- शिक्षा मनोविज्ञान के जनक विलियम जेम्स को कहा जाता है ।
- मनोविज्ञान की खोजो एवं सिद्वान्ती का शिक्षा में प्रयोग ही शिक्षा मनोविज्ञान है कॉलसनिक ने कहा ।
- प्लेटो ने मनोविज्ञान को आत्मा का विज्ञान माना ।
- काण्ट एवं लॉक ने मनोविज्ञान को मन का विज्ञान माना ।
- विलियम जेम्स एवं तुण्ट ने मनीविज्ञान की चेतना का विज्ञान माना ।
- सिगमंड फ्रायड , युंग , टिचनर ने मनोविज्ञान को चेतन और अचेतन का विज्ञान माना ।
- वाटसन ने मनोविज्ञान को व्यवहार का विज्ञान माना ।
- प्रथम मनोवैज्ञानिक प्रयोगशाला 1879 में विलियम वुण्ट ने जर्मनी में स्थापित की ।
- भारत में पहली मनोवैज्ञानिक प्रयोगशाला डा.एस.एन सेना ( 1916 ई ० में कोलकाता विश्वविद्यालय में की थी ।
- प्रिसिंपल ऑफ साइकोलॉजी पुस्तक विलियम जेम्स ने 1880 ई ० में लिखी । शिक्षा मनोविज्ञान की उपयोगिता
1. व्यक्तिगत भिन्नता को जानने में सहायक ।
2शैक्षिक एवं व्यवसायिक निर्देशन में सहायक ।
3- शिक्षा के उद्देश्यों को जानने में सहायक ।
4- जिन – शिक्षा के पाठ्यक्रम के निर्माण में सहायक ।
5. शिक्षण विधियों के चयन में सहायक ।
6 – अनुशासन स्थापित करने में सहायक । -शिक्षार्थियों को समझने में सहायक ।
[ शैशवावस्था – 0 से 6 वर्ष तक ]
- शैशवावस्था को जीवन का आदर्शकाल वेलेंटाइन ने कहा ।
- शैशवास्थ को संस्कार निर्माण एवं व्यक्तित्व निर्माण का काल कहा जाता है ।
- शिशु का अधिकांश व्यवहार मूल प्रवृत्ति पर निर्भर होता है ।
- मूल प्रवृत्ति का सिद्धान्त मैक डोगल ने दिया मूल प्रवृत्ति जन्मजात होती है जैसे- भूख लगना , भय लगना ।
- मनुष्य को जो भी कुछ बनना होता है तो प्रारम्भ के 4-5 वर्षों में बन जाता है ये कथन फ्रायड महोदय ने कहा है ।
विशेषताएँ →
1- सीखने की प्रक्रिया मे तीवता ।
2. काल्पनिक जगत में विचरण ।
3- काम प्रवृत्ति की भावना ( फ्रायड ने नार्सीसिज्म कहा है )
4 – शब्दो के पुनरावर्तन की विशेषता
5 – आत्म प्रेम की भावना ।
6- जन्म के समय बच्चे की लम्बाई 19.5 ‘ से २०.3 तक होती है ।
7- जन्म के समय बच्चे का वजन 2.7kg से 3 .1kg तक होता है ।
8- नवजात शिशु में 270 से 310 तक हड्डियाँ पायी जाती है
- शैशवास्था में 6 से 7 महीने में बच्चों के अस्थायी दाँत निकलने लगते है।
- 7 वर्ष तक 20 सो दाँत निकलकर गिरने लगते है और स्थाई दाँत निकलने लगते है ।
- सबसे पहला दांत मिडवर इन साइजर होता है ।
- बाल मनोविज्ञान का क्षेत्र गर्भावस्था से किशोरावस्था तक होता है ।
- बालक का विकास अनुवांशिक तथा वातावरण के गुणनफल होता है ये कथन तुडवर्थ ने दिया ।
- बाल विकास के अनुसार शिक्षा में मुख्य स्थान बालक का होता है ।
- बाल मनोविज्ञान के आधार पर प्रत्येक बच्चा विशिष्ट होता है ।
- गर्भावस्था के दौरान विकास का सही क्रम सिर से पैर की तरफ होता है ।
- यदि कोई माँ अपने बच्चे को दादी के पास दे देती है तो बच्चा क्यो रोता है सावेगिक टूचिन्ता के कारण ) मनोविश्लेषण विधि के मानक वियना के चिकित्सक सिम्मन्ड फायड है ।
- विकास के मनोसामाजिक समाज का प्रतिपादक एरिकसन ने किया ।
- प्राज्ञा दातो की संख्या -4
- शैशवावस्या के लिए शिक्षा की उत्तम विधियों
