मंजरी कक्षा – 6

मंजरी कक्षा – 6

        सुमित्रानन्दन पन्त 

  • प्रकृति के सुकुमार कवि 
  • जन्म 20 मई सन् 1900 ई ० में अल्मोड़ा के निकट कौसानी ग्राम में हुआ था । 
  •  प्रमुख रचनाएँ हैं- ‘ वीणा ‘ , ‘ ग्रन्थि ‘ , ‘ पल्लव ‘ , ‘ गुंजन ‘ , ‘ चिदम्बरा ‘ आदि ।  
  • निधन 28 दिसम्बर सन् 1977 ई ० को हुआ ।
  • उनकी काव्यकृति ‘ चिदम्बरा ‘ के लिए ज्ञानपीठ पुरस्कार प्रदान किया गया । 
  • भारतीय ज्ञानपीठ न्यास द्वारा भारतीय साहित्य के लिए दिया जाने वाला सर्वोच्च पुरस्कार है।
  • आठवीं अनुसूची में बतायी गयी 22 भाषाओं में से किसी भाषा में उत्कृष्ट लेखन के लिए।

                   कन्हैया लाल मिश्र ‘ प्रभाकर ‘ 

  • जन्म 29 मई सन् 1906 में उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के देवबन्द ग्राम में हुआ था । 
  • हिन्दी के प्रसिद्ध कथाकार निबन्धकार , पत्रकार तथा स्वतन्त्रता सेनानी थे । 
  • रचनाओं में ‘ बाजे पायलिया के धुंधर ‘ , ‘ दीप जले शंख बजे ‘ , ‘ तपती पगडंडियों पर पदयात्रा ‘ तथा ‘ माटी हो गई सोना ‘ आदि प्रमुख है । 
  • इनका निधन सन् 1995 ई ० को हुआ था ।

रॉक गार्डन ऑफ चंडीगढ़

  •  ‘ रॉक गार्डन ऑफ चंडीगढ़ ‘ एक शिल्पकृत गार्डन।
  • नेक चन्द सैनी ‘ गार्डन के नाम से भी जाना जाता है ।
  • 40 एकड़ में फैला
  • कूड़े – करकट तथा बेकार की वस्तुएँ जैसे सिरामिक , प्लास्टिक बोतलें , पुरानी तथा टूटी चूड़ियाँ , फ्यूज बल्ब , होल्डर तथा टूटी टाइल्स आदि से बनाया है ।

              श्रीमन्नारायण 

  • जन्म सन् 1912 ई ० को इटावा में हुआ था । 
  • शिक्षा – दीक्षा कोलकाता तथा प्रयाग विश्वविद्यालय में हुई ।
  •  गांधीवादी आर्थिक सिद्धान्तों के विशेषज्ञ ।
  •  भारत सरकार के योजना आयोग के सदस्य ।
  • गुजरात प्रान्त के राज्यपाल भी रह चुके हैं । 
  •  रचनाएँ हैं ‘ रोटी का राग ‘ तथा ‘ मानव ‘ ।

कबीरदास जी  

  • जन्म काशी में सन् 1398 ई ० के लगभग हुआ था । 
  • भक्तिकाल के निर्गुण धारा के सन्त कवियों में कबीरदास का विशिष्ट स्थान है ।
  •  रामानन्द कबीर के गुरु माने जाते हैं । 
  •  रचनाओं का संग्रह ‘ बीजक ‘ है ।
  •  इसके तीन भाग हैं : ‘ साखी ‘ , ‘ सबव ‘ , ‘ रमैनी ‘ 
  •  मृत्यु सन् 1518 ई ० के लगभग मगहर में हुई ।

रहीम 

  • जन्म सन् 1556 ई ० के लगभग हुआ था ।
  •  इनका पूरा नाम अब्दुर्रहीम खानखाना था । 
  • अकबर के दरबार के नवरत्नों में इन्हें स्थान प्राप्त था ।
  •  ये अरबी , फारसी तथा संस्कृत भाषा के विद्वान थे ।
  •  इनकी प्रमुख पुस्तकें हैं- ‘ रहीम सतसई ‘ , ‘ रास पंचाध्यायी ‘ । 
  • मृत्यु सन् 1626 ई ० में हुई ।

