‘महाशरद’ प्लेटफार्म
चर्चा में क्यों
महाराष्ट्र का सामाजिक न्याय विभाग महत्वाकांक्षी “महाशरद” प्लेटफार्म को लांच करने जा रहा है।
मुख्य बिंदु
- ज़रूरतमंद लोग 12 दिसंबर, 2020 से इस पोर्टल पर पंजीकरण कर सकते हैं।
- यह राज्य में इस तरह की पहली पहल है।
- यह योजना एनसीपी पार्टी के मुखिया शरद पवार के 80वें जन्मदिन के अवसर पर लांच की जाएगी।
महाशरद प्लेटफार्म
- इस प्लेटफार्म का उपयोग सहायक उपकरणों के वितरण के लिए एक फ्लैगशिप योजना शुरू करने के लिए किया जाएगा। ये सहायक उपकरण दिव्यांग व्यक्तियों को वितरित किए जाएंगे। यह प्लेटफार्म मार्च 2021 तक गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध होगा।
- महाशरद प्लेटफार्म को “Maharashtra System for Health and Rehabilitation Assistance” भी कहा जाता है। यह प्लेटफार्म दिव्यांग व्यक्तियों को विभिन्न उपकरण उपलब्ध कराने के लिए बनाया गया है।
महत्व
- ये आधुनिक उपकरण दिव्यांगजनों को सामान्य व्यक्तियों की तरह जीवन जीने में मदद करेंगे।
- कई लोग, संगठन, निजी कंपनियां और उद्योगपति दिव्यांग के लिए इस तरह के उपकरण प्रदान करना चाहते हैं।
उपग्रह सीएमएस-01
चर्चा में क्यों
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन PSLV-C50 के द्वारा संचार उपग्रह CMS-01 को लॉन्च करने जा रहा है। यह भारत का 42वां संचार उपग्रह है और इसे 17 दिसंबर, 2020 को लॉन्च किया जाएगा।
मुख्य बिंदु
- यह PSLV का 52वाँ मिशन है।
- इस लांच व्हीकल में 6 स्ट्रैप-ऑन मोटर लगे हैं, ‘XL’ कॉन्फ़िगरेशन में यह PSLV की 22वीं उड़ान भी है।
- यह लांच व्हीकल आंध्र प्रदेश के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र श्रीहरिकोटा के दूसरे लॉन्च पैड से लांच किया जायेगा।
- यह संचार उपग्रह सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से 77वां लॉन्च व्हीकल मिशन होगा।
कार्य
- यह उपग्रह सैटेलाइट इंटरनेट एक्सेस, आपदा प्रबंधन सहायता, टेली-मेडिसिन और टेली-एजुकेशन सहित विभिन्न सेवाएं प्रदान करेगा।
भारत-कतर एनर्जी टास्क फोर्स
चर्चा में क्यों
पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस और इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और साद शेरिदा अल-काबी द्वारा एक टेलीफोन कॉल के बाद घोषणा की गई थी कि भारत और कतर ऊर्जा पर एक कार्यबल का गठन करेंगे।
मुख्य बिंदु
- इसके द्वारा भारत में संपूर्ण ऊर्जा मूल्य श्रृंखला में कतर के निवेश को बढ़ावा दिया जायेगा।
- इस वार्तालाप के दौरान दोनों पक्ष ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करने पर भी सहमत हुए
- दोनों देश क्रेता-विक्रेता संबंध से परे व्यापकता की ओर बढ़ना के लिए इच्छुक हैं। इस सहयोग में दो-तरफा निवेश भी शामिल है।
- उर्जा पर इस टास्क फ़ोर्स का प्रतिनिधित्व कतर पेट्रोलियम के उपाध्यक्ष और पेट्रोलियम मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी द्वारा किया जाएगा।
- यह टास्क फोर्स कतर से निवेश के लिए भारत के ऊर्जा क्षेत्र में विशिष्ट परियोजनाओं की पहचान करेगी।
विश्व की तीसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा
चर्चा में क्यों
हाल ही में एथनोलॉग द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार हिंदी विश्व में तीसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा बन गयी है। वर्तमान में 637 मिलियन लोग हिंदी भाषा का उपयोग करते हैं। इस सूची में दूसरे स्थान पर चीनी मंदारिन भाषा है, इसे 1120 मिलियन लोग बोलते हैं। अंग्रेजी विश्व की सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है, 1268 मिलियन लोग अंग्रेजी भाषा का उपयोग करते हैं।
अंग्रेजी भाषा का उपयोग करते हैं।
हिंदी भाषा
- देश की लगभग 40% जनसँख्या इस भाषा का उपयोग करती है।
- यह भारतीय-यूरोपीय भाषा परिवार की हिन्द-आर्य शाखा से सम्बंधित है।
- 2011 की जनसँख्या के अनुसार 43.63% भारतीय हिंदी भाषा का उपयोग मातृभाषा के रूप में करते हैं।
- भारत में हिंदी भाषा को उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़, बिहार, झारखण्ड, मध्य प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बड़े पैमाने पर बोला जाता है।
- इसके अलावा विश्व के कई अन्य देशों जैसे पाकिस्तान, मॉरिशस, त्रिनिदाद और सूरीनाम में भी हिंदी भाषा बोली जाती है।
- अंग्रेजी और फीजियन के साथ हिंदी फिजी की राष्ट्रीय भाषा भी है।
- फिजी में फिजी बात अथवा फिजी हिंदी बोली जाती है।
राष्ट्रीय हिंदी दिवस
- राष्ट्रीय हिंदी दिवस प्रत्येक वर्ष 14 सितम्बर को मनाया जाता है।
- 14 सितम्बर, 1949 को संविधान सभा ने हिंदी अनुच्छेद 343 के तहत भारत की आधिकारिक भाषा चुना था, हिंदी भाषा को देवनागरी लिपि में लिखा जाता है।
- संविधान में कुल 22 अनुसूचित भाषाएँ हैं।
- भारत में आधिकारिक रूप से हिंदी व अंग्रेजी को राजकीय कार्य के लिए उपयोग किया जाता है।
गंगा के मैदानी क्षेत्र में एरोसोल के कारण अधिक वर्षा हो रही है
चर्चा में क्यों
हाल ही में शोधकर्ताओं की एक टीम ने पाया है कि ब्लैक कार्बन और धूल जैसे एरोसोल के कारण हिमालयी क्षेत्रों की तलहटी में अधिक वर्षा हो रही है।
मुख्य बिंदु
- ब्लैक कार्बन और धूल सहित एरोसोल गंगा के मैदानी क्षेत्र को दुनिया के सबसे प्रदूषित क्षेत्रों में से एक बनाते हैं।
- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी राउरकेला, लीपज़िग इंस्टीट्यूट फॉर मेटियोरोलॉजी (LIM), इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मद्रास, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी कानपुर और यूनिवर्सिटी ऑफ
अध्ययन के निष्कर्ष
- इस अध्ययन में पाया गया है कि कणों के उत्सर्जन (particulate emissions) में बादल प्रणाली के भौतिक और गतिशील गुणों को बदलने की क्षमता है।
- कण उत्सर्जन या एरोसोल अत्यधिक प्रदूषित शहरी क्षेत्रों
CinemaSCOpe क्या है?
चर्चा में क्यों
हाल ही में भारतीय दूतावास ने 13 दिसंबर, 2020 को चीन में एक फिल्म श्रृंखला “CinemaSCOpe” लॉन्च की है। यह फिल्म श्रृंखला को विशेष रूप से शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के लिए लॉन्च की गयी है।
मुख्य बिंदु
- इस कार्यक्रम का उद्घाटन चीन में भारतीय राजदूत और शंघाई सहयोग संगठन के महासचिव व्लादिमीर नोरोव ने संयुक्त रूप से किया।
- बीजिंग में भारतीय दूतावास ने सिनेमा के माध्यम से संबंधों को मज़बूत बनाने का फैसला किया है। गौरतलब है कि वर्तमान में ‘एससीओ फिल्म फेस्टिवल’ पर भी विचार किया जा रहा है।
CinemaSCOpe
- इस फिल्म श्रृंखला में, दो दर्जन से अधिक भारतीय फिल्मों को रूसी भाषा में डब किया गया है।
- यह श्रृंखला मासिक आधार पर प्रदर्शित की जाएगी। फिल्मों की स्क्रीनिंग की शुरुआत प्रसिद्ध फिल्म ‘थ्री इडियट्स’ के साथ हुई।
- यह श्रृंखला वर्ष 2023 में SCO ‘काउंसिल ऑफ हेड्स ऑफ स्टेट’ की बैठक की भारत की अध्यक्षता तक जारी रहेगी।
भारतीय सिनेमा का महत्व
- भारतीय सिनेमा ने बड़े पैमाने पर विश्व को प्रभावित किया है। सिनेमा ने भारत को अपनी संस्कृति और सभ्यता के संदेश को दुनिया तक पहुंचाने में मदद की है।
Team rudra
Abhishek Kumar Verma
Amarpal Verma
Krishna
Yograj Patel
anil Kumar Verma
Rajeev Kumar Pandey
Prashant Yadav
Dr.Sant lal
Sujata Singh
Anand Yadav
Geography team mppg college ratanpura mau
Surjit Gupta
Saty Prakash Gupta
Shubham Singh
Akhilesh Kumar