1-माटेसरी
2- रवेल विधि
3- किण्डर गार्डेन विधि
- सर्वाधिक उपयुक्त जीवित रहता है विधि का सिद्धांत डारबिन ने दिया था।
- ओरिजिन आफ साशीण नामक पुस्तक – डारविन |
- शिशु का अधिकांश व्यवहार आधारित होता है – मूल प्रवृत्तियों पर
- मूल प्रवृत्ति का सिवाना मैक ड्यूगल ने दिया ।
- मैक ड्यूगल में 14 संवेग बताए हैं ।
- फ्रायड ने मूल प्रवृत्ति को 2 भागो में बाटा है
- 1- मूल प्रवृत्ति ( इरौस )
- 2. मृत्यु मूल प्रवृति ( थैनाटोस )
- मार्गन्तरीकरण अथवा पुनर्निदेशन द्वारा मूल प्रवृति में परिवर्तन लाया जा सकता है ।
- बालक का विकास अनुवांशिकता एवं वातावरण का गुणनफलहै – वुडवर्थ ने
- किस गन्थ को मास्टर ग्रन्थ कहा आता है । पियूपन्य ( पिट्यूटरी ) यह मस्तिष्क के पश्च भणमें पाई जाती है ।
- वंशानुक्रम जन्मजात व्यक्तिक गुणो का है । – बी एन झा ।
- सीखने की सामग्री के रूप में निरर्थक शब्दो का प्रयोग एविंग हाप्त ने दिया ।
- बाल मनोविज्ञान के अनुसार प्रत्येक बच्चा विशिष्ट होते है । ( विशिष्टता का सिद्धान्त )
बल्यावस्था ( 6-12 )
- बाल्यावस्था जीवन का अनोखा काल / सुनहरी अवस्था है – कॉल एवं ब्रुस
- बाल्यावस्था को मिया परिकावला का काल रॉस ने कहा ।
- बाल्यावस्था की विशेषता
- शारीरिक मानसिक विकास में स्थिरता ( रास)
- जिज्ञासा की प्रबलता
- नैतिक गुणो का विकास ( स्ट्रैग )
- संग्रह करने की प्रवृत्ति
- निरुउददेश्य
- रूचियो में परिवर्तन ( कोल एवं ब्रूस )
- बाल्यावस्था में शिशु के सिर का लगभग 90% विकास हो जाता है ।
- 6 वर्ष की आयु में अस्थाई दाँत (दूध का) गिरना शुरू हो जात है और स्थाई दाँत निकलने लगता।
- 6-7 वर्ष की आयु में हृदय धड़कन लगभग 100 होती है जो 12 वर्ष की अवस्था तक 85 हो आती है ।
- “ जब बालक 6 वर्ष का होता है तब मानसिक योग्यताओं का पूर्ण विकास हो जाता है ” .- क्रो एण्ड क्रो
- बाल्यावस्था में बालक कविताओं को दोहराने की योग्यता प्राप्त कर लेता है ।
- 12 वर्ष तक की अवस्था तक बालक में तल व समस्या समाधान की योग्यता विकसित हो जाती
- बालक बाल्यावस्था में ही विद्यालय में क प्रवेश लेता है ।
- बाल्यावस्था में समाजीकरण शुरु हो जाता है जी खेली से शुरू होता है ।
- सम्पूर्ण बाल्यावस्था में सेवेगो की अभिल । में निरन्तर परिवर्तन होता रहे है जो स्त्र
- लम्बाई भार कारण पर आरती एवं बालो के रंग में विविधतांताचा पदा विचलन की भावना को क्या कहते है । भौतिक अन्तर
- बालक का प्रारम्भिक विकास मुख्यता किस पर निर्भर रहता है – माता – पिता
- विकास एक वर्भाधारण से शिशु के जन्माकी अवधि को क्या कहते है – प्रसव पूर्व काल
- किस मनोवैज्ञानिक के अनुसार सतत एवं धीमी प्रक्रिया है । स्किनर
- शिक्षा मनोविज्ञान की उत्पत्ति सन् 1900 से मानी जाती है
- एक बालक जो शारीरिक है । उससे उत्पन्न होती है , नहीनता की भावना * – गार्थ में लालक को विकसित होने में कितने दिन लगती है । 1267 से 180 दिलकार * रॉस ने सर्वेग को तीन भागो में बारा है 1. ज्ञानात्मक संग 2. भावात्मक संग क्रियात्मक संवेग कुर्वाधीक निकायमा प्रालि विलीन गरा करा आला पार STO जापान धीमहि