          रामप्रसाद ‘ बिस्मिल ‘

  • जन्म 11 जून सन् 1897 ई ० को शाहजहाँपुर जिले के खिरनी बाग मुहल्ले में हुआ था । 
  • 19 दिसम्बर सन् 1927 ई ० को इन्हें गोरखपुर जिला जेल में फाँसी दी गयी । 
  •  इन्होंने आत्मकथा , जीवनी , उपन्यास , समीक्षा , लेख , अनुवाद , , कविता आदि अनेक विधाओं में अपनी लेखनी चलायी ।
  •  प्रमुख रचनाएँ- ‘ निज जीवन की छटा ‘ , ‘ मन की लहर ‘ , ‘ बोलशेविकों की करतूत ‘ , ‘ केथोराइन ‘ आदि हैं ।

“ सर फरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है ,

 देखना है ज़ोर कितना बाजु – ए – कातिल में है । 

              महाश्वेता देवी 

  •  जन्म सन् 1926 ई ० को ढाका ( बांग्लादेश ) में हुआ था । 
  •  प्रसिद्ध उपन्यास ‘ झाँसी की रानी ‘ , ‘ जंगल के दावेदार ‘ ‘ हजार चौरासी की माँ ‘ , ‘ चोट्टि मुंडा और उसका तीर ‘ , ‘ अग्निगर्भ ‘ , ‘ अक्लांत कौरव ‘ , ‘ दौलति ‘ , और ‘ अमृत संचय ‘ आदि है ।
  • रचनाओं की कथावस्तु में आदिवासियों का जीवन संघर्ष और उनकी पीड़ा है । 
  • ज्ञानपीठ पुरस्कार सन् 1996 ई ० में बंगला साहित्य में उत्कृष्ट योगदान के लिए।
  • मैग्सेसे पुरस्कार सन् 1997 ई ० में साहित्य एवं सर्जनात्मक संचार कला के लिए ।
  • मृत्यु सन् 28 जुलाई 2016 को कोलकाता में हुई थी ।

राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त 

  • जन्म सन् 3 अगस्त 1886 ई ० में चिरगाँव , जिला झाँसी में हुआ था । 
  • राष्ट्रीय धारा के हिन्दी कवियों में आप को महत्त्वपूर्ण स्थान प्राप्त है । 
  • रचनाएं – ‘ जयद्रथवध ‘ , ‘ भारत भारती ‘ , ‘ सिद्धराज ‘ , ‘ साकेत ‘ , ‘ यशोधरा ‘ और ‘ पंचवटी ‘ को विशेष ख्याति मिली ।
  •  निधन 12 दिसम्बर सन् 1964 ई ० को हुआ ।

” मनुष्य के लिए क्षमा , त्याग और अहिंसा जीवन के उच्चतम आदर्श हैं । नारी इस आदर्श को प्राप्त कर चुकी है । ” – मुंशी प्रेमचन्द

          सुदर्शन 

  • वास्तविक नाम बद्रीनाथ भट्ट था । 
  • जन्म सन् 1895 ई ० में पंजाब स्थित सियालकोट ( वर्तमान पाकिस्तान ) में हुआ था ।
  •  कक्षा छह में ही उन्होंने अपनी पहली कहानी लिखी थी । 
  • कहानी के अतिरिक्त उन्होंने उपन्यास , नाटक , जीवनी , बालसाहित्य , धार्मिक साहित्य , गीत आदि भी लिखे हैं । 
  • प्रमुख रचनाएँ ‘ पुष्पलता ‘ , ‘ सुप्रभात ‘ , ‘ परिवर्तन ‘ , ‘ पनघट ‘ , ‘ नगीना ‘ ‘ भागवन्ती ‘ आदि है । 
  •  सन् 1967 में इनका देहावसान हो गया ।

