🔹उपनाम :-
- बौद्धिक आक्रमण
- मस्तिष्क उत्प्लावन
- विचार मंथन
- मस्तिष्क झंझावत
5 मस्तिष्क उद्वेलन - मस्तिष्क विप्लव
🔸जनक:-
एलेक्स फ्रेंक्ली ओसबोर्न
पुस्तक का नाम :-
Applied imagination (1953)
🔸ऐलेक्स ऑसबर्न अमेरिका की एक विज्ञापन कंपनी में काम करता था तथा रचनात्मक निर्माण हेतु प्रसिद्ध था
नोट:-‘मस्तिष्क विप्लव’ शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग(उपयोग) 1939 में ओसबोर्न द्वारा किया गया
🔹मस्तिष्क विप्लव बुद्धि के ‘बहुकारक सिद्धांत'(थॉर्नडाइक) पर आधारित है।
🔸मस्तिष्क विप्लव के अंतर्गत बालकों को 10-10 के समूहों में बांटा जाता है
🔹मस्तिष्क विप्लव की अवस्था:-(तीन)
अ.) मस्तिष्क विप्लव अवस्था
ब.) हरी बत्ती अवस्था
स.) लाल बत्ती अवस्था
नोट:- मस्तिष्क विप्लव को विकसित करने का श्रेय “शॉन विल्सन” को जाता है।
🔸ओसबोर्न के अनुसार मन के दो रूप होते हैं –
अ.) नए-नए विचारों का सृजन करना करना ।
ब.) नए विचारों की आलोचना करना।
🔹मस्तिष्क विप्लव के चरण:-
विल्सन के द्वारा (1987) में मस्तिष्क विप्लव के आठ (8) चरण बताए गये-
- परिचय
(अ.)सक्रिय सहभागिता (ब.)आलोचना (स.)विचार अभिव्यक्ति (द.)संख्या (य.)तारतम्यता - हिम भंजक
- समस्या का परिभाषीकरण
- समस्या का सकेन्द्रण
- स्वकेंद्रित कथन का चयन
- मस्तिष्क विप्लव
- उत्तम सुझाव का चयन
- मूल्यांकन
🔸गुण:–
▪️यह शिक्षार्थियों के चिंतन एवं समस्या समाधान के क्षेत्र में प्रोत्साहितकरती है।
▪️इससे सामूहिकता की भावना का विकास होता है।
▪️इससे मानसिक विकास होता है।
▪️इसमें ज्ञानात्मक, भावात्मक उद्देश्यों की प्राप्ति होती है।
▪️इससे समूह में विचार करने से उपयोगी और नए-नए विचार सामने आते हैं।
🔹दोष:-
▪️यह शिक्षण रचना केवल उच्च स्तरीय प्रशिक्षण के लिए उपयोगी है।
▪️इसमें सफल, योग्य और कुशल अध्यापकों की आवश्यकता होती है।
▪️इसमें सभी शिक्षार्थी सक्रिय नहीं रहते।
▪️यह विधि मंदबुद्धि बालकों हेतु अनुपयोगी है।
टीम रूद्रा - मुख्य मेंटर - वीरेेस वर्मा (T.O-2016 pcs )
अभिनव आनंद (डायट प्रवक्ता)
डॉ० संत लाल (अस्सिटेंट प्रोफेसर-भूगोल विभाग साकेत पीजी कॉलेज अयोघ्या
अनिल वर्मा (अस्सिटेंट प्रोफेसर)
योगराज पटेल (VDO)-
अभिषेक कुमार वर्मा ( FSO , PCS- 2019 )
प्रशांत यादव - प्रतियोगी -
कृष्ण कुमार (kvs -t )
अमर पाल वर्मा (kvs-t ,रिसर्च स्कॉलर)
मेंस विजन - आनंद यादव (प्रतियोगी ,रिसर्च स्कॉलर)
अश्वनी सिंह - प्रतियोगी
प्रिलिम्स फैक्ट विशेष सहयोग- एम .ए भूगोल विभाग (मर्यादा पुरुषोत्तम डिग्री कॉलेज मऊ) ।