मानवयुक्त मिशन भी है, इसमें तीन अंतरिक्ष यात्री भी शामिल हैं, जिन्हें इस वर्ष के अंत में निर्धारित किया जाएगा।
- तीन अंतरिक्ष यात्री इस लिविंग मॉड्यूल में निवास करने वाले पहले व्यक्ति होंगे, ये अगले वर्ष दो प्रयोगशाला मॉड्यूल प्राप्त करने के लिये प्रयोग, परीक्षण उपकरण, रखरखाव का संचालन करेंगे और स्टेशन तैयार करेंगे।
- यह अंतरिक्ष में चीन का सातवाँ क्रू मिशन था। यह मिशन चीन के अंतरिक्ष स्टेशन के निर्माण के दौरान पहला मानवयुक्त मिशन है जो वर्ष 2016 में देश के आखिरी मानव मिशन के बाद लगभग पाँच वर्षों में पहला और चीन का सबसे लंबा मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन है।
मिशन का उद्देश्य :
- यह लंबी अवधि तक अंतरिक्ष यात्रियों के रहने और स्वास्थ्य देखभाल, रीसाइक्लिंग, जीवन समर्थन प्रणाली, अंतरिक्ष सामग्री की आपूर्ति, अतिरिक्त गतिविधियों का संचालन और कक्षा में रखरखाव से संबंधित परीक्षण प्रौद्योगिकियों में मदद करेगा।
चीन का अंतरिक्ष स्टेशन:
- चीन अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) में भागीदार नहीं है, मुख्यतः चीनी कार्यक्रम की गोपनीयता और घनिष्ठ सैन्य संबंधों पर अमेरिकी आपत्तियों के परिणामस्वरूप चीन ISS का हिस्सा नहीं है।
- ISS पाँच भागीदार अंतरिक्ष एजेंसियों की एक संयुक्त परियोजना है: नासा (संयुक्त राज्य अमेरिका), रोस्कोस्मोस (रूस), जेएक्सए (जापान), ईएसए (यूरोप) और सीएसए (कनाडा)।
- हालाँकि चीन रूस और कई अन्य देशों के साथ सहयोग बढ़ा रहा है और इसका स्टेशन ISS की अवधि से आगे भी काम करना जारी रख सकता है, ISS अपने कार्यात्मक जीवन के अंत की ओर है।
चीन के अन्य हालिया अंतरिक्ष मिशन
चीन का ‘मार्स प्रोब’
- मई 2021 में चीन का तियानवेन अंतरिक्ष यान एक रोवर ‘ज़ुरोंग’ को लेकर मंगल पर उतरा।
- यह ग्रह की मिट्टी, भूवैज्ञानिक संरचना, पर्यावरण, वातावरण और पानी की वैज्ञानिक जाँच करेगा।
चीन का ‘मून प्रोब’:
- नवंबर 2020 में, चांग ‘ई’ -5 मिशन चंद्रमा पर उतरा और वर्ष 1970 के दशक के बाद से किसी भी देश के अंतरिक्ष कार्यक्रम द्वारा पहली बार चंद्रमा से नमूनों को लाया गया।
- चीन और रूस ने वर्ष 2036 तक चलने वाले ‘ संयुक्त अंतर्राष्ट्रीय चंद्र अनुसंधान स्टेशन’ के लिये एक महत्त्वाकांक्षी योजना का भी अनावरण किया है। यह बहुराष्ट्रीय आर्टेमिस समझौते (MAA) के साथ प्रतिस्पर्द्धा कर सकता है।
युवाओं के लिए रोजगार क्षमता में सुधार
चर्चा में क्यों
हाल ही में श्रम और रोजगार मंत्रालय तथा यूनिसेफ ने भारत में युवाओं के लिए रोजगार के परिणामों में सुधार हेतु एक आशय पत्र के वक्तव्य पर हस्ताक्षर किए हैं।
प्रमुख बिंदु
- जनगणना 2011 के अनुसार भारत में हर पांचवां व्यक्ति युवा है।
- यूनिसेफ संयुक्त राष्ट्र का कार्यक्रम है जो बच्चों के स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा , और सामान्य कल्याण में सुधार के लिए राष्ट्रीय प्रयासों की सहायता हेतु समर्पित है।
- यह आपसी सहयोग कमजोर आबादी पर ध्यान केंद्रित करते हुए भारत में किशोरों और युवाओं हेतु रोजगार तथा कौशल चुनौतियों से निपटने के लिए बड़े पैमाने पर समाधानों का निर्णय करेगा।
सहयोग के क्षेत्र
- युवाओं को रोजगार के अवसर से जोड़ना ।
- जीवन कौशल, वित्तीय कौशल, डिजिटल कौशल आदि 18 वीं सदी में युवाओं के कौशल को उठाना।
- राष्ट्रीय कैरियर सेवा ( भारत के नागरिकों को रोजगार एवं कैरियर से संबंधित सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करता है)