        भारत रत्न पुरस्कार 

  • यह पुरस्कार भारत सरकार द्वारा कला , साहित्य , विज्ञान एवं सार्वजनिक सेवा या जीवन के असाधारण एवं अति उत्तम कोटि के कार्य के लिए दिया जाता है ।
  •  यह पुरस्कार सर्वप्रथम सन् 1954 ई ० में डॉ ० सर्वपल्ली राधाकृष्णन , सी ० राजगोपालाचारी तथा डॉ ० सी ० वी ० रमन को मिला ।

         दिनकर ‘ रामधारी सिंह ‘ दिनकर ‘ 

  • जन्म सन् 1908 ई ० में सिमरिया , जिला मुंगेर , बिहार में हुआ था ।
  •  हिन्दी की राष्ट्रीय धारा के कवियों में दिनकर का महत्त्वपूर्ण स्थान है ।
  •  प्रगतिशीलता और विचारों की गहराई पके लेखन की विशेषता है । 
  • कविता के साथ गद्य लेखन में भी आप को यश प्राप्त है । 
  • ‘ रेणुका ‘ , ‘ हुंकार ‘ , ‘ रसवन्ती ‘ , ‘ सामथेनी ‘ , ‘ कुरुक्षेत्र ‘ , ‘ रश्मिरथी ‘ और ‘ उर्वशी ‘ आपकी कविता की पुस्तकें हैं ।
  •  संस्कृति के चार अध्याय , मिट्टी की ओर , काव्य की भूमिका आदि आपकी गद्य रचनाएँ हैं । 
  • सन् 1974 में इनका निधन हो गया ।
  • विश्व की सभी भाषाओं में ‘ चीनी भाषा ‘ बोलने वालों की संख्या सर्वाधिक है । 
  • रामधारी सिंह दिनकर को सन् 1959 ई ० में साहित्य अकादमी पुरस्कार तथा सन् 1972 ई  में भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार प्रदान किया गया ।
  •  निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम -2009 संविधान के 86 वें संवैधानिक संशोधन में मूल अधिकार के अनुच्छेद 21 ( प्राण एवं दैहिक स्वतंत्रता ) में 21 ( क ) शामिल किया गया है , जिसके अनुसार “ राज्य 6-14 वर्ष के आयु के सभी को निःशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा उपबन्ध करेगा । “

        प्रेमचन्द 

  • जन्म सन् 1880 ई ० में लमही , वाराणसी में हुआ था ।
  •  ये कहानी और उपन्यास सम्राट के रूप में प्रसिद्ध हैं ।
  •  इनके प्रसिद्ध उपन्यास हैं- ‘ सेवासदन ‘ , ‘ निर्मला ‘ , ‘ रंगभूमि ‘ , ‘ कर्मभूमि ‘ , ‘ गबन ‘ , ‘ गोदान ‘ आदि ।
  •  इनकी कहानियों का संग्रह मानसरोवर ‘ नाम से आठ भागों में प्रकाशित है । 
  • इनका साहित्य समाज सुधार , राष्ट्रीय भावना और सामान्य जनजीवन की घटनाओं से परिपूर्ण है ।
  •  इनका निधन सन् 1936 ई ० में हुआ ।
  • 1- प्रेमचंद का मूल नाम धनपत राय था । इन्हें नवाब राय और मुंशी प्रेमचंद के नाम से भी जाना जाता है । 
  • 2- महाकुम्भ का मेला भारत में चार स्थानों पर लगता है इलाहाबाद , वर्तमान प्रयागराज ( उत्तरप्रदेश ) नासिक ( महाराष्ट्र ) उज्जैन ( मध्यप्रदेश ) हरिद्वार ( उत्तराखण्ड 
  • 3- भारत में पशुओं का सबसे बड़ा मेला सोनपुर ( बिहार ) में लगता है ।

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