- अंतराल की खोज करके सीधे नौकरी के पूर्वानुमान में सहायता करना।
रोजगार क्षमता सुधार हेतु अन्य पहल
- राष्ट्रीय युवा नीति
- प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम
- प्रधानमंत्री मुद्रा योजना
- प्रधानमंत्री रोजगार प्रोत्साहन योजना
- मेक इन इंडिया, स्मार्ट सिटी, डिजिटल इंडिया आदि।
साइबर धोखाधड़ी के लिए हेल्पलाइन
चर्चा में क्यों
गृह मंत्रालय ने साइबर धोखाधड़ी के कारण होने वाले वित्तीय नुकसान को रोकने के लिए राष्ट्रीय हेल्पलाइन 155260 और रिपोर्टिंग प्लेटफार्म का संचालन शुरू किया है। या हेल्पलाइन 1 अप्रैल को लांच किया जाएगा।
तथ्य
- साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय ने राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा संबंधी एक के कार्यालय द्वारा एक राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा रणनीति 2020 तैयार की जा रही है।
- भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (14C) द्वारा भारतीय रिजर्व बैंक, सभी प्रमुख बैंकों , भुगतान बैंकों, वायलेट और ऑनलाइन व्यापारियों के समन्वय से इस हेल्पलाइन को शुरू किया गया है।
- भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र को सभी प्रकार के साइबर अपराधों और समन्वित तरीकों से निपटने के लिए अक्टूबर 2018 को मंजूरी दी गई थी।
इसके 7 घटक हैं
- नेशनल साइबर क्राइम थ्रेट एनालिटिक्स यूनिट
- राष्ट्रीय साइबर अपराध रिर्पोटिंग पोर्टल
- राष्ट्रीय साइबर अपराध प्रशिक्षण केंद्र
- साइबर अपराध परिस्थितिकी तंत्र प्रबंधन इकाई
- राष्ट्रीय साइबर अपराध अनुसंधान और नवाचार केंद्र
- राष्ट्रीय साइबर अपराध फॉरेंसिक प्रयोगशाला पारिस्थितिकी तंत्र
- संयुक्त साइबर अपराध जांच दल प्लेटफार्म
इज़राइल के नए प्रधान मंत्री
चर्चा में क्यों
नफ्ताली बेनेट इज़राइल के नए प्रधान मंत्री के रूप में चुने गए ।
- बेंजामिन नेतन्याहू का कार्यकाल 12 साल बाद समाप्त हुआ ।
- नफ्ताली बेनेट ने एक वोट के अंतर से विश्वास मत हासिल किया ।
- 120 सदस्यीय सदन में उन्हें 60 वोट मिले जबकि बेंजामिन नेतन्याहू को 59 वोट मिले ।
- नफ्ताली बेनेट दक्षिणपंथी यामिना पार्टी की नेता हैं । उन्होंने इजरायल के 13 वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली ।
- सरकार में 27 मंत्री हैं , जिनमें 9 महिलाएं हैं । सरकार आठ दलों के गठबंधन से बनी है ।
- नफ्ताली बेनेट सितंबर 2023 तक प्रधान मंत्री रहेंगे उसके बाद वह सत्ता यायर लैपिड को सौंप देंगे ।
- इज़राइल का प्रधान मंत्री सरकार का प्रमुख होता हैं ।
- वह राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त किया जाता है ।
- इजराइल
- यह भूमध्य सागर पर स्थित एक मध्य पूर्वी देश है ।
- इसकी राजधानी यरुशलम है और मुद्रा इजरायली शेकेल है । रुवेन रिवलिन इजरायल के वर्तमान राष्ट्रपति हैं ।
- इज़राइल की सरकार संसदीय लोकतंत्र पर आधारित है ।
टीम रूद्रा
मुख्य मेंटर – वीरेेस वर्मा (T.O-2016 pcs )
अभिनव आनंद (डायट प्रवक्ता)
डॉ० संत लाल (अस्सिटेंट प्रोफेसर-भूगोल विभाग साकेत पीजी कॉलेज अयोघ्या
अनिल वर्मा (अस्सिटेंट प्रोफेसर)
योगराज पटेल (VDO)-
अभिषेक कुमार वर्मा ( FSO , PCS- 2019 )
प्रशांत यादव – प्रतियोगी –
कृष्ण कुमार (kvs -t )
अमर पाल वर्मा (kvs-t ,रिसर्च स्कॉलर)
मेंस विजन – आनंद यादव (प्रतियोगी ,रिसर्च स्कॉलर)
अश्वनी सिंह – प्रतियोगी
प्रिलिम्स फैक्ट विशेष सहयोग- एम .ए भूगोल विभाग (मर्यादा पुरुषोत्तम डिग्री कॉलेज मऊ